बाजार का शोर

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नक्सलियों में बस में तोड़फोड़ कर लगाई आग,फेंके पर्चे
कांकेर ।नक्सल प्रभावित जिला कांकेर में एक बार फिर नक्सलियों ने उत्पात मचाया है। करीब 15 से 20 नक्सलियों ने एक बस में तोड़फोड़ कर उसे आग के हवाले कर दिया। वहीं मौके पर पर्चे भी फेंके है। जिसमें कई अहम बातों को लेकर विरोध जताया है। दूसरी ओर नक्सलियों की इस हरकत से इलाके में दहशत का माहौल है।
मीडिया रिपोर्ट अनुसार यह घटना कोयलीबेड़ा थाना के बाजार वाले इलाके की है। बताया जा रहा रहा हथियार बंद नक्सलियों ने बस को रोककर पहले यात्रियों का बाहर निकाला इसके बाद उसमें तोड़फोड़ शुरू कर दी। बस में आग लगा दी। इसके बाद नक्सली पर्चे फेंके कर वहां से भाग निकले। इस घटना से लोगों में दहशत है।
नक्सलियों की इस कायराना करतूत के बाद से इलाके में पुलिस की टीम अलर्ट हो गई है। बता दें कि कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट में उपचुनाव का शोर है। बीजेपी और कांग्रेस के आला नेता प्रचार प्रसार की तैयारी में ऐसे में जिले में नक्सली वारदात सामने आने से हड़कंप मच गया है। फिलहाल इस घटना के बाद से इलाके में सुरक्षाकर्मियों की निगरानी तेज कर दी है।
110 km हाई रेंज इलेक्ट्रिक स्कूटर ने बाजार में मचाया तहलका, इतनी कम कीमत में मिलेंगे बेहद एडवांस बाजार का शोर फीचर्स!
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110 km हाई रेंज इलेक्ट्रिक स्कूटर ने बाजार में मचाया बाजार का शोर तहलका, इतनी कम कीमत में मिलेंगे बेहद एडवांस फीचर्स! – भारतीय बाजार में नए इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनियां आए दिन नए फीचर्स के साथ नए इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च कर रही हैं।
इस तरह दिया अंजाम
शिव पार्वती हॉस्टल में रहने वाली प्रियंका 15 नवंबर की बाजार का शोर दोपहर करीब 1:30 बजे एक बार फिर आशीष साहू की एजेंसी पहुंची और अपना पैसा मांगने लगी। दुकान के बाहर शोर मचाने पर आशीष साहू उसे दुकान के भीतर ले गया और शटर गिरा कर धीरे बात करने की बात कही लेकिन प्रियंका चिल्लाती रही। आशीष साहू का कहना है कि प्रियंका की हत्या करने का उसका कोई इरादा नहीं था लेकिन अचानक परिस्थितियां ऐसी बन गई जो उसकी खुद समझ में नहीं बाजार का शोर आयी। पहले तो उसने प्रियंका की आवाज दबाने उसके मुंह में दुकान में मौजूद रूई ठूंस दिया और फिर भी जब वह नहीं मानी तो उसका गला दबा दिया। प्रियंका का जिस्म शांत हो गया तो आशीष साहू के होश उड़ गए। उसने प्रियंका की लाश को अपने ही दुकान में फ्रिज के पीछे छुपा दिया।
15 नवंबर को प्रियंका के अचानक गायब हो जाने के बाद उसके परिजन परेशान होने लगे। सहेलियों से भी कुछ पता नहीं चला तो प्रियंका का भाई हिमांशु सिंह 16 तारीख को बिलासपुर पहुंचा। दिलचस्प बात यह है कि कोतवाली थाने में जब हिमांशु , प्रियंका की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने गया तो उसके साथ उसका कातिल आशीष साहू भी था। (Bilaspur Priyanka Murder Case)
जब पुलिस ने तलाशी शुरू की
सीसीटीवी में प्रियंका आशीष साहू की एजेंसी में जाती नजर आई। पुलिस को शुरू से ही आशीष पर शक था लेकिन वह पुलिस को बरगलाने में कामयाब रहा। कोतवाली पुलिस की टीम जब आशीष साहू के एजेंसी गई थी, उस वक्त वहां प्रियंका की लाश फ्रिज के पीछे पड़ी थी। बताया जा रहा है कि उस वक्त एजेंसी में बदबू भी महसूस की गई तो आशीष ने बताया कि दुकान में चूहे मर गए हैं , इसलिए बदबू आ रही है । बदबू छुपाने वह लगातार रूम फ्रेशनर और अगरबत्तियों का इस्तेमाल करता रहा, लेकिन उसे पता चल गया कि अधिक बाजार का शोर दिन तक ऐसा करना संभव नहीं इसलिए उसने लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। आशीष साहू प्रियंका की लाश को कहीं सुनसान में ले जाकर जला देना चाहता था।
(बाजार का शोर Bilaspur Priyanka Murder Case) शनिवार तड़के करीब 4 बजे वह अपनी कार लेकर एजेंसी पहुंचा, जहां उसने प्रियंका सिंह की 4 दिन पुरानी लाश को चादर में लपेटा और उसे अपनी कार की पिछली सीट पर रखकर कस्तूरबा नगर स्थित अपने बाड़ी में ले गया। पता चला कि आशीष साहू शनिवार रात को प्रियंका सिंह की लाश को जलाकर ठिकाने लगाने की योजना बना चुका था, लेकिन वह ऐसा कर पाता इससे पहले ही पकड़ा गया। 4 दिन पुरानी लाश को उसने कार में रखकर मोहल्ले में छोड़ दिया। बाजार का शोर जिससे उठती बदबू ने उसका राज का पर्दाफाश हो गया। पता चला है कि सबूत छुपाने के लिए आशीष साहू ने प्रियंका का मोबाइल तारबाहर अंडर ब्रिज के पास नाली बाजार का शोर में फेंक दिया था। पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है। कस्तूरबा नगर निवासी आशीष साहू ने चौकसे कॉलेज से फार्मेसी किया है जिसके बाद उसने दयालबंद में सिटी फार्मेसी के नाम से मेडिकल स्टोर खोला था। वही साल 2020 में उसकी शादी हो गई थी । शुरू में कहा जा रहा था कि प्रियंका और आशीष साहू के बीच प्रेम संबंध है लेकिन अब पता चला है कि प्रियंका और उसके बीच केवल व्यापारिक संबंध थे। प्रियंका का बॉयफ्रेंड कोई और है। इस घटना की जानकारी होने पर बॉयफ्रेंड खुद बिलासपुर पहुंचा था। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि प्रियंका के बॉयफ्रेंड ने भी आशीष साहू की मदद से शेयर बाजार में 3 लाख रुपये निवेश किए थे।
इस तरह हुई दोस्ती
प्रियंका होनहार विद्यार्थी थी इसीलिए वह PSC की तैयारी कर रही थी। बताते हैं कि प्रियंका सबकी खूब मदद भी करती थी। अपने उदार स्वभाव के लिए प्रियंका सहेलियों के बीच भी लोकप्रिय थी । (Bilaspur Priyanka Murder Case) पंजाबी कॉलोनी में टुटेजा ट्यूटोरियल्स में पढ़ाई करने के दौरान प्रियंका अपनी गाड़ी सिटी फार्मेसी मेडिकल स्टोर के सामने खड़ा करती थी। जिस वजह से उसकी आशीष से दोस्ती हुई थी। प्रियंका होशियार होने के बावजूद यह नहीं समझ पाई कि शेयर बाजार में केवल मुनाफा नहीं होता। कभी-कभी घाटा भी होता है, लेकिन उसने नासमझी दिखाते हुए घाटे के बावजूद पहले की ही तरह 40% लाभांश के साथ पैसा देने की जिद जारी रखी। इतना ही नहीं, वह अकेले ही आशीष की एजेंसी में जाकर वसूली करने का दुस्साहस कर बैठी, जो उसकी मौत की वजह बनी।
(Bilaspur Priyanka Murder Case) रविवार को प्रियंका का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया है। वहीं पुलिस मर्डर सीन रीक्रिएट करने आशीष साहू को लेकर दयालबंद उसके सिटी फार्मेसी पहुंची। वैसे दिल दहला देने वाली इस घटना से बहुत कुछ सबक लिया जा सकता है। इस मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि प्रियंका की हत्या करने के बाद शातिर आशीष साहू उसके भाई और बॉयफ्रेंड के साथ थाने रिपोर्ट लिखाने जाता रहा। प्रियंका को ढूंढने में उनकी मदद करता रहा। बार-बार पुलिस की पूछताछ में भी पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन पुलिस को उस पर शक होने लगा था। घटना के बाद से उसकी दुकान बंद थी। उसके दुकान से से बदबू भी महसूस की गई थी । सीसीटीवी फुटेज में प्रियंका आखरी बार उसके एजेंसी में जाती दिखी थी। बयान के बाद जब पुलिस ने सीसीटीवी देखी तो शनिवार तड़के आशीष साहू लाश को ठिकाने लगाता भी नजर आ गया।
महराजगंज: ज्वेलरी की दुकान में सेंधमारी, चोरों ने लाखों के जेवरों पर किया हाथ साफ
सिसवा बाजार (महराजगंज): मिली जानकारी के अनुसार सिसवा-निचलौल मार्ग पर स्थित सबया ढाला पर शुक्रवार की आधी रात चोरों ने ज्वेलरी की दुकान के पिछले भाग में सेंधमारी कर लाखों रूपये के जेवरात तथा कुछ नकदी उड़ा ले गए। चोर दुकान में लगे सीसीटीवी व उसके अन्य उपकरणों को भी साथ ले गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ज्वेलरी की दुकान के पीछे बाजार का शोर एक मुर्गी फार्म है जहां पुरूषोत्तम नाम का चौकीदार काम करता है। चोरों द्वारा सेंधमारी की आहट मिलने पर चौकीदार ने शोर मचाने की कोशिश की तो चोरों ने चौकीदार को दुकान के पीछे आम के बगीचे में पेड़ से बांधकर बेहरमी से पिटाई कर उसे अधमरा कर दिया।
राजघाट पुल पर ई-रिक्शा छोड़ कर गंगा में कूदा चालक, हो रही बाजार का शोर तलाश
वाराणसी (Varanasi) , . वाराणसी (Varanasi) -चंदौली को जोड़ने वाले राजघाट पुल (मालवीय पुल) से सोमवार (Monday) को एक ई-रिक्शा चालक ने वाहन रोककर गंगा नदी में छलांग लगा दी. यह देख राहगीरों ने शोर मचाया तो मौके पर भीड़ जुट गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस (Police) ने चालक के ई-रिक्शा, मोबाइल को अपने कब्जे में लेकर गोताखोरों को बुलाया. वाहन से चालक की शिनाख्त होने पर परिजनों को घटना की जानकारी दी गई.
वाराणसी (Varanasi) के बड़ी बाजार (जैतपुरा) निवासी इमरान अहमद (22) वल्द मो. हारून एक साल से ई-रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. प्रतिदिन की भांति आज भी ई-रिक्शा लेकर इमरान घर से निकला. घर से निकलने के बाद इधर-उधर घुमने के बाद ई-रिक्शा से राजघाट पुल पर पहुंचा. वाहन को किनारे कर मोबाइल और चप्पल सीट पर रख वाहन से उतरा. कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद गंगा में कूद गया. राहगीरों ने घटना की जानकारी पुलिस (Police) को दी. पुल पर पहुंचे परिजनों ने पूछताछ में बताया कि कुछ दिनों से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी.