शुरुआती लोगों की मुख्य गलतियाँ

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?
वही, पांच लाख रुपये से ऊपर की आमदनी पर 10 फीसदी की दर से टैक्स देना होता है. लेकिन आप 1.5 लाख रुपये तक के डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. यह व्यवस्था 6.5 लाख रुपये तक की इनकम को आसानी से टैक्स फ्री बना देती है.

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Tax Saving Tips: 50 हजार सैलरी वाले को कितना देना होगा इनकम टैक्स, एक रुपया भी नहीं. ये है गणित

अपनी कमाई पर सभी को टैक्स (Income Tax) भरना होता है, ये हर एक नागरिक का फर्ज है. नागरिकों के दिए टैक्स के पैसे से सरकार स्कूल, सड़क और तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराती है. साथ ही सरकार नागरिकों को कानूनी रूप से टैक्स बचाने के भी अधिकार देती है. कानूनी रूप से टैक्स बचाने (Tax Saving) के तमाम तरीकों को अपनाकर 50 हजार रुपये की मंथली सैलरी को भी टैक्सफ्री (Tax Free) किया जा सकता है. सरकार ने इनकम टैक्स के लिए दो ऑप्शन दिए हैं.

कौन से हैं बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? दो विकल्प?

भारत के मौजूदा टैक्स सिस्टम में दो तरह के ऑप्शन उपलब्ध हैं. वित्त वर्ष 2020-21 के बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए टैक्स सिस्टम (बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? New Tax Regime) का ऐलान किया था. इस तरह टैक्स के दो ऑप्शन मौजूद हैं और टैक्सपेयर्स इनमें से किसी एक चुन सकते हैं. पुराने टैक्स स्ट्रक्चर (Old Tax Regime) में कई तरह के डिडक्शन (Tax Deductions) के ऑप्शन हैं. वहीं, नए स्ट्रक्चर में इनमें से अधिकतर को हटा लिया गया है.

रघुराम राजन का बिटकॉइन पर ध्रुवीकरण वाला रुख

बिटकॉइन पर रघुराम राजन - स्मार्ट मनी

यह बढ़ रहा है और लोग इस बेशुमार बढ़त के दौर में कुछ फायदा उठाने के लिए क्रिप्टोकरेंसी की ओर भाग रहे हैं और इस बढ़त का इस बार कोई अंत नजर नहीं आ रहा है। पिछले साल बिटकॉइन गिरकर 10,000 डॉलर पर आ गया और दिसम्बर 2020 में यह 40,000 डॉलर पर पहुँच गया। इस प्रक्रिया में कई खुदरा निवेशक भी इस ब्लॉकचेन दुनिया में अन्य ऑल्टकॉइन के साथ पैसे बनाने आ गये। हालांकि भारत के मशहूर अर्थशास्त्री रघुराम राजन जिन्होंने 2008 के वित्तीय संकट की ठीक-ठीक भविष्यवाणी की थी, वह न बिटकॉइन से प्रभावित हैं और न ही बिटकॉइन में इस बढ़त को वृद्धि की रूपरेखा मानते हैं। सो इस शीर्ष अर्थशास्त्री की बिटकॉइन पर क्या राय है?

क्रिप्टोकरेंसी पे टैक्स कैसे लगेगा । cryptocurrency pe tax kaise lagega?

क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स भारत मे बहोत ही गरम मुद्दा है । क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स देना होगा इस बात से बहोत लोग डारे हुए हैं और निवेश करना छोड रहे हैं । लेकिन जो लोग छोड़ेंगे वो लोग बाद में पसताएँगे । चलिए आसान भाषा मे समझते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स कैसे लगेगा ।

  • चलिये हम मैन लेते हैं कि राहुल नाम का एक इंसान है जो क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना चाहता है । और उसके पास 15000 है निवाश करने के लिए ।
  • उसने अगले दिन कॉइन डीसीएक्स , वज़ीर एक्स या फिर कॉइन स्विच कुबेर में से किसी एक से अकॉउंट बना कर kyc कर के 5000 का शीबा इनु और 5000 बिटकॉइन खरीद लिया बाकी के 5000 का doge कॉइन खरीद लिया ।
  • लगाने में कोई टैक्स नही दिया उसने तो अपने पूरे पैसे का क्रिप्टो कॉइन खरीद लिया बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? । 🆗
  • अब 5 साल बीत गए उसने अपना अकॉउंट देखा तो शीबा इनु जो 5000 का लिया था वो 20000 (अनुमानित )बन गए और जो 5000 का बिटकॉइन खरीदा था वो 15000 बन गए और बाकी doge कॉइन से 1000 मिल रहे थे ।
  • अब जानिए की टैक्स कैसे लगेगा :

क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स कब से लगेगा । cryptocurrency par tax kab se lagega

हालांकि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स 1 अप्रैल से लगने वाले थे लेकिन शुत्रो की माने तो जो 30% टैक्स है वो लगना शुरू हो गया है और टीडीएस जो 1 % लगेगा वो 1 जुलाई से लगेगा ।

यदि आप कोई भी डिजिटल कॉइन खरीदते हैं क्रिप्टो करेंसी या nft तो आपको उसपे हुए मुनाफे का 30% सरकार को देना होगा । जैसे आप 10000 का बिटकॉइन खरीदे और बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? आप उसको 15000 में बेच रहे हैं तो आपके 5000 का 30% नो की 1500 होगा तो आपको 13500 मिलेगा ।

टीडीएस का नियम । tds ka niyam ?

मान लीजिये आपको आप कोई क्रिप्टो करेंसी 5000 का खरीदे और आप जब बेचे उसे तो आपको न मुनाफा हुआ न घटा तो टीडीएस के तौर पर आपको 50 रुपये चुकाना होगा और बच के आपके खाते में सिर्फ 4950 रु आएंगे ।

आप टैक्स बिल्कुल न देना पड़े और आप क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग भी करे ऐसा तो कही भी नही होगा लेकिन हैं आप कैसे टैक्स कम दे सकते है । कुछ बाते हैं जो आपको ध्यान रखनी होगी :

  1. पहली बात आप अपने क्रिप्टो करेंसी को बार – बार खरीद बिक्री न करे क्योंकि आपको हर बार 1% का टीडीएस देना होगा ।
  2. दूसरी बात की आप अपने क्रिप्टो करेंसी को एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर ना करे इसमे आपको 30% और 1% टैक्स दोनों लगेगा ।
  3. क्रिप्टो करेंसी में आपको एक बाद निवेश कर के लंम्बे समय ले किये छोड देना चाहिए ।
  4. बहोत सारे क्रिप्टो कॉइन्स भी न खरीदे ।

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बिटकाॅइन से नहीं है किसी भी मुद्रा को नुकसान (Bitcoin is Not Harmful For Any Currency)

जब से बिटकॉइन बना है तब से यह मुद्दा भी सामने आने लगा है कि क्या बिटकॉइन किसी देश की स्थानीय मुद्रा की जगह ले सकता है? क्या आने वाले समय में बिटकॉइन इतना मजबूत हो जाएगा की सभी देशों की मुद्रा को खत्म कर देगा?

इस विषय को गहराई से समझने की जरुरत है क्योंकि जैसे जैसे बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो के साथ क्रिप्टो क्षेत्र आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसके बारे में गलत जानकारी भी भ्रम पैदा कर रही हैं। पिछले कुछ समय में कई देशों ने अलग अलग तरीके से अपने देश में बिटकॉइन को मान्यता दी है। किसी देश में आप बिटकॉइन से टैक्स दे सकते हैं, कई देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो से खरीदारी कर सकते हैं। केवल एक देश ऐसा है जिसने बिटकॉइन को अपनी अधिकारिक मुद्रा होने का दर्जा दिया है और इसका नाम है एल सल्वाडोर। कुछ देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध है और कुछ जगहों की सरकार इस विषय पर अभी विचार कर रही है।

बिटकॉइन और मुद्रा में फर्क

इस विषय में सबसे पहले समझने वाली बात है बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? कि ‘बिटकॉइन और मुद्रा में’ क्या फर्क है? बिटकॉइन एक विकेन्द्रीयकृत तकनीक पर आधारित है और इसका नियंत्रण किसी एक व्यक्ति या समुदाय के हाथ में नहीं है! बिटकॉइन की कार्य प्रणाली पहले से ही निर्धारित कोडिंग पर चलती है और इसे बदला नहीं बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? जा सकता और न ही इस से छेड़छाड़ की जा सकती है। बिटकॉइन की मात्रा को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता।

इसके विपरीत हर देश की मुद्रा पर वहां की सरकार का नियंत्रण होता है और मुद्रा से सम्बंधित सभी निर्णय उस देश की सरकार लेती है। स्थानीय मुद्रा का नियंत्रण सरकार के हाथ में होने के कारण वह इसके विषय में समय समय पर कानून बनाती रहती है और जरुरत पड़ने पर मुद्रा की मात्रा को बढ़ाया जाता है।सरकार चाहे तो कभी भी अपने देश की मुद्रा को बंद कर सकती है। अगर आपके पास बिटकॉइन है तो आप 100% उसके मालिक हैं लेकिन मुद्रा पर सरकार का नियंत्रण होने के कारण हम मुद्रा का इस्तेमाल तो कर सकते हैं लेकिन हम उसके मालिक नहीं बन सकते।

मुद्रा और बिटकॉइन के इस्तेमाल में फर्क

बिटकॉइन पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित है और इसके इस्तेमाल के बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? लिए इंटरनेट और स्मार्ट फ़ोन या कंप्यूटर का होना अनिवार्य है। इन दो सुविधाओं के बिना बिटकॉइन का लेनदेन संभव नहीं है। अगर हम मुद्रा की बात करें तो यहाँ पर कई तरीके हैं लेनदेन को मुद्रा से पूरा करने के। अगर इंटरनेट और फ़ोन है तो एप्लीकेशन के द्वारा इसका लेनदेन किया जा सकता है लेकिन अगर यह सुविधाएं नहीं है तब भी कैश लेनदेन किया जा सकता है। कैश लेनदेन की एक समस्या है कि इस से सीमित मात्रा में ही लेनदेन किया जा सकता है और इसका दायरा सीमित है यानि जहां आप हैं वहीं लेनदेन कर सकते हैं किसी और जगह नहीं। बिटकॉइन से असीमित लेनदेन किया जा सकता है और कही भी लेनदेन कि कीमत को चुकाया जा सकता है। इसके इलावा बैंक भी चेक द्वारा लेनदेन को पूरा करने कि सुविधा देते हैं। बिटकॉइन कि कीमत स्थिर नहीं है इस लिए बिटकॉइन से खरीदारी करने और बेचने वाले को फायदा और नुकसान दोनों कि सम्भावनाएं है लेकिन मुद्रा कि कीमत स्थिर है इस लिए मुद्रा के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है।

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