एस एंड पी 500

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एस एंड पी 500 मंदी दिखना शुरू कर रहा है
पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में, एस एंड पी 500 ने अधिक मंदी दिखना शुरू कर दिया है। सबसे पहले, शुक्रवार को, हमने एस एंड पी 500 एसपीडीआर एस एंड पी 500 ईटीएफ (एसपीवाय) पर एक मंदी वाला मोमबत्ती देखा जो सूचकांक को ट्रैक करता है। यह तब होता है जब एक स्टॉक या सूचकांक पिछले मोमबत्ती की तुलना में अधिक ऊंची है, फिर भी पिछला दिन की निम्नतम से नीचे बंद हो जाता है यह कदम बहुत मंदी की बात है क्योंकि यह संकेत करता है कि खरीदार शेयरों का समर्थन नहीं कर सकते हैं, और वास्तव में, विक्रेताओं ने पूर्ण नियंत्रण हासिल किया और उन्हें अपनी नीच पर बंद कर दिया।
आगे के लक्षणों से संकेत मिलता है कि एस एंड पी 500 शीर्षक कम है: एक मंदी के चलते औसत कनवर्जेन्स डायवरर्जेंस (एमएसीडी) को नकारात्मक पक्ष के रूप में देखा जा रहा है, जबकि सापेक्ष शक्ति सूचकांक (आरएसआई) कीमत और ताकत के बीच एक नकारात्मक विचलन दिखा एस एंड पी 500 रहा है। जबकि एस एंड पी 500 अक्टूबर के दौरान अभी भी अधिक है, सापेक्ष शक्ति कम है जब रिश्तेदार ताकत एक नकारात्मक विचलन दिखाती है, तो कई बार भविष्य के घाटे को दिखा सकते हैं क्योंकि बाजार में कमजोर बाजार की सांस और कम नेतृत्व होता है।
निचली रेखा
पिछले शुक्रवार को एक मंदी की मोमबत्ती बनाने के बाद, इस स्तर पर एस एंड पी कैसे संभालती है यह देखते हुए, इसे वापस व्यापार करना चाहिए, यह भी संकेत देगा कि बाजार कितना मजबूत है।
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मंदी की गिरफ्त में अमेरिकी बाजार, यूरोपीय बाजार में भी भारी गिरावट
बिजनेस डेस्क : अमेरिकी बाजारों में पिछले हफ्ते से चल रहा गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा और सोमवार शाम अमेरिका के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। डाओजोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज इंडैक्स 890 अंक तक लुढ़क गया और इसमें करीब 2.8 फीसदी एस एंड पी 500 की गिरावट दर्ज की गई, जबकि एस एंड पी 500 में 3.8 प्रतिशत और नैस्डैक कम्पोजिट में 4.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। एस.एंडपी. 500 ने इंट्रा डे ने मार्च 2021 के बाद का निचला स्तर बनाया है और यह अपने उच्चतम स्तर से 22 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
सामान्य तौर पर यदि कोई इंडैक्स अपने उच्चतम स्तर से 20 फीसदी से नीचे कारोबार करना शुरू करे तो उसे मंदी की शुरूआत माना जाता है। हालांकि तीन हफ्ते पहले भी एस.एंड पी. ने इसी तरह की मंदी का संकेत दिया था और ये इंडैक्स अपने उच्चतम स्तर से 20 फीसदी लुढ़कने के बाद इंट्रा डे एस एंड पी 500 में ही संभल गया था। यदि एस एंड पी इंडैक्स 20 फीसदी से नीचे बंद होता है तो इसे एस एंड पी 500 मंदी की शुरूआत कह सकते हैं। सोमवार के कारोबार के दौरान न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के करीब सारे सैक्टर में एस एंड पी 500 गिरावट देखी गई और कई कंपनियों के शेयर 8 फीसदी तक लुढ़क गए।
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मंदी में स्टॉक मार्केट की चांदी, एस एंड पी 500 टॉप शेयर चमके
लखनऊ। आर्थिक निराशा के इस माहौल में एक जगह तेजी चल रही है। और वो जगह है, स्टॉक मार्केट। जी हां, अमेरिका के नैस्डेक यानी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में ऐतिहासिक ऊंचाई की स्थिति बन रही है।
कहने को इसे एक अचानक हुई घटना कह सकते हैं लेकिन इतिहास बताता है कि इस तरह के संकट के माहौल में निवेशक आशावादी दृष्टिकोण रखते आये हैं। निवेशकों में आधा गिलास खाली के बजाए आधा गिलास भरा होने की मानसिकता या नजरिया देखा गया है।
एक विश्लेषण के अनुसार, बेरोजगारी चरम पर पहुंचने के बाद के 5 साल में एस एंड पी 500 टॉप शेयर्स में 72 फीसदी की उछाल रही। लेकिन बेरोजगारी दर नीचे रहने पर, जो कि मजबूत अर्थ व्यवस्था का संकेत है, एस एंड पी 500 टॉप शेयरों में सिर्फ 25.3 फीसदी की वृद्धि रही।
महामारी का असर
महामारी के दौर में कुछ आंकड़े हैरान करने वाले रहे हैं। प्रति शेयर आधार पर एस एंड पी 500 की कंपनियों के प्रॉफिट एस एंड पी 500 में पहली तिमाही में 13 फीसदी की गिरावट आई लेकिन इसी अवधि में एस एंड पी 500 शेयरों में एस एंड पी 500 30 फीसदी की तेजी रही।
सामान्य दिनों में यदि किसी कम्पनी की आमदनी घटती है तो उसके शेयर की वैल्यू में 3 फीसदी कमी आने की संभावना रहती है। तो फिर महामारी के दौर में जब कंपनियां अभूतपूर्व घटा दर्ज कर रहीं हैं तो शेयरों में औसतन सिर्फ एक फीसदी की ही कमी क्यों आ रही है?
जवाब यही दिया जा रहा है कि निवेशकों को भारी नुकसान का अनुमान था, स्टॉक मार्केट वर्तमान नहीं बल्कि भविष्य के संकेत बताता है और तीसरी वजह सरकार द्वारा उठाये गए आर्थिक कदम हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का सीनेट को सुझाव! कहा- महाभियोग मामला सीधे खारिज कर देना चाहिए
अमेरिका चीन के व्यापार समझौते का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों में देखने को मिल रहा है। बता दें कि करीब एक साल की बातचीत और महीनों तक वार्ता बंद रखने के बाद अंतत: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने अपने युद्ध व्यापार से आगे बढ़कर समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए है।
पहले चरण के समझौते में बौद्धिक संपदा संरक्षा और प्रवर्तन, जबरन प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को खत्म करना, एस एंड पी 500 अमेरिकी कृषि के अभूतपूर्व विस्तार, अमेरिकी वित्तीय सेवाओं से अवरोध हटाना, मुद्रा के साथ छेड़छाड़ (जैसे अवमूल्यन आदि) खत्म करना, अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों को पुन:संतुलित करना और समस्याओं एस एंड पी 500 का प्रभावी समाधान निकालना शामिल है। इस समझौते पर राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के उपप्रधानमंत्री लियू हे ने हस्ताक्षर किए।