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कौन हैं वरुण धवन की दुल्हनिया नताशा दलाल? जानें इनसे जुड़ी बातें

वरुण धवन और नताशा दलाल. (फोटो साभार: Instagram/VarunDhawan)

नताशा दलाल फैशन डिजाइनर हैं जिन्होंने न्यूयॉर्क से कोर्स पूरा किया है.

वरुण धवन और नताशा की मुलाकात 6वीं क्लास में हुई थी.

24 जनवरी को नताशा और वरुण सात फेरे लेने वाले हैं.

बॉलीवुड के फेमस एक्टर वरुण धवन मोस्ट एलिजबल बैचलर थे लेकिन अब वह अपनी गर्लफ्रेंड नताशा दलाल के साथ शादी के बंधन में बधने जा रहे हैं. भारत की बहुत सारी लड़कियां चॉकलेट ब्वॉय वरुण धवन अपने पुराने रिलेशनशिप को शादी का नाम देने जा रहे हैं. ऐसे में अगर आप वरुण धवन के फैन हैं तो आपको उनकी होने वाली दुल्हनिया नताशा दलाल के बारे में एक बार जरूर जानना चाहिए.

वरुण धवन और नताशा दलाल की 24 जनवरी को शादी होने जा रही है. शादी से पहले इनकी प्री-वेडिंग फंक्शन हुआ और इसमें बॉलीवुड के कई बड़े सितारे शामिल हुए.

नताशा मुंबई की रहने वाली एक फैशन डिजाइनर हैं. इन्होंने फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉदी (FIT), न्यूयॉर्क से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया. साल 2013 में नताशा भारत वापस आ गई थीं.

भारत आने पर नताशा ने अपना डिजाइन हाउस लॉन्च किया और इनके इस फैशन डिजाइन हाउस का नाम नताशा दलाल लेबल रखा. इनका यह लेबल ब्राइडल और वेडिंग आउटफिट्स बनाने के लिए लोकप्रिय है.

नताशा और वरुण एक-दूसरे को स्कूल टाइम से डेट कर रहे हैं. हाल ही में करीना कपूर के चैट शो व्हाट वुमन वॉन्ट में वरुण ने नताशा के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात की थी.जिसमें उन्होंने कहा कि नताशा के साथ उनकी पहली मुलाकात 6वीं क्लास में हुई थी. कई सालों तक दोनों बेस्ट फ्रेंड्स रहे और बाद में दोनों ने डेट करना शुरू किया.

वरुण धवन ने नताशा दलाल के साथ अपने रिश्ते को हमेशा प्राइवेट ही रखा. इसके पीछे की वजह ये थी कि नताशा को लाइमलाइट में रहना पसंद नहीं है. ऐसे में बहुत मौकों पर नताशा को वरुण के साथ स्पॉट भी किया गया.

वरुण धवन ने दो साल पहले इंस्टाग्राम पर नताशा के लिए अपने प्यार का इजहार किया था. वरुण ने नताशा को जन्मदिन विश करते हुए एक तस्वीर भी शेयर की थी.

वरुण धवन और नताशा दलाल 24 जनवरी यानी आज अलीबाग में शादी करने वाले हैं. उनकी शादी के लिए एक आलीशान मैंशन को बुक किया गया है. नताशा के पिता एक बिजनेसमैन हैं जो वरुण धवन के पिता डेविड धवन के अच्छे दोस्त भी हैं.

एबीपी न्यूज़ की खबर का असर, फर्जी एक सुरक्षित दलाल कौन है आधार कार्ड बनाने वालों पर हुई छापेमारी

देश की सुरक्षा के साथ कैसे खिलवाड़ होता है इसका खुलासा हुआ है एबीपी न्यूज के 'ऑपरेशन ठेंगे से' में.

By: ABP News Bureau | Updated at : 14 Nov 2017 12:04 PM (IST)

पटना: देश की सुरक्षा के साथ कैसे खिलवाड़ होता है इसका खुलासा हुआ है एबीपी न्यूज के 'ऑपरेशन ठेंगे से' में. आखिर कैसे रेलवे टिकट के लिए बन जाते हैं फर्जी आधार कार्ड जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं. फोटो किसी की, नाम एक सुरक्षित दलाल कौन है किसी का, उम्र किसी की, पता किसी का. सिर्फ डेढ़ सौ, दो सौ रुपए के लिए देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है. बंद कमरे में नहीं, बकायदा दुकान खोलकर. लेकिन ये दुकानें पुलिस को नहीं दिख रहीं, आरपीएफ को नहीं दिख रहीं, देश की सरकार और सिस्टम को नहीं दिख रही. इसीलिए जरूरी हुआ कि 'ऑपरेशन ठेंगे' से के तहत एक ऐसे स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दें, जिससे सरकारों के कान में आवाज पहुंचे, मंत्रियों की आंखें खुलें, पुलिस और दूसरी एजेंसियों के हाथ पैर चलें और आप देश में सुरक्षित रहें.

Operation Thenge se 3

ऐसे होता है गोरखधंधा

अंडरकवर रिपोर्टर मनोज वर्मा पटना में रेलवे स्टेशन के ठीक पास मां जगदंबा टूर एंड्र ट्रेवल्स की दुकान में पहुंचे. यहां सबसे पहले जाना कि क्या पटना से दिल्ली तक का कन्फर्म टिकट मिल जाएगा, जो रेलवे के सिस्टम में वेटिंग मिल रहा है.

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देश में ट्रेन में सफर करने के दौरान सिर्फ टिकट दिखाना ही सबकुछ नहीं होता, आपको ट्रेन में टिकट के साथ अपना मान्य पहचान पत्र दिखाना होता है. पहचान पत्र ना दिखाने की स्थिति में बिना टिकट के यात्रा मानी जाती है. एक PNR पर अगर चार यात्रियों का एक टिकट कटा हुआ है तो भी चारों को पहचान पत्र दिखाना अब जरूरी हो चुका है.

लेकिन पटना में रेलवे स्टेशन के पास की दुकान में ये दलाल पुराने नियम के मुताबिक ही बता रहा था कि एक ऐसे टिकट में अंडरकवर रिपोर्टर का नाम रहेगा, जिसमें एक यात्री अपनी पहचान दिखा देगा. लेकिन हम जानना चाहता थे कि क्या रेल टिकट की कालबाजारी के साथ क्या ये फर्जी आधार कार्ड भी बना देगा? ये दलाल 150 रुपए एक्स्ट्रा लेकर फर्जी आधार कार्ड पर रेल टिकट देने के लिए तैयार था.

पटना का ये दलाल पटना से दिल्ली तक की राजधानी एक्सप्रेस में चार हजार रुपए के बदले रेल टिकट और 150 रुपए में उस टिकट में दर्ज नाम से जुड़ा फर्जी आधार कार्ड बनाने की बात हमसे कर रहा था. लेकिन इस दलाल ने हमसे दो हजार रुपए के दो नोट, यानी चार हजार रुपए लेकर ही टिकट और फर्जी आधार कार्ड देने का बात कही. इसे पैसा देने के बाद हम इंतजार करने लगे. थोड़ी देर बाद दलाल जब वापस आया तो वो देश की सुरक्षा को दांव पर लगाने का इंतजाम करके आया था.

अंडरकवर रिपोर्टर मनोज वर्मा के हाथ में अब मनीष कुमार के नाम का एक रेल टिकट आ चुका था और थोड़ी देर बाद इस दलाल ने मनोज वर्मा को एक आधार कार्ड भी दे दिया. 4 हजार रुपये में पटना से दिल्ली तक का टिकट और आधार कार्ड दोनों मिल चुके थे. अब आप सोचिए, ऐसा ही रेल टिकट और फर्जी आधार कार्ड लेकर कोई आतंकी कितनी आसानी से ट्रेन में अपनी पहचान छुपाकर बैठ सकता है. बड़ी साजिश रच सकता है. पूरी ट्रेन में बैठे हजारों यात्रियों की जान को जोखिम में डाल सकता है.

Operation Thenge se 2

आखिर क्यों दलालों से टिकट लेने की जरूरत पड़ती है-

RailYatri.in के एक सर्वे में पता चला कि देश में रोज 10 लाख मुसाफिर ऐसे रह जाते हैं, जिनका टिकट वेटिंग में ही रह जाता है. सरकार का वादा है कि देश में 2020 तक सभी को कन्फर्म टिकट मिलेगा. कन्फर्म टिकट ना मिल पाने के कारण यात्री दलाल की सहायता एक सुरक्षित दलाल कौन है लेते हैं. देश में अभी किसी भी ट्रेन में टिकट बुकिंग चार महीने पहले शुरु होती है. देश भर में दलाल रेल विभाग के कर्मचारियों और आधुनिक तकनीकों की मदद से पहले ही कई नामों से टिकट बुक करके रख लेते हैं. ज्यादातर दलाल A कुमार, B कुमार, C कुमार जैसे नामों से टिकट की बुकिंग करके रख लेते हैं. अगर आपका नाम मनोज वर्मा है तो देखेंगे कि आपको एम कुमार का टिकट दे दें. और आपके नाम का टिकट नहीं दे पाए तो किसी और टिकट पर जो नाम है उसी का फर्जी पहचान पत्र बनाने का खेल चल रहा है.

Published at : 14 Nov 2017 एक सुरक्षित दलाल कौन है 07:33 AM (IST) हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

मनसुख मंडाविया ने फार्मा उद्योग से भारत को 'विनिर्माण केंद्र' बनाने का आह्वान किया

केन्द्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने भारत को निवेश के लिए सुरक्षित स्थान बताते हुए फार्मा उद्योग से देश को एक विनिर्माण केंद्र बनाने का आह्वान किया है।

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने भारत को निवेश के लिए सुरक्षित स्थान बताते हुए फार्मा उद्योग से देश को एक विनिर्माण केंद्र बनाने का आह्वान किया है।

मंडाविया ने 'फार्मा और मेडिकल उपकरण में अवसर और भागीदारी' पर बुधवार को आयोजित निवेशक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरकार द्वारा फार्मा उद्योग के लिए किए जा रहे सुधारों और देश को दुनिया में सबसे अच्छा निवेश गंतव्य बनाने के प्रयासों के बारे में बात की।

उन्होंने डिजिटल माध्यम से आयोजित सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं निवेशकों को बताना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा है। आप भारत में आएं और यहां उद्योग स्थापित करें। भारत एक सुरक्षित निवेश वातावरण प्रदान करता है जैसा कि आप अपने देशों में पाएंगे।’’

उन्होंने कहा कि सरकार देश में निवेश बढ़ाने के लिए लगातार कदम उठा रही है और वैश्विक फार्मा उद्योग को इसका लाभ उठाना चाहिए। सरकार देश को 'फार्मा हब' बनाने पर विचार कर रही है और इसी कड़ी में वह देश में तीन थोक दवा पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया में है।

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