Bitcoin एक नया सोना है

गोल्डमैन के अनुमान के मुताबिक बिटकॉइन का फ्लोट-समायोजित बाजार पूंजीकरण (Float-adjusted market capitalization) Bitcoin एक नया सोना है $700 बिलियन से कम है. यह “स्टोर ऑफ वेल्यू” बाजार का 20% हिस्सा है, जिसमें बिटकॉइन और सोना दोनों शामिल हैं. निवेश के लिए उपलब्ध सोने की कीमत 2.6 ट्रिलियन डॉलर आंकी गई है.
Gold vs Crypto: फेस्टिव सीजन गोल्ड या क्रिप्टो में से किसमें निवेश करना है बेहतर? जानें कहां मिलेगा निवेशकों को ज्यादा रिटर्न
By: ABP Live | Updated at : 24 Oct 2022 01:49 PM (IST)
गोल्ड vs क्रिप्टोकरेंसी
Gold vs Cryptocurrency: भारत समेत पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इसमें कुछ सालों में कुछ निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है. ऐसे में आजकल इन्वेस्टर्स इसमें निवेश करना बहुत पसंद कर रहे हैं. वहीं गोल्ड भारतीयों का सबसे पुराना और पसंदीदा कमोडिटी रहा है.
गोल्ड ने लगभग हर साल अपने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है, लेकिन ज्यादा रिटर्न क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency Investment) ने ही दिया है. ऐसे में अक्सर निवेशकों के मन में यह सवाल उठता है कि अखिर वह गोल्ड या क्रिप्टोकरेंसी (Gold vs Cryptocurrency) में से किस ऑप्शन में निवेश करें, जहां उन्हें ज्यादा के साथ-साथ सुरक्षित रिटर्न की गारंटी मिलती है.
सोना या बिटकॉइन: पूंजी की सुरक्षा और अच्छा रिटर्न चाहिए तो कहां निवेश करना होगा फायदेमंद? यहां जानिए जवाब
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सुनील चौरसिया
Updated on: Aug 08, 2021 | 9:54 AM
कोविड-19 महामारी ने कई बातों को लेकर हमें सीख दी है. इसमें से हम सभी ने जो सबसे अच्छी बात सीखी है, वो ये कि भविष्य में इमरजेंसी के लिए वित्तीय रूप से हमेशा खुद को तैयार रखना चाहिए. ये तैयारी वित्तीय रूप से हमें ऐसी स्थिति को ध्यान में रखकर ही करनी चाहिए. जिन लोगों ने पहले से ही इसकी Bitcoin एक नया सोना है तैयारी की थी, उन्हें तुलनात्मक दृष्टि से बहुत फायदा भी मिला है. लेकिन खुद को किसी आपात स्थिति के लिए तैयार करने में सही रणनीति की भी जरूरत पड़ती है. अक्सर लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह की बातें होती हैं.
बिटकॉइन ने दिया अच्छा रिटर्न
बीते कुछ सालों से और खासकर कोविड काल में सोना ने अच्छा रिटर्न दिया है. सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर इसे खूब पसंद किया गया है. लेकिन इस बीच बिटकॉइन ने तो इससे भी ज्यादा रिटर्न दिया है. यही कारण है कि अब लोग बिटकॉइन में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने में दिलचस्पी भी ले रहे हैं. लेकिन बिटकॉइन में निवेश को लेकर अपने जोखिम भी हैं.
पहले अमूमन लोग गोल्ड में इसलिए निवेश करते थे ताकि बाजार में उठा-पटक के दौरान उन्हें एक सपोर्ट मिल सके. यही कारण है कि पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करना एक बेहद अच्छा फैसला माना जाता था. अभी भी फाइनेंशियल प्लानर्स इसकी सलाह देते हैं. लेकिन बिटकॉइन के रूप में एक नया विकल्प मिल गया है. पुराने निवेशकों के लिए यह अब नई चुनौती के रूप में खड़ी हो गई है.
सीमित मात्रा में है सोना
सोने में निवेश करने का मतलब है कि आप पीली धातु से गहने बनवा सकते हैं. गोल्ड की मात्रा सीमित है. इसके अलावा, डिमांड चाहें जैसा भी है, सोने की सप्लाई इस तुलना में बहुत कम ही होती है. सोने को आसानी से तैयार ही नहीं किया जा सकता है. कोई कंपनी नये शेयर जारी कर सकती है, केंद्रीय बैंक बड़ी संख्या में नोट व दूसरी करेंसी छाप सकता है. लेकिन सोने के साथ ऐसा नहीं है. इसे ज़मीन के अंदर से खोदकर निकाला जाता है और फिर प्रोसेस किया जाता है.
बिटकॉइन एक नई तकनीक है, जिसके जरिए अच्छी कमाई की जा सकती है. इन्हीं में से सबसे पॉपुलर करेंसी बिटकॉइन है. बिटकॉइन और सोने में कुछ हद तक समानता भी है. यही कारण है कि कई लोग बिटकॉइन को ‘डिजिटल गोल्ड’ भी कहते हैं. गोल्ड की तरह ही बिटकॉइन भी सीमित है.
बिटकॉइन और गोल्ड में अंतर व समानता
कानूनी प्रावधान, पारदर्शिता और सुरक्षा की बात करें तो क्रिप्टोकरेंसीक तुलना में सोना बहुत आगे है. सोना और क्रिप्टोकरेंसी को हासिल करना आसान नहीं है. मार्केट में दोनों ही निवेश विकल्प की लिक्विडिटी अच्छी है. हालांकि, गोल्ड की तुलना में देखें तो क्रिप्टोकरेंसी में ज्यादा उठा-पटक देखने को मिलता है. सोन बहुत लंबे समय तक निवेश का साधन बना हुआ है. जबकि, क्रिप्टोकरेंसी अभी बहुत नया है.
सोना की पहुंच लगभग हर वर्ग के लोगों तक है. उन्हें इसके बारे में सभी जरूरी जानकारी पता है. जबकि, क्रिप्टोकरेंसी के सासथ ऐसा नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी की अभी पहुंच हर तरह के लोगों तक नहीं है. तुलनात्मक रूप से बहुत कम लोगों को ही क्रिप्टोकरेंसी की तकनीकी बातों की जानकारी है. इन दोनों निवेश विकल्प में एक जरूरी अंतर यह है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोना पर भरोसा करते हैं. लेकिन, बिटकॉइन को लेकर इनकी राय अलग-अलग है.
Bitcoin latest price: 100,000 डॉलर पहुंच सकती है बिटकॉइन कीमत, सोने को होगा नुकसान!
- बिटकॉइन ने पिछले साल 69 फीसदी रिटर्न दिया
- अगले साल भी इसमें तेजी बने रहने की उम्मीद है
- सोने ने 2021 में निवेशकों को दिया निगेटिव रिटर्न
- निवेशक सोने को छोड़कर बिटकॉइन का रुख कर रहे हैं
बिटकॉइन ने पिछले साल 60 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया।
नई दिल्ली
दुनिया की सबसे पुरानी, सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ी क्रिप्टकरेंसीज बिटकॉइन (Bitcoin) ने पिछले साल 69 फीसदी रिटर्न दिया। अगले साल भी क्रिप्टो मार्केट में तेजी बने रहने की उम्मीद है। पिछले साल की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत करीब 29,000 डॉलर थी जो अब 46,000 डॉलर के आसपास है। नवंबर की शुरुआत में इसकी कीमत 69,000 डॉलर के पार पहुंच गई थी।
Bitcoin Investment: सोने की जगह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे लोग, बिटक्वाइन को बताया आज के जमाने का गोल्ड
दुनियाभर में सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित साधन माना जाता है। लेकिन अब लोग सोने से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को अहमियत देते हुए दिख रहे हैं। खासकर, बिटक्वाइन के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। हाल ये है कि एसेट Bitcoin एक नया सोना है मैनेजमेंट कंपनियां भी अब इसमें निवेश करती दिख रही हैं।
क्रिस्टोफर वुड ने किया बिटक्वाइन में बड़ा निवेश
अमेरिकन इंवेस्टमेंट कंपनी Jefferies के ग्लोबल हेड क्रिस्टोफर वुड ने फंड से अतिरिक्त पांच फीसदी राशि का बिटक्वॉइन क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया है। खास Bitcoin एक नया सोना है बात ये है कि वुड ने यह अतिरिक्त फंड गोल्ड से निकाला है। मतलब, सोने से पैसा निकालकर उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में निवेश करने को बेहतर समझा है।
विस्तार
दुनियाभर में सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित साधन माना जाता है। लेकिन अब लोग सोने से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को अहमियत देते हुए दिख रहे हैं। खासकर, बिटक्वाइन के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। हाल ये है कि एसेट Bitcoin एक नया सोना है मैनेजमेंट कंपनियां भी अब इसमें निवेश करती दिख रही हैं।
क्रिस्टोफर वुड ने किया बिटक्वाइन में बड़ा निवेश
अमेरिकन इंवेस्टमेंट कंपनी Jefferies के ग्लोबल हेड क्रिस्टोफर वुड ने फंड से अतिरिक्त पांच फीसदी राशि का बिटक्वॉइन क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया है। खास बात ये है कि वुड ने यह अतिरिक्त फंड गोल्ड से निकाला है। मतलब, सोने से पैसा निकालकर उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में निवेश करने को बेहतर समझा है।
सोने के प्रति भरोसा अभी भी बरकरार
क्रिस्टोफर वुड ने दिसंबर 2020 में बिटक्वॉइन में फंड का 5 फीसदी एलोकेशन किया था। ग्रीड एंड फीयर नाम के साप्ताहिक नोट में उन्होंने निवेशकों से कहा कि उनका भरोसा गोल्ड पर घटा नहीं है, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि बिटक्वॉइन आज के जमाने का सोना है। यह एक स्टोर फॉर वैल्यु की तरह है।
कैसे बिटकॉइन पहुंचेगा 1 लाख डॉलर तक
इकॉनामिक्स टाइम्स की एक खबर के अनुसार, FX and EM strategy के को-ग्लोबल हेड Zach Pandl ने एक नोट लिखा है, जिसके अनुसार, यदि काल्पनिक रूप से मान लिया जाए कि बिटकॉइन का स्टोर ऑफ वेल्यू मार्केट अगले 5 सालों में 50% बढ़ता है तो इसकी कीमत 1,00,000 डॉलर से भी ज्यादा हो जाएगी.
पिछले साल लगभग 60% चढ़ने के बाद, बिटकॉइन ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में लगभग $46,000 पर कारोबार किया. बाजार मूल्य के हिसाब से सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी ने नवंबर में लगभग $69,000 का रिकॉर्ड बनाया. 2016 के बाद से यह 4,700% से अधिक बढ़ गया है.
इसी नोट में ये भी कहा गया है कि हालांकि बिटकॉइन नेटवर्क की असली संसाधनों की खपत इंस्टीट्यूशन द्वारा इसे अडॉप्ट करने में बाधा हो सकती है, लेकिन इससे एसेट की मांग रुकेगी नहीं. बिटकॉइन को लंबे समय से डिजिटल गोल्ड के नाम से जाना जाता है. और सोने की तमाम आलोचनाएं बिटकॉइन पर भी लागू होती हैं कि यह कोई ब्याज या लाभांश नहीं देता है और यह पारंपरिक एसेट्स् जैसा प्रदर्शन भी नहीं करता है.