एथेरियम क्यों

एथेरियम क्यों
Ethereum जिसे Ether भी कहा जाता है। यह एक डिजिटल मुद्रा है और अगर कोई आप से पूछे कि Ethereum क्या है तो आप कह सकते हैं कि ये दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा वैल्युएबल डिजिटल मनी है। ये जिस टेक्नोलॉजी पर काम करता है उसे Ethereum Blockchain कहा जाता है। जिसका उपयोग Ethereum Network पर Smart Contract के संचालन के लिए किया जाता है।
Bitcoin की तरह Ethereum Network और Ether Token किसी भी सरकार या बैंक द्वारा जारी या नियंत्रित नहीं किए जा सकते। यह एक खुला नेटवर्क है जिसे इसके उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रबंधित किया जाता है। 2016 में Ethereum को दो अलग-अलग ब्लॉकचेन Ethereum और Ethereum Classic में विभाजित किया गया था। सितंबर 2019 तक बिटकॉइन के पीछे अथर्व दूसरी सबसे बड़ी Virtual currency थी।
बात करें अगर Ethereum के वैल्यूएशन की तो 1 Ethereum, 1900 डॉलर के बराबर है। यह वैल्यूएशन हमेशा उपर नीचे होता रहता है। और Ethereum current market cap लगभग 231.98 बिलियन डॉलर है।
- 5 Best Cryptocurrency Exchanges in India 2022
Ethereum को किसने बनाया
सबसे पहले एथेरियम क्यों एक 19 साल के बिटकॉइन प्रोग्रामर जिनका नाम Vitalik Buterin है, इन्होंने साल 2013 में Ethereum को दुनिया के सामने लाया। यह Canada के निवासी हैं लेकिन इनका जन्म Russia में हुआ था।
- Vitalik Buterin को Ethereum का सेटअप करने में 2 साल लगा था।
- Vitalik Buterin और Canadian entrepreneur के साथ मिलकर Ethereum Switzerland GmBH की शुरुवात एक साल बाद की।
- Vitalik Buterin ने Ethereum को कुछ इस प्रकार इंप्रूव किया कि यह बिटकॉइन से ज्यादा बेहतर है।
Bitcoin के जैसे ही यह एक Decentralised Payment Network है। जिसकी अपने Cryptography currency है। जिसे हम दुनिया में किसी भी जगह है इंटरनेट की मदद से भेज सकते हैं और ऐसा करने में हमें किसी थर्ड पार्टी या बैंक पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
Ethereum Smart Contract क्या है?
स्मार्ट कांटेक्ट का उपयोग कंप्यूटर कोड का वर्णन करने के लिए किया जाता है जोकि धन-संपत्ति शेयर या मूल्य के कुछ भी आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान कर सकता है। Contract को कोड मैं लिखा जाता है, जिसे Creator Blockchain में अपलोड करते है।
जब किसी Contracts को execute किया जाता है तब सभी nodes जोकि नेटवर्क में मौजूद है उसे रन करते है, जिसके बाद ब्लॉकचैन में अपलोड किया जाता है और ऐसे ही उन्हें सार्वजनिक खाते में रखा जाता है। जोकि सैद्धांतिक रूप से Temper Proof होते हैं।
सभी कंप्यूटर्स जो इस नेटवर्क में स्थित है, वह सारे ट्रांजैक्शंस को ट्रैक कर रही होती है। इसलिए इसमें छेड़छाड़ करना संभव नहीं है। यदि कोई छेड़छाड़ करता भी है तो तुरंत सभी को पता चल जाता है।
Ethereum सुरक्षित है या नही?
एथेरियम परियोजना को विभिन्न चरणों में बनाया गया है। वर्तमान में यह परियोजना दो चरण हैं। जिसे “होमस्टेड” कहा जाता है। एथेरियम नेटवर्क के विकास के लिए क्रमशः 4 सुनियोजित चरण है।
- फ्रंटियर
- होमस्टेड
- मेट्रोपोलिस
- सीनिटी
हालांकि एथेरियम अभी एक प्रौद्योगिक तकनीक है। क्योंकि यह प्रोग्राम अभी वर्चुअल मशीन पर चलाने की अनुमति देता है इसलिए यह संभव है कि कुछ चीजें अभी भी गलत हो सकती है।
Ethereum का फ्यूचर क्या है?
दोस्तों अगर बात करें एथेरियम के फ्यूचर के बारे में तो निवेशकों का मानना है कि जिस तरह से एथेरियम का दिन प्रतिदिन ग्रोथ हो रहा है उसी हिसाब से आने वाले समय में एथेरियम में इन्वेस्ट करने के लिए सोचना नहीं पड़ेगा।
एथेरियम के तेज वृद्धि होने का कारण एक यह भी है कि इसमें बड़ी बड़ी कंपनियां जैसे माइक्रोसॉफ्ट, जेपी मॉर्गन चेज आदि ने निवेश किया है।
Ethereum और Bitcoin में अंतर
- बिटकॉइन एक तरह की करेंसी है और एथेरियम एक टाइप का लेजर टेक्नोलॉजी है जो कंपनी नए प्रोग्राम बनाने के लिए इस्तेमाल करती है।
- बिटकॉइन कम रॉबस्ट है और इसका वजन 1 पॉइंट जीरो है वही एथेरियम ज्यादा रॉबस्ट है और इसका वजन 2.0 है।
- एथेरियम में बिटकॉइन के मुकाबले माइनर्स ज्यादा प्रॉफिट कमाते हैं।
- क्रिप्टो करेंसी क्या है? यह कैसे काम करती है?
Ethereum के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
प्रश्न. एथेरियम कौन से देश से आया है?
उत्तर. मूल रूप से एथेरियम स्विट्जरलैंड के एक स्विस कंपनी ने स्थापित किया है। यह 2014 जून में Ethereum को डिवेलप करने के लिए बनाया गया था।
प्रश्न. कितने लोग एथेरियम का उपयोग करते हैं?
उत्तर. लगभग 121.5 मिलियन लोग एथेरियम का यूज़ करते हैं। और यह दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।
प्रश्न. एथेरियम इतना पॉपुलर क्यों है?
उत्तर. एथेरियम एक बहुत ही आकर्षित करने वाली क्रिप्टो करेंसी है। इधर एक बहुत ही स्पेशल करेंसी है क्योंकि यह ऑनलाइन पेमेंट करने में किसी करेंसी का यूज नहीं करती। यह एथेरियम टोकन का यूज करता है ट्रांजैक्शन करने के लिए जिसे Smart Contract भी कहते हैं।
Crypto Price: 20 हजार डॉलर के पार BitCoin, एक हफ्ते में 26% मजबूत हुआ यह क्रिप्टो, चेक करें टॉप-10 करेंसीज के लेटेस्ट भाव
Crypto Price: क्रिप्टो मार्केट में आज शानदार रूझान दिख रहा है। अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज के भाव में तेजी है
BitCoin के भाव एक हफ्ते में सात फीसदी से अधिक मजबूत हुए तो दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम (Ethereum) के भाव 19 फीसदी से अधिक उछले हैं।
Crypto Price: क्रिप्टो मार्केट में आज (27 अक्टूबर) शानदार रूझान दिख रहा है। अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज के भाव में तेजी है। मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (BitCoin) में थोड़ी कमजोरी तो दिख रही है लेकिन इसके भाव 20 हजार डॉलर के पार हैं। वहीं दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम (Ethereum) भी एक फीसदी से अधिक की तेजी के साथ 1500 डॉलर के पार है।
बिटकॉइन के भाव अभी 20,608.77 डॉलर (17 लाख रुपये) है। पिछले 24 घंटे में इसमें 0.12 फीसदी की गिरावट आई है। पूरे क्रिप्टो मार्केट की बात करें तो पिछले 24 घंटे में वैश्विक मार्केट कैप में 0.32% की तेजी आई है और यह 99.91 हजार करोड़ डॉलर (82.31 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया है।
भविष्य में ये क्रिप्टोकरेंसी हो सकती है नंबर-1, है बिटकॉइन को पछाड़ने का दम?
बीते कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में बहुत ज्यादा उथल-पुथल रही है. इस दौरान बिटकॉइन जैसी मजबूत क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में 50% तक की गिरावट देखी गई है. इसके बाद से एक्सपर्ट्स को चिंता सताने लगी है कि क्या बिटकॉइन क्रिप्टो मार्केट की सरताज बनी रहेगी. (All Photos : File/Getty/Reuters)
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में हाल के उतार-चढ़ाव के दौरान बिटकॉइन की वैल्यू ने 65,000 डॉलर के ऑल-टाइम हाई लेवल को छुआ, लेकिन ये डिजिटल करेंसी इस लेवल पर ज्यादा देर टिक नहीं सकी. इसकी वैल्यू ने लगभग 50% का गोता लगाया और ये 30,000 डॉलर प्रति बिटकॉइन रह गई.
कॉइनगेको का डेटा दिखाता है कि बिटकॉइन का मार्केट शेयर भी गिरा है. 2020 की शुरुआत से पहले क्रिप्टोमार्केट में बिटकॉइन 70% क्रिप्टो मार्केट पर राज करता था. अब ये घटकर 42% पर आ गया है. अगर डॉलर के टर्म में देखें तो पूरे क्रिप्टोमार्केट की वैल्यू में कुल बिटकॉइन की वैल्यू 1,600 अरब डॉलर की रह गई है.
बिटकॉइन की वैल्यू में गिरावट की दो बड़ी वजह है. इनमें से एक चीन का क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नियम कड़े करना. दूसरी वजह हैं टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क. बिटकॉइन को एथेरियम क्यों लेकर उनके बार-बार अपना रुख बदलने से इस डिजिटल करेंसी की वैल्यू को काफी चोट पहुंची है. लेकिन वो कौन सी करेंसी है जो बिटकॉइन को लगातार चुनौती दे रही है.
बिटकॉइन के बाद बाजार में एथेरियम को दूसरे नंबर की क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है. ये लगातार बिटकॉइन की नंबर एक की पदवी को चुनौती दे रही है. बीते एक साल में एथेरियम की वैल्यू में 900% की ग्रोथ हुई है जबकि बिटकॉइन मात्र 275% चढ़ा है.
मार्केट शेयर के मामले में भी एथेरियम ने अपने आप का मजबूत किया है. इसने मई महीने में बिटकॉइन से 350 अरब डॉलर का अंतर कम किया है. इस तरह इसकी हिस्सेदारी तो बढ़ी है, हालांकि ये अभी भी बिटकॉइन से काफी पीछे है.
बिटकॉइन और एथेरियम की वैल्यू में गिरावट को अगर देखा जाए तो तो मई महीने में एथेरियम मात्र 11% गिरा है. जबकि बिटकॉइन की वैल्यू में 37% तक की गिरावट देखी गई है. एक्सपर्ट्स एथेरियम के मजबूत होने की क्या वजह मानते हैं.
एथेरियम में निवेश करने वाले निवेशक और विशेषज्ञों का मानना है कि इस डिजिटल करेंसी के लगातार मजबूत होने की दो बड़ी वजह हैं. पहला ब्लॉकचेन बेस्ड फाइनेंशियल सर्विसेस की लोकप्रियता बढ़ना. दूसरा एथेरियम की टेक्नोलॉजी में होने जा रहा एक बड़ा अपग्रेड जो उसके काम करने के तरीके को बदल देगा.
डिजिटल करेंसी को माइन करने और मेंटेन करने में काफी ऊर्जा की खपत होती है. एथेरियम अपनी टेक्नोलॉजी में जो अपग्रेड करने जा रहा है उससे इसे चलाने में उपयोग होने वाली ऊर्जा में 99.5% तक की बचत होगी. जबकि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दे का सामना करना पड़ सकता है. इससे भविष्य में संभावना है कि ज्यादा लोग एथेरियम में निवेश करें.
आखिर क्यों गिर रहा है क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार, क्या जानते हैं भारत में रोजाना कितना का है इसका बिजनेस
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: Jul 05, 2021 | 11:20 AM
बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में मिला जुला करोबार कर रहे हैं. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप 1.37 ट्रिलियन डॉलर है. जो हाल के दिनों की तुलना में कम है. रॉयटर्स के मुताबिक, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज बिनेंस ने 30 जून को कहा कि उसके प्लेटफॉर्म से स्टर्लिंग निकासी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. ग्राहक अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ डिजिटल क्वॉइन भी खरीद सकते हैं.
स्टेबल कॉइन्स के वॉल्युम की बात करें तो यह 61.71 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे में कुल क्रिप्टो मार्केट में स्टेबल कॉइन्स की हिस्सेदारी 74.32 फीसदी है.
एलन मस्क के ट्वीट से गिरा था बिटक्वॉइन
बीते 24 घंटे में क्रिप्टो मार्केट वॉल्युम 83.03 अरब डॉलर रहा है. पिछले दिन के मुकाबले इसमें 6.07 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले महीने जब बिटक्वॉइन समेत दुनिया की शीर्ष 30 क्रिप्टो करेंसी में गिरावट आई थी, तो चीन में इसके लेकर हुई सख्ती को वजह बताया गया था.
बिटक्वॉइन की कीमतों में आई गिरावट की एक वजह टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव अफसर एलन मस्क का ट्वीट को भी बताया गया. वहीं, बिटक्वॉइन को लेकर चीन सख्ती अभी भी जारी है.
कई देशों ने बैन किया क्रिप्टो का कारोबार
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसमें ईरान और सऊदी अरब शामिल है. वहीं, भारत, रूस, ब्राजील समेत कई ऐसे देश हैं, जो अभी भी डिजिटल एसेट को लेकर विचार की ही स्थिति में हैं. इनकी तरफ से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चीन सख्त
चीन का रवैया हमेशा से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत ही सख्त रहा है. 2013 में चीन के केंद्रीय बैंक ने वित्त संस्थाओं को बिटक्वॉइन से जुड़े ट्रांजेक्शन को रोक दिया था. चीन में क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग बंद होने का बड़ा असर इसकी कीमतों पर पड़ा. क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में चीन की 70 फीसदी तक की हिस्सेदारी है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, कुछ माइनर्स चीन से अपना करोबार कजाकिस्तान जैसे देशों में शिफ्ट कर रहे हैं.
भारत में है बड़ा कारोबार
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो का कारोबार भारत में भी बढ़ा है. देश में कुल 15 क्रिप्टो एक्सचेंज बिजनेस कर रहे हैं. बताया जाता है कि इनका रोजाना का कारोबार करीब 1500 करोड़ रुपये का है. भारत में इस समय करीब एक करोड़ एक्टिव इन्वेस्टर हैं, जो इसमें ट्रेडिंग कर रहे हैं.
बिटकॉइन और एथेरियम का इस्तेमाल क्या है? (Bitcoin and Ethereum Uses)
Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
बिटकॉइन और एथेरियम का कोई इस्तेमाल नहीं है ! यह कहीं इस्तेमाल नहीं होता ,यह एक जुआ है,यह एक बबल है जो कभी भी फट जाएगा और ऐसी ही बहुत सी बातें करते हुए लोग आपको मिल जाएंगे।क्रिप्टो बाजार में आज हर वह व्यक्ति जिसे क्रिप्टो की थोड़ी सी भी जानकारी हो गयी है वह अपना कॉइन निकल रहा है और जब उस से पूछा जाता है की उसने यह कॉइन या टोकन क्यों बनाया और इसका क्या इस्तेमाल है या होगा तो वह कहते हैं की बिटकॉइन और एथेरियम का क्या इस्तेमाल है? कुछ भी नहीं यह तो बस ट्रेड के लिए काम आता है बस इतना ही।
आइए इस विषय पर गहराई से बात करते हैं और देखते हैं की क्या सही में बिटकॉइन और एथेरियम का कोई इस्तेमाल नहीं हैं ?
2009 में जब बिटकॉइन की शुरुआत की गई और इसका श्वेत पत्र (वाइट पेपर) बनाया गया तो उसमें सबसे ऊपर लिखा गया था पेअर तो पेअर इलेक्ट्रॉनिक कॅश सिस्टम।फिर सातोशी नकामोटो ने जनवरी 2009 में बिटकॉइन का पहला ब्लॉक बनाया और 50 बिटकॉइन रिवॉर्ड को निकाला और 12 जनवरी हाल फिन्नी(Hal Finney) वह पहले व्यक्ति थे जिन्हें सबसे पहला बिटकॉइन ट्रांसफर किया गया।अब प्रश्न है की यह लेनदेन क्यों किया गया?हाल फिन्नी का क्रिप्टो में बहुत बड़ा योगदान रहा है इसके लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं
https://en.wikipedia.org/wiki/Hal_Finney_(computer_scientist)।बिटकॉइन को कई तकनीकों के मिश्रण से बनाया गया है और यह संभव है की हाल फिन्नी को उनकी तकनीक बिटकॉइन को बनाने के लिए इस्तेमाल करने के बदले में शुरुआती बिटकॉइन दिया गया हो।यहाँ से शुरू होती है बिटकॉइन के इस्तेमाल की कहानी क्योंकि हम किसी को दो मुख्य कारणों से पैसा देते हैं- पहला जब हम किसी से कोई उत्पाद खरीदते हैं और दूसरा जब हम किसी की कोई सेवा खरीदते हैं।तो पहला बिटकॉइन जो हाल फिन्नी को दिया गया वह था उनकी सेवा या उनके द्वारा बनाई गई तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए।17 मार्च 2010 में bitcoinMarke.com पहली क्रिप्टो एक्सचेंज बनी जहां से बिटकॉइन को ख़रीदा बेचा जा सकता था।इसके ठीक पांच दिन बाद 22 मई 2010 के दिन Laszlo Hanyecz वह पहले व्यक्ति बने जिन्होंने पिज़्ज़ा खरीदने के बदले 10,000 बिटकॉइन दिया जिसे बिटकॉइन पिज़्ज़ा डे के तौर पर हर साल मनाया जाता है।
विटालिक बुटेरिन जो आज एथेरियम के संस्थापक के तौर पर जाने जाते हैं उन्होंने जब बिटकॉइन के बारे में जाना और समझा तो वह बिटकॉइन चैट फोरम पर एक व्यक्ति से मिले जिसने विटालिक को अपनी वेबसाइट पर बिटकॉइन के बारे में ब्लॉग लिखने के लिए कहा और इसके बदले में विटालिक को 5 बिटकॉइन मिलते थे यानि सेवा के बदले जो कीमत दी जा रही थी वह एथेरियम क्यों बिटकॉइन में है।इस बीच बिटकॉइन की कई एक्सचैंजेस शुरू हुई जहां पर बिटकॉइन को ट्रेड किया जा सकता था।आज कॉइन मार्किट कैप पर 320 क्रिप्टो एक्सचेंज लिस्ट हैं और न जाने कितनी एक्सचेंज ऐसी हैं जो अभी यहाँ लिस्ट नहीं हैं।कॉइन मार्किट कैप का कुल वॉल्यूम आज की डेट में 324,436,484,406 डॉलर का है और यह सब बिटकॉइन के इस्तेमाल से ही है।अगर हम सिर्फ बिटकॉइन के मार्किट कैप की बात करें तो यह 190,285,321,987 डॉलर का है जो कई देशो की शेयर मार्किट से कही ज्यादा है।
बात सिर्फ एक्सचेंज पर ट्रेडिंग की ही नहीं है,अगर आप इस्तेमाल की बात करे तो आप बिटकॉइन से आज एटीएम द्वारा कई देशों की मुद्रा भी निकल सकते हैं।सारी दुनिया में बिटकॉइन की हज़ारो बिटकॉइन मशीने लगी हैं। Coca-Cola Amatil’s नेटवर्क के द्वारा आप ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में 2000 मशीनों से बिटकॉइन द्वारा पेमेंट दे कर कोका कोला ले सकते हैं।बहुत सी ब्लॉकचेन और क्रिप्टो की सेवाएं देने वाली कम्पनियां अपने कर्मचारियों को बिटकॉइन या दूसरी ट्रेड की जाने वाली क्रिप्टो को वेतन के तौर पर दे रही हैं। क्रिप्टो मीडिया और क्रिप्टो यूट्यूबर किसी भी कंपनी के लिए आर्टिकल या वीडियो के लिए पैसा भी क्रिप्टो में ही ले रहे हैं जिसमें बिटकॉइन और एथेरियम सबसे ऊपर है।
ईथर की बात करें तो विटालिक ने बिटकॉइन की ब्लॉकचेन की कुछ कमियों को दूर करने के लिए एथेरियम की ब्लॉकचेन को बनाया जहां पर ट्रांजक्शन तेज है और साथ ही स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा भी बहुत कुछ किया जा सकता है।इस ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करने के बाद कोई भी अपना टोकन बना सकता है।अगर सिर्फ एथेरियम की बात करें तो कॉइन मार्किट कैप पर यह पहले नंबर का ऑल्ट कॉइन है जिसका मार्किट कैप 36,766,727,254 डॉलर का है।किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेड के लिए बिटकॉइन के साथ साथ एथेरियम का पेअर होता ही है।आज वित्य संस्थानों का खरबो रुपया क्रिप्टो बाजार में लगा हुए है।एथेरियम की ब्लॉकचेन आज बाजार में नंबर एक है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के बाद अब Defi क्रिप्टो बाजार का नया प्रोडक्ट है और लगभग सभी DeFi प्रोजेक्ट एथेरियम की ब्लॉकचेन का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। इस्तेमाल की बात करें तो बिटकॉइन और एथेरियम निवेश के तौर पर हर एक क्रिप्टो निवेशक की पहली पसंद हैं। https://www.xceltrip.com/ और https://travelbybit.com/ के जैसे कई और प्लेटफार्म हैं जहां पर आप बिटकॉइन एथेरियम के अलावा भी कई और क्रिप्टो का इस्तेमाल होटल और हवाई यात्रा की बुकिंग के लिए कर सकते हैं।
आज अगर आप भारत देश की ही बात करें तो क्रिप्टो में ट्रेड करने के बाद लोग अपनी जीविका चला रहे हैं। बैंगलोर ,पूना,हैदराबाद ,गुरुग्राम और नॉएडा जैसे शहर ब्लॉकचेन और क्रिप्टो प्रोजेक्ट को बनाने और सेवाएँ देने का मुख्य आकर्षण बन गए हैं। यहाँ पर आईटी से पास हुए बच्चे हर महीने लाखों के पैकेज पर काम कर रहे हैं और इन्हें भी वेतन क्रिप्टो में दिया जाता है।आने वाले समय में जैसे जैसे लोगों को इस तकनीक के बारे में पता चलेगा वैसे वैसे क्रिप्टो का इस्तेमाल बढ़ता ही जाएगा।आपको याद होगा जब कम्पयूटर की शुरुआत हुई थी तो लोग इसे लेकर काफी असहज और शंकाए पाले हुए थे।ऐसे ही ऑनलाइन पंजीकरण और शोपिंग को ले कर पहले बहुत कठिनाई महसूस होती थी।क्या आज कम्पयूटर के बिना आप अपनी जिंदगी की कल्पना कर सकते हैं? ऐसा ही कुछ क्रिप्टो के साथ हो रहा है और जल्द ही आप सभी इसके लिए तैयार हो जाएंगे।
क्या अब भी किसी को यह शक है की बिटकॉइन और एथेरियम का इस्तेमाल क्या है ? अगर आपको कोई यह पूछे तो उसको यह आर्टिकल जरूर पढ़ने के लिए दें।
WazirX Warrior: Cryptonewshindi
Cryptonewshindi is one of the top crypto media platforms in the national language of India which is Hindi. We started our operations and worked with many big crypto brands. We helped in translating & explaining bitcoin Whitepaper in narrative language with WazirX’s support. Visit here for YouTube videos.
Disclaimer: Cryptocurrency is not a legal tender and is currently unregulated. Kindly ensure that you undertake sufficient risk assessment when trading cryptocurrencies as they are often subject to high price volatility. The information provided in this section doesn't represent any investment advice or WazirX's official position. WazirX reserves the right in its sole discretion to amend or change this blog post at any time and for any reasons without prior notice.