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ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं?

ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं?
शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

Upstox कितना Charge लेता है?

• आपको ये पता होना चाहिए कि जब कभी भी आप आज के समय मेंअगर जैसे कि trading करते हो और
आपने एक broker सेअपना demat account खुलवाने है।
• वो आपको ट्रेडिगं करने में जिस भी तरह की अपनी services देता हैउसके बदले मेंआपसे कुछ न कुछ जरूर
charge करता है जिससे आपके broker की आपसे कमाई होती हैऔर इस तरह से बाकी सभी लोगों से भी
होती है।
• अब ऐसे टाइम में आप चाहे delivery वाली investing करते हों या चाहेआप intraday trading करते हों या
फिर अगर आप future and options मेंट्रेडिगं करते हों।
• आपको ये बातें जरूर पता होना चाहिए कि आपके लिए आपके broker के कितने सारे brokerage charges
और इस तरह से दूसरे लगने वाले चार्जेस भी लगते हैं।
• आज इस article में हम Upstox platform के द्वारा आपसे लिए जानेवाले brokerage charges के बारे
में एकदम विस्तार से जानेंगे।
• यहाँUpstox broker आपको आपके लिए जो भी services प्रोवाइड करता है उनके बदले में वो आपसे कुछ
charges जरूर लेता है जो नीचे इस प्रकार बताए गए हैं
1) Account Opening Charges (अकाउंट ओपनिगं चार्जेस)
• इस Upstox ऐप पेआपके लिए अकाउंट ओपनिगं चार्जेस फिलहाल अभी के समय के लिए तो पूरे के पूरे free
हैं।
• यानी की ज़ीरो रूपीज मेंआपका demat account अपस्टॉक्स platform पर online खुल जाएगा।
• लेकिन ये brokerage charge ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? सामान्यतया 199 रूपए + GST आपसेcharge के तौर पर लिया जाता है।
2) Account Maintenance Charges (अकाउंट मेंटेनेंस चार्जेस)
• अगर आपनेUpstox पर 21 अगस्त 2021 से पहले अपना demat account open किया है।
• तब आपको यहाँ पर 75 रूपए + GST अपनी अकाउंट में टेनेंस charge के रूप में पे करना होगा।
यानी की आपको कुल 88.5 रुपए Upstox को पेकरना होगा।
• लेकिन वहीं अगर आपने21 अगस्त 2021 के बाद अपना डिमेट अकाउंट ओपन किया है यानी की अगर आप
अभी येaccount ओपन करते हैं।
• तो फिर आपको अपनी lifetime तक के लिए Upstox को अपनी तरफ से कोई भी अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज पे
नही करना है मतलब कि ये आपके लिए बिलकुल free है।
3) Intraday Trading Charges (इंट्राडेट्रेडिगं चार्जेस)
• क्या आप जानतेहैं? कि जब आप Upstox पर इंट्रा डेट्रेडिगं करते ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? हैं ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? तो आपको इस सविुविधा के बदले जो भी
brokerage अपस्टॉक्स को पेकरना पड़ता है।
• वो 0.05% या maximum 20 रुपए एक transaction के लि ए होता है। यानी कि आपको अपने trading वाले
हर transaction पर 20 रुपए या फिर उसका 0.05% pay करना होगा।
4) Auto Square Off Charges (ऑटो स्क्वायर ऑफ़ चार्जेस)
• साथ ही जब भी आप अगर इंट्राडेट्रेडिगं करते है तो आपको Upstox को देनेवाले brokerage charge के
अलावा आपको जो भी इंपोर्टेंट charge पेकरना होता है वो हैऑटो स्क्वायर ऑफ़ चार्जेस
• ये चार्जेस आपको केवल तब पे करने पड़ते हैं जब आप अपनी position को ऑटो स्क्वायर ऑफ़ वाली
टाइमिगं के पहले square off नहीं कर लेता।
• अपस्टॉक्स पर जो भी आपके लिए ऑटो स्क्वायर ऑफ़ वाले चार्जेस हैं वो हैं 50 रूपए + GST
यानी की 59 रूपए।
• इसलिए फिर आपके लिए बेटर तो यही होगा कि अब आप इस ऑटो स्क्वायर ऑफ़ टाइमिगं के पहले अपनी
position को स्क्वायर ऑफ़ जरूर कर लें।
5) Delivery Charges (डिलीवरी चार्जेस)
• अगर आपनेUpstox broker पर अपना एक demat वाला account 21 सि तम्बर 2021 से पहले-पहले
open कि या है।
• तो यहाँ आपको कोई भी डिलीवरी चार्जेस Upstox कोpay नहीं करने पड़ेंगे यानी कि आपका लगनेवाला ये
brokerage charge आपके लिए zero हो जायेगा।
• लेकिन अगर आपने 21 सितम्बर 2021 के बाद अपना डीमैट अकाउंट open किया है तो आपको जो ब्रोकरेज
Upstox को pay करना है वो है2.5% या 20 रुपए आपके द्वारा होने वाले हर transaction पर।
• यहाँ ये बात जाननी जरूरी है कि कोई भी discount broker डिलीवरी पे आपसे इतना चार्ज नहीं लेता है
जितना की ये Upstox broker आपसेcharge करता है।
6) Depository Participant (डिपोजिटरी पार्टिसिपेंट) या DP Charges (डीपी चार्जेज)
• आज के टाइम में पॉपलुर brokers की दुनिया में सभी के सभी ब्रोकर्स आपसे अपने लिए डीपी चार्जेज लेतेहैं।
• लेकिन यहीं अगर आप इस Upstox ब्रोकर की बात करें तो आपको 18.5 रुपए + जीएसटी यानी कि टोटल
21.83 रुपए डीपी चार्ज के रूप में पे अपस्टॉक्स को pay करना पड़ता है।
7) Future Trading Charges (फ़्यचूर ट्रेडिगं चार्जेज)
• क्या आप भी अब फ्यचूर ट्रेडिगं करते हैं या फिर अब से करनेवाले हैं? आपको येबात बता दें कि Upstox ऐप
में जब आप फ्यचूर्स वालेऑप्शन में ट्रेड करते हैं।
• तब भी आपको अपस्टॉक्स की brokerage charge pay करनी पड़ती है जो कि आपके लिए है0.05% या फिर
20 रुपए मक्सिैक्सिमम।
8) Option Trading Charges (ऑप्शन ट्रेडि गं चार्जेज)
• वहीं पर जब भी आप ऑप्शन्स वालेoption मेंtrade करते हैं या अब से यहाँ ट्रेडिगं की शरुुआत करने की
सोच रहेहैं।
• तो आपको flat 20 रुपए per transaction पे करना पड़ेगा यानी की खरीदते समय 20 रुपए और फिर बेचते
समय भी 20 रूपए charge देना होगा।
• मतलब आपको कुल 40 रुपए Upstox को pay करने होंगे चाहे आप 10 हजार का trade करेंया फि र 10
लाख का।
9) Call And Trade (कॉल ऐंड ट्रेड)
• अब बहुत सारेdiscount brokers आपको सस्ती से सस्ती brokerage तो दे देते हैं लेकिन क्या आपने ये
बातें ध्यान दी है?
• कि वो येpromote करते हैं की आप उनको बिल्कुल भी call ना करेंऔर trade खुद से ही करें।
• वहींअगर आप उनको कॉल ऐंड ट्रेड करते हैं यानी की अगर आप फोन पे अपना ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? order place करेंगे।
• तो वो अपनेअलग सेआपके लिए charge लगाएंगे। येचार्ज आपसे20 रुपए + GST आपके हर order के
लिए लि या जाता है।
• इस तरह सेऊपर बताए गए तरीकों से Upstox अपने charges आपसे लेता है बशर्ते अगर आप इससे जड़ुते
हैं।
• इनमें से कुछ चार्जेस तो ऐसे होते हैंजो यहाँ पर समय-समय के अनुसार आपके लिए लगातार बदलते रहते
हैं।
• जैसे -जैसे आप इस platform को अपने यूज करेंगे वैसे वैसे इसका experience आपको मिलता रहेगा।
तो फिर आज के लिए इतना ही। अगर आपको हमारी जानकारी से कुछ फायदा मिलता है तो हमें नीचे
comment में जरूर बताए।
धन्यवाद।

What is DP Means in Stock Market| DP Charges and role

स्टॉक मार्किट में DP का क्या Meaning होता है | DP चार्जेस क्यों और कितना लगता है

DP का full form stock market में क्या होता है

Depositories Participants (DPs)

यह एक तरह की संस्था (Organization ) होती है. जो गवर्नमेंट के अंडर में काम करती है. इसकी देखरेख SEBI यानी कि SECURITY AND EXCHANGE BOARD OF INDIA करता है.ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं?

यह आपके द्वारा खरीदी गई सिक्योरिटीज Securities को अपने पास रखता है.

सिक्योरिटीज का मतलब जैसे आपके द्वारा खरीदे गए Stocks, Mutual funds, shares, debentures, mutual funds, derivatives, F&O, and commodities.

कमोडिटी ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? में आपके Curde oil. gold silver, Copper, सोना चांदी, मेंथा, धनिया मिर्चा, अदरक लहसुन, जितनी भी कमोडिटी में ट्रेडिंग होती है वह सब डीपी चार्जेस के अंतर्गत आती है.

Which is Safe NSDL or CDSL दोनों में कौन सुरक्षित हैं

NSDL AND CDSL यह दोनों संस्थाएं 1 तरीके से आपके लिए online Locker सिस्टम का काम करती हैं जिस तरह से आप अपने सोने को या गोल्ड को बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखते हैं यह महसूस करके कि आपका सोना वहां पर सुरक्षित है उसी

तरीके से यहां पर आप अपने शेयर्स , म्यूच्यूअल फंड को सुरक्षित रखने के लिए यहां पर रखा जाता है क्योंकि, पुराने समय में कुछ घटनाएं ऐसी हुई है कि ब्रोकर बिना आपकी इजाजत के आपके द्वारा खरीदे गए shares को बेच देते थे स्क्वायर ऑफ (exit stocks position )

यह घटनाएं उस समय देखने में आई थी जब ऑनलाइन broking सिस्टम का जमाना नहीं था

लोगों को अपने शेयर खरीदने के बाद एक पेपर मिलता था फिर कंपनी की तरफ से पोस्टमैन या डाकिया आपके घर पर एक चिट्ठी ले करके आता था उसके अंदर वह सारे लिफाफे होते थे या ब्रोकर की ट्रेडिंग रिपोर्ट होती थी. यह सारा काम उस जमाने

में ऑफलाइन होता था. आप यह मान सकते थे इसमें धोखाधड़ी की संभावना काफी ज्यादा होती थी लेकिन आजकल ऐसा नहीं है आपके शेयर बेचने से पहले आपके पास ओटीपी आता है और ब्रोकर आपसे एक POA Form भी साइन करवाता है जिसको पावर ऑफ अटॉर्नी बोला जाता है.

फिलहाल अभी काफी हद तक सुरक्षित है भविष्य में क्या होगा इसका अंदाजा अभी नहीं है क्योंकि चीजें तो वक्त के साथ बदलती रहती है.

आपकी सुरक्षा आपके हाथ में है आपको भी भविष्य के साथ में बदलना जरूरी है.

इसलिए आप ऑनलाइन डिमैट अकाउंट में जो भी प्रक्रिया है उसको पूरा करें और अपने शेयर को डीपी में जरूर रखें.

भारत में दो तरह की डीपी काम कर रही है.

1 NSDL

One is the National Securities Depository Limited (NSDL)

2 CDSL

Central ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? Depository Service (India) Limited (CDSL)

हर एक Depository Participant (DP) को Depository में अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है भारत में ट्रेडिंग में काम करने के लिए.

What is Work CDSL and NSDL का काम क्या होता है

जैसा कि आपको अभी बताया कि यह दोनों संस्थाएं हैं जो आपके द्वारा खरीदे गए शेयर्स या मैचुअल फंड सिक्योरिटीज को ब्रोकर के माध्यम से अपने पास सुरक्षा के तौर पर रखती है.

जब कोई आप स्टॉक या म्यूच्यूअल फंड या सिक्योरिटी डेरिवेटिव्स जैसे कि फ्यूचर एंड ऑप्शन में trade करते हैं.

और इन शेयर्स को आप अपने पास कुछ दिनों के लिए रखते हैं तब आपने ट्रेडिंग का यह साइकिल

T+2 Days जरूर सुन रखा होगा.

जिसमें आपके शेयर या stocks या म्यूचुअल फंड या सिक्योरिटीज या कमोडिटी जैसे कि गोल्ड, सिल्वर, कॉपर, मेंथा आयल, इत्यादि आपके द्वारा खरीदे गए या ट्रेड किए गए इन सिक्योरिटीज को 2 दिन के बाद आपके डीपी में अपने आप आ जाते हैं.

यह पूरी ट्रेडिंग आप अपने डीमेट अकाउंट के जरिए करते हैं.

इसलिए इस प्रक्रिया को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेट कहते हैं.

Which is better CDSL or NSDL?

NSDL और CDSL दोनों में कौन ज्यादा बेहतर बढ़िया है

अब आपके दिमाग में यह सवाल ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? जरूर आ रहा होगा कि अगर दो संस्थाएं काम कर रही हैं तो इनमें से अच्छी कौन है.

यह सवाल आना आपके दिमाग में बिल्कुल जरूरी है क्योंकि भारत में यह दोनों संस्थाएं भारत सरकार के नियंत्रण में काम कर रहे हैं तो दोनों ही संस्थाए है अच्छी है अब रही बात आप आपको कौन सा पसंद है यह ब्रोकर डिसाइड करता है कि उसको कौन सी संस्था चाहिए एनएसडीएल या सीडीएसएल इन दोनों में से वह कोई भी चुन लेता है और आप जब भी अपना डिमैट अकाउंट ओपन कर आते हैं किसी भी ब्रोकर के अंडर में तब आपके द्वारा खरीदे गए शेयर्स अपने आप उस संस्था के पास चले जाते हैं जो कि आपके शेयर्स या सिक्योरिटीज को सुरक्षित रखता है.

क्या मैं दोनों NSDL और CDSL ले सकता हूं?

आप यह बिल्कुल कर सकते हैं आप अलग-अलग ब्रोकर के द्वारा डिमैट अकाउंट ओपन करा सकते हैं वहां पर जो भी ब्रोकर जिस संस्था से जुड़ा होगा वह अपने आप आपको उसका लाभ मिल जाएगा मतलब आपको सीडीएसएल या एनएसडीएल दोनों मिल जाएंगे अलग-अलग ब्रोकर के द्वारा

जैसे अगर मैं उदाहरण के तौर पर बताऊ तो भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकर zerodha है और ज़ेरोधा के पास CDSL का अकाउंट है ज़ेरोधा आपके शेयर को सीडीएसएल के पास में रखता है.

वहीं अगर किसी और ब्रोकर जैसे कि एंजल ब्रोकिंग के पास NSDL है और यह आपके शेयर को यहां पर रखता है तब आप अलग-अलग डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं और इसका लाभ ले सकते हैं

DP CHARGES OF BROKER

Angel broking DP charges

भारत में कौन broker सबसे कम डीपी चार्जेस लेता है. देखिए दोनों ही तरह की संस्था है. और दोनों में बहुत ही थोड़ा सा अंतर है.

एक ब्रोकर का जो डीपी चार्जेस होगा वह संस्था के पास जाएगा ना कि ब्रोकर के पास.

वैसे अगर इसका अंदाजा यह लगाए कि आज के समय में जो भी डीपी चार्जेस चल रहे हैं वह लगभग हर एक आर्डर पर कम से कम 35 रुपए के आसपास चल रहे हैं और यह 45 रुपए तक है.

यह चार्जेस हर एक Oder पर अलग-अलग लिए जाते हैं.

जैसे कि इसको एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं

मान लेते हैं आप नेस्ले इंडिया का एक शेयर खरीदते हैं. और उसको hold करते हैं. तब आपको उसका डीपी चार्जेस 35 रुपए तक लग सकता है.

वहीं अगर आप एक बार में अगर 1000 नेस्ले के शेयर्स खरीदते हैं या और किसी कंपनी के भी खरीदते हैं तब भी आपको DP का पैसा 35 रुपए से लेकर 45 रुपए के बीच में ही लगेगा.

यह हर एक आर्डर पर लगता है ना कि आपने कितने शेयर्स खरीदे एक बार में. इस पर

आप एक बार में चाहे हजार शेयर खरीद ले तब भी आपको उतने ही पैसे देने हैं और चाहे आप एक बार में 1 शेयर खरीदे तब भी आपको उतने ही पैसे देने पड़ेंगे चार्जर्स के रूप में.

Is CDSL and NSDL safe क्या यह सुरक्षित है?

कौन सा ब्रोकर सबसे कम डीपी चार्ज लेता है

Which broker charges Less DP

इसका उत्तर मैंने आपको बता दिया चाहे DP CHARGES IN ANGLE BROKING, ZERODHA, UPSTOX,KOTAK SECURTIES, SHAREKHAN, ICICI DIRECT ,5 PAISA, GROWW, IIFL SECURITIES

किसी में भी खरीदने हैं या किसी में भी ट्रेड करते हैं आपको हर जगह एक ही तरह का देना पड़ेगा क्योंकि यह पैसा ब्रोकर के पास में नहीं जाता है ब्रोकर के जरिए इन दोनों संस्थाओं के पास में जाता है

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Angel One Broking App क्या है Demat अकाउंट खोलें और पैसे कमाए

Angle One Trading App Full Review In Hindi: आज के समय में भारत के 45% से अधिक लोग शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करते है जो पहले 39% था. ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के लिए बहुत सारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आ गए हैं जहाँ पर आप घर बैठे अपना ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? Demat अकाउंट ओपन करके शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करते है.

आज हम आपको ऐसे ही एक एप्लीकेशन के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसका नाम है Angel One App. यह ऑनलाइन ट्रेडिंग करने का एक लोकप्रिय प्लॅटफॉर्म है.

इस लेख में हम आपको बताएँगे कि Angel One App क्या है, Angel One App पर अकाउंट बनाने में कितना चार्ज लगता है, Angel One App पर अकाउंट कैसे बनायें, Angel One App पर पैसे कैसे add करें, Angel One App से पैसे कैसे कमाएं, Angel One App से पैसे कैसे निकालें यह सारी जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलने वाली है.

यदि आप भी शेयर मार्किट में रूचि रखते हैं और आप Angel One App से शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो इस लेख के माध्यम से आपको बहुत सारी जानकारी प्राप्त होगी. चलिए शुरू करते हैं.

शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

इस सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों (Indian Stock Exchange) में तेजी का माहौल है। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का संवेदी सूचकांक (Index) एक हजार अंक से भी ज्यादा चढ़ कर बंद हुआ था। हालांकि, इससे पहले शेयर बाजार में उतार और चढ़ाव का दौर चल रहा है। तब भी इस समय कई अच्छे आईपीओ (IPO) आ रहे हैं। हाल ही में सरकारी कंपनी एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) आया था, जिसमें रिकार्ड संख्या में आवेदन मिले थे। आवेदकों में ज्यादातर खुदरा निवेशक (Retail Investor) थे। इनमें से ढेरों निवेशकों ने हाल ही में डीमैट (Demat ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? Account) अकाउंट खुलवाया था।

stock market entices and has to open demat account, know its abc here

शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते (Bank Account) की तरह होता है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है। डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैटरियलाइजेशन के कंसेप्ट का इस्तेमाल करता है। डीमैटरियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। हम कह सकते हैं कि डीमैट अकाउंट एक छत की तरह है जिसके नीचे निवेशक के सभी शेयरों को कलेक्ट करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है। इनमें सरकारी सिक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं।

समझदारी से चुनें ब्रोकर

आप ऐसे डिजिटल ब्रोकिंग फर्म (App or Web based digital broking firms) की तलाश करें जो सहज ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, बेस्ट ब्रोकरेज चार्ज और वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करता है। कुछ ब्रोकरेज हाउसों के पास ट्रेड्स पर जीरो ब्रोकरेज चार्ज और दूसरों पर फ्लैट रेट्स हैं। ये दोनों फेक्टर आकर्षक हैं क्योंकि वे ट्रेडिंग करते समय आपको आवश्यक कॉस्ट-एडवांटेज प्रदान करते हैं। इसके अलावा, जब आप डिजिटल रूप से ट्रेड करने जा रहे हैं, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपके पसंदीदा प्लेटफ़ॉर्म से कोई तकनीकी गड़बड़ियां नहीं हुई हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी कोई भी गड़बड़ आपके निवेश को संकट में डाल सकती है। ब्रोकरेज फर्म में आगे देखने के लिए इनडेप्थ रिसर्च और पर्सनलाइज्ड निवेश सिफारिशें भी प्रमुख विशेषताएं हैं।

बैंक भी देते हैं डीमैट अकाउंट की सुविधा

आपका जिस बैंक में खाता (Bank Account) है, सबसे पहले वहीं चेक कर सकते हैं। आज की तारीख में अधिकतर बैंक की सहायक कंपनी डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा दे रहे हैं। यदि बैंक के पास ब्रोकरेज फर्म नहीं है तो वह किसी ब्रोकरेज फर्म से टाईअप करके अपने ग्राहकों को डीमैट अकाउंट की सुविधा दे देते हैं। बैंक के अलावा कुछ वॉलेट कंपनी भी इस तरह की सुविधा दे रही हैं।

पूरी करें कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया

सभी डिजिटल ब्रोकरेज फर्मों के पास ऑनलाइन कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया (Online Customer Onboarding Process) है। डिजिटल खाता खोलने का फॉर्म भरें और पहचान और पते के प्रमाण अपलोड करें। इन केवाईसी दस्तावेजों में पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट इत्यादि शामिल हैं। ब्रोकरेज फर्म भी आपकी मुश्किलों का हल अपनी हेल्पलाइन के माध्यम से करने में आपकी सहायता करती हैं।

सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें

आपके द्वारा प्रस्तुत क्रेडेंशियल्स को सत्यापित करने का काम एक एक्जीक्यूटिव को सौंपा जाएगा। यह एक सरल लेकिन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के प्रतिनिधि से फिजिकल विजिट के माध्यम से किया जा सकता है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए टेली-वेरिफिकेशन की अत्यधिक संभावना है। कुछ ब्रोकरेज फर्म शुरुआती एप्लिकेशन से एक घंटे से भी कम समय में पूरी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

अकाउंट डिटेल्स प्राप्त करें

एक बार सत्यापित (After Varification) हो जाने के बाद आपके खाते को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग (Share Trading) के लिए मंजूरी मिल जाएगी। आपको एक वेलकम किट प्राप्त होगी जिसमें अकाउंट डिटेल्स जैसे कि एक यूनिक आईडी और आपके खाते तक पहुंचने के लिए पासवर्ड होगा। आप शेयर बाजार में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) करने के लिए तैयार हैं।

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें

अंत में, यह आपका पहला ट्रेड करने का वक्त है! चूंकि आप ट्रेडिंग में नए हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप रेफरेंस मटेरियल के माध्यम से जाएं और ट्रेडिंग फंडामेंटल के वेबिनार में भाग लें। जरूरत पड़ने पर आप कई बैंक खातों को ट्रेडिंग खाते से लिंक भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको अपने टाइम-सेंसिटिव ट्रेड्स के लिए तुरंत टॉप-अप में मदद मिलती है। इस नए अकाउंट के साथ, आप निवेश की आदतों विकसित करने और बेहतर आरओआई की यात्रा पर निकले हैं। सुनिश्चित करें कि आप निवेश करते समय अनुशासित रहें और जब तक कि दुनिया लॉकडाउन से वापस आ जाए, अपने निवेश को बढ़ते देखें।

चार्जेस का भी रखें ध्यान

डीमैट अकाउंट खोलना आज की तारीख में काफी आकर्षक काम हो गया है। इसलिए इस क्षेत्र में ढेरों प्लेयर आ गए हैं। शुरूआत में जब डीमैट अकाउंट खुलने शुरू हुए थे तो चार्जेस काफी हाई थे। लेकिन अब कई कंपनियां जीरो फी पर डीमैट अकाउंट खोल रही हैं। ये कंपनियां सिर्फ ट्रेडिंग पर ही थोड़ा सा शुल्क वसूलती है। इस तरह से इनका काम इसी शुल्क से चल जाता है। इसलिए, किसी कंपनी के यहां अकाउंट खुलवाने से पहले इन जार्च की अच्छी तरह से तुलना अवश्य कर लें।

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