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चलती औसत का आवेदन

चलती औसत का आवेदन
We’ve inducted 341 women Agniveers now. It’s the first time women are being inducted into the ranks.We’re not inducting women separately.They’re being inducted in the same manner as their male counterparts. It’s a uniform method of selection.They undergo similar tests: Navy chief pic.twitter.com/cWBawosVsf— ANI (@ANI) December 3, 2022

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IND vs BAN: ये खिलाड़ी अब डूबता करियर बचाएगा, लेकिन प्रदर्शन के कारण बढ़ गई अब टेंशन

Ind vs Ban 1st Odi: बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वाली तीन मैचों की वनडे टीम इंडिया के एक खिलाड़ी के करियर के लिए काफी अहम रहने वाली है. ये खिलाड़ी काफी खराब फॉर्म से जूझ रहा है.

IND vs BAN: This player will now save his sinking career, but now the tension has increased due to his performance

Newz Fast, New Delhi Ind vs Ban Odi Series: टीम इंडिया 4 दिसंबर से बांग्लादेश में तीन मैचों की वनडे और दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने वाली हैं. दोनों टीमों के बीच खेली जाने वाली वनडे सीरीज टीम इंडिया के एक खिलाड़ी चलती औसत का आवेदन के लिए काफी अहम रहने वाली है.

ये खिलाड़ी वाइट बॉल क्रिकेट में लगातार फ्लॉप हो रहा है, ऐसे में ये खिलाड़ी इस सीरीज में भी धमाल मचाने में नाकाम रहता है तो आने वाले मैच में इस खिलाड़ी को मौका मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है.

अपना डूबता करियर बचाने उतरेगा ये खिलाड़ी

बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज में टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) पर सभी की नजरें रहने वाली हैं. ऋषभ पंत (Rishabh Pant) पिछले कुछ समय से लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं.

वह वाइट बॉल क्रिकेट में अभी तक अपनी छाप भी नहीं छोड़ सके हैं, हालांकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने काफी शानदार प्रदर्शन किया है. ऋषभ पंत (Rishabh Pant) इस सीरीज में भी नाकाम रहते है तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है.

वाइट बॉल क्रिकेट अभी तक के आंकड़े

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के वाइट बॉल क्रिकेट के आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 30 वनडे और 66 टी20 मैच खेले हैं. इन 30 वनडे मैचों में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) 34.6 की औसत से 865 रन ही बना सके हैं.

वहीं, टी20 मैच में तो ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने 22.43 की औसत से 987 रन ही बनाए हैं. ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भी 2 मैच खेलने का मौका मिला था, लेकिन वह इन दो मैचों में भी फ्लॉप साबित हुए थे.

आकाश चोपड़ा ने हाल ही में दिया था ये बड़ा बयान

आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने अपने यूट्यूब चैनल पर पंत के बारे में बात करते हुए कहा था, 'मुझे लग रहा है कि ऋषभ पंत पर सभी की नजरें हैं, आने वाला समय उनके लिए मुश्किल है. आगे तीन वनडे मिलने वाले हैं बांग्लादेश के खिलाफ, टेस्ट में अच्छा करेगा, उसमें उनका कोई सानी नहीं है.

वैसे पंत के आंकड़े वनडे में इस साल के भी आंकड़े देखें तो खराब नहीं है, लेकिन अगर ये तीन मुकाबले जो बांग्लादेश में होंगे, अगर खुदा न खास्ता उनके अच्छे नहीं रहते हैं तो उनको खेलने का मौका नहीं मिलता है तो मुझे हैरानी नहीं होगी कि वे टीम से बाहर हो जाएं.'

Lucknow: वरमाला पहनाते ही स्‍टेज पर गिरकर दुल्हन की मौत, मातम में बदलीं खुशियां

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के मलिहाबाद स्थित भदवाना गांव (Bhadwana Village) में हैरान कर देने वाला एक ऐसा चलती औसत का आवेदन हादसा हो गया जिससे चंद सेकेंड पहले हंसते-मुस्‍कुराते जश्‍न मनाते (celebrating with a smile) लोग मातम (weeds) में डूब गए। यहां शादी के स्टेज (wedding stage) पर वरमाला के दौरान चलती औसत का आवेदन ही दुल्हन की मौत (Bride died during Varmala) हो गई। वरमाला डालने के बाद कुर्सी पर बैठने जा रही युवती अचानक स्टेज पर गिर गई। मेडिकल कॉलेज में जांच के बाद उसे मृत करार दिया गया। मौत की सूचना से दोनों परिवार गम में डूब गए। शनिवार सुबह युवती का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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भदवाना गांव निवासी फर्नीचर कारीगर राजपाल शर्मा की बेटी शिवांगी का रिश्ता लखनऊ के बुद्धेश्वर मोहल्ला चलती औसत का आवेदन चलती औसत का आवेदन निवासी फर्नीचर कारीगर विवेक से तय हुआ था। शुक्रवार रात भदवाना गांव में बारात पहुंची थी। स्वागत-सत्कार कर नाच-गाने के बीच द्वारचार की रस्में पूरी हुईं। स्टेज पर वरमाला के चलती औसत का आवेदन लिए दूल्हा और दुल्हन लाए गए। दूल्हे के साथी और दुल्हन की सखियां हंसी-खुशी के बीच वरमाला की रस्में पूरी की। परिवार के लोगों के मुताबिक वरमाला डालने के बाद दुल्हन शिवांगी स्टेज पर रखी कुर्सी पर बैठने लगी। तभी गश खाकर गिर पड़ी। फौरन उसे कसमण्डी कला स्थित अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की आशंका जताकर मेडिकल कॉलेज जाने की सलाह दी, जहां मृत करार दे दिया गया।

शव यात्रा में बाराती भी शामिल
शिवांगी की असमय मौत से दूल्हे के परिवार समेत पूरी बारात में भी शोक का माहौल रहा। रात में दुल्हन की मौत से दुखी दूल्हे और परिवार समेत सभी बाराती दुल्हन की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और अन्तिम संस्कार कर श्रद्धांजलि दी। दुल्हन की मौत से गांव में मातम पसरा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि शिवांगी कुछ दिनों से बीमार थी। हल्का-फुल्का बुखार था, हृदय संबंधी तकलीफ नहीं हुई। अचानक कैसे हुआ, किसी को समझ नहीं आ रहा।

हृदय में इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट ले रहा जान
कॉर्डियोलॉजिस्ट दिल में इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट की आशंका मान रहे हैं। यह अत्यधिक डर, खुशी, दुख या घबराहट से पनप सकती है, जो बिना मौका दिए जान ले सकता है।

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धड़कन अधिक बढ़ते ही फेल हो जाती है पंपिंग
हृदय कंडक्शन सिस्टम से इलेक्ट्रिकल करंट चलता है। धड़कन अगर 200-250 प्रति मिनट हो जाता है तो हृदय पंप नहीं कर पाता है, मस्तिष्क में खून न होने से मौत हो जाती है।

हार्ट बीट 300 होते ही मात्र 20-30 सेकेंड में मौत संभव
अत्याधिक उत्साह या दुख पर एडनिरिल हार्मोन ज्यादा बनता है, जो धड़कनें बढ़ा देता है। सामान्य धड़कन 70-100 होनी चाहिए, जो 200-300 तक पहुंच जाती है। ज्यादा एक्साइटमेंट पर दिल रुक जाता है। 20-30 सेकेंड में मौत हो जाती है। (जैसा लोहिया कॉर्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ.भुवन तिवारी ने बताया)

नौसेना में पहली बार 341 महिलाएँ नाविक बनेंगी, पुरूषों की तरह ही होगी ट्रेनिंग: 3000 अग्निवीरों का पहला बैच तैयार

सेना की औसत आयु को कम करने के बारे में बोलते हुए नेवी चीफ ने कहा, "कारगिल समीक्षा समिति की रिपोर्ट में एक सिफारिश है कि सशस्त्र बलों में उम्र सीमा को नीचे लाने की जरूरत है। उस समय औसत उम्र 32 वर्ष थी और सिफारिश में कहा गया कि इसे कम करके लगभग 25-26 वर्ष तक लाया जाना चाहिए।"

महिला कैडेट

नौसेना में महिला कैडेट (फोटो साभार: डीएनए)

अग्निपथ योजना के तहत भारतीय नौसेना में 3000 अग्निवीरों का पहला चलती औसत का आवेदन बैच तैयार हो गया है, जिनमें 341 महिलाएँ हैं। यह पहली बार है जब महिलाओं को नाविक के तौर पर शामिल किया गया है। इन महिलाओं की ट्रेनिंग पुरुषों की ही भाँति होगी।

नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना में उपलब्ध पदों के लिए आवेदन करने वाले 10 लाख व्यक्तियों में से 82,000 महिलाएँ थीं। उन्होंने कहा कि अगले साल से महिला अधिकारियों के लिए सभी ब्रांच खोल दिए जाएँगे।

We’ve inducted 341 women Agniveers now. It’s the first time women are being inducted into the ranks.We’re not inducting women separately.They’re being inducted in the same manner as their male counterparts. It’s a uniform method of selection.They undergo similar tests: Navy chief pic.twitter.com/cWBawosVsf

— ANI (@ANI) December 3, 2022

नेवी चीफ ने कहा कि सेनाओं को जेंडर-न्यूट्रल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना में पहले फाइटर पायलटों और महिला एयर ऑपरेशन ऑफिसर्स सहित 7-8 ब्रांच में महिलाओं को एंट्री दी जाती थी, लेकिन अब महिला नाविकों को भी भर्ती किया जा रहा है। इन्हें अपने पुरुष समकक्षों के समान तैनात और ट्रेनिंग दी जाएगी।

पुणे के खडकवासला में नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए एडमिरल हरि कुमार ने कहा, “वे जहाजों, एयरबेस, विमान पर तैनात किए जाएँगे। उन्हें हर चीज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिस तरह से एक सामान्य नाविक को प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण में कोई अंतर नहीं होगा। केवल व्यक्ति की क्षमता को देखा जाएगा।”

अग्निपथ योजना की तारीफ करते हुए नेवी चीफ ने कहा कि यह एक शानदार योजना है, जिसे ‘व्यापक विचार-विमर्श और व्यापक अध्ययन के बाद पेश किया गया है कि अन्य सैन्य बलों ने अपने मानव संसाधन को किस तरह व्यवस्थित किया है। उन्होंने कहा कि यह विचार 2020 के मध्य के आसपास आया था और इसे अमल में लाने में लगभग दो साल लग गए।

सेना की औसत आयु को कम करने के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “कारगिल समीक्षा समिति की रिपोर्ट में एक सिफारिश है कि सशस्त्र बलों में उम्र सीमा को नीचे लाने की जरूरत है। उस समय औसत उम्र 32 वर्ष थी और सिफारिश में कहा गया कि इसे कम करके लगभग 25-26 वर्ष तक लाया जाना चाहिए।”

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