शेयर ट्रेडिंग विचार

Written By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 08, 2022 16:55 IST
शेयर बायबैक पर विचार करेगी बजाज ऑटो, क्या होगा शेयरधारकों पर इसका असर?
बजाज ऑटो मुख्यत: दोपहिया व तिपहिया वाहनों का निर्माण करती है.
बजाज ऑटो ने शेयर मार्केट को दी गई जानकारी में बताया है कि कंपनी शेयर बायबैक पर विचार करेगी. इस पर 14 जून को होने वाली क . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 10, 2022, 12:31 IST
नई दिल्ली. बजाज ऑटो अपने फुली पेड इक्विटी शेयरों के बायबैक पर विचार कर रही है. कंपनी ने गुरुवार को बाजार को इस बारे में सूचित किया. कंपनी ने कहा है कि निदेशक मंडल बायबैक से संबंधित प्रस्ताव पर 14 जून को होने वाली बैठक में चर्चा करेगा.
बजाज ऑटो ने आगे कहा कि इससे संबंधित लोगों के लिए कंपनी की सिक्योरिटीज में ट्रेडिंग 9 जून से 16 जून तक बंद कर दी गई है. ऐसा सेबी के इंसाइडर ट्रेडिंग पर रोक लगाने के लिए लागू नियम के तहत किया गया है.
क्या होता है शेयर बायबैक
शेयर बायबैक का विकल्प कंपनियां अक्सर शेयरों की कीमत बढ़ाने के लिए चुनती हैं. इसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों से मार्केट रेट से कुछ अधिक पर शेयर खरीद लेती है इससे बाजार में उस कंपनी के शेयरों की कमी हो जाती है और अर्निंग पर शेयर (ईपीएस) बढ़ने से शेयरों की कीमत अपने आप ऊपर चली जाती है. इससे शेयरधारकों को लाभ हो सकता है. खबरों के अनुसार, इससे पहले कंपनी ने साल 2000 में शेयर बायबैक किए थे. तब एक शेयर को 400 रुपये में खरीदने की अनुमति दी गई थी. उस समय कंपनी ने 1.8 करोड़ शेयर वापस खरीदे थे.
क्या शेयरों के ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट के बारे में जानते हैं आप?
ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) एक ऐसा सेगमेंट है जहां शेयर केवल अनिवार्य डिलीवरी के आधार पर ट्रेड किए जा सकते हैं. इसका मतलब यह है कि ट्रेड-टू-ट्रेड शेयर की इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं हो सकती है. इस सेगमेंट के हर एक खरीदे/बेचे गए शेयर की पूरा पेमेंट देकर डिलीवरी लेनी पड़ती है. इस सेगमेंट में उपलब्ध शेयरों का निपटान ट्रेड-टू-ट्रेड आधार पर किया जाता है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चंदन तपाड़िया कहते हैं, "T2T सेगमेंट में इंट्राडे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं है. शेयरों की डिलीवरी लेना और उनका पूरा भुगतान जरूरी होता है."
2. T2T सेगमेंट में शेयर के जाने का पैमाना क्या है?
सेबी के साथ विचार-विमर्श के बाद स्टॉक एक्सचेंज किसी शेयर को T2T सेगमेंट में डालने या उससे निकालने का फैसला करते हैं. स्टॉक एक्सचेंज और सेबी की वेबसाइटों पर इसके पैमाने लिस्ट हैं. इसकी समय-समय पर समीक्षा होती है. समीक्षा के दिन प्रतिभूति को कम से कम 22 कारोबारी दिनों के लिए 5 फीसदी के प्राइस फिल्टर बैंड में होना चाहिए. इस मापदंड को न पूरा करने पर शेयर 'T'सेगमेंट में नहीं जा सकता है.
शेयर बायबैक पर विचार के लिए आज IEX बोर्ड की बैठक: विवरण
hi.investing.com 2 दिन पहले Investing.com
मालविका गुरुंग द्वारा
Investing.com -- प्रीमियर पावर ट्रेडिंग एक्सचेंज इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (NS:IIAN) 25 नवंबर को फोकस में रहेगा क्योंकि शेयर बायबैक के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए इसका बोर्ड उसी दिन बैठक करेगा।
18 नवंबर, 2022 को घरेलू बाजारों में फाइलिंग में, IEX ने सूचित किया कि उसके निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार, 25 नवंबर को होनी है, जिसमें कंपनी के पूरी तरह से चुकता इक्विटी शेयरों को वापस खरीदने के प्रस्ताव पर विचार और अनुमोदन किया जाएगा।
कंपनी की आचार संहिता के अनुपालन में, कंपनी की प्रतिभूतियों में लेन-देन के लिए ट्रेडिंग विंडो कंपनी के सभी अंदरूनी / नामित व्यक्तियों और उनके निकट संबंधियों के लिए 19 नवंबर से बाय बैक पर बोर्ड के निष्कर्ष के दो दिन बाद तक बंद रहेगी। इनसाइडर ट्रेडिंग के निषेध के लिए '।
इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में कितना जानते हैं आप? Stocks चुनने से लेकर इससे होने वाले फायदे यहां जानिए
Written By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 08, 2022 16:55 IST
Photo:INDIA TV इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में कितना जानते हैं आप?
Intraday Trading: यह शेयर बाजार खुलने से लेकर बंद होने की बीच की गई शेयर की खरीदी बिक्री की प्रक्रिया होती है। यहां पैसा लगाने वाले निवेशकों का मुख्य उद्देश्य लंबे समय तक शेयर को होल्ड करना नहीं बल्कि उसी दिन बाजार बंद होने शेयर ट्रेडिंग विचार के पहले बेचकर मुनाफा कमाना होता है।
इन बातों का रखे ध्यान
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय ध्यान रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए संबंधित ऑर्डर सही तरीके से तैयार करना होता है। यदि कोई ऐसा करने में विफल रहता है, तो उनका शेयर ट्रेडिंग विचार ब्रोकर आपकी स्थिति को चौपट कर सकता है अगर आप खुद से ट्रेडिंग कर रहे हैं तो नुकसान उठा सकते हैं।
चाहे शेयर ट्रेडिंग विचार कोई व्यक्ति अनुभवी हो या नया निवेशक, उसे इंट्राडे ट्रेडिंग में एक साथ होने वाली कई घटनाओं पर नजर रखना पड़ता है। इसलिए भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय रुझानों और संकेतकों पर नज़र रखने से बहुत मदद मिल सकती है। यहां कुछ संकेतक दिए गए हैं, जिन पर दिन के कारोबार के दौरान विचार किया जा सकता है, जो अच्छी कमाई में मदद कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
- नियमित आय अर्जित करने का मौका
- कम कमीशन शुल्क
- अधिक लाभ
- लिक्विडिटी
- बाजार में उतार-चढ़ाव के माध्यम से पूंजीगत लाभ
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें यह समझने के लिए निवेश करते समय सर्वोत्तम इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक की पहचान करना आवश्यक होता है, क्योंकि इसमें अपेक्षाकृत अधिक जोखिम होता है। ऐसे शेयर चुनें, जिन्हें बेचना भी आसान हो। जिन शेयरों की लिक्विडिटी अधिक होती है, उन्हें व्यक्ति आसानी से जब चाहे बाजार खुले रहने तक सेल कर सकता है। अगर आपके शेयर का कोई बॉयर नहीं होगा तो आप उसे किसको बेचेंगे, ऐसे में शेयर ट्रेडिंग विचार आपको नुकसान उठाना पड़ जाएगा।
Investors के लिए बड़ी खबर, लॉकडाउन की स्थिति में बंद हो सकता है Share Market
नई दिल्ली। अगर आप भी शेयर बाजार ( Share Market ) के निवेशकों में है तो आपके लिए यह खबर काफी जरूरी हैं। बाजार में लगातार देखने को मिल रही गिरावट को देखते हुए वित्त मंत्रालय ( Finance Ministry ) और सेबी ( Sebi ) दो ऑप्शन पर गंभीरता से विचार कर रही है। या तो सेबी और वित्त मंत्रालय शेयर बाजार के ट्रेडिंग टाइम में बदलाव किया जा सकता है। इसके अलावा लॉकडाउन सिचुएशन में बाजार को बंद करने के ऑप्शन पर विचार कर सकता है। आपको बता दें कि आज शेयर बाजार में फिर लोअर सर्किट ( Lower Circuit in Stock Market ) लगा और बाजार को 45 मिनट के लिए बंद करना पड़ा। दोबारा से बाजार के खुलने के बाद 12 फीसदी की गिरावट पर पहुंच गया।