रिपल क्या है?

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रिपल में तीन दिन में 140 फीसदी की वृद्धि
नई दिल्ली : क्रिप्टोकरंसी की दुनिया में चार साल पहले दाखिल हुई रिपल छह महीने से 0.15 से 0.25 डॉलर (करीब 10 से 16 रुपये) के आसपास ट्रेड करने के बाद अब बिटकॉइन और लाइटकॉइन की राह पर निकल पड़ी है या यूँ कहिये कि आगे निकल गई है. पिछले तीन दिन में 141 प्रतिशत चढ़ गई. बता दें कि इस क्रिप्टोकरंसी ने सोमवार 11 दिसंबर से बुधवार 13 दिसंबर तक की ट्रेडिंग में यह मजबूती हासिल कर ली.
मिली जानकारी के अनुसार 14 दिसंबर को रिपल 0.24 डॉलर (करीब 15 रुपये) से बढ़कर 0.58 डॉलर (करीब 37 रुपये) तक पहुंच गई.इसी अवधि में क्रिप्टोकरंसी लाइटकॉइन की कीमत तो दोगुनी हो गई. लेकिन रिपल की कीमत में वृद्धि होने से इसने मार्केट कैपिटलाइजेशन में लाइटकॉइन को पीछे छोड़ दिया.
आपको जानकारी दे दें कि बिटकॉइन, इथेरियम और बिटकॉइन कैश के बाद रिपल चौथी बड़ी क्रिप्टोकरंसी है. रिपल की रचना 2012 में जेब मैकलेब ने की थी.रिपल डिबेंचर्स का वेरिफिकेशन है. हर यूजर के लिए अकाउंट बैलेंस और क्रेडिटर-डिबेटर के बीच तालमेल रिपल नेटवर्क में ही सुलभ है. लेकिन,दिक्कत यह है कि बिटकॉइन से अलग रिपल को माइनिंग के जरिए जेनरेट नहीं किया जा सकता है. यह करंसी सिर्फ रिपल लैब्स से ही जारी होती है. दिसंबर 2017 में बिटकॉइन 68 प्रतिशत, इथेरियम 71 प्रतिशत रिपल क्या है? तो लाइटकॉइन 205 प्रतिशत चढ़ चुकी है.
बिटकॉइन महंगी लगे, तो दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में करें निवेश
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 51,000 डॉलर के पार पहुंच गई है और निवेशकों को इसकी कीमत ज्यादा लगने लगी है। यही वजह है कि निवेशक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी तलाश रहे हैं, जिन पर दांव लगाया जा सके। निवेशक उन पर दांव लगाना चाहते हैं, ताकि भाव बढऩे पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सके। दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 1.54 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया है। भले ही इसमें बिटकॉइन का सबसे ज्यादा योगदान हो और वह सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हो, लेकिन वह इकलौती आभासी मुद्रा नहीं है।
इथीरियम: बाजार पूंजीकरण के लिहाज से यह दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित विकेंद्रीकृत ओपन सोर्स ब्लॉकचेन की मदद से बनाया गया है। ईथर असल में इथीरियम ब्लॉक चेन की क्रिप्टोकरेंसी है। यह बिटकॉइन ब्लॉकचेन से अलग एकदम नई ब्लॉकचेन है।
बाइनैंस कॉइन: बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से यह तीसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसका इस्तेमाल बाइनैंस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर शुल्क अदा करने में किया जाता है। डवलपरों के बीच बाइनैंस चेन की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है, क्योंकि इससे उनके नेटवर्क पर लेन-देन करना काफी आसान है।
रिपल: यह ब्लॉकचेन पर आधारित क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। इसका ज्यादातर इस्तेमाल बड़ी कंपनियां करती हैं, जिन्हें भारी रकम लेनी-देनी होती है।
लाइटकॉइन: यह बिटकॉइन का हल्का और ज्यादा रफ्तार वाला रूप है। इसे बिटकॉइन के सोर्स कोड पर ही बनाया गया है, इसलिए इसमें और बिटकॉइन में काफी समानता है। असल में इसे कम कीमत वाले लेन-देन करने के लिए तैयार किया गया था और रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिहाज से यह काफी अच्छी है।
टोकन: कई कंपनियों ने अपनी मुद्राएं निकाल दी हैं, जिन्हें टोकन कहा जाता है। इनका इस्तेमाल उसी कंपनी से सामान या सेवाओं के लेन-देन में किया जा सकता है, जिसने इन्हें जारी किया है। अगर आप अपना टोकन तैयार करना चाहते हैं, तो नई ब्लॉकचेन बनाने की कोई जरूरत नहीं है। पहले से मौजूद पर काम करना रिपल क्या है? संभव।
बाजार में मौजूद हैं कई क्रिप्टोकरेंसी-
एक अनुमान के अनुसार, दुनिया में फिलवक्त 6,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं और आभासी मुद्राओं के बाजार में उनकी हिस्सेदारी 34 फीसदी के करीब है। बिटकॉइन की सफलता के बाद कई क्रिप्टोकरेंसी बाजार में उतारी गई हैं। बाजार हैसियत के लिहाज से बिटकॉइन के बाद शीर्ष 5 क्रिप्टोकरेंसी इथीरियम, बाइनैंस कॉइन, टीथर, पोल्काडॉट और कार्डेनो हैं। रिपल और लाइटकॉइन भी लंबे अरसे तक इस फेहरिस्त में डटे रहे थे और अब भी दोनों आस-पास ही हैं।
Vauxhall Vivaro Life पर अल्टरनेटर की मरम्मत कैसे करें
क्या आप जानते हैं कि अपने वाहन में अल्टरनेटर को कैसे हटाया जाता है, आप बिना किसी समस्या के अल्टरनेटर को बदलने की समीक्षा देख सकते हैं!
Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर से कौन से तार जुड़ते हैं?
सर्किट में तीन मुख्य तार होते हैं: बैटरी पॉजिटिव केबल, वोल्टेज सेंसिंग वायर और इग्निशन वायर। इग्निशन इनपुट वायर इंजन से जुड़ा होता है। यह इंजन से अल्टरनेटर तक बिजली का संचालन करता है जबकि वोल्टेज का पता लगाने वाली केबल वोल्टेज को महसूस करती है और रेक्टिफायर से जुड़ी होती है।
2020 Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर के बिना कार कितनी दूर ड्राइव कर सकती है?
Vauxhall Vivaro Life 2006 पर डायोड रिपल का क्या मतलब है?
इलेक्ट्रॉनिक्स में रिपल (विशेष रूप से तरंग वोल्टेज) एक बिजली आपूर्ति के भीतर डीसी वोल्टेज की अवशिष्ट आवधिक भिन्नता है जो एक वैकल्पिक वर्तमान (एसी) स्रोत से प्राप्त की गई है। यह रिपल रेक्टिफिकेशन के बाद अल्टरनेटिंग वेवफॉर्म के अधूरे दमन के कारण होता है।
2018 Vauxhall Vivaro Life के लिए एक अल्टरनेटर की लागत कितनी है?
Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर रिप्लेसमेंट की औसत लागत $961 और $1,364 के बीच है। श्रम लागत $ 201 और $ 254 के बीच अनुमानित है, जबकि भागों की कीमत $ 759 और $ 1,110 के बीच है।
Vauxhall Vivaro Life सर्किट पर अल्टरनेटर क्या है?
सर्किट में तीन मुख्य तार होते हैं: बैटरी पॉजिटिव केबल, वोल्टेज सेंसिंग वायर और इग्निशन वायर। इग्निशन इनपुट वायर इंजन से जुड़ा होता है। यह इंजन से अल्टरनेटर तक बिजली का संचालन करता है जबकि वोल्टेज का पता लगाने वाली केबल वोल्टेज को महसूस करती है और रेक्टिफायर से जुड़ी होती है।
2017 Vauxhall Vivaro Life में बैटरी कहाँ है?
2021 Vauxhall Vivaro Life f150 के लिए एक अल्टरनेटर कितना है?
वर्तमान में हम आपके Vauxhall Vivaro Life के लिए चुनने के लिए 14 अल्टरनेटर उत्पादों को ले जाते हैं, और हमारी इन्वेंट्री की कीमतें 297.99 डॉलर से लेकर 466.99 डॉलर तक होती हैं।
आप Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर कैसे बदलते हैं?
अल्टरनेटर 1998-Vauxhall Vivaro Life को कैसे बदलें - आइए आगे बढ़ते हैं और ध्यान से इसे वापस वहीं स्लाइड करते हैं जहां यह है। और फिर हम इसे माउंट करना शुरू करेंगे। में। यहाँ हैं हम। अब मैं अपना निचला बोल्ट पकड़ने जा रिपल क्या है? रहा हूं, हम इसे शुरू करेंगे। में।
आप कैसे जांचते हैं कि आपका अल्टरनेटर Vauxhall Vivaro Life 2022 पर काम कर रहा है या नहीं?
अल्टरनेटर के कामकाज की जांच करने के लिए एक सरल परीक्षण आपकी कार चला रहा है; और फिर बैटरी के रिपल क्या है? सकारात्मक कनेक्शन को अनप्लग करना। यदि कार रुक जाती है, तो सबसे अधिक संभावना है कि आपको अल्टरनेटर में कोई समस्या है। एक और सरल परीक्षण है अपनी आंतरिक रोशनी की जांच करना।
आप Vauxhall Vivaro Life से अल्टरनेटर कैसे निकालते हैं?
2011 Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर 2012 2013 2014 को कैसे बदलें। वहां हम इसे ढीला करने वाले हैं, बस ट्विस्ट ट्विस्ट उन्हें बंद कर दें और उन्हें साइड में सेट कर दें। और फिर हमारा अल्टरनेटर यहीं बैठा है। यह चरखी हमें यहां मिली है यह 17 मिलीमीटर है। 2011 Vauxhall Vivaro Life अल्टरनेटर 2012 2013 को कैसे बदलें।
बनना चाहते हैं करोड़पति, तो आप भी जानें, कि क्या है Bitcoin और Litecoin
आज के हाईटेक समय में जमाना अत्याधुनिक हो गया है, जहां बात नोट और ऑनलाइन पेमेंट से काफी आगे निकल चुकी है। मार्केट में अब ऐसी आभासी मुद्राएं आ गई हैं, जिन्हें न तो देखा जा सकता है और न ही छूकर अनुभव किया जा सकता है। इन्हें सिर्फ ऑनलाइन व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोचक बात यह है कि इन करंसी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर किसी के पास दस बिटकॉइन हैं तो वह करोड़पति है.
हालांकि बिटकॉइन अकेली क्रिप्टोकरंसी नहीं है। इसके अलावा कई सारी वर्चुअल करंसी मार्केट में आ गई हैं जो कि अच्छे-खासे ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक करंसी है लाइटकॉइन।
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने का प्रयास किया है।
समय के साथ-साथ करंसी के रूपों में भी बदलाव हो रहा है। किसी समय में वस्तुओं के बदले दूसरी वस्तुओं का आदान प्रदान होता था, जिसे वस्तु विनिमय कहा जाता है। उसके बाद सिक्कों का प्रचलन बढ़ा उसके बाद जमाना आधुनिक हुआ और नोट आ गईं। लेकिन आज के हाईटेक समय में जमाना अत्याधुनिक हो गया जहां बात नोट और ऑनलाइन पेमेंट से आगे निकल चुकी है। अब ऐसी आभासी मुद्राएं आ गई हैं जिन्हें न तो देखा जा सकता है और न ही छूकर अनुभव किया जा सकता है। इन्हें सिर्फ ऑनलाइन व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रोचक बात यह है कि इन करंसी की कीमत इतनी ज्यादा है कि अगर किसी के पास दस बिटकॉइन हैं तो वह करोड़पति है।
विदेशी मार्केट में खोजी गईं ये करंसी काफी तेजी से विकसित हो रही हैं। हाल ही में इस प्रचलित करंसी को अमेरिका के एक शेयर बाजार में लिस्ट किया गया जिसके बाद इसकी कीमत 18,000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गईं। यानी कि एक बिटकॉइन का दाम 12 लाख रुपये हो गया। बिटकॉइन नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है। इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इसका आविष्कार 2008 के आसपास संतोषी नाकामातो नामक सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया था। वह गायब हो चुके हैं, लेकिन कई डेवलपर्स और आंत्रप्रेन्योर्स ने बिटकॉइन को अपनाया है। अब हजारों कंपनियों, लोगों और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशंस में ग्लोबल बिटकॉइन इको सिस्टम है, जो बिटकॉइन को आगे डेवेलप कर इस टेक्नोलॉजी पर आधारित सर्विसेज मुहैया कराते हैं।
भारत में भी वर्चुअल करेंसी के लिए जबरदस्त गुंजाइश है। हालांकि इसे अभी भारत सरकार ने मान्यता देने से इनकार कर दिया है, लेकिन बिटकॉइन फास्ट, सस्ता और सुरक्षित माध्यम है। मिसाल के तौर पर यह क्रेडिट कार्ड्स से ज्यादा सुरक्षित है, जहां फ्रॉड की काफी घटनाएं होती हैं। अगर आप ऑनलाइन बिजनेस चलाते हैं, तो आप इसके जरिए फ्रॉड से बच सकते हैं। साथ ही, पैसे बचाने के अलावा कई नए कस्टमर्स तक पहुंच सकते हैं। कंज्यूमर्स के लिए कई ऐसी ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉप हैं, जहां वे बिटकॉइन के जरिए खरीदारी कर सकते हैं। आमतौर पर कारोबारी बिटकॉइन ट्रांजैक्शन पर डिस्काउंट ऑफर कर रहे हैं, क्योंकि इस पर उन्हें बचत होती है।
इसकी अच्छी बात यह है कि इसमें किसी की मंजूरी की जरूरत नहीं है। आप फ्री में बिटकॉइन सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि बिटकॉइन अकेली क्रिप्टोकरंसी नहीं है। इसके अलावा कई सारी वर्चुअल करंसी मार्केट में आ गई हैं जो कि अच्छे-खासे ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक करंसी है लाइटकॉइन। इसे बिटकॉइन का सबसे करीबी माना जा सकता है, क्योंकि इसका कठिनाई स्तर भी बिटकॉइन से मिलता जुलता है। कॉइनमार्केटकैप वेबसाइट के अनुसार पिछले सप्ताह लाइटकॉइन अभी तक के सर्वकालिक उच्च स्तर (106.22 डॉलर) पर था जबकि 2017 की शुरुआत में यह 4 डॉलर पर था। 2017 में इसमें 2,300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है।
क्या है अंतर?
बिटकॉइन में माइनिंग और ट्रांजैक्शन टाइमिंग को लेकर कई सारी समस्याएं हैं। तीन साल बाद आई करंसी लिटकॉइन के संस्थापक चार्ली ली ने इन सारी समस्याओं को लाइटकॉइन में दूर करने रिपल क्या है? का रिपल क्या है? प्रयास किया है। जहां बिटकॉइन एक ब्लॉक को हर दस मिनट में प्रोसेस करता है वहीं लाइटकॉइन को इस काम में सिर्फ 2.5 मिनट लगते हैं। लाइटकॉइन के पास बिटकॉइन के मुकाबले ज्यादा तकरीबन 4 गुना टोकन हैं। इसके अभी 8.4 करोड़ टोकन में 5.4 करोड़ टोकन प्रचलन में हैं। हालांकि इसे पूरी तरह से माइन होने में सौ से भी ज्यादा रिपल क्या है? साल लग जाएंगे। क्योंकि इसका माइनिंग डिफिकल्टी रेट काफी ज्यादा है।
दूसरा बड़ा फर्क इन दोनों करंसी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम में है। जहां बिटकॉइन इंटेसिव SHA256 अल्गोरिदम प्रोसेसर का इस्तेमाल करता है, लाइटकॉइन मेमोरी इंटेसिव स्क्रिप्ट अल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है। लाइटकॉइन रिपल क्या है? को अक्टूबर 2011 में गूगल में काम करने वाले इंजीनियर चाल्र्स ली ने बनाया था। हालांकि इसकी कीमत अभी बिटकॉइन से काफी कम है लेकिन छोटे लेनदेन के माइनिंग को लेकर यह आगे है। इसका भुगतान प्लेटफॉर्म एक ब्लॉक के माइनिंग में 2.5 मिनट का समय लगाता है, जबकि बिटकॉइन के मामले में यह समय लगभग 10 मिनट है।
Coingecko.com पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, रिपल क्या है? 0.88 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ लिटकॉइन 16,313 रुपये के आसपास ट्रेड कर रही थी। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लिटकॉइन की कीमत करीब 253 डॉलर है। सालाना आधार पर 12 दिसंबर तक लिटकॉइन की कीमत 5700 प्रतिशत उछल गई जबकि रिपल क्या है? इस दौरान बिटकॉइन को महज 1550 प्रतिशत मजबूत हुई थी।
ऐसी ही एक और करंसी है रिपल। इसे 2012 में बनाया गया और यह न सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी (रिपल एक्सआरपी) है, बल्कि एक भुगतान नेटवर्क (रिपलनेट) भी है। वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप के अनुसार वर्ष 2017 में रिपल क्या है? अब तक इसमें 3,600 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है और 0.243246 डॉलर की कीमत पर इसका मार्केट वैल्युएशन 9,42,31,42,067 डॉलर हो चुका है। रिपलनेट एक लेनदेन को करने में लगभग 4 सेकंड का समय लेता है, जबकि बिटकॉइन एक घंटे के करीब। इन दोनों में बड़ा अंतर यह है कि बिटकॉइन की माइनिंग अभी भी जारी है जबकि सारे रिपल कॉइन को माइन किया जा चुका है। खुद कंपनी के पास 16 अरब डॉलर की कीमत के लगभग 61 प्रतिशत रिपल एक्सआरपी हैं।