व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा

यह देश में खाद्य तेलों के प्रबंधन की बहुआयामी रणनीति को समन्वित करता है अर्थात घरेलू स्रोतों से (i) खाद्य तेलों और इसकी उपलब्धता हेतु मांग का मूल्यांकन करना। मांग और पूर्ति असंतुलन को खाद्य तेलों के आयात से पूरा किया जाता है ताकि उचित स्तर पर उनके मूल्यों को बरकरार रखा जाए। (ii) यह खाद्य तेलों के मूल्यों को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार दोनों पर बारीकी से निगरानी रखता है और जब भी जरूरत हो आवश्यक नीतिगत उपायों के लिए पहल करता है। यह प्रभाग योग्य तकनीकी कार्मिकों से सुसज्जित है, जोकि मंत्रालय को खाद्य तेलों के समन्वित प्रबंधन, विशेष रूप से उत्पादन/उपलब्धता और कीमतों की निगरानी/नियंत्रण से संबंधित कार्यों में सहायता करता है।
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यह देश में खाद्य तेलों के प्रबंधन की बहुआयामी रणनीति को समन्वित करता है अर्थात घरेलू स्रोतों से (i) खाद्य तेलों और इसकी उपलब्धता हेतु मांग का मूल्यांकन करना। मांग और पूर्ति असंतुलन को खाद्य तेलों के आयात से पूरा किया जाता है ताकि उचित स्तर पर उनके मूल्यों को बरकरार रखा जाए। (ii) यह खाद्य तेलों के मूल्यों को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार दोनों पर बारीकी से निगरानी रखता है और जब भी जरूरत हो आवश्यक नीतिगत उपायों के लिए पहल करता है। यह प्रभाग योग्य तकनीकी कार्मिकों से सुसज्जित है, जोकि मंत्रालय को खाद्य तेलों के समन्वित प्रबंधन, विशेष रूप से उत्पादन/उपलब्धता और कीमतों की निगरानी/नियंत्रण से संबंधित कार्यों में सहायता करता व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा है।
खाद्य तेल परिदृश्य
तिलहन और खाद्य तेल दो अत्यधिक संवेदनशील आवश्यक वस्तुओं में से है। भारत विश्व में तिलहनों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है और यह क्षेत्र कृषि अर्थव्वस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, 17.08.2015 को कृषि मंत्रालय द्वारा जारी चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2014-15 (नवम्बर-अक्तूबर) के दौरान नौ तिलहनों की खेती से 26.68 मिलियन टन का अनुमानित उत्पादन हुआ। विश्व तिलहन उत्पादन में भारत का लगभग 6-7% अंश है। वित्तीय वर्ष व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा 2014-15 में लगभग 5.45 मिलियन टन तेल युक्त भोजन तिलहन और लघु तेल का निर्यात हुआ जिसकी कीमत 19280.21 करोड़ रूपए आंकी गई है।
भारत में सामान्यतया प्रयुक्त होने वाले तेलों की किस्में
भारत अपनी विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में उगाई जाने वाली तिलहन फसलों की व्यापक सीमाओं के लिए भाग्यशाली है। मूंगफली, सरसों/सफेद सरसों, तिल, कुसुम, अलसी, काले तिल का तेल/एरण्डी का तेल प्रमुख परंपरागत रूप से उगाए जाने वाले तिलहन हैं। हाल ही के वर्षों में सोयाबीन और सूरजमुखी ने भी महत्वपूर्ण स्थान ले लिया है। नारियल सभी पौधरोपित फसलों में सबसे महत्वपूर्ण है। केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों सहित आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु देश के उत्तर-पूर्वी भाग में आयल पाम उगाने के प्रयास किए जा रहे हें। गैर-परंपरागत तेलों में राइसब्रान तेल और बिनौला तेल अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। इसके अतिरिक्त पेड़ों और वन मूल के तिलहनों जो ज्यादातर आदिवासी वसागत क्षेत्रों में उगाए जाते हैं, तिलहनों के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रमुख तिलहनों की खेती के अनुमानित उत्पादन, सभी घरेल स्रोतों से खाद्य तेलों की उपलब्धता (घरेलू और आयात स्रोतों से) से संबंधित आंकड़े नीचे दिए गए हैं:-
भारत में खाद्य तेलों की खपत का ढांचा
भारत एक विशाल देश है और इसके अनेकों क्षेत्रों के निवासियों ने ऐसे कुछ तेलों के लिए खास पसंद विकसित की है जो अधिकतर उस क्षेत्र में उपलब्ध तेलों पर निर्भर करता है। उदाहरणत: दक्षिण और पश्चिम के लोग मूंगफली का तेल पसंद करते हैं, जबकि पूर्व और उत्तर वाले सरसों/सफेद सरसों का प्रयोग करते हैं। इसी तरह दक्षिण के कई क्षेत्रों में नारियल और तिल के तेल को पसंद करते हैं। उत्तरी मैदानों में बसे लोग मूलत: वसा के उपभोक्ता है और इसलिए वनस्पति को वरीयता देते है जिसमें सोयाबीन, सूरजमुखी, राइसब्रान तेल और बिनौला तेल जैसे तेलों के आंशिक रूप से हाइड्रोजेनेटेड खाद्य तेल मिश्रण को प्रयोग में लाया जाता है। पेड़ और वन मूल के तिलहनों में से कई नए तेलों ने वनस्पति माध्यम से खाद्य पूल में काफी हद तक अपना रास्ता बना लिया है। इसके बाद स्थितियां काफी बदल गई है। आधुनिक तकनीकी साधनों के माध्यम से जैसे कि वास्तविक परिष्करण, ब्लीचिंग और डी-ओडराइजेशन सभी तेल व्यवहारिक रूप से रंगहीन, सुगंधरहित व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा और स्वादरहित होते है और इसलिए रसोईघर में आसानी से आपस में बदल जाते हैं। तेल जैसे-सोयाबीन, बिनौला, सूरजमुखी, राइसब्रान, पाम तेल और उसके तरलांश पामोलीन जिसको पहले जाना भी नहीं जाता था वह अब रसोईघर में प्रवेश कर गए है। खाद्य तेल बाजार में कच्चे तेल, परिष्कृत तेल और वनस्पति का कुल अंश मोटे तौर पर क्रमश: 35%, 55% और 10% अनुमानित है। खाद्य तेलों की घरेलू मांग का लगभग 50% आयात से पूरा किया जाता है जिसमें से पाम तेल/पामोलीन का लगभग 80% हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों में परिष्कृत पामोलीन की खपत के साथ-साथ अन्य तेलों के साथ उसका मिश्रण काफी हद तक बढ़ गया है और होटल, रेस्टोरेन्ट और विभिन्न प्रकार के खाद्य उत्पादों को बनाने में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है।
खाद्य तेलों पर निर्यात आयात नीति
किसानों, संसाधनों और उपभोक्ताओं के हितों को संगत बनाने के क्रम में और ठीक उसी समय यथा संभावित खाद्य तेलों के विशाल आयात का विनियमन करने हेतु खाद्य व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा तेलों को आयात शुल्क संरचना की समय-समय पर समीक्षा की जाती है। कच्चे और परिष्कृत खाद्य तेलों पर वर्तमान में आयात शुल्क क्रमश: 12.5% और 20% है।
खाद्य तेलों के निर्यात पर 17.03.2008 से प्रतिबंध लगा दिया गया था। तथापि 5.2.2013 से इलेक्ट्रानिक डाटा इंटरचेंज (ईडीआई) बंदरगाहों से एरंडी तेल, नारियल तेल तथा अधिसूचित भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों और उपवन उत्पादों से उत्पादित कुछ खाद्य तेलों और जैविक खाद्य तेलों पर खाद्य तेलों के निर्यात पर लगे प्रतिबंध पर छूट दी गई है। 06.02.2015 से 5 किलो तक ब्रांडेड उपभोक्ता पैकों में खाद्य तेलों के निर्यात की अनुमति दी गई है बशर्तें कि न्यूनतम निर्यात मूल्य 900 प्रति मी.टन अमेरिकी डालर हो। थोक में राइस ब्रान तेल के निर्यात पर लगी रोक में दिनांक 06.08.2015 से छूट दी गई है।
कुशीनगर: उद्योग बंधु, श्रम बंधु व व्यापार बंधुओं की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई
उद्योग बंधु की बैठक में सर्वप्रथम पिछले कार्य वृत्ति व अनुपालन स्थिति जानी गयी। जिलाधिकारी उद्यमियों की समस्याओं से अवगत हुए व संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने वैसे उद्यमी जिनके ऋण बैंक से स्वीकृत नहीं हो पाए हैं उसके संदर्भ में यह निर्देश दिया कि उपायुक्त उद्योग के स्तर से आवेदनकर्ता की पात्रता व सभी संबंधित औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद उसे बैंक को अग्रसारित किया जाए। अग्रसारित होने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा आवेदन अस्वीकृत ना हो। सभी संबंधित लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण हेतु भी जिलाधिकारी ने निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने वैसे बैंकों की सूची प्रस्तुत करने को कहा जिन के स्तर से ऋण स्वीकृति के आवेदन लंबित हैं।उद्योग बंधु की बैठक में एक जनपद एक उत्पाद योजना की प्रगति भी जानी गयी तथा जिलाधिकारी ने उद्यमियों को प्रोत्साहित भी किया। उन्होनें कहा कि ओ डी ओ पी के तहत ऋण में सरकार द्वारा 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
बंगाल में कचरा फैलाने पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना
बंगाल. राज्य शहरी विकास एजेंसी (सूडा) ने बंगाल भर के सभी नागरिक निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे खाली पड़ी भूमि और अप्रबंधित जल निकायों पर कूड़ा डालने के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाएँ, और उल्लंघन के लिए दंड पर स्थायी डिस्प्ले बोर्ड लगाएं जो 1 रुपये तक हो सकता है। लाख।
यह कदम राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंटोमोलॉजिस्टों द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण के मद्देनजर उठाया गया था, जिसमें कहा गया था कि लगभग 50 प्रतिशत मच्छर-प्रजनन स्थल अप्रयुक्त कंटेनर थे और खुले में छोड़े गए अन्य त्याग किए गए सामान थे, जो प्रसार के लिए अग्रणी थे। डेंगू का।
15 नवंबर के सूडा आदेश में कहा गया है, "अप्रबंधित जल निकायों के जलग्रहण क्षेत्र में निवासियों के बीच पत्रक के माध्यम से व्यापक आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) का संचालन करें।"
कर्क आज का राशिफल : ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
आज का राशिफल बताता है कि कर्क राशि राशि के जातकों के लिए आज का दिन आर्थिक और व्यावसायिक दृष्टि से आज का दिन बहुत अच्छा है. आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे. बहुत लंबे समय के लिए निवेश की योजना बनाएंगे. आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. मित्रों और परिजनों के साथ समय अच्छा गुजरेगा. नए लोगों के साथ आपका संपर्क बढ़ेगा. व्यापारी अपने व्यापार को बढ़ाने का प्रयास करेंगे. दान-धर्म में आपकी रुचि बढ़ेगी.
आज का राशिफल बताता है कि सिंह राशि के जातकों के लिए आज का दिन वैचारिक स्तर पर विशालता और वाणी की मधुरता बनी रहेगी. आप दूसरे लोगों को प्रभावित करने के साथ ही उनके साथ संबंध भी बेहतर रख सकेंगे. बैठक या विचार-विमर्श में भी आपको सफलता मिलेगी. परिश्रम का अपेक्षित परिणाम न मिलने पर भी उस क्षेत्र में आप अवश्य आगे बढ़ सकेंगे. पाचनतंत्र से संबंधित कष्ट होने की संभावना अधिक है, इसलिए संभव हो, तो घर के खाने को प्राथमिकता दें.
कन्या आज का राशिफल : ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो
आज का राशिफल बताता है कि कन्या राशि के जातकों के लिए आज का दिन वाणी में मधुरता रहेगी. कारोबार में सुधार होगा. आय में बढ़ोरती के योग बन रहे हैं. कुटुम्ब-परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा. अफसरों से बातचीत में सन्तुलन बनाकर रखें. नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है. आत्मसंयत रहें. कार्यक्षेत्र में वृद्धि सम्भव है. खर्चों की अधिकता रहेगी. किसी मित्र के सहयोग से सम्पत्ति में निवेश कर सकते हैं. स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार होगा.
आज का राशिफल बताता है कि तुला राशि के जातकों के लिए आज का दिन पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. कारोबार में खर्च बढ़ सकते हैं. किसी मित्र से धन मिल सकता है. धैर्यशीलता बनाए रखें. सम्पत्ति में वृद्धि हो सकती है. धर्म-कर्म में रुचि व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा बढ़ेगी. भाई-बहनों से मतभेद हो सकते हैं. कार्यक्षेत्र में कठिनाइयां आ सकती हैं. खर्च अधिक रहेंगे. धर्मकर्म में व्यस्त रहेंगे. कारोबार में परिश्रम अधिक रहेगा. क्रोध के अतिरेक से बचें.
वृश्चिक आज का राशिफल : तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
आज का राशिफल बताता है कि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आज का दिन दैनिक कामों से बाहर निकल कर आज आप घूमने-फिरने और मनोरंजन के पीछे समय व्यतीत करेंगे. स्वजनों तथा मित्रों के साथ पिकनिक पर जा सकते हैं. कलाकार एवं कारीगरों को अपनी कला-कारीगरी प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा. व्यवसाय में भागीदारी के लिए शुभ समय है. दांपत्य जीवन में अधिक निकटता मिलेगी. सार्वजनिक जीवन में मान-सम्मान मिलेगा.
आज का राशिफल बताता है कि धनु राशि के जातकों के लिए आज का दिन किसी राजनेता से भेंट हो सकती है. पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. भागदौड़ अधिक रहेगी. खर्चों की अधिकता से चिंतित रहेंगे. शैक्षिक कार्यों पर ध्यान रखें. परिवार का सहयोग मिलेगा. कारोबार की स्थिति सन्तोषजनक रहेगी. स्वभाव में चिड़चिड़ापन भी रहेगा. जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं. कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक कार्य होंगे. परिवार में सम्मान की प्राप्ति होगी. वाहन सुख मिलेगा.
मकर आज का राशिफल : भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी
आज का राशिफल बताता है कि मकर राशि के जातकों के लिए आज का दिन बौद्धिक कार्यों एवं व्यवसाय में आप नई शैली अपनाएंगे. साहित्य तथा लेखन की प्रवृत्ति को गति मिलेगी. शरीर में बेचैनी और थकान का अनुभव होगा. संतान की समस्या चिंता का कारण बनेगी. लंबी यात्रा की संभावना है. विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों के साथ गहरी चर्चा में न उतरें. अनावश्यक खर्च से परहेज करें.
आज का राशिफल बताता है कि कुंभ राशि के जातकों के लिए आज का दिन शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे. मान-सम्मान की प्राप्ति होगी. कारोबार का विस्तार हो सकता है. पिता का सहयोग मिल सकता है. आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे. शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा. परिवार के साथ यात्रा पर जा सकते हैं. वस्त्रों पर खर्च बढ़ सकते हैं. माता से धन की प्राप्ति हो सकती है. स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा. भौतिक सुखों में वृद्धि होगी. कार्यक्षेत्र में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.