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ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें?

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भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था

भारत जीडीपी के संदर्भ में वि‍श्‍व की नवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है । यह अपने भौगोलि‍क आकार के संदर्भ में वि‍श्‍व में सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्‍या की दृष्‍टि‍ से दूसरा सबसे बड़ा देश है । हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधि‍त मुद्दों के बावजूद वि‍श्‍व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से एक के रूप में उभरा है । महत्‍वपूर्ण समावेशी विकास प्राप्‍त करने की दृष्‍टि‍ से भारत सरकार द्वारा कई गरीबी उन्‍मूलन और रोजगार उत्‍पन्‍न करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ।

इति‍हास

ऐति‍हासि‍क रूप से भारत एक बहुत वि‍कसि‍त आर्थिक व्‍यवस्‍था थी जि‍सके वि‍श्‍व के अन्‍य भागों के साथ मजबूत व्‍यापारि‍क ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? संबंध ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? थे । औपनि‍वेशि‍क युग ( 1773-1947 ) के दौरान ब्रि‍टि‍श भारत से सस्‍ती दरों पर कच्‍ची सामग्री खरीदा करते थे और तैयार माल भारतीय बाजारों में सामान्‍य मूल्‍य से कहीं अधि‍क उच्‍चतर कीमत पर बेचा जाता था जि‍सके परि‍णामस्‍वरूप स्रोतों का द्धि‍मार्गी ह्रास होता था । इस अवधि‍ के दौरान वि‍श्‍व की आय में भारत का हि‍स्‍सा 1700 ए डी के 22.3 प्रति‍शत से गि‍रकर 1952 में 3.8 प्रति‍शत रह गया । 1947 में भारत के स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति‍ के पश्‍चात अर्थव्‍यवस्‍था की पुननि‍र्माण प्रक्रि‍या प्रारंभ हुई ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? । इस उद्देश्‍य से वि‍भि‍न्‍न नीति‍यॉं और योजनाऍं बनाई गयीं और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्‍यम से कार्यान्‍वि‍त की गयी ।

1991 में भारत सरकार ने महत्‍वपूर्ण आर्थिक सुधार प्रस्‍तुत कि‍ए जो इस दृष्‍टि‍ से वृहद प्रयास थे जि‍नमें वि‍देश व्‍यापार उदारीकरण, वि‍त्तीय उदारीकरण, कर सुधार और वि‍देशी नि‍वेश के प्रति‍ आग्रह शामि‍ल था । इन उपायों ने भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था को गति‍ देने में मदद की तब से भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था बहुत आगे नि‍कल आई है । सकल स्‍वदेशी उत्‍पाद की औसत वृद्धि दर (फैक्‍टर लागत पर) जो 1951 - 91 के दौरान 4.34 प्रति‍शत थी, 1991-2011 के दौरान 6.24 प्रति‍शत के रूप में बढ़ गयी ।

कृषि‍

कृषि‍ भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ है जो न केवल इसलि‍ए कि‍ इससे देश की अधि‍कांश जनसंख्‍या को खाद्य की आपूर्ति होती है बल्‍कि‍ इसलि‍ए भी भारत की आधी से भी अधि‍क आबादी प्रत्‍यक्ष रूप से जीवि‍का के लि‍ए कृषि‍ पर नि‍र्भर है ।

वि‍भि‍न्‍न नीति‍गत उपायों के द्वारा कृषि‍ उत्‍पादन और उत्‍पादकता में वृद्धि‍ हुई, जि‍सके फलस्‍वरूप एक बड़ी सीमा तक खाद्य सुरक्षा प्राप्‍त हुई । कृषि‍ में वृद्धि‍ ने अन्‍य क्षेत्रों में भी अधि‍कतम रूप से अनुकूल प्रभाव डाला जि‍सके फलस्‍वरूप सम्‍पूर्ण अर्थव्‍यवस्‍था में और अधि‍कांश जनसंख्‍या तक लाभ पहुँचे । वर्ष 2010 - 11 में 241.6 मि‍लि‍यन टन का एक रि‍कार्ड खाद्य उत्‍पादन हुआ, जि‍समें सर्वकालीन उच्‍चतर रूप में गेहूँ, मोटा अनाज और दालों का उत्‍पादन हुआ । कृषि‍ क्षेत्र भारत के जीडीपी का लगभग 22 प्रति‍शत प्रदान करता है ।

उद्योग

औद्योगि‍क क्षेत्र भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के लि‍ए महत्‍वपूर्ण है जोकि‍ वि‍भि‍न्‍न सामाजि‍क, आर्थिक उद्देश्‍यों की पूर्ति के लि‍ए आवश्‍यक है जैसे कि‍ ऋण के बोझ को कम करना, वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश आवक (एफडीआई) का संवर्द्धन करना, आत्‍मनि‍र्भर वि‍तरण को बढ़ाना, वर्तमान आर्थिक परि‍दृय को वैवि‍ध्‍यपूर्ण और आधुनि‍क बनाना, क्षेत्रीय वि‍कास का संर्वद्धन, गरीबी उन्‍मूलन, लोगों के जीवन स्‍तर को उठाना आदि‍ हैं ।

स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति‍ के पश्‍चात भारत सरकार देश में औद्योगि‍कीकरण के तीव्र संवर्द्धन की दृष्‍टि‍ से वि‍भि‍न्‍न नीति‍गत उपाय करती रही है । इस दि‍शा में प्रमुख कदम के रूप में औद्योगि‍क नीति‍ संकल्‍प की उदघोषणा करना है जो 1948 में पारि‍त हुआ और उसके अनुसार 1956 और 1991 में पारि‍त हुआ । 1991 के आर्थिक सुधार आयात प्रति‍बंधों को हटाना, पहले सार्वजनि‍क क्षेत्रों के लि‍ए आरक्षि‍त, नि‍जी क्षेत्रों में भागेदारी, बाजार सुनि‍श्‍चि‍त मुद्रा वि‍नि‍मय दरों की उदारीकृत शर्तें ( एफडीआई की आवक / जावक हेतु आदि‍ के द्वारा महत्‍वपूर्ण नीति‍गत परि‍वर्तन लाए । इन कदमों ने भारतीय उद्योग को अत्‍यधि‍क अपेक्षि‍त तीव्रता प्रदान की ।

आज औद्योगि‍क क्षेत्र 1991-92 के 22.8 प्रति‍शत से बढ़कर कुल जीडीपी का 26 प्रति‍शत अंशदान करता है ।

सेवाऍं

आर्थिक उदारीकरण सेवा उद्योग की एक तीव्र बढ़ोतरी के रूप में उभरा है और भारत वर्तमान समय में कृषि‍ आधरि‍त अर्थव्‍यवस्‍था से ज्ञान आधारि‍त अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में परि‍वर्तन को देख रहा है । आज सेवा क्षेत्र जीडीपी के लगभग 55 प्रति‍शत ( 1991-92 के 44 प्रति‍शत से बढ़कर ) का अंशदान करता है जो कुल रोजगार का लगभग एक ति‍हाई है और भारत के कुल नि‍र्यातों का एक ति‍हाई है

भारतीय आईटी / साफ्टेवयर क्षेत्र ने एक उल्‍लेखनीय वैश्‍वि‍क ब्रांड पहचान प्राप्‍त की है जि‍सके लि‍ए नि‍म्‍नतर लागत, कुशल, शि‍क्षि‍त और धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलनी वाली जनशक्‍ति‍ के एक बड़े पुल की उपलब्‍धता को श्रेय दि‍या जाना चाहि‍ए । अन्‍य संभावना वाली और वर्द्धित सेवाओं में व्‍यवसाय प्रोसि‍स आउटसोर्सिंग, पर्यटन, यात्रा और परि‍वहन, कई व्‍यावसायि‍क सेवाऍं, आधारभूत ढॉंचे से संबंधि‍त सेवाऍं और वि‍त्तीय सेवाऍं शामि‍ल हैं।

बाहय क्षेत्र

1991 से पहले भारत सरकार ने वि‍देश व्‍यापार और वि‍देशी नि‍वेशों पर प्रति‍बंधों के माध्‍यम से वैश्‍वि‍क प्रति‍योगि‍ता से अपने उद्योगों को संरक्षण देने की एक नीति‍ अपनाई थी ।

उदारीकरण के प्रारंभ होने से भारत का बाहय क्षेत्र नाटकीय रूप से परि‍वर्तित हो गया । वि‍देश व्‍यापार उदार और टैरि‍फ एतर बनाया गया । वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश सहि‍त वि‍देशी संस्‍थागत नि‍वेश कई क्षेत्रों में हाथों - हाथ लि‍ए जा रहे हैं । वि‍त्‍तीय क्षेत्र जैसे ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? बैंकिंग और बीमा का जोरदार उदय हो रहा है । रूपए मूल्‍य अन्‍य मुद्राओं के साथ-साथ जुड़कर बाजार की शक्‍ति‍यों से बड़े रूप में जुड़ रहे हैं ।

आज भारत में 20 बि‍लि‍यन अमरीकी डालर (2010 - 11) का वि‍देशी प्रत्‍यक्ष नि‍वेश हो रहा है । देश की वि‍देशी मुद्रा आरक्षि‍त (फारेक्‍स) 28 अक्‍टूबर, 2011 को 320 बि‍लि‍यन अ.डालर है । ( 31.5.1991 के 1.2 बि‍लि‍यन अ.डालर की तुलना में )

भारत माल के सर्वोच्‍च 20 नि‍र्यातकों में से एक है और 2010 में ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? सर्वोच्‍च 10 सेवा नि‍र्यातकों में से एक है ।

ऑनलाइन स्‍टॉक ट्रेडिंग

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फॉरेक्स टाइम लिमिटेड (www.forextime.com/eu) साइप्रस प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा विनियमित है, जिसका CIF लाइसेंस नंबर है 185/12, तथा यह दक्षिण अफ्रीका के फाइनेंशियल सेक्टर कंडक्ट अथॉरिटी (FSCA) द्वारा लाइसेंस प्राप्त है और इसका FSP नंबर 46614 है। यह कंपनी यू‍के के फाइनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी के ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? साथ रजिस्टर्ड है, जिसका नंबर 600475 है।

ForexTime (www.forextime.com/uk) फाईनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी द्वारा लाइसेंस नंबर 777911 के अंतर्गत अधिकृत और विनियमित है।

Exinity Limited (www.forextime.com) मॉरीशस गणराज्य के वित्तीय सेवा आयोग द्वारा विनियमित निवेश डीलर है, जिसकी लाइसेंस संख्या C113012295 है।

कार्ड ट्रांजेक्‍शन एफटी ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड, रजिस्‍टर्ड नंबर HE 335426 और रजिस्‍टर्ड पता Ioannis Stylianou, 6, Floor 2, Flat 202 2003, Nicosia, Cyprus के माध्यम से प्रोसेस किए जाते हैं। कार्डधारक के पत्राचार के लिए पता: [email protected] व्‍यवसाय के स्थान का पता: FXTM Tower, 35 Lamprou Konstantara, Kato Polemidia, 4156, Limassol, Cyprus.

Exinity Limited वित्‍तीय फाईनेंशियल कमीशन का सदस्‍य है,जो फॉरेक्‍स मार्केट की फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्‍ट्री में विवादों का निपटारा करने वाला अंतर्राष्‍ट्रीय संगठन है।

जोखिम चेतावनी: फोरेक्‍स और लिवरेज किए गए वित्‍तीय इंस्‍ट्रूमेंट की ट्रेडिंग में महत्‍वपूर्ण जोखिम हैं और इससे आपकी निवेश की गई पूंजी का नुकसान हो सकता है। आप जितनी हानि उठाने की क्षमता रखते हैं उससे अधिक का निवेश न करें और आपको इसमें शामिल जोखिम अच्‍छी तरह समझना सुनिश्चित करना चाहिए। लेवरिज्ड प्रोडक्‍ट की ट्रेडिंग सभी निवेशकों के लिए उपयुक्‍त नहीं हो सकती। ट्रेडिंग शुरु करने से पूर्व, कृपया अपने अनुभव का स्‍तर, निवेश उद्देश्‍य पर विचार करें और यदि आवश्‍यक ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? हो तो स्‍वतंत्र वित्‍तीय सलाह प्राप्‍त करें। क्‍लायंट के निवास के देश में कानूनी अपेक्षाओं के आधार पर FXTM ब्रांड की सेवाओं का प्रयोग करने की अनुमति है अथवा नहीं, यह निर्धारित करना क्‍लायंट की स्‍वयं की जिम्‍मेदारी है। कृपया FXTM का पूरा जोखिम प्रकटीकरण पढ़ें.

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जोखिम की चेतावनी: ट्रेडिंग जोखिम भरा है। आपकी पूंजी जोखिम में है। Exinity Limited FSC (मॉरीशस) द्वारा विनियमित है।

जोखिम की चेतावनी: ट्रेडिंग जोखिम भरा है। आपकी पूंजी जोखिम में है। Exinity Limited FSC (मॉरीशस) द्वारा विनियमित है।

कैसे क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज Unocoin से आप कमा सकते हैं ट्रेडिंग फीस का 51%

कैसे क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज Unocoin से आप कमा सकते हैं ट्रेडिंग फीस का 51%

क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज Unocoin ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिए ट्रेडिंग करने वाली यूजर्स के लिए रेफर एंड अर्न प्रोग्राम (Refer and Earn programme) की घोषणा की है. यह प्रोग्राम मौजूदा यूजर्स को उनके रेफरी [जिसे रेफर किया गया है] द्वारा किए गए प्रत्येक ट्रांजेक्शन की ट्रेडिंग फीस का 51% कमाने देता है. इसके अलावा, ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद यूजर्स अपने वॉलेट से इस रेफरल इनकम का उपयोग कर सकते हैं. 2013 में बेंगलुरु में शुरू हुआ Unocoin स्टार्टअप YourStory की 'TECH30' लिस्ट में शुमार है.

रेफर एंड अर्न प्रोग्राम के जरिए मौजूदा यूजर्स अपने ग्रुप के अन्य लोगों को Unocoin के बारे में बता सकते हैं. इससे वे बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टो एसेट्स और यूनोकॉइन जैसे प्लेटफॉर्म के बारे में जान पाएंगे. इस प्लेटफॉर्म पर वे 87+ क्रिप्टो एसेट्स में ट्रेडिंग कर सकते हैं.

प्लेटफ़ॉर्म का इंटरफ़ेस उपयोग में आसान और सरल है. मान लीजिए एक ट्रेडर अतिरिक्त पैसे कमाना चाहते हैं. उस स्थिति में, वे अपना यूनिक यूनोकॉइन रेफरल कोड शेयर कर सकते हैं और अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों को रेफर कर सकते हैं. जब रेफरी साइन अप करते समय रेफरर [रेफर करने वाले] के कोड का उपयोग करता है, तो रेफरर और रेफरी का अकाउंट लिंक हो जाएगा.

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सांकेतिक चित्र (freepik)

रेफरी को Unocoin पर किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग करने के लिए अपना KYC वैरिफिकेशन करवाना होगा. एक बार जब वे ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं, तो संबंधित रेफरल इनकम संबंधित रेफरर के Unocoin अकाउंट में जमा कर दी जाएगी. रेफरर को उनके रेफ़री द्वारा प्लेटफ़ॉर्म पर की गई किसी भी खरीदारी से होने वाली कमाई का 51% प्राप्त होगा.

प्रत्येक यूजर के सफल साइनअप पर, Unocoin को 10,000 SHIBA INU का वेलकम बोनस दिया जाता है. नये यूजर इस वेलकम बोनस का उपयोग किसी भी ट्रेडिंग के लिए कर सकते है. SHIBA INU सबसे लोकप्रिय मीम कॉइन्स (meme coins) में से एक है जिसे मशहूर हस्तियों और अनुभवी क्रिप्टो खिलाड़ियों से बहुत प्रचार मिल रहा है.

Unocoin के सीईओ और को-फाउंडर सात्विक विश्वनाथ ने कहा, "हमें रेफरल प्रोग्राम के लॉन्च की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. यह मौजूदा यूजर्स के लिए कमाई करने का सुनहरा मौका है. Unocoin पर वैरिफाइड अकाउंट वाला कोई भी Unocoiner किसी को भी ऐप के बारे में रेफर कर सकता है. रेफरी रेफरर के यूनिक रेफरल कोड का उपयोग करके यूनोकॉइन में साइन अप कर सकता है. सफल KYC [know your customer] वैरिफिकेशन के बाद, एक वेलकम बोनस के रूप में 10,000 SHIBA INU प्राप्त कर सकता है. उपयोग में आसान इंटरफेस और कम लागत पर हाई क्वालिटी वाली सर्विसेज के साथ, यूनोकॉइन अपने यूजर्स को सबसे अच्छा ट्रेडिंग अनुभव और कम फीस, हाई सिक्योरिटी, और निर्बाध डिपोजिट्स और विद्ड्रॉल जैसी विभिन्न सुविधाएं देता है."

F&O: फ्यूचर्स-ऑप्शंस देते हैं कम लागत में ज्यादा पैसा कमाने का मौका

Futures & Options: आप केवल स्टॉक नहीं, बल्कि कृषि वस्तुओं, पेट्रोलियम, सोना, मुद्रा आदि में भी फ्यूचर्स-ऑप्शंस ट्रेडिंग कर सकते हैं.

  • Vijay Parmar
  • Publish Date - July 27, 2021 / 02:38 PM IST

F&O: फ्यूचर्स-ऑप्शंस देते हैं कम लागत में ज्यादा पैसा कमाने का मौका

Future & Option: कम इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाना कौन नहीं चाहेगा? सभी लोग ऐसा चाहते हैं और उसके लिए मार्केट में कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं. आज हम ऐसे ही एक विकल्प, यानी फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) डेरिवेटिव्स के बारे में जानेंगे. यह आपको केवल स्टॉक नहीं, बल्कि कृषि वस्तुओं, पेट्रोलियम, सोना, मुद्रा आदि में भी ट्रेडिंग करके पैसा कमाने का मौका देता है. इससे आपको कीमतों में उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने में मदद मिलती है.

फ्यूचर्स (Futures) क्या होता है?

कई प्रकार के डेरिवेटिव (derivative) में से एक प्रकार है फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट. इस प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट में खरीदार (या विक्रेता) किसी विशेष संपत्ति की एक निश्चित मात्रा को भविष्य की तारीख में एक विशिष्ट कीमत पर खरीदने (या बेचने) के लिए सहमत होता है.

उदाहरण से समझते हैंः आपने एक फिक्स्ड तारीख पर XYZ कंपनी के 50 शेयरों को 100 रुपये में खरीदने के लिए एक फ्युचर कोन्ट्राक्ट खरीदा है. जब ये कॉन्ट्रैक्ट की एक्स्पायरी होगी तब आप उसकी मौजूदा कीमत के बावजूद, 100 रुपये पर ही शेयर प्राप्त करेंगे. यहां तक कि अगर कीमत 120 रुपये तक जाती है, तो भी आपको प्रत्येक शेयर 100 रुपये पर मिलेगा, जिसका मतलब है कि आप 1,000 रुपये का शुद्ध लाभ कमाते हैं. यदि शेयर की कीमत 80 रुपये तक गिरती है, तो भी आपको उन्हें 100 रुपये पर खरीदना होगा, ऐसे में आपको 1,000 रुपये का नुकसान होगा.

ऑप्शंस (Options) क्या होते हैं?

डेरिवेटिव्स के अन्य एक प्रकार को ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट कहते हैं. यह फ्युचर ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? कोन्ट्राक्ट से थोड़ा अलग है जिसमें एक खरीदार (या विक्रेता) को एक विशिष्ट पूर्व-निर्धारित तिथि पर एक निश्चित कीमत पर एक विशेष संपत्ति खरीदने (या बेचने) का अधिकार देता है, लेकिन ऐसा करना उसका दायित्व नहीं होता. ऑप्शंस दो तरह के होते हैं, कॉल ऑप्शंस और पुट ऑप्शंस.

कॉल ऑप्शन – मान लें कि आपने एक निश्चित तिथि पर XYZ कंपनी के 50 शेयर 100 रुपये पर खरीदने के लिए कॉल ऑप्शन खरीदा है, लेकिन शेयर की कीमत एक्स्पायरी के वक्त 80 रुपये तक गिर जाती है, और आप 1,000 रुपये के नुकसान में चले जाते हैं. तब आपके पास 100 रुपये में शेयर नहीं खरीदने का अधिकार है, इसलिए सौदे पर 1,000 ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? रुपये खोने के बजाय, आपको केवल कॉन्ट्रैक्ट के लिए चुकाए गए प्रीमियम का नुकसान होगा, जो बहुत कम होता है.

पुट ऑप्शंस – इस प्रकार के ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट में आप भविष्य में एक सहमत मूल्य पर संपत्ति बेच सकते हैं, लेकिन ऐसा करना आपका दायित्व नहीं. यदि आपके पास XYZ कंपनी के शेयरों को भविष्य की तारीख में 100 रुपये पर बेचने का विकल्प है, और समाप्ति तिथि से पहले शेयर की कीमतें 120 रुपये तक बढ़ जाती हैं, तो आपके पास शेयर को 100 रुपये में नहीं बेचने का विकल्प है, ऐसे में आप 1,000 रुपये के नुकसान से बच सकते हैं.

फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंगः

फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) का एक फायदा यह है कि आप इन्हें विभिन्न एक्सचेंजों पर स्वतंत्र रूप से व्यापार कर सकते हैं. आप स्टॉक एक्सचेंजों पर स्टॉक F&O का व्यापार कर सकते हैं, कमोडिटी एक्सचेंजों पर कमोडिटी आदि. F&O ट्रेडिंग में आपको 1 लाख रुपये के शेयर या कमोडिटी में ट्रेडिंग करने के लिए केवल 10,000 रुपये की जरूरत पड़ती है, क्योंकि आपको उसका पूरा दाम चुकाने के बजाय 10-30% मार्जिन पर सौदा करने का मौका मिलता है. आप किसी वस्तुओं को खरीदे बिना उसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकते हैं.

F&O ट्रेडिंग में जोखिमः

फ्यूचर्स बाजार में हेजिंग का टूल नहीं है यानी इसमें सौदे को ओपन (खुला) छोड़ते हैं या फिर स्टॉप लॉस लगाते हैं. स्टॉप लॉस न लगाया तो नुकसान ज्यादा होता है, जबकि पुट ऑप्शन में खरीदे हुए सौदे को हेज कर सकते हैं.

ऐसे करते हैं Options Trading, बाजार गिरे या चढ़े, आप बनें ऑप्शन्स के खिलाड़ी

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। बाजार में कमाई के लिए एक नहीं, कई बातें अहम होती हैं। इसमें सबसे अहम होता है कि आपका निवेश का फैसला. क्योंकि इसी से तय होता है कि आप कमाएंगे या गवाएंगे। वहीं दूसरी सबसे बड़ी बात होती है कि आप कितनी तेजी से ऑप्शन से जुड़े फैसले लेते हैं। इससे तय होता है कि आप किसी मौके का फायदा उठा सकते हैं या नहीं और तीसरी सबसे अहम बात होती है कि आप सौदे करने के बदले कितना पैसा चुका रहें हैं, क्योंकि इससे तय होता है कि आप वास्तव में कितना मुनाफा घर ले जाएंगे।

growth and dividend options in mutual funds

ट्रेडिंग में इतनी शर्तों के साथ संभव है कि आपका ट्रेडिंग ट्रेडिंग लागत कैसे कम करें? करने का जोश ही खत्म जाए। लेकिन टेंशन न लें, हम आपको बताते हैं 5paisa की दो खास पेशकश के बारे में, जहां आपको इन सभी बातों के कारगर हल मिल जाएंगे।

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5paisa से जितनी ट्रेड उतनी बचत

5paisa का अल्ट्रा ट्रेडर पैक आपकी ट्रेडिंग की लागत घटाता है और इससे आपका रिटर्न और बेहतर बन जाता है। पैक के जरिए सब्सक्रिप्शन लेने पर आपको सिर्फ 999 रुपये में 1000 रुपये के ब्रोकरेज रिवर्सल का फायदा मिलता है. वहीं कितना भी बड़ा ऑर्डर हो हर ऑर्डर पर सिर्फ 10 रुपये प्रति ऑर्डर का एक समान ब्रोकरेज लगता है. यही नहीं फ्री इक्विटी डिलीवरी सहित कई और फायदे मिलते हैं। यानी 5 Paisa के साथ जितना ज्यादा ट्रेड करते हैं उतनी ही सेविंग होती है।

Limit Market and Day order In the stock market

5paisa के ये फीचर्स हैं ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए खास, देखें वीडियो-

What is Systematic Investment Plan, Know its benefits

बाजार गिरे या चढ़े आप बनें खिलाड़ी

5paisa के 'क्विक ऑप्शन ट्रेड' फीचर के साथ अब आपकी ऑप्शन ट्रेडिंग बेहद आसान हो जाती है। भले ही बाजार गिर रहा हो या चढ़ रहा हो, इसके साथ आपको 3 ऑप्शन ट्रेड की सलाह मिलती है। इसकी मदद से आप सिर्फ राइट या लेफ्ट स्वाइप की मदद से ही अपने ट्रेड पूरे कर सकते हैं। साथ ही पूरे समय ट्रेड पर नजर रखने की भी जरूरत नहीं है। पहले से ही टार्गेट प्राइस और स्टॉप लॉस रखकर आप इस टेंशन से भी मुक्त हो जाते हैं।

Stock Market Investment: what is Upper and lower circuit

आपको बता दें कि ऑप्शन्स दो तरह के होते हैं, कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन। इंडेक्स या शेयर में तेजी का रुख रखने वाले निवेशक कॉल ऑप्शन्स खरीदते हैं। इंडेक्स या शेयर में मंदी का रुख़ रखने वाले निवेशक 5paisa के साथ पुट ऑप्शन्स ख़रीदते हैं और कमाई करते है। स्ट्राइक रेट के हिसाब से कॉल, पुट के भाव अलग-अलग होते है। स्ट्राइक रेट यानी वो भाव जिस पर आप शेयर या इंडेक्स को छोटी अवधि में पहुंचता हुआ देखते हैं।

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