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Nadex ट्रेडिंग

Nadex ट्रेडिंग
FPO के जरिए किसान बड़ी पोजिशन भी ले सकेंगे. हो सकता है कि एक किसान के पास उतनी उपज ना हो जितनी एक लॉट में NCDEX पर डिलीवरी देनी हो.

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एनसीडीएक्स 24 पूरी तरह से मुफ्त एप्लीकेशन है जो एनसीडीएक्स की लाइव दरें प्रदान करता है।
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NCDEX Trading: फसल पर ज्यादा मुनाफे के लिए करना चाहते हैं ट्रेडिंग तो जानें ये जरूरी टिप्स

  • Khushboo Tiwari
  • Publish Date - June 17, 2021 / 10:06 AM IST

NCDEX Trading: फसल पर ज्यादा मुनाफे के लिए करना चाहते हैं ट्रेडिंग तो जानें ये जरूरी टिप्स

KCC कर्ज के लिए नोटिफाई फसल/क्षेत्र, फसल बीमा के अंतर्गत कवर किए जाते हैं. प्रथम वर्ष के लिए कर्ज की मात्रा कृषि लागत, फसल के बाद खर्च के Nadex ट्रेडिंग आधार पर निर्धारित किया जाएगा.

महीनों की मेहनत और इंतजार के बाद तैयार हुई फसल को सही दाम ना मिले तो किसानों को हताशा का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन, किसानों इस Nadex ट्रेडिंग बात को ध्यान में रखें कि वे सिर्फ मंडी ही नहीं, बल्कि एक्सचेंज पर तय भाव पर भी फसल बेच सकते हैं. भारत में दालों से लेकर मसालों तक की ट्रेडिंग के लिए एक्सचेंज हैं. इसमें सबसे ज्यादा वॉल्यूम यानी मात्रा में ट्रेडिंग होती है NCDEX पर. इस एक्सचेंज पर किसान कैसे अपनी फसल बेच सकते हैं, क्या हैं नियम और कौन करेगा मदद, आज हम यही जानकारी आपको देने जा रहे हैं.

किन बातों का रखें ध्यान?

रिसर्च जरूरी

एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) के कमोडिटी रिसर्च की AVP वंदना भारती कहती हैं कि किसान जो भी प्लेटफॉर्म चुनें उन्हें उसके बारे में पहले जानकारी हासिल करनी चाहिए. वे चाहे तो उसके बारे में सेशन अटेंड कर सकते हैं. किसानों को अगर मुनाफे के बारे में बताया जा रहा है तो उन्हें ट्रेडिंग से जुड़े जोखिम भी समझने होंगे. कोई भी ट्रेड लेने से पहले थोड़ा रिसर्च जरूरी है.

डिलीवरी की जानकारी लें

किसानों को ये जानकारी हासिल करनी होगी कि उनके इलाके में कहां से वे डिलीवरी दे सकते हैं या ले सकते हैं. डिलीवरी सिस्टम की समझ जरूरी है क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग अन्य शेयर बाजार जैसी ट्रेडिंग से अलग है. यहां असल में आपके उपज को खरीदार तक पहुंचाने में डिलीवरी सिस्टम ही काम आएगा. डिलीवरी यानी उत्पाद कहां और कैसे भेजना होगा.

SEBI ने चने के वायदा कारोबार पर कसी नकेल, नया कॉन्ट्रेक्ट लॉन्च नहीं होगा, नई पोजिशन की भी अनुमति नहीं

सेबी के आदेश के बाद अब NCDEX पर कोई भी अगला वायदा सौदा लॉन्च नहीं होगा, हालांकि अगस्त, सितंबर और अक्तूबर वायदा की एक्सपायरी तक इनमें कारोबार होता रहेगा।

भारत में तेजी से बढ़ा कमोडिटी बाजार, NCDEX का औसत दैनिक कारोबार मूल्य जुलाई में हुआ दो गुना

जुलाई में NCDEX का प्रदर्शन, कृषि मूल्य श्रृंखला में आवश्यक जोखिम प्रबंधन उत्पाद उपलब्ध कराने के निरंतर प्रयासों का परिणाम है

NCDEX की एग्री कमोडिटीज में बाजार हिस्‍सेदारी हुई 74%, एवरेज डेली टर्नओवर वैल्‍यू बढ़कर हुई 1945 करोड़ रुपये

जून में महत्वपूर्ण विशेषता यह रही कि, लगातार दसवें माह में परिष्कृत सोया तेल संविदा को भारत की सर्वोच्च एग्री डेरीवेटिव संविदा के रूप में नवाजा गया।

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ट्रेडिंग लीवरेज्ड उत्पाद जैसे विदेशी मुद्रा और डेरिवेटिव सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं क्योंकि वे आपकी Nadex ट्रेडिंग पूंजी के लिए उच्च स्तर का जोखिम उठाते हैं।. कृपया सुनिश्चित करें कि आप इसमें शामिल जोखिमों को पूरी तरह से समझते हैं, आपके निवेश के उद्देश्यों और अनुभव के स्तर को ध्यान में रखते हुए, व्यापार से पहले before, और यदि आवश्यक हो, स्वतंत्र सलाह लें. कृपया पूरा Nadex ट्रेडिंग जोखिम प्रकटीकरण पढ़ें.

एक्सचेंजों ने घटाया कमोडिटी ट्रेडिंग का Nadex ट्रेडिंग समय, अब सिर्फ 8 घंटे कारोबार

trading

BSE और NSE ने कहा कि COVID-19 के प्रकोप को देखते हुए 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से सेबी के साथ बातचीत कर ट्रेडिंग टाइमिंग को बदलने के बारे में निर्णय लिया गया है.

कमोडिटी पार्टिसिपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CPAI) के अध्यक्ष, नरिंदर वाधवा ने कहा कि इस कदम से 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद के बीच सभी सदस्यों को बड़ी राहत मिलेगी. इससे पहले CPAI ने बाजारों के नियामक सेबी से अनुरोध किया था कि वह समय में कटौती करें, क्योंकि वे मध्य रात्रि तक कार्यालय नहीं खोल सकते हैं.

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