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पैसा में खाता प्रकार

पैसा में खाता प्रकार
Types of Bank Accounts, बैंक खातों के प्रकार, Types of Account in Hindi: दोस्तों उम्मीद करते है की आपको Current Account, Saving Account, Recurring Deposit Account और Fixed Deposit Account यह bank में खातों के चारो प्रकार के बारे में पूरी और सही जानकारी मिली होगी। अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों में शेयर करे और हमे कमेंट्स करके बताये।

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कितने दिन हो गए बैंक खाते से पैसे निकाले… चेक कर लें, कहीं ‘बंद’ तो नहीं हो गया, शुरू करने का ये है तरीका

कितने दिन हो गए बैंक खाते से पैसे निकाले. चेक कर लें, कहीं

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jun 27, 2021 | 7:17 AM

बैंक के कई ग्राहकों की शिकायत है कि हाल के कुछ महीनों में उन्होंने खाते से ट्रांजेक्शन नहीं किया है जिसके चलते अकाउंट ‘इनऑपरेटिव’ या बंद हो गया है. खाता तभी शुरू होगा जब आप बैंक में जाकर इसकी दरखास्त देंगे. कुछ जरूरी अपडेशन और पूछताछ के बाद ही खाता फिर से बहाल हो पाएगा. इसके लिए आपका लेटेस्ट केवाईसी अपडेट भी करना पड़ सकता है.

टि्वटर पर एक ग्राहक ने ऐसी पैसा में खाता प्रकार ही शिकायत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से की है. ग्राहक का कहना है कि स्टेट बैंक ने उनके बेटे का अकाउंट लॉक कर दिया है सिर्फ इस बात पर कि एक नियत समय तक उस खाते से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है. खातेदार बताते हैं कि बैंक ने इस बात की पॉलिसी बनाई है कि अगर एक निश्चित अवधि तक खाते से लेनदेन न हो तो उसे निष्क्रिय या इनऑपरेटिव कर दिया जाएगा. अकाउंट होल्डर के फोन पर इस बात का मैसेज गया है कि अकाउंट बंद कर दिया गया है और उसे पुनः शुरू कराने के लिए ब्रांच जाना होगा.

बैंक जाना जरूरी

बैंक की इस पॉलिसी की लोग बहुत आलोचना कर रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि सरकार भीड़-भाड़ रोकने के लिए की तरह के जतन कर रही है. बैंकों में भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. उसमें स्टेट बैंक ने ऐसी पॉलिसी क्यों बनाई कि बीच कोरोना में लोगों के खाते बंद किए जा रहे हैं और उसे शुरू कराने के लिए ब्रांच में जाना पड़ेगा. इससे तो ब्रांच में और भीड़ बढ़ेगी. कोरोना का खतरा और पैदा होगा. कई ग्राहकों की शिकायत है कि उनके खाते में कई-कई हजार रुपये पड़े हैं लेकिन उसे इनऑपरेटिव बताकर बंद कर दिया है. खाता शुरू कराने के लिए बैंक में आने की बात कही जा रही है.

हर खाते का अपना एक नियम है कि कितने दिन बाद उसे इनऑरेटिव कर दिया जाएगा, अगर लेनदेन न हो. बैंकों की तरफ से पासबुक या रूलबुक में इसकी पूरी जानकारी दी जाती है. हो सकता है कि अलग-अलग खाते के लिए नियम अलग हो, लेकिन एक निश्चित निमय जरूर है. इस नियम के मुताबिक, आपको खाते में डिपॉजिट कोई भी कर सकता है, आप भी कर सकते हैं, लेकिन विड्रॉल जरूरी है. यह 2 साल के बीच किया जाना चाहिए और इसे बंद नहीं होना चाहिए. विड्रॉल नहीं करने पैसा में खाता प्रकार पर खाता इनऑपरेटिव हो जाता है. एक बार खाता इनऑपरेटिव हो जाए तो उसे शुरू करने के लिए केवाईसी कराना जरूरी है. एक बार जैसे ही विड्रॉल करते हैं, खाता फिर से ऑपरेटिव हो जाता है.

खाता क्यों होता है इनऑपरेटिव

हाल में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. साइबर अपराधी लोगों की जानकारियां चुराते हैं फिर अकाउंट पर हाथ साफ करते हैं. ऐसे में अगर कोई खाता बहुत दिन से बिना इस्तेमाल के रहे तो खतरा बढ़ सकता है. इसे देखते हुए बैंक उसे इनऑपरेटिव कर देते हैं ताकि उस खाते का गलत इस्तेमाल न हो सके. बाद में बैंक ग्राहक को जानने के लिए केवाईसी अपडेट करते हैं और उसे फिर से चालू कर देते हैं. यह नियम खाते की सुरक्षा के लिए ही बनाया गया है. इस नियम को सरकार ने बनाया है न कि बैंक ने.

एसबीआई का नियम है कि हाई रिस्क कस्मटर के लिए हर दो साल पर एक बार केवाईसी अपडेट कराना जरूरी है. मीडियम रिस्क वाले कस्टमर के लिए 8 साल और लो रिस्क वाले के लिए 10 साल में एक बार केवाईसी अपडेट कराना जरूरी होता है.

बचत खाता और चालू खाता में क्या अंतर है

बैंक खातों

नमस्कार दोस्तों, आज के समय में कोई भी इंसान कड़ी मेहनत करके पैसे कमाते है तो वो पैसे बचने के बारे में सोचते है तभी वो बैंक में खाते खुलने के बारे में सोचते है। अगर आप बैंक में अकाउंट खोलवाने जाते है तो आप से एक सवाल पूछा जाता है कि आप बचत खाता या चालू खाता में से कौन-सा खाता खुलवाना चाहते है। और आप ये बात सुनकर कन्फ्यूज्ड हो जाते है। तो में आज आप लोगो को बताने वाला हु कि बचत खाता (Saving Account) और चालू खाता (Current Account) क्या है और इन दोनों में क्या अंतर होता है।

बचत खाता (Saving Account):-

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बचत खाते को इंग्लिश में हम saving account कहते है। बचत खाता आम नागरिको के लिए होता है। जिसमे आप अपने कामये हुए पैसे में से खर्च करने के बाद जो पैसे आपके पास बचता है, उसी पैसे को बैंक में जमा करते है। यह खाता आम नागरिको के लिए फायदेमंद होता है क्युकि खाते में जमा राशि का आपको 3 से 6% की दर से आपको ब्याज मिलता है। अलग-अलग बैंक अलग-अलग ब्याज दर देता है।

Current Account in Hindi - चालू खाता

Current Account या चालू खाता खोलने के लिए आपको हमेशा अपने खाते में एक तय की हुई राशि या amount को रखना पड़ता है ताकि आपका अकाउंट बंद ना हो।

ज्यादातर Current Account या चालू खाता मुख्यतः व्यवसाय, फार्म या कंपनी इनके काम के लिए ही चालू किया जाता है। करंट अकाउंट में आपको सेविंग अकाउंट की तरह ब्याज नही मिलता।

Current Account तरह के खाते में आपको Transfer, Direct Debits, Bank Overdraft, Internet Banking ऐसी कई तरह की सुविधा मिलती है और आप इस account में दिन में जितनी बार चाहे उतनी बार Amount को Deposit और Withdrawal कर सकते है इसकी कोई लिमिट नही है।

लेकिन आपको इस प्रकार के अकाउंट में अपने जमा किये राशि या अमाउंट पर किसी भी प्रकार का Interest या व्याज नहीं मिलता है, बल्कि आपको Commercial Services और Facilities Provide करने के लिए bank आपसे charges जरुर लेती है।

Saving Account in Hindi - बचत खाते की जानकारी और बचत खाता के नियम

Saving Account या बचत खाता नाम से ही स्पष्ट है, की यह खाता बचत या Saving करने के लिए बना गया है। Saving account ओपन करने के लिए आपको bank में एक तय की हुई राशि जमा करनी पडती है, ताकि आपका अकाउंट ओपन हो जाये। वह अमाउंट 100 से 1000 रुपए तक हो सकती है, और यह amount आपको हमेशा के लिए account में रखनी पडती है।

कोई भी व्यक्ति अपने पर्सनल काम के लिए Saving Account ही ओपन करता है। इसमे आप दिन में 5 फ्री लेन देन कर सकते है लेकिन 5 से ज्यादा लेन देन हुआ तो आपको कुछ शुल्क देना पड़ता है। (हर बैंक के लिए यह लेन देन के नियम विभिन्न हो सकते है)

Current Account या चालू खाते में आपको आपके जमा किये राशि या amount पर ब्याज नही मिलता लेकिन आपको saving account खोलने से एक यह फायदा होता है की, इसमे आपको ब्याज मिलता है और RBI ने यह व्याज दर पहले 4% निर्धारित किया था,

Recurring Deposit Account In Hindi - आवर्ती जमा खाता

अगर आप एक निश्चित राशी या अमाउंट नियमित रूप से बचत के लिए जमा करना चाह्ते है, तो आप Recurring Deposit Account या आवर्ती जमा खाता इसका उपयोग कर सकते है।

Recurring Deposit Account यह अकाउंट RD के नाम से भी जाना जाता है। RD यह अपने पैसों को saving करने की एक ऐसी स्कीम है जिसमे आप हर महीने एक तय की हुई राशी या amount जमा कर सकते है और आपने जमा की हुई राशी के साथ आपको एक निर्धारित व्याज दर से उस राशी पर व्याज भी मिलता है।

जैसा की आपने 2 साल के लिए RD Account ओपन किया है और आप उसमे हर महीने 2000 रूपये जमा करते है और आपके RD के 2 साल complete हो जाने पर आपको हर महीने जमा की हुई राशी या amount के साथ उसका निर्धारित व्याज भी मिलता है।

नॉर्मली इसका ब्याज दर 6% से 9% तक होता है और आपको एक बात ध्यान रखनी चाहिए की RD का ब्याज दर कालावधि के साथ बदलता रहता है।

Fixed Deposit Account - सावधि जमा खाता

भारत में सभी bank जैसे SBI, BoI, PNB, ICICI Bank, BoB, Canara Bank यह 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि के लिए Fixed Deposit की Scheme Provide करते हैं।

Fixed Deposit Account को FD, Term Deposit, Bond या मियादी जमा खाता भी कहते है। Fixed Deposit Account या सावधि जमा खाते में एक निश्चित कालावधि के लिए एक विशेष amount या राशी जमा की जाती है। RD अकाउंट की तरह आप इस खाते में से समय के पहले पैसे नही निकाल सकते।

Fixed Deposit Account (सावधि जमा खाता) में आप एक बार ही पैसा जमा कर सकते है और एक ही बार निकाल सकते है। अगर आप कालावधि पूरा होने के पहले बैंक से पैसे निकालते है, तो आपको bank को penalty देनी पड़ती है। और हर bank की तय की गयी penalty amount याने जुर्माना राशी अलग अलग रहती है और इससे आपका account हमेशा के लिए बंद भी हो सकता है।

आपके Saving Account पर रहती है आयकर विभाग की नजर, जानिये कितना पैसा जमा करना फायदेमंद

क्या आपको पता है कि बचत खाते में कितना रकम जमा करनी चाहिए, जिसे टैक्स के दायरे में न आए। दरअसल सरकार ने ब्लैक मनी पर रोक लगाने बैंकों, कॉरपोरेट्स, पोस्ट ऑफिस और एनबीएफसी के साथ वित्तीय रिपोर्टिंग को पेश करना आवश्यक कर दिया है।

आपके Saving Account पर रहती है आयकर विभाग की नजर, जानिये कितना पैसा जमा करना फायदेमंद

आज के समय में हर आदमी का बैंक में खाता जरूरत होता है। हालांकि नौकरीपेशा या कारोबारियों को एक से ज्यादा खातों को इस्तेमाल करते हैं। वैसे तो सेविंग अकाउंट में कितना भी पैसा जमा कर सकते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बचत खाते में कितना रकम जमा करनी चाहिए, जिसे टैक्स के दायरे में न आए। दरअसल सरकार ने ब्लैक मनी पर रोक लगाने बैंकों, कॉरपोरेट्स, पोस्ट ऑफिस और एनबीएफसी के साथ वित्तीय रिपोर्टिंग को पेश करना आवश्यक कर दिया है। जब खाते में ट्रांजेक्शन रकम ज्यादा हो। इसके दायरे में पैसे जमा करना व निकालना, शेयर मार्केट में इंवेस्ट, क्रेडिट कार्ड बिल, विदेशी करेंसी खरीद और संपत्ति में लेन देन आते हैं। इनकम टैक्स नियमों के अनुसार बैंकिंग सेक्टर को वित्त वर्ष के दौरान कर विभाग को 1 साल के उन अकाउंट की जानकारी उपलब्ध करानी होती है। जिसमें नियमित तौर पर दस लाख रुपए या उससे अधिक की जमा या निकासी हुई है। यह लिमिट कस्टमर के एक या उससे अधिक बचत खातों में जमा रकम की समग्र रूप से देखी जाती है। वहीं एक वित्तीय साल में बैंक खाते में 10 पैसा में खाता प्रकार लाख से या उससे अधिक के ट्रांजेक्शन करने पर अधिकारियों को सूचित करना चाहिए। ऐसी स्थिति में अगर किसी के सेविंग अकाउंट में अधिक लेनदेन हुआ है तो उसे अलर्ट रहना चाहिए। हालांकि करंट अकाउंट में सीमा 50 लाख रुपए से अधिक है। होस्टबुक लिमिटेड के संस्थापक कपिल राणा का कहना है कि लोगों को इनकम टैक्स के नियम 114ई की जानकारी होना चाहिए। जिससे किसी प्रकार की परेशानी ना हो।

SBI Bank New Rule : SBI मे खाता है ATM से पैसा निकालने का नया नियम लागू वर्ना अटक जाएगा पैसा

SBI ATM New Rule : अगर आपका खाता SBI Bank मे है, और आपके पास एटीएम है, तो अब इसमे बहुत बडा बदलाव हुआ है, जिसे ज्यादातर लोग नही जानते है, ऐसे मे उनके लिए यह बहुत ही बडी खबर है, ATM से पैसे निकालते वक्त इस नए नियम के बारे मे भारत के ज्यादातर नागरिको को पता होना आवश्यक है, नही तो आपके पैसे अटक सकते है, ऐसे मे इससे सम्बन्धित पूरी अपडेट नीचे प्रस्तुत की गई है, जिसे ध्यान से पढे और जाने।

SBI BANK NEW RULE

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