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डीमैट खाता खोलें

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डीमैट अकाउंट क्या होता है और Demat Account Kaise Khole

डीमैट-खाता खोलने के लिए शीर्ष -10-कारण

GIMP ऑनलाइन संपादक के लिए एक डीमैट-खाता खोलने के लिए शीर्ष -10-कारणों के लिए मुफ्त चित्र डाउनलोड या संपादित करें। यह एक ऐसी छवि है जो ऑफीडॉक्स में अन्य ग्राफिक या फोटो संपादकों के लिए मान्य है जैसे कि इंकस्केप ऑनलाइन और ओपनऑफिस ड्रा ऑनलाइन या ऑफीडॉक्स द्वारा लिब्रे ऑफिस ऑनलाइन।

शेयरों में शामिल होना चाहते हैं? पहले एक डीमैट खाता खोलें। हां, शेयरों का सौदा करने के लिए सबसे पहले डीमैट खाता खोलना होगा। मूल रूप से, एक डीमैट खाता और कुछ नहीं बल्कि यह एक ऐसा खाता है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने स्टॉक को बनाए रखने में सक्षम बनाता है। डीमैट खाता होने के बहुत सारे महत्व हैं जैसे स्टॉक डीमैट खाते में डीमैटरियलाइज्ड आकार में रहते हैं, डीमैट खाते में शेयरों को आसानी से स्थानांतरित किया जा सकता है, डीमैट खाता त्वरित और आसान व्यापार में मदद करता है। के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करें डीमैट खाते और इसके महत्व और शेयरों में सौदा।

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एक डीमैट अकाउंट से दूसरे में कैसे ट्रांसफर करें शेयर? तरीका है बेहद आसान, जानें यहां

एक डीमैट अकाउंट से दूसरे में शेयरों को ट्रांसफर किया जा सकता है और यह बेहद आसान है. (Image- axisbank.com)

NSDL और CDSL जैसे डिपॉजिटरीज के साथ आप शेयरों का ट्रांसफर ऑनलाइन या ऑफलाइन, दोनों ही तरीके से कर सकते हैं. ऑफलाइन ट्रांसफर के लिए आपको डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप यानी DIS की जरूरत पड़ेगी.

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 25, 2022, 07:00 IST

Share Transfer From Demat Account: स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट खाता (Demat Account) होना जरूरी है. आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. कई बार निवेशक एक से अधिक डीमैट अकाउंट खुलवा लेते हैं. इससे इन अकाउंटों पर अलग-अलग नजर रखना मुश्किल हो जाता है. एक डीमैट खाते से निवेशकों को अपने सभी शेयरों को एक साथ देखने में मदद मिलती है. यह ऐसे निवेश से रिटर्न की पूरी तस्‍वीर भी एक जगह दिखाता है.

अगर आपके भी कई डीमैट खाते हैं तो आप एक डीमैट अकाउंट से शेयर दूसरे डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं. ऐसा करने से आप अपने इन्वेस्टमेंट और रिटर्न्स पर एक ही खाते से नजर रख सकते हैं. एक डीमैट अकाउंट से दूसरे में शेयरों को ट्रांसफर किया जा सकता है और यह बेहद आसान है.

क्या है प्रोसेस
NSDL और CDSL जैसे डिपॉजिटरीज के साथ आप शेयरों का ट्रांसफर ऑनलाइन या ऑफलाइन, दोनों ही तरीके से कर सकते हैं. ऑफलाइन ट्रांसफर के लिए आपको डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप यानी DIS की जरूरत पड़ेगी. DIS में ट्रांसफर किए जाने वाले शेयरों का ISIN नंबर, कंपनी का नाम और जहां इन्‍हें ट्रांसफर किया जा रहा है वह डीमैट अकाउंट और उसका डीपी आईडी दर्ज करना होगा. अब इस फॉर्म को पुराने वाले ब्रोकर ऑफिस में जमा करना होगा.

शेयर ट्रांसफर करने का ऑनलाइन प्रोसेस
अगर शेयर सीडीएसएल के साथ हैं तो शेयरों को ऑनलाइन ट्रांसफर किया जा सकता है. इस सिस्टम का नाम है ‘इजीएस्‍ट’ प्‍लेटफॉर्म. इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट web.cdslindia.com/myeasi/Home/Login लिंक का इस्‍तेमाल करके रजिस्‍टर करना होगा. जिस डीमैट खाते में शेयरों को ट्रांसफर करना है, उस डीमैट खाते को जोड़ना होगा. एक बार अकाउंट के जुड़ जाने पर 24 घंटे बाद आप पुराने डीमैट अकाउंट से नए में अपने स्टॉक ट्रांसफर कर सकते हैं.

कैसे खोलें डीमैट अकाउंट
शेयरों में निवेश के लिए इन्‍हें खुलवाना अन‍िवार्य है. आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलें डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. इसके लिए पैन, बैंक अकाउंट, पहचान और पते का प्रूफ की जरूरत होती है. किसी ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर डीमैट खाता खोला जाता सकता है. इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा. इस फॉर्म में आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्‍स भरनी होंगी.

फॉर्म के साथ आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड और कैंसिल्‍ड चेक की स्‍कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. इन डाक्यूमेंट के साथ आपकी तस्‍वीर के साथ स्‍कैन किए हुए सिग्‍नेचर की भी जरूरत होती डीमैट खाता खोलें है.

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शेयर मार्केट में निवेश: डीमैट अकाउंट खोलते समय ट्रांजेक्शन और मेंटेनेंस चार्ज सहित इन 5 बातों का रखें ध्यान, इससे आपको मिलेगा ज्यादा फायदा

अगर आप शेयर मार्केट में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके बिना आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। कहीं भी डीमैट अकाउंट खोलने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस ब्रोकेज हाउस में आप डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं वो आपको कौन-कौन सी सुविधाएं देता और आपसे इसके बदले में कितना चार्ज लेगा। हम आपको ऐसी 5 बातों के बारे में बता रहें हैं जिनका ध्यान आपको डीमैट अकाउंट खोलते समय रखना चाहिए।

ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
भारत में ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं। जबकि उनमें से ज्यादातर आजकल मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं। वे इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) फीस ले सकते हैं। डीमैट अकाउंट की फीस के अलावा सालाना मेंटेनेंस चार्ज और ट्रांजेक्शन फीस की भी जांच करें, कि आपके डीमैट अकाउंट का सालाना खर्च कितना है। ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है।

अन्य सुविधाओं के बारे में जानें
कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं। कई ब्रोकरेज फर्म आपको समय-समय पर रिसर्च उपलब्ध कराती रहती हैं जो आपको सही जगह निवेश करने में मदद कर सकता है। ऐसे में जान लें आपका ब्रोकरेज हाउस आपको क्या-क्या सुविधा देगा। यदि आप उन निवेशकों में से हैं जिनके पास ट्रेडिंग के लिए ज्यादा समय नहीं है तो आप ऐसे ब्रोकेज हाउस का चयन कर सकते हैं जिसका मार्केट ट्रैकिंग के लिए मोबाइल ऐप हो।

डीमैट और ट्रेडिंग खाते की सुविधा
इक्विटी और डेरिवेटिव में ट्रेडिंग में लगातार एक्टिविटी होती रहती है। क्योंकि एक सेकंड की देरी भी फायदा और नुकसान के बीच अंतर को ज्यादा या कम कर सकती है। आपके लिए यह सबसे अच्छा है यदि आपका ब्रोकर 2-इन-1 डीमैट और ट्रेडिंग खाता आपको देता हैं। जिससे आप दो अलग-अलग ब्रोकरों के होने पर लेनदेन में देरी से बच सकें। ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है।

डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं। जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं।

पोर्टफोलियो की जानकारी भी जरूरी
कई ब्रोकरेज हाउस आपके पोर्टफोलियो की जानकारी आपको समय-समय पर देते रहते हैं। इससे आपको अपने निवेश से मिलने वाले रिटर्न की जानकारी रखने में मदद मिलेगी।

कनेक्टिविटी का रखें ध्यान
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं। ब्रोकरेज हाउस का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है। हालांकि अब ज्यादातर ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं।

कैसे खोलें ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग खाता, जानें इस रिपोर्ट में

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यदि आप सोच रहे हैं कि ऐसा कैसे करें, लेकिन अपने पैसे की सुरक्षा और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, तो यहां वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया को नेविगेट करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक सरल विवरण दिया जा रहा है।

पात्रता

18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति डिमैट और ट्रेडिंग खाता डिजिटल रूप से खोल सकता है। उसी के लिए अनिवार्य दस्तावेज पैन, बैंक खाता, पहचान और पते के प्रमाण हैं।

आवश्यक दस्तावेज:

केवाईसी
रद्द किए गए चेक, बैंक स्टेटमेंट, इनकम प्रूफ, सिग्नेचर कॉपी और पैन कार्ड कॉपी सहित वित्तीय दस्तावेज

मिनटों में ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें:

चरण 1: एक डिपॉजिटरी प्रतिभागी चुनें
आपको जो पहली चीज करनी है, वह डिपॉजिटरी प्रतिभागी चुनें। यह एक अधिकृत बैंक, एक वित्तीय संस्थान या एक दलाल हो सकता है जिसके साथ आप अपना डीमैट खाता खोलना चाहते हैं।

चरण 2: डीमैट खाता खोलना
चुने हुए डिपॉजिटरी प्रतिभागी की वेबसाइट पर जाएं और ओपन डीमैट अकाउंट टैब पर क्लिक करें। अपना मूल विवरण जैसे नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भरें। कुछ ब्रोकर आधार का उपयोग करके डीमैट खाते खोलने की अनुमति भी देते हैं।

चरण 3: खाता खोलने की फीस का भुगतान करें
नेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अपने ब्रोकर को खाता खोलने के शुल्क का भुगतान करें।

रखरखाव शुल्क पर फिर से देखें
डीमैट खाता खोलना एक छोटी सुविधा शुल्क के साथ आता है। अपने डीमैट खाते के साथ आरंभ करने से पहले, इससे जुड़े आरोपों के लिए दस्तावेज़ को ध्यान से पढ़ें, जैसे डीमैट खाता खोलना, रखरखाव, लेन-देन, और डीमैट खाता खोलें संरक्षक शुल्क। ये शुल्क हर वित्तीय भागीदार के लिए अलग-अलग होते हैं।

प्रोफेशनल की मदद लें
जैसे ही आप अपनी वित्तीय यात्रा शुरू करते हैं, निवेश के साधनों पर निष्पक्ष दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है जो आपके पक्ष में काम करता है। यहां, प्रमाणित पेशेवर एक उद्देश्यपूर्ण वित्तीय योजना तैयार करने में आपकी सहायता कर सकते हैं, क्योंकि वे 200 से अधिक शाखाओं में पांच करोड़ से अधिक ग्राहकों को किक-स्टार्ट करने और उनकी वित्तीय यात्रा को बनाए रखने में सहायता कर रहे हैं।

डिपॉजिटरी एक बैंक की तरह है, जहाँ प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है। भारत में दो डिपॉजिटरी हैं- नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL)। डिपॉजिटरी एक्ट के तहत, निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (डीपी) के माध्यम से इन डिपॉजिटरीज की सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।

ध्यान दें कि खाता खोलते समय एक नॉमिनी जोड़ना महत्वपूर्ण है। एक बार जब आपका खाता खोलने का आवेदन हो जाता है, तो आपको एक डीमैट खाता संख्या और एक ग्राहक आईडी मिलेगी।

डिपॉजिटरी प्रतिभागी आपको एक लाभार्थी स्वामी पहचान संख्या प्रदान करेगा जो आपके भविष्य के सभी लेनदेन के लिए आवश्यक होगी। आप अपने प्रदाता से एक या दो सप्ताह में एक स्वागत किट प्राप्त करेंगे।

Demat Account क्या होता है, डीमैट अकाउंट के प्रकार, कैसे खोले जानकारी

आज हम इस पोस्ट में Demat Account के बारे में जानेंगे कि डीमैट अकाउंट क्या होता है और Demat Account Kaise Khole इसका क्या उपयोग है, डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं, सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है डीमैट अकाउंट कैसे खुलवाते है, डीमैट अकाउंट खुलवाने के कितने रुपये लगते है.

डीमैट अकाउंट क्या होता है और Demat Account Kaise Khole

डीमैट अकाउंट क्या होता है और Demat Account Kaise Khole

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Demat Account Kya Hai

डीमैट अकाउंट क्या है: डीमैट अकाउंट एक De-Materialize शेयर को Hold करने वाला Account होता है. जिसका उपयोग Stock Exchange से शेयर को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है. Demat Account एक ऐसा Account है जिसके बिना कोई भी व्यक्ति शेयर मार्केट से शेयर को न तो खरीद सकता और न ही बेच सकता.

पहले के समय में Share कागज़ों में हुआ करते थे और उन्हें ब्रोकर की मदद से Stock Exchange में जा कर ख़रीदा जाता था. लेकिन जब Stock Exchange को Digital किया गया उसी के साथ शेयर को भी Digital कर दिया गया. इसलिए आज के समय में आप डीमैट अकाउंट की मदद से ही शेयर को Digitally Buy और Sell करते है.

Demat Account Kya Hota Hai

डीमैट अकाउंट क्या होता है: डीमैट अकाउंट एक सेविंग अकाउंट की तरह होता है जिस में हम अपने पैसों को सुरक्षित रखते है. ठीक इसी प्रकार Demat Account में हम Stock Exchange से ख़रीदे गए शेयर्स को सुरक्षित रखते है. चुकी डीमैट अकाउंट एक सेविंग अकाउंट की तरह काम करता है. इसलिए जिस प्रकार हम सेविंग अकाउंट में पैसों का लेन देन करते है ठीक इसी तरह हम डीमैट अकाउंट में भी शेयरों का लेन-देन कर सकते है.

डीमैट अकाउंट में आपको शेयर को सुरक्षित रखने के अलावा और भी कई सुविधा मिलती है जैसे Credit Limit, Long Time Investment Option आदि.

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं

डीमैट अकाउंट मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है. Regular Demat Account, Repatriable Demat Account, Non-Repatriable Demat Account जो की दो तरह के लोगों के लिए होते है पहले जो की देश के मूल निवासी है दुसरे NRI जो की देश के मूल निवासी नहीं है. यह दोनों की प्रकार के लोग बिना किसी असुविधा के Share Market में निवेश कर सके इसलिए इन दोनों के लिए अलग-अलग डीमैट अकाउंट की सुविधा दी गई है.

  • Regular Demat Account (यह अकाउंट बाकि सभी देश के मूल निवासीयों के लिए होता है)
  • Repatriable Demat Account (यह उन NRI लोगों के लिए होता है जो की मूल निवासी नहीं है लेकिन शेयर मार्केट में शेयर को बेचना और खरीदना चाहते है विदेशी मुद्रा से)
  • Non-Repatriable Demat Account (यह account उन लोगों के लिए होता है जो की सिर्फ निवेश करना चाहते है विदेशी मुद्रा से और वह देश के मूल निवासी नहीं है)

Demat Account Kaise Khole

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें: आप खुद अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते है जिसको खुलवाने की सामान्य फीस 300-700 Rs लगती है. इसके लिए आपको सबसे पहले किसी brokerage firm किस online website पर जाना है या फिर आप उनकी mobile app को भी download कर सकते है. दोनों जगह आपको Demat Account के लिए apply करना है. जिसमे आप से Pan Card, Aadhar Card, Mobile Number, Email Id, photo मांगे जायेंगे यह documents को आप submit कर के बड़ी ही आसानी से अपना demat account खोल सकते है.

Zerodha, Angel One, ICICI Direct, Kotak Securities, HDFC Securities में आप अपना demat account खुलवा सकते है. यह सब india की top Brokerage Firm है जो की आपको Zero Mantinance Demat Account की सुविधा देती है. यह सब Brokerage Firm आपको Credit Limit, Low Charges के साथ और भी कई सारी सुविधा देती है.

इनमे account खोलना बहुत ही आसान है और आप अगर अपना demat account खोलना चाहते है तो नीचे दी गई link पर click कर के इनकी वेबसाइट पर जा सकते है और अपना account खोल सकते है.

Demat Account Ke Liye Document

डीमैट अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको कुछ documents की जरुरत पड़ेगी जिन के बिना आप डीमैट अकाउंट नहीं खुलवा सकते तो चलिए उन डॉक्यूमेंट के बारे में जाने लेते है.

  • Saving Account जिसमें Internet Banking की सुविधा हो
  • Pan Card होना अनिवार्य है बिना पैन कार्ड के डीमैट अकाउंट नहीं खोल सकते
  • Passport size Photo और Address Proof
  • एक Cancelled Check जिसकी जरूरत पड़ सकती है
  • Aadhar Card आपकी KYC के लिए
सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है

वह Demat Account सबसे अच्छा होता है जो की आपको सबसे कम Annual Maintenance Fee और Transactions Fee ले और इसी के साथ वह SEBI की NSDL या CDSL की DP में Register हो. क्योंकी SEBI (Securities and Exchange Board of India) के द्वारा दो Organization को डीमैट अकाउंट खोलने कि जिम्मेदारी दी गई है NSDL or CDSL यह दोनों Organizations में Register Depository Participant (DP) ही डीमैट अकाउंट खोल सकते है. इनके अलावा और कोई डीमैट अकाउंट नहीं खोल सकता.

NSDL को हम (National Securities Depository Limited) or CDSL (Central Depository Securities Limited) कहते है. इन दोनों Organization में 500+ से भी ज्यादा DP Register है जिनमें से किसी के पास भी हम अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते है क्योंकि चाहे आप किसी भी DP के पास अपना खाता खुलवायें सभी DP SEBI के प्रति जवाबदार होंगे.

मार्केट में कई सारे Depository Participants है जिनके पास आप अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते है जिनमें से कुछ के नाम है Reliance Money, Share Khan, Zerodha, Angel Broking, Kotak Securities, Motilal Oswal आदि.

डीमैट अकाउंट के फायदे
  • डीमैट अकाउंट में आप digital शेयर को खरीदते और बैचते है इसलिए आपको इनके ख़राब होने की चोरी होने की कोई चिंता नहीं करनी पड़ती
  • डीमैट अकाउंट में आपको Credit Loan, Credit Limit जैसी सुविधा मिलती है जो आपके पास कम पैसे होने या न होने पर भी stock exchange में शेयर को खरीदने की सुविधा देती है
  • डीमैट अकाउंट में आप सभी ख़रीदे गए शेयरों में होने वाले बदलाब देख सकते है और नुकसान होने से पहले उन्हें बेच सकते है.
  • डीमैट अकाउंट में जा कर आप सीधे शेयर को खरीद सकते है और बैच सकते है इसके लिए आपको किसी की जरुरत नहीं पड़ती.
डीमैट अकाउंट के नुकसान
  • जब भी आप stock exchange से शेयर खरीदते है तो आपको एक अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है जिसे Transactions Fee कहते है जो की एक नुकसान ही माना जाता है.
  • आप अगर एक साल तक कोई भी शेयर को न खरीदते और न ही बेचते तो भी आपको अपने डीमैट अकाउंट की Annual Maintenance Fee देनी पड़ती है जो की एक extra खर्चा होता है
  • Demat Account आज कल online होते है तो वह व्यक्ति जिसे mobile या computer की जानकारी नहीं है वह डीमैट अकाउंट नहीं चला सकता.
  • Account Freez एक ऐसी समस्या है जो की निवेशकों को झेलनी पड़ती है. जहाँ अगर आप कुछ समय के लिए अपना demat account login न करे तो आपका account Freez हो जाता है जिसे फिर unfreez करवाना पड़ता है.
Demat Meaning in Hindi

Demat Meaning in Hindi: डीमैट का मतलब De-Materialize होता है. इसका मतलब है इस ऐसा दस्तावेज़ जो की कागज में न हो. जिसे हम digital document भी कह सकते है. डीमैट का उपयोग सबसे ज्यादा डीमैट अकाउंट के लिए किया जाता है क्योंकी यह वह account होता है जो की digital share को रखने का काम करता है.

Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account Meaning Hindi: डीमैट अकाउंट हमारे बैंक अकाउंट कि तरह ही होता है जिसका उपयोग हम शेयरों और अन्य Securities को रखने के लिये करते है.

जिस तरह हम बैंक अकाउंट में पैसे रखते है ठीक उसी तरह हम डीमैट अकाउंट में शेयरों को रखते है. बस फर्क सिर्फ इतना सा है की बैंक अकाउंट में हम पैसों का लेन-देन करते है और डीमैट अकाउंट में हम शेयरों का लेन-देन करते है.

आपको हमारी यह पोस्ट डीमैट अकाउंट क्या होता है और Demat Account Kaise Khole इसका क्या उपयोग है, डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैंअगर पसंद आई तो इसे आपने मित्रों के साथ Share करना ना भूले अगर आपके मन में कोई सवाल है तो comment कर के पूछ सकते है.

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