स्टॉक ट्रेडिंग

गोल्ड अकाउंट

गोल्ड अकाउंट
उनसे मिलने वाले अनेक लाभों के साथ, गोल्ड ईटीएफ गोल्ड में निवेश करने के लिए आदर्श विकल्प हैं। आप चाहे अनुभवी निवेशक हैं या अपने निवेश की यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, तो हमेशा अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना याद रखें। अपने निवेश की नियमित आधार पर समीक्षा करें तथा अपने वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करें। यदि आप गोल्ड में निवेश करने में रुचि रखते हैं, तो इसे अपने पोर्टफोलियो के 5-10% तक सीमित रखें।

भारत में डिजिटल गोल्‍ड खरीदने के लिए शीर्ष 4 ऐप्‍स और प्‍लेटफॉर्मस

Gold saving account क्या है?और इसके फायदे क्या है?

मान लीजिए आप बैंक में जाकर अपने खाते में 6,000/- रूपये जमा कराते हैं।और उस दिन बाजार में सोने का मूल्य 30,000/- रूपये प्रति 10 gram है।तो बैंक आपके खाते में या पासबुक में उक्त राशि यानी रूपये 6,000/- जमा करने के बदले उस दिन के बाजार भाव के अनुसार 2 ग्राम (सोने की मात्रा) चढ़ा देते हैं तो आप कैसा महसूस करेंगे ?

Gold saving account क्या है?और इसके फायदे क्या है?

जी हां !! जन धन योजना की अपार सफलता और उस योजना के प्रति लोगों के असीम उत्साह को देखते हुए सरकार एक और नया बैंक अकाउंट लाने जा रही है।जिसका नाम है गोल्ड सेविंग अकाउंट ( Gold Saving Account ) जिससे लोगों को मिलेगा दोहरा फायदा।कोई भी व्यक्ति इस अकाउंट को खुलवा सकता है।और किसी भी बैंक में या उसकी ब्रांच में यह अकाउंट आसानी से खुलवाए जा सकते हैं।गोल्ड सेविंग अकाउंट भी बैंक में खुलने वाले अन्य एकाउंट्स की तरह ही होंगे।

गोल्ड सेविंग अकाउंट की विशेषताएं

  • Gold Saving Account खोलने वक्त ग्राहक को कम से कम 1 ग्राम सोने की राशि के बराबर की राशि बैंक में अपने खाते में जमा करनी होगी।
  • गोल्ड सेविंग अकाउंट के खाते में पैसा व सोना दोनों ही जमा किए जा सकते हैं।
  • ग्राहक के पासबुक में जमा की गयी धनराशि की जगह उक्त राशि की कीमत के सोने की मात्रा की ही एंट्री की जाएगी जैसे अगर किसी ग्राहक ने अपने खाते पर 9,000/-रूपये जमा किये तो बैंक उसके खाते में 3 ग्राम सोना चढ़ा देगा बजाय 9,000/-रूपये चढ़ाने के।अगर उस दिन बाजार में सोने की कीमत 30,000/-रूपये प्रति 10 ग्राम होगा तो।
  • सेविंग अकाउंट की तरह ही Gold Saving Account भी बैंक की विभिन्न शाखाओं में तथा पोस्ट ऑफिस में खोले जा सकेंगे।
  • इनमें जमा धनराशि में ब्याज भी मिलेगा और ब्याज खाते में जुड़ता चला जाएगा।
  • खाताधारक जब भी चाहे अपने खाते से पैसा या सोना निकाल सकता है इसकी कोई भी समय सीमा निर्धारित नहीं है।
  • जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज तथा अतिरिक्त सोने पर कोई भी कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा।
  • जब भी कोई ग्राहक बैंक में रकम जमा करेगा तो उस दिन के बाजार भाव के हिसाब से ग्राहक के खाते में सोने की मात्रा जीएसटी तथा इंपोर्ट शुल्क (आयात शुल्क)के साथ चढ़ाई जाएगी। इसी तरह रकम निकालने के दौरान भी उस दिन के सोने के बाजार भाव के हिसाब से ग्राहक के पास विकल्प होगा।या तो वह सोने ले ले या सोने की कीमत की धनराशि को ले ले। यह पूरी तरह ग्राहक की इच्छा पर ह़ी निर्भर करेगा।

गोल्ड सेविंग अकाउंट का उद्देश्य

  • लोगों को सेविंग अकाउंट के द्वारा सोना उपलब्ध कराना।
  • सोने के आयात में कमी लाना।यानी इससे सोने की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए सोने के आयात पर निर्भरता कम होने की संभावना है। Gold saving account योजना से बाजार में सोने का प्रवाह बढेगा।और निश्चित रूप से सोने की मांग के अनुरूप बाजार में ज्यादा सोना उपलब्ध रहेगा।
  • सरकार Gold Saving Account योजना को हर बड़े-छोटे शहरों,गांवों और दूरस्थ इलाकों में जोरदार ढंग से लॉन्च करना चाहती है। ताकि हर व्यक्ति को इस योजना के बारे में पता चल सके और हर व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सके।
  • Gold Saving Account योजना सिर्फ बैंक में ही नहीं पोस्ट ऑफिसों में भी शुरू की जाएगी।ताकि व्यक्ति अपने निकटतम पोस्ट ऑफिस में जाकर अपना खाता खुलवा सके। तथा इस योजना का अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।

5पैसा

5पैसा एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से खरीद, बिक्री और ट्रेडिंग का अनुभव हासिल कर सकते हैं। यह आपको आपके बजट के अनुसार डिजिटल गोल्‍ड खरीदने की अनुमति देता है, और आप इस ऐप पर शेयर मार्केट को भी ट्रैक कर सकते हैं। आप इस प्लेटफॉर्म पर कम से कम 50 रुपये में निवेश कर सकते हैं, और आपके पास सोने की मात्रा को डिजिटल वॉल्ट बैलेंस के रूप में दिखाया जाएगा। इन सबसे महत्‍वपूर्ण, आप अपने द्वारा खरीदे गए सोने की मात्रा की भौतिक डिलीवरी के लिए भी कह सकते हैं। 5पैसा आपको 50 रुपये से गोल्‍ड खरीदने की अनुमति देता है, और यदि आप घर पर गोल्‍ड की डिलीवरी चाहते हैं, तो यह सामान्‍य सुविधा शुल्क और डिलीवरी शुल्क लेता है।

इसके अलावा, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए भी 5पैसा एक पसंदीदा ट्रेडिंग ऐप है। बस अपना ट्रेडिंग अकाउंट बनाएं और आज ही ट्रेडिंग शुरू करें!

फोनपे

फोनपे ने अपनी डिजिटल गोल्ड इन्‍वेस्‍टमेंट सेवाएं 2017 में शुरू की थीं। यह ऑनलाइन डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए भारत में सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म्स में से एक बन गया है। फोनपे ने हाल ही में सोना खरीदने और बेचने को बढ़ावा देने के लिए सेफगोल्ड और एमएमटीसी-पैम्‍प के साथ साझेदारी की है। इस सूची के अन्य ऐप्स की तरह, यह ऐप भी खरीद राशि पर 3% जीएसटी चार्ज करता है और यह उस कीमत में शामिल है जो खरीदते समय स्क्रीन पर दिखाई जाती है। इसके अलावा, आपको फोनपे पर वास्तविक समय में सोने के दाम के बारे में अपडेट भी मिलते हैं। इन सबसे महत्‍वपूर्ण, इस ऐप के माध्‍यम से खरीदे गए सोने का भी बीमा होता है।

इस डिजिटल गोल्ड सेक्टर में गूगल पे एक और बड़ा नाम है। इसके अलावा, यह गोल्‍ड बार और सिक्के के बीच चुनने का विकल्प प्रदान करता है। यह भौतिक रूप में डिजिटल गोल्‍ड डिलिवर करने की भी पेशकश करता है। भौतिक रूप से गोल्‍ड की डिलीवरी के लिए, आपको केवल गोल्‍ड वॉल्ट में डिलीवरी आइकन चुनना होगा, डिलीवरी के लिए पता डालना होगा और चेक आउट करना होगा। आप ऐप पर डिलीवरी की स्थिति को भी ट्रैक कर सकते हैं। साथ ही, एक बार जब आप गूगल पे से भारत में डिजिटल गोल्‍ड ऑनलाइन खरीद लेते हैं, तो आप इसे गूगल पे के किसी भी कॉन्‍टैक्‍ट को उपहार में दे सकते हैं।

मोबिक्विक

मोबिक्विक 2018 से डिजिटल गोल्‍ड की खरीदारी की सेवा दे रहा है। यहां, आप ग्राम में सोना खरीद और बेच सकते हैं। सोने की खरीदी गई मात्रा स्वचालित रूप से आपके ‘मोबिक्विक गोल्‍ड' अकाउंट में जमा हो जाती है। इसके अलावा, आप मोबिक्विक वॉलेट या यूपीआई से जुड़े बैंक खाते का उपयोग करके डिजिटल गोल्‍ड में ट्रेड सकते हैं।

सोने की मांग हमेशा बढ़ेगी, और डिजिटल गोल्‍ड में निवेश करना आपका अब तक का सबसे अच्छा निर्णय हो सकता है। भारत में डिजिटल गोल्‍ड ऑनलाइन खरीदने के लिए ऊपर कुछ सबसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म सूचीबद्ध हैं।

सोना एक इन्‍वेस्‍टमेंट इंस्‍ट्रूमेंट है जो समय के साथ बेहतर रिटर्न प्रदान करता है। भारत में इसका सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भी है। आजकल, इसे गहने के रूप में खरीदा जाता है और इसे एक वास्तविक निवेश माध्यम माना जाता है।

डिजिटल गोल्ड में निवेश ने भारत में लोकप्रियता हासिल की है। इसलिए, कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स, बैंक और ब्रोकरेज अपने ग्राहकों को डिजिटल सोना खरीदने का विकल्प प्रदान कर रहे हैं। भौतिक सोना खरीदने की तुलना में डिजिटल गोल्‍ड खरीदना कम परेशानी वाला है। डिजिटल गोल्ड में 1 रुपये से लेकर अधिकतम 4 किलो तक सोना निवेश किया जा सकता है।

Investment Tips: गोल्ड ईटीएफ क्या है? इसमें निवेश करने की जानिए 5 वजहें

Updated Nov 19, 2022 | 09:05 AM IST

Gold etf

गोल्ड ईटीएफ में निवेश के टिप्स जानिए

यह सभी जानते हैं कि भारतीय लोग गोल्ड को पसंद करते हैं। इसके परम्परागत महत्व को देखते हुए, सदियों से विशेष रूप से विशेष अवसरों पर जैसे विवाह या त्योहारों पर गोल्ड एक पसंदीदा उपहार और निवेश रहा है। निवेश के तौर पर, यह मेटल पसंदीदा विकल्पों में आता है क्योंकि इसके साथ लिक्विडिटी की सुविधा के साथ-साथ जब मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है, तो आपके पोर्टफोलियों को स्थिरता भी मिलती है। गोल्ड में निवेश करना अब वास्तविक रूप से गोल्ड खरीदने तक सीमित नहीं रहा है। अन्य विकल्प जो अब उपलब्ध हैं, उनसे शुद्धता के साथ समझौता किए बिना सुविधा भी प्राप्त होती है। एक प्रकार का विकल्प गोल्ड ईटीएफ है। ये क्या हैं और क्या ये आपके लिए सही विकल्प है, जानने के लिए पढ़िए।

गोल्ड ईटीएफ क्या है?

गोल्ड ईटीएफ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) है जो वास्तविक गोल्ड की घरेलू कीमत से जुड़ा है। गोल्ड ईटीएफ के एक यूनिट की वैल्यू 1 ग्राम वास्तविक गोल्ड से जुड़ी है। स्टॉक की तरह, गोल्ड ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया है, जहां पर उन्हें डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल करके खरीदा और बेचा जा सकता है। होल्डिंग और शुद्धता के आश्वासन के संबंध में पूर्ण पारदर्शिता के साथ, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से गोल्ड में निवेश करने का यह एक आदर्श विकल्प है। अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ के जरिए ऐसा करने के पांच कारणों पर गोल्ड अकाउंट गोल्ड अकाउंट आपको विचार करना चाहिए।

गोल्ड ईटीएफ 99.5% शुद्धता से समर्थित होते हैं। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम वास्तविक गोल्ड की जारी कीमत के बराबर होती है। जब आप गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट को खरीदते हैं, तो कस्टोडियन द्वारा एक ग्राम वास्तविक गोल्ड खरीदा जाता है। भारत में गोल्ड ईटीएफ में कुल निवेश 20,000 करोड़ रूपये का है। जो कि पांच वर्ष पहले की तुलना में यह चार गुणा हो चुका है। यह अपवर्ड ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड निवेश के तौर पर गोल्ड ईटीएफ के बढ़ते प्रचार-प्रसार को दिखाता है।

निम्न लागत- निम्न जोखिम निवेश

जोखिम और लागत के संदर्भ में, गोल्ड ईटीएफ वास्तविक गोल्ड से बढ़कर है। गोल्ड ईटीएफ डीमैट अकाउंट के माध्यम से बेचे और खरीदे जाने वाला डिजिटल निवेश है। क्योंकि इन्हें इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर किया जाता है, वास्तविक गोल्ड की तुलना में चोरी का जोखिम बहुत कम है। इसके अलावा, वास्तविक गोल्ड में निवेश करने की लागत उच्च है क्योंकि आभूषणों पर मेकिंग चार्ज लगाए जाते हैं। गोल्ड ईटीएफ के साथ इस प्रकार का कोई चार्ज नहीं जुड़ा है, इसलिए ये कम लागत पर निवेश का साधन हैं।

क्योंकि गोल्ड ईटीएफ को ऑनलाइन खरीदा जाता है और गोल्ड अकाउंट उन्हें डीमैट अकाउंट में धारित किया जाता है, किसी भी निवेशक द्वारा कभी भी इसे खरीदा और बेचा जा सकता है। इनसे उच्च लिक्विडिटी भी मिलती है क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह इनकी भी वर्तमान गोल्ड कीमत पर ट्रेडिंग की जा सकती है।

टैक्स-अनुकूल

ईटीएफ के ज़रिए गोल्ड में निवेश पर वास्तविक गोल्ड निवेश की तरह सम्पदा कर नहीं लगाया जाता है। लेकिन, गोल्ड ईटीएफ से मिलने वाले रिटर्न, इंडेक्सेशन लाभ के साथ दीर्घकालिक पूंजी लाभ के अंतर्गत आते हैं। गोल्ड ईटीएफ के लिए दीर्घकालिक पूंजी कर होल्डिंग के 36 महीनों के बाद बेचे गए यूनिट्स पर मिलने वाले लाभ पर लगाया जाता है, और इस प्रकार गोल्ड अकाउंट ये टैक्स-अनुकूल निवेश (साधन) बन जाते हैं। अल्पकालिक पूंजी लाभ- तीन वर्ष की धारिता अवधि से पहले अर्जित लाभ पर, आपकी आय में इस लाभ को जमा करने के बाद, लागू स्लैब दर के अनुसार कर लगाया जाएगा।

गोल्ड ईटीएफ के कारण गोल्ड में निवेश करना अधिक आसान और अधिक अफॉर्डेबल बन गया है। निवेशक 1000 रूपये की निम्न राशि से एसआईपी के आधार पर गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा निवेश संचित कर सकते हैं। दूसरी तरफ, वास्तविक गोल्ड को केवल बड़े मौद्रिक निवेश के बाद ही खरीदा जा सकता है।

महामारी से इनकम गिरी तो NPA हो गए गोल्‍ड लोन अकाउंट, जानें क्‍या कहते हैं निजी बैंक

  • Anto T Joseph
  • Publish Date - July 27, 2021 / 05:16 PM IST

महामारी से इनकम गिरी तो NPA हो गए गोल्‍ड लोन अकाउंट, जानें क्‍या कहते हैं निजी बैंक

ये लोन अधिक आसान भुगतान शर्तों के साथ भी आते हैं. लोन लेने वालों के पास समान मासिक किश्तों में भुगतान करने या एकमुश्त भुगतान करने का विकल्प होता है.

Gold Loan: महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर घरेलू आय में अचानक हुई गिरावट के कारण निजी बैंकों द्वारा दिए गए गोल्ड लोन में अधिक डिफॉल्ट हुए हैं. ICICI बैंक, HDFC बैंक, फेडरल बैंक और CSB बैंक जैसे लीडिंग प्राइवेट बैंकों ने पहली तिमाही की आय की रिपोर्ट में खास तौर से गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में अपने रिटेल लोन में हाई स्ट्रेस रिपोर्ट किया है. यह 2021-22 की पहली तिमाही में अधिकांश बैंकों के अच्छे मुनाफे की रिपोर्ट के बावजूद है. जून में समाप्त तिमाही के लिए बैंक का गोल्ड लोन स्लिपेज 50 करोड़ रुपये था, जो पोर्टफोलियो का लगभग 0.3% था. इसने तिमाही में 200 करोड़ रुपये का गोल्ड लोन रीस्ट्रक्चर भी किया.

गोल्ड लोन स्लिपेज

कई बैंक अपने रिटेल कस्टमर को – जिन्होंने अपने सोने के गहनों को क्विक फंडिंग के लिए गिरवी रखा था उन पर एक सीमा से अधिक लोन चुकाने के लिए दबाव नहीं डालना चाहते थे.

फेडरल बैंक के MD & CEO, श्याम श्रीनिवासन ने कहा “लॉकडाउन और ग्राहकों के सामने आने वाली चुनौतियों को देखते हुए, हम ग्राहकों को भुगतान करने के लिए पुश नहीं करना चाहते थे. इसलिए, यदि वो पेमेंट नहीं कर सके, तो वे या तो रीस्ट्रक्चर हो गए या NPA बन गए”

200 करोड़ रुपये का गोल्ड लोन रीस्ट्रक्चर

जून में समाप्त तिमाही के लिए बैंक का गोल्ड लोन स्लिपेज 50 करोड़ गोल्ड अकाउंट रुपये था, जो पोर्टफोलियो का लगभग 0.3% था. इसने तिमाही में 200 करोड़ रुपये का गोल्ड लोन रीस्ट्रक्चर भी किया.

ICICI बैंक ने पहली तिमाही में 7,200 करोड़ रुपये की गिरावट देखी, जिसमें रिटेल सेगमेंट 6,700 करोड़ रुपये का था. एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर संदीप बत्रा ने कहा, ‘इनमें से 1,130 करोड़ रुपये ज्वैलरी लोन से आए. उन्होंने कहा कि ज्वेलरी लोन पूरी तरह सुरक्षित हैं.

हालांकि, सोना एक सेफ कॉलेटरल होने के कारण, बैंक इस स्लिपेज (गिरावट) को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं. CSB बैंक, जो गोल्ड लोन को एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो के रूप में गिनता है, ने भी गोल्ड लोन में तनाव में वृद्धि देखी. पहली तिमाही के दौरान कुल 423 करोड़ रुपये की गिरावट में, गोल्ड लोन 337 करोड़ रुपये रहा.

सेंट्रल बैंक द्वारा 90% से 75% के लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेशियो होने के बाद बैंक ने गोल्ड लोन बुक में खराब लोन में वृद्धि को देखते हुए अपनी गोल्ड लोन पॉलिसी को बदल दिया था. बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वो महामारी के मद्देनजर ग्राहकों पर दबाव नहीं बनाना चाहते थे, इसके बावजूद कलेक्शन 20% तक गिर गया था.

गोल्ड लोन में पॉजिटिव ग्रोथ

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के जुलाई बुलेटिन के अनुसार, 2021-22 के पहले दो महीनों में गोल्ड की ज्वेलरी पर लोन में पॉजिटिव ग्रोथ रिपोर्ट की गई थी, जबकि बैंकों के पर्सनल लोन में मामूली गिरावट दर्ज की गई थी.

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 21 मई को गोल्ड ज्वैलरी लोन 2.3% बढ़कर 62,101 करोड़ रुपये हो गया.
सोने की ऊंची कीमतों ने लोगों को अपनी ज्वैलरी गिरवी रखकर फंड जुटाने में मदद की थी क्योंकि दूसरी लहर में लॉकडाउन ने कई लोगों को बेरोजगार कर दिया था.

आश्चर्यजनक रूप से, चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में क्रेडिट कार्ड का आउटस्टैंडिंग लगभग 10.4 प्रतिशत गिरकर 21 मई को 1,04,475 करोड़ रुपये हो गया था. दूसरे पर्सनल लोन, जो बैंकों के लिए पर्सनल लोन पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, में भी गिरावट दर्ज की गई 1.6% गिरकर ये 7,77,567 करोड़ रुपये हो गया.

जनधन के बाद मोदी सरकार लाने वाले हैं, गोल्ड सेविंग अकाउंट

gold

नई दिल्ली। पीएम मोदी जनधन के रूप में एक ऐसी योजना को लेकर आये जिसके जारिए गरीबों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा गया। जन-धन अकाउंट एक ऐसा अकाउंट था जिसे जीरो बैलेंस पर खोला गया। जिसके कारण करोड़ों लोग बैंक से जुड़े पाए। इस योजना के बाद एक बार फिर सरकार आम लोगों के लिए गोल्ड सेविंग अकाउंट की सुविधा लाने वाली है। यह अकाउंट भी आम अकाउंट की तरह बैंकों की ब्रांच में खुलेगा। कोई भी व्यक्ति इस अकाउंट को खुलवा सकेगा।


ये है गोल्ड सेविंग अकाउंट की खासियत
बता दें की हाल ही में नीति आयोग ने वित्त मंत्रालय से बैंकों में इस तरह के खाते की सुविधा शुरू करने की सिफारिश की है। इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। यदि यह सिफारिश मान ली जाती है तो कोई भी व्यक्ति बैंकों में बचत खाते की तरह गोल्ड सेविंग अकाउंट खुलवा सकेगा।गोल्ड सेविंग अकाउंट की खासियत यह होगी कि आप बैंक में जाकर पैसे जमा करेंगे। लेकिन आपके पासबुक पर राशि की जगह सोने की मात्रा चढ़ेगी। हालांकि कम से कम एक ग्राम सोने के बराबर की राशि बैंक में जमा करना पड़ेगा।

रेटिंग: 4.53
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 667
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *