क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए

मार्जिन ट्रेडिंग क्या है -What is Margin trading?
मार्जिन ट्रेडिंग (Margin Trading) एक तरह से उधार लिए गए पैसे से की गई ट्रेडिंग होती है इस ट्रेडिंग में हम अपने ब्रोकर से पैसा उधार लेते हैं तथा उसके बदले में उसे ब्याज देते हैं। मार्जिन ट्रेडिंग के कुछ फायदे तथा कुछ नुकसान भी होते हैं इसमें अगर किसी ट्रेडर के पास ज्यादा पैसा नहीं है लेकिन वह अपने अच्छी स्ट्रेटजी बनाकर काम कर सकता है और उसे अपने काम पर पूरा विश्वास है तो बिना पैसे भी वह ट्रेडिंग कर सकता है और अच्छा पैसा बना कर मार्जिन मनी को वापिस भी कर सकता है।
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी अभी कुछ नियम और शर्तें भी लेकर आ रहा है क्योंकि यह एक ऐसा जाल है जिसमें नए ट्रैक्टर फस जाते हैं और उन्हें काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि नई ट्रेडर को किसी भी स्टॉक में एंट्री तथा एग्जिट की जानकारी नहीं होती और इसी कारण से वह इसमें अपना नुकसान कर लेते हैं क्योंकि पैसा ब्याज पर लिया हुआ होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही हो जाता है और वह दोबारा से शेयर बाजार में आने से डरता है।
लेकिन वही किसी अच्छे तथा पुराने ट्रेडर के लिए यह एक अच्छी कमाई का जरिया भी बन सकता है क्योंकि वह अपनी नॉलेज या ज्ञान के अनुसार ट्रेड करके अच्छा पैसा बना सकता है। आपको अगर मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करनी है तो आप अपने ट्रेडर से एमटीएफ यानी मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को चालू करवा सकते हैं इसके लिए ब्रोकर आपसे इसे शुरू करने के लिए परमिशन लेगा और कुछ ईसाइन वगैरह भी चालू करवाएगा जिसकी वजह से ब्रोकर को आप परमिशन देंगे कि वह आपको मार्जिन फैसिलिटी देगा जिस पैसे से आप आने वाले समय में ट्रेड कर सकते हैं।
Table of Contents
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन
कुछ ब्रोकर इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको 5 गुना तक की मार्जिन फैसिलिटी प्रदान करते हैं इसका अर्थ यह है कि अगर आपके पास ₹25000 हैं और आप रीडिंग करना चाहते हैं तो आप ₹125000 के शेर खरीद सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन देना ब्रोकर के हाथ में होता है और अलग-अलग ब्रोकर अलग अलग तरीके से मार्जिन देते हैं और उनके लिए चार्ज करते हैं।
किसी भी नए ट्रेडर को मार्जिन फैसिलिटी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है जिसकी वजह से नई ट्रेडर अक्सर नुकसान करते हैं और उस नुकसान की वजह से वह दोबारा मार्केट में आने से डरते हैं या मार्केट में अपना पैसा लगाने का साहस नहीं कर पाते इस वजह से
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए खाता कैसे खोलें
अगर आप मार्जिन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको किसी अलग जगह पर खाता खुलवाने की जरूरत नहीं होती है आप अपने ब्रोकर से बात करके मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी (MTF) शुरू करवा सकते हैं और आसानी से मार्जिन ट्रेडिंग करना चालू कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अपने ब्रोकर से उसके चार्जेस तथा ब्याज के बारे में अवश्य पता करें क्योंकि आप यह जानकारी लिए बगैर ट्रेड करेंगे तो आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है और जिसको भर पाना बहुत ही मुश्किल होता है।
मार्जिन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्रोकर से मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को शुरू करवाना होता है तथा उसके बाद आप आपके ब्रोकर द्वारा दिए गए मार्जिन के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग इंट्राडे तथा शार्ट स्विंग ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। यह संपूर्ण है आपके ब्लॉक कर पर निर्भर करता है कि वह आपको किस तरीके की मार्जिन ट्रेडिंग के लिए आपको अलाव करता है और कितने प्रतिशत की मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी शुरू करता है और उसके चार्ज निर्धारित करना भी ब्लॉक कर के हाथ में होता है इसलिए आप अपने ब्रोकर से संपर्क करके पहले यह सारी जानकारी इकट्ठा जरूर कर लें और उसके बाद ही आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करें।
मार्जिन ट्रेडिंग एक नया नया फार्मूला शेयर बाजार में आया है और अभी है काफी ज्यादा प्रचलित हो रहा है क्योंकि बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनके पास ट्रेडिंग का ज्ञान तो होता है लेकिन लगाने के लिए पैसे नहीं होते तो अब वह अपने लिवरेज अमाउंट के साथ मार्जिन का इस्तेमाल करके मार्जिन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं और अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
आइए मार्जिन ट्रेडिंग को अब उदाहरण के साथ समझने का प्रयास करते हैं जैसे कि आप किसी ट्रेड क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए को लेते हैं जैसे कि आप ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो तो आप ₹10000 के साथ मार्केट में आते हैं और ₹50000 अपने ब्रोकर से मार्जिन लेकर ट्रेड करते हैं तो इस ट्रेड से होने वाला फायदा भी आपका होता है और इसमें होने वाला नुकसान भी आपका ही क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए होता है लेकिन ब्रोकर अपने मार्जिन मनी के बदले आपसे कुछ रुपए चार्ज करता है या कुछ प्रतिशत में यह अमाउंट होता है जो वह चार्ज करता है इसकी जानकारी आप पहले ही परोपकार से ले सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के फायदे | Benefits of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग की सहायता से आप कम पैसे लगाकर भी आप ज्यादा पैसे की ट्रेडिंग कर सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको छोटी अवधि के लिए ट्रेड की लेना होता है और जल्दी ही उससे प्रॉफिट कमा कर बाहर निकलना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आप ब्रोकर को ब्याज देखकर आसानी से मार्जिन उपलब्ध करवा सकते हैं आजकल ब्रोकर आसानी से यह सुविधा अपने ट्रेडर को देते हैं
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको 5 से 6 गुना तक का मार्जिन आसानी से मिल जाता है इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए और 2 गुना तक का मार्जिन आपको छोटी अवधि में ट्रेड करने के लिए क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए आजकल ब्रोकर उपलब्ध करवा रहे हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के नुकसान | Disadvantage of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग में अगर ट्रेडर को नुकसान होता है तो सारा नुकसान उसे खुद ही भुगतना पड़ता है साथ में ब्रोकर तो अपने margin ke पैसे का चार्ज वसूल करता है।
- इस तरह की ट्रेडिंग में अक्सर नए ट्रेडर को ज्यादा नुकसान होता है क्योंकि उसे अभी बाजार के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं होती और अक्सर वह अपना नुकसान कर लेता है क्योंकि वह कम पैसे में ज्यादा प्रेरित कर रहा होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही होता है और साथ में ब्रोकर को भी डाल देना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में ट्रैक्टर को सीमित समय के लिए ही पैसा मिलता है और उस अवधि के अंदर उसे अपने ट्रेड को उसके रोक करना अति आवश्यक होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी नए नियम ला रही है जिसमें नई ट्रेडर को मार्जिन सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
जैसा कि हमने मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश की है और आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी काफी अच्छी लगी होगी और ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें और ऐसे ही शेयर बाजार से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को पढ़ते रहें जिससे कि आप अपने प्रोफिट को और बढ़ा सकें।
अन्य पढें:-
मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से क्या
मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से आप अपने प्रॉफिट को और बना सकते हैं और उससे होने वाले लाभ ह ज्यादा मात्रा में ले सकते हैं।
क्या मुझे मार्जिन ट्रेडिंग का उपयोग करना चाहिए?
मार्जिन ट्रेडिंग एक बहुत ही जोखिम भरा कदम होता है अगर आपको आपके ट्रेड लेने पर पूरा भरोसा है तभी आप इसे इस्तेमाल करें अन्यथा आपको इस पर बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि इसमें आपको नुकसान भी मार्जिन मनी के साथ होता है तथा ब्रोकर को भी चार्ज पे करने पड़ते हैं।
एंजल ब्रोकिंग में मार्जिन क्या है
एंजेल वन में मार्जिन आप 5 गुना तक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ले सकते हैं तथा इसके लिए कुछ प्रतिशत चार्ज आपको एंजेल 1 को देना होता है और उसके बदले में आप उससे मार्जिन मनी ले सकते हैं
margin trading facility (MTF) क्या होती है।
मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी जो कि एक ब्रोकर द्वारा दी गई वह सुविधा है जिसमें आप कम पैसे में ज्यादा रेट ले सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं इसका उपयोग करने के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होता है।
नया मार्जिन नियम क्या है
नए मार्जिन नियम में कोई भी निवेशक अपना दे देता है तो वह है 80% रुपए अपने खाते में प्राप्त करता है तथा बचे हुए 20% राशि को वह टी प्लस 1 दिन में प्राप्त करता है।
सेबी का नया मार्जिन ट्रेडिंग नियम क्या है?
अभी अभी हाल ही में एक नया वर्जन ट्रेडिंग नियम ला सकती है जिसमें वह नई ट्रेक्टर के लिए इमरजेंसी सुविधा को उपलब्ध नहीं होने देगी जिससे कि नए ट्रैडर को नुकसान ना हो क्योंकि नया ट्रैडर ज्यादातर अपना नुकसान कर लेता है।
Muhurat Trading Kya Hai? दिवाली के दिन कुछ देर की लिए खुलता है शेयर बाजार? जानिए क्यों
Muhurat Trading in Hindi: क्या आप जानते है कि शेयर बाजार हर साल दीवाली के दिन कुछ घंटों के लिए खुलता है, इस सेशन को Muhurat Trading के नाम से जाना जाता है। आइए और विस्तार से समझते है कि Muhurat Trading Kya Hai? (What is Muhurat Trading in Hindi) और इसके क्या फायदें है।
Muhurat Trading in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार दीपावली जो कि रोशनी का त्योहार है, एक शुभ अवसर है। यह बुराई पर विजय, अज्ञान पर ज्ञान और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतिनिधित्व करता है। हर दूसरे धार्मिक त्योहार की तरह, दीवाल असंख्य मान्यताओं, रीति-रिवाजों और परंपराओं से घिरा हुआ है। मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) ऐसी ही एक परंपरा है।
हर साल, शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए समय निर्धारित करता है। 'मुहूर्त' शब्द एक भाग्यशाली समय को दर्शाता है। Muhurat Trading भारतीय व्यापारियों के बीच एक लगातार अभ्यास है। दिवाली के दिन यह एक घंटे का समय होता है जिसे स्टॉक निवेश के लिए भाग्यशाली माना जाता है। शेयर बाजार हर साल Muhurat Trading का समय तय करता है। आइए और विस्तार से समझते है कि Muhurat Trading Kya Hai? (What is Muhurat Trading in Hindi) और इसके क्या फायदें है।
Muhurat Trading Kya Hai? | What is Muhurat Trading in Hindi
Muhurat Trading in Hindi: मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों की महत्वपूर्ण व्यापारिक घटनाओं में से एक है, मुख्य रूप से दिवाली के संदर्भ में पूरे भारत में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। व्यापारी इस सुविधा का उपयोग अपने मुनाफे को बुक करने के लिए करते हैं और दिवाली सप्ताह के दौरान समय का मिलान करके नुकसान से बचते हैं। व्यापार का समय हिंदू कैलेंडर के आधार पर तय किया जाता है जिसमें सूर्योदय, दोपहर और सूर्यास्त के लिए अलग-अलग समय होता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र क्या है? | What is a Muhurat Trading Session in Hindi
Muhurat Trading से तात्पर्य उस ट्रेडिंग से है जो एक कैलेंडर द्वारा तय किए गए कुछ शुभ समय के दौरान होती है। व्यापार का यह रूप भारतीय शेयर बाजारों में कई वर्षों से प्रचलित है और हाल ही में शेयरों के व्यापार के वैकल्पिक तरीके के रूप में प्रमुखता प्राप्त की है।
इन 'व्यापारिक घंटों' का मुख्य उद्देश्य उन निवेशकों को अनुमति देना है जो पूरे वर्ष व्यापार में सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। इन ट्रेडिंग सेशन का अन्य उद्देश्य खुदरा निवेशकों को हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) प्लेटफार्मों के माध्यम से पूरे वर्ष तक पहुंच के बिना संस्थागत दलालों तक पहुंच की अनुमति देना है।
मुहूर्त ट्रेडिंग में शामिल होने से पहले ध्यान क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए रखने योग्य बातें
अपना ट्रेडिंग एकाउंट रजिस्टर्ड कराएं - अगर आपके पास अभी तक दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) के लिए NSE/BSE खाता नहीं है, तो सुनिश्चित करें कि आपने इसे पहले से अच्छी तरह से रजिस्टर कर लिया है ताकि ट्रेडिंग शुरू होने पर बाजार डेटा उपलब्ध हो और आपके प्रदर्शन को बाधित न करें।
अपने एकाउंट की दोबारा जांच करें - सुनिश्चित करें कि ट्रेडिंग शुरू होने पर सभी KYC दस्तावेज जैसे पहचान प्रमाण और पता प्रमाण अच्छी तरह से दृष्टि में हैं। अधूरी या गलत जानकारी बाद में पता चलने पर एक्सचेंजों से भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
वॉल्यूम लेवल की जांच करें - वॉल्यूम लेवल विशिष्ट एसेट के प्रति निवेशकों की रुचि के स्तर को दर्शाता है जो मुहूर्त ट्रेडिंग समय के दौरान कीमतों को सीधे प्रभावित करता है।
आपको ट्रेडिंग कब शुरू करनी चाहिए?
Muhurat Trading in Hindi: हालांकि अलग-अलग ब्रोकर आपको ट्रेडिंग के लिए खुलने के समय के बारे में अलग-अलग संकेत दे सकते हैं, आमतौर पर ब्रोकर ओपनिंग बेल से लगभग 20 मिनट पहले ट्रेडिंग करने का सुझाव देते हैं। हालांकि, अगर स्टॉक खुलने के 17 मिनट से अधिक समय तक बंद रहता है, तो तुरंत बाहर निकलें क्योंकि अचानक कीमतों में उतार-चढ़ाव अक्सर ऐसे समय में होता है, जब बाजार खुलने के बाद ब्रोकरेज द्वारा स्वचालित ट्रेडों को निष्पादित किया जाता है।
क्या मुझे ओपनिंग बेल पर शेयर खरीदना चाहिए?
यह काफी हद तक आपके लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यदि आप ऊपर की ओर बढ़ने से लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, तो शुरुआती घंटी पर खरीदारी करना आदर्श होगा क्योंकि स्टॉक अपने पिछले बंद मूल्य से अधिक खुलने की संभावना है। दूसरी ओर अगर आपका प्राथमिक लक्ष्य नुकसान से बचना है तो यह बेहतर होगा कि जब तक कीमतें शुरुआती घंटी के ठीक बाद भारी अस्थिरता के बाद स्थिर न हो जाएं, तब तक खरीदारी न करें।
आपको Diwali Muhurat Trading एनएसई सत्र में ट्रेडिंग करने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह अधिकतम लाभ कमाने का एक अच्छा अवसर है। चाहे आप स्टॉक या कमोडिटी, या किसी अन्य प्रकार के व्यवसाय में व्यापार कर रहे हों, हमेशा उतार-चढ़ाव होता है। कभी-कभी, अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण आपकी सबसे अच्छी योजनाएँ शुरू में ही विफल हो सकती हैं। इसलिए जब आप कोई नया प्रयास करने की योजना बनाते हैं तो उन सभी के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है जो प्रासंगिक हैं। इस तरह, आप ऐसे उपाय कर सकते हैं जो आपके पैसे, समय और ऊर्जा को बर्बाद नहीं होने देंगे, भले ही चीजें योजना के अनुसार न हों।
Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday Stock Kaise Select Kare
आज बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग करते है क्योकि इसके अन्दर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है और यही सोच कर बहुत से इन्वेस्टर इसके अन्दर ट्रेडिंग करते है लेकिन बहुत से इन्वेस्टर बिना सोचे स्टॉक सेलेक्ट करते है लोस में चले जाते है और अपना पैसा डूबा देते है
इसलिए सबसे पहले मार्किट रिसर्च करनी चाहिए जिस पैसे कमाने के ज्यादा चांस हो और डुबाने के कम चांस हो इस आर्टिकल में हम आपको कुछ टिप्स बतायेंगे जिस से इंट्राडे स्टॉक सेलेक्ट करके अच्छे पैसे कमा सकते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है intraday Stock Seletion Tips
इंट्राडे trading का मतलब है शेयर का एक ही दिन में खरीद कर उसी दिन बेच देना. जैसे की शेयर मार्केटिंग में शेयर को कम पैसो में खरीद के ज़्यादा पैसो में बेचना होता है. वैसे ही intraday trading में आपको शेयर को क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए खरीदना है और कम time में पैसे बढ़ने पर शेयर को उसी दिन बेच देना होता है. intraday Stock Seletion Tips
Intraday trading risky है, आपने जो शेयर ख़रीदा उसके पैसे उस दिन बढ़ेंगे या नहीं ये कोई नहीं कह सकता. इसलिए Intraday trading करने वाले ज़्यादातर full time investor होते है. जो हर वक़्त monitor पर निगहा रख, शेयर के prices को predict करने की कोशिश करते है.
Intraday के लिए Stock कैसे चुने
इंट्राडे Stock Selecton :-
अधिक VOLATILITY वाले शेयर खरीदना :- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा VOLATILITY वाले शेयर सही रहते है क्योकि Volatility का मतलब है शेयर के पैसो का जल्दी जल्दी कम या ज़्यादा होते रहना और Intraday trading में आप तभी फ़ायदा उठा सकते है जब शेयर का पीछे बहुत ज्यादा कम ज्यादा होता हो
और इसमें आप दोनों साइड रुपये कमा सकते है इसमें प्राइस कम होता है तो भी और बढ़ते है तो भी इसलिए आज बहुत से लोग Intraday के अंदर अच्छे पैसे कमाते है |
अच्छी Liquidity वाले शेयर ख़रीदे :- जिस शेयर में अच्छी Liquidity होती है उस शेयर से इन्वेस्टर अच्छे पैसे कमाते है क्योकि Liquidity से मतलब है की बहुत सारे share का market में available होना जिस से आसानी से उस शेयर को बेच सकते है और खरीद सकते है और अच्छे पैसे कमा सकते है
गर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने :- इंट्राडे ट्रेडिंग में ऐसे स्टॉक को सेलेक्ट करे जो या तो बहुत ज्यादा ऊपर हो या फिर बहुत ज्यादा डाउन हो यानि आपको Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने चाहिए तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।
सेक्टर के आधार पर स्टॉक चुने :– ज्यादा VOLATILITY वाले सेक्टर सही रहते है आप ध्यान रखे मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखनी चाहिए और उसी सेक्टर के स्टॉक सेलेक्ट करे |
FIX PROFIT लेकर शेयर बेच दे :- इसके अन्दर ज्यादा लालच न करे और एक फिक्स प्रॉफिट लेके शेयर सेल करे |
इंट्रा डे के लिए सबसे अधिक volatile शेयर एनएसई
Most volatile stock NSE for intraday :- जिस शेयर में प्राइस का मूवमेंट ज्यादा होता हैं उसको ही इंट्राडे के लिए सबसे बढ़िया शेयर माना जाता हैं |
- mahindra and mahindra – इस कंपनी का शेयर में आप बड़े आसानी से इंट्राडे का सौदा ले सकते हैं इसमें हर दिन 5 से 30 रूपए का मूवमेंट बना रहता हैं इसलिए आप आसानी से रोज इसमें आधा से 1% तक का मुनाफा कमा सकते हैं और इसका रोज का वॉल्यूम 5 से 20 लाख का है ।
- bajajfinsv – इस शेयर में रोज आप आसानी से केवल एक शेयर में पैसा लगाकर 100 रूपया तक कमा सकते हैं और इसमें यदि एक महीने की एवरेज वॉल्यूम की बात करे तो 2 से 5 लाख तक का हैं ।
- bajajfinance – इसमें रोज 10 से 25 लाख का वॉल्यूम आता है जिसके कारण यह शेयर ज्यादा मोलेटाइल रहता हैं और इसके प्राइस में मेभी उतार चढ़ाव ज्यादा रहता हैं ।
- maruti – इसके रोज प्राइस में 50 से 300 रूपए तक के मूवमेंट रहती हैं और वॉल्यूम 5 से 10 लाख के बीच है और इस लिहाज से आप इसको भी अस्थिर शेयर नसे मान सकते हैं ।
- hdfc – इसमें वॉल्यूम 30 से 50 लाख रोज का आता हैं और यह कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसके प्राइस का मूवमेंट 50 से 100 रूपए तक हैं ।
- icici bank – इसमें प्राइस का अंतर 20 से 100 रुपये तक का रहता हैं और वॉल्यूम इसमें 1 से 3 करोड़ तक रोज का है जो की सबसे ज्यादा हैं ।
- jswsteel – इस शेयर में रोज 80 लाख से 5 करोड़ तक का वॉल्यूम आसानी से देखने को मिल जाता है और इस वजह से आप इसमें भी इंट्राडे के लिए शेयर को खरीद क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए सकते हैं , इसकी प्राइस वॉल्यूम में डिफरेंस 20 से 100 तक का रहता है इस कारण इसमें आप 1 से 3 % का मुनाफा रोज कमा सकते हैं ।
- sbi – यह एक बैंक सेक्टर का शेयर है जिसका वॉल्यूम इंट्राडे के दौरान 3 से 5 करोड़ हैं और प्राइस में मूवमेंट 10 से 30 रूपए तक रहता हैं इसमें भी आप रोज इंट्राडे का दाव खेल सकते हैं ।
- heromotoco – यह ऑटोसेक्टर का दमदार शेयर हैं जिसकी रोज की वॉल्यूम 7 से 15 लाख रहती हैं और इसके प्राइस मूवमेंट में 20 से 100 रूपया तक का अंतर रहता है और इसमें आप रोजाना 1 % का मुनाफा आराम से कमा सकते हैं ।
- kotakbank – यह प्राइवेट बैंक का सबसे बढ़िया शेयर हैं जिसका रोज का ओलुमे 30 से 50 लाख के बिच रहता हैं और कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसमें 20 से 100 रूपए का अंतर रोज देखने को मिल जाता हैं इस शेयर में आप रोज 1 से 3 % का मुनाफा आराम सेबना सकते हैं बस आपको थोड़ा आपने स्ट्रेटेजी पर म्हणत करने की जरुरत पड़ेगी ।
इंट्राडे ट्रेडिंग नई रूल्स 2021 intraday Stock Seletion Tips
Intraday Trading New Rules 2021 :-एक मार्च 2021 से इंट्राडे के लिए नए नियम लागू हुए है जिसमे यदि आप अपने पैसे से इंट्राडे करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं है लेकिन आप कोई लवरेज के द्वारा इंट्राडे में कोई सौदा खरीदना चाहते हैं तो आपके अकॉउंट में 10 % अमाउंट होना जरुरी हैं ।
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क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए
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मार्जिन ट्रेडिंग क्या है -What is Margin trading?
मार्जिन ट्रेडिंग (Margin Trading) एक तरह से उधार लिए गए पैसे से की गई ट्रेडिंग होती है इस ट्रेडिंग में हम अपने ब्रोकर से पैसा उधार लेते हैं तथा उसके बदले में उसे ब्याज देते हैं। मार्जिन ट्रेडिंग के कुछ फायदे तथा कुछ नुकसान भी होते हैं इसमें अगर किसी ट्रेडर के पास ज्यादा पैसा नहीं है लेकिन वह अपने अच्छी स्ट्रेटजी बनाकर काम कर सकता है और उसे अपने काम पर पूरा विश्वास है तो बिना पैसे भी वह ट्रेडिंग कर सकता है और अच्छा पैसा बना कर मार्जिन मनी को वापिस भी कर सकता है।
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी अभी कुछ नियम और शर्तें भी लेकर आ रहा है क्योंकि यह एक ऐसा जाल है जिसमें नए ट्रैक्टर फस जाते हैं और उन्हें काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि नई ट्रेडर को किसी भी स्टॉक में एंट्री तथा एग्जिट की जानकारी नहीं होती और इसी कारण से वह इसमें अपना नुकसान कर लेते हैं क्योंकि पैसा ब्याज पर लिया हुआ होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही हो जाता है और वह दोबारा से शेयर बाजार में आने से डरता है।
लेकिन वही किसी अच्छे तथा पुराने ट्रेडर के लिए यह एक अच्छी कमाई का जरिया भी बन सकता है क्योंकि वह अपनी नॉलेज या ज्ञान के अनुसार ट्रेड करके अच्छा पैसा बना सकता है। आपको अगर मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करनी है तो आप अपने ट्रेडर से एमटीएफ यानी मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को चालू करवा सकते हैं इसके लिए ब्रोकर आपसे इसे शुरू करने के लिए परमिशन लेगा और कुछ ईसाइन वगैरह भी चालू करवाएगा जिसकी वजह से ब्रोकर को आप परमिशन देंगे कि वह आपको मार्जिन फैसिलिटी देगा जिस पैसे से आप आने वाले समय में ट्रेड कर सकते हैं।
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इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन
कुछ ब्रोकर इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको 5 गुना तक की मार्जिन फैसिलिटी प्रदान करते हैं इसका अर्थ यह है कि अगर आपके पास ₹25000 हैं और आप रीडिंग करना चाहते हैं तो आप ₹125000 के शेर खरीद सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन देना ब्रोकर के हाथ में होता है और अलग-अलग ब्रोकर अलग अलग तरीके से मार्जिन देते हैं और उनके लिए चार्ज करते हैं।
किसी भी नए ट्रेडर को मार्जिन फैसिलिटी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है जिसकी वजह से नई ट्रेडर अक्सर नुकसान करते हैं और उस नुकसान की वजह से वह दोबारा मार्केट में आने से डरते हैं या मार्केट में अपना पैसा लगाने का साहस नहीं कर पाते इस वजह से
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए खाता कैसे खोलें
अगर आप मार्जिन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको किसी अलग जगह पर खाता खुलवाने की जरूरत नहीं होती है आप अपने ब्रोकर से बात करके मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी (MTF) शुरू करवा सकते हैं और आसानी से मार्जिन ट्रेडिंग करना चालू कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अपने ब्रोकर से उसके चार्जेस तथा ब्याज के बारे में क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए अवश्य पता करें क्योंकि आप यह जानकारी लिए बगैर ट्रेड करेंगे तो आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है और जिसको भर पाना बहुत ही मुश्किल होता है।
मार्जिन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्रोकर से मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को शुरू करवाना होता है तथा उसके बाद आप आपके ब्रोकर द्वारा दिए गए मार्जिन के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग इंट्राडे तथा शार्ट स्विंग ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। यह संपूर्ण है आपके ब्लॉक कर पर निर्भर करता है कि वह आपको किस तरीके की मार्जिन ट्रेडिंग के लिए आपको अलाव करता है और कितने प्रतिशत की मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी शुरू करता है और उसके चार्ज निर्धारित करना भी ब्लॉक कर के हाथ में होता है इसलिए आप अपने ब्रोकर से संपर्क करके पहले यह सारी जानकारी इकट्ठा जरूर कर लें और उसके बाद ही आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करें।
मार्जिन ट्रेडिंग एक नया नया फार्मूला शेयर बाजार में आया है और अभी है काफी ज्यादा प्रचलित हो रहा है क्योंकि बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनके पास ट्रेडिंग का ज्ञान तो होता है लेकिन लगाने के लिए पैसे नहीं होते तो अब वह अपने लिवरेज अमाउंट के साथ मार्जिन का इस्तेमाल करके मार्जिन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं और अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
आइए मार्जिन ट्रेडिंग को अब उदाहरण के साथ समझने का प्रयास करते हैं जैसे कि आप किसी ट्रेड को लेते हैं जैसे कि आप ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो तो आप ₹10000 के साथ मार्केट में आते हैं और ₹50000 अपने ब्रोकर से मार्जिन लेकर ट्रेड करते हैं तो इस ट्रेड से होने वाला फायदा भी आपका होता है और इसमें होने वाला नुकसान भी आपका ही होता है लेकिन ब्रोकर अपने मार्जिन मनी के बदले आपसे कुछ रुपए चार्ज करता है या कुछ प्रतिशत में यह अमाउंट होता है जो वह चार्ज करता है इसकी जानकारी आप पहले ही परोपकार से ले सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के फायदे | Benefits of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग की सहायता से आप कम पैसे लगाकर भी आप ज्यादा पैसे की ट्रेडिंग कर सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको छोटी अवधि के लिए ट्रेड की लेना होता है और जल्दी ही उससे प्रॉफिट कमा कर बाहर निकलना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आप ब्रोकर को ब्याज देखकर आसानी से मार्जिन उपलब्ध करवा सकते हैं आजकल ब्रोकर आसानी से यह सुविधा अपने ट्रेडर को देते हैं
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको 5 से 6 गुना तक का मार्जिन आसानी से मिल जाता है इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए और 2 गुना तक का मार्जिन आपको छोटी अवधि में ट्रेड करने के लिए आजकल ब्रोकर उपलब्ध करवा रहे हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के नुकसान | Disadvantage of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग में अगर ट्रेडर को नुकसान होता है तो सारा नुकसान उसे खुद ही भुगतना पड़ता है साथ में ब्रोकर तो अपने margin ke पैसे का चार्ज वसूल करता है।
- इस तरह की ट्रेडिंग में अक्सर नए ट्रेडर को ज्यादा नुकसान होता है क्योंकि उसे अभी बाजार के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं होती और अक्सर वह अपना नुकसान कर लेता है क्योंकि वह कम पैसे में ज्यादा प्रेरित कर रहा होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही होता है और साथ में ब्रोकर को भी डाल देना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में ट्रैक्टर को सीमित समय के लिए ही पैसा मिलता है और उस अवधि के अंदर उसे अपने ट्रेड को उसके रोक करना अति आवश्यक होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी नए नियम ला रही है जिसमें नई ट्रेडर को मार्जिन सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
जैसा कि हमने मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश की है और आशा करता हूं कि आपको यह क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए जानकारी काफी अच्छी लगी होगी और ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें और ऐसे ही शेयर बाजार से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को पढ़ते रहें जिससे कि आप अपने प्रोफिट को और बढ़ा सकें।
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मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से क्या
मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से आप क्या मुझे कोशिश करनी चाहिए और ट्रेडिंग कैसे शुरू करनी चाहिए अपने प्रॉफिट को और बना सकते हैं और उससे होने वाले लाभ ह ज्यादा मात्रा में ले सकते हैं।
क्या मुझे मार्जिन ट्रेडिंग का उपयोग करना चाहिए?
मार्जिन ट्रेडिंग एक बहुत ही जोखिम भरा कदम होता है अगर आपको आपके ट्रेड लेने पर पूरा भरोसा है तभी आप इसे इस्तेमाल करें अन्यथा आपको इस पर बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि इसमें आपको नुकसान भी मार्जिन मनी के साथ होता है तथा ब्रोकर को भी चार्ज पे करने पड़ते हैं।
एंजल ब्रोकिंग में मार्जिन क्या है
एंजेल वन में मार्जिन आप 5 गुना तक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ले सकते हैं तथा इसके लिए कुछ प्रतिशत चार्ज आपको एंजेल 1 को देना होता है और उसके बदले में आप उससे मार्जिन मनी ले सकते हैं
margin trading facility (MTF) क्या होती है।
मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी जो कि एक ब्रोकर द्वारा दी गई वह सुविधा है जिसमें आप कम पैसे में ज्यादा रेट ले सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं इसका उपयोग करने के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होता है।
नया मार्जिन नियम क्या है
नए मार्जिन नियम में कोई भी निवेशक अपना दे देता है तो वह है 80% रुपए अपने खाते में प्राप्त करता है तथा बचे हुए 20% राशि को वह टी प्लस 1 दिन में प्राप्त करता है।
सेबी का नया मार्जिन ट्रेडिंग नियम क्या है?
अभी अभी हाल ही में एक नया वर्जन ट्रेडिंग नियम ला सकती है जिसमें वह नई ट्रेक्टर के लिए इमरजेंसी सुविधा को उपलब्ध नहीं होने देगी जिससे कि नए ट्रैडर को नुकसान ना हो क्योंकि नया ट्रैडर ज्यादातर अपना नुकसान कर लेता है।