भारतीय विदेशी मुद्रा बाजार

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें
हर घर में पूजा घर जरूर होता है, कहीं छोटा तो कहीं बड़ा। लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से इसे सजाते हैं। मंदिर में अलग-अलग देवी-देवताओं की मूर्तियां भी लगाई जाती हैं लेकिन मंदिर को सजाने के लिए सही जानकारी का होनी चाहिए। आइए जानें इसके लिए कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
1. किचन के साथ न हो मंदिर- घर में मंदिर बनाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि इसे कभी भी मंदिर में या फिर इसके साथ न बनाएं। इसे अच्छा नहीं माना जाता।
2. बेडरूम में न रखें मंदिर- कुछ लोग अपने बैडरूम में मंदिर स्थापित कर लेते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। कमरे से दूर मंदिर बनाएं।

3. दिशा का रखें ख्याल- मंदिर में देवी-देवताओं की तस्वीरें इस प्रकार होनी चाहिए कि पूजा करने वाले का मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो।

4. सीढियों के नीचे न करें पूजा- मंदिर का निर्माण करने से पहले यह बात भली भांति जान लें कि इसे कभी भी सीढ़ियों के नीचे न बनाएं।

5. बाथरूम से न जुड़ी हो मंदिर की दीवार- मंदिर की दीवार बाथरूम के साथ नहीं होनी चाहिए। ऐसा है तो मंदिर की जगह बदल दें।

6. मंदिर में न रखें इस्तेमाल किया सामान- कुछ लोग मंदिर में इस्तेमाल हो चुुकी अगरबत्ती,माचिस की जली हुई तिलियां, अगरबत्ती, सूखी फूलमालाएं आदि इकट्ठी करके रखते रहते हैं। आप भी ऐसा कर रहे हैं तो यह सामान यहां से उठा लें।

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के फायदे

1. कम समय में ज्यादा रिटर्न :- बांड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट्स जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट से तुलना की जाये तो शेयर बाजार निवेशकों को सही रूप से कम समय में अधिक रिटर्नदेता है। लेकिन आपको शेयर बाजार के नियमो को फॉलो करना पड़ेगा। और धैर्यवान होने से रिटर्न अच्छा मिलेगा।

2. कोई समय सीमा नहीं :- शेयर मार्किट एक सप्ताह के अन्दर 5 दिन और हर दिन 6 घंटे चलता है। और आप अपनी मर्जी के हिसाब से निवेश कर सकते है। बस आपके पास अच्छा इन्टरनेट होना चाहिए।

3. लाभ में हिस्सा :- कंपनी जितना ज्यादा लाभ कमाती है। उसके शेयर धारक को उसी हिसाब में रिटर्न के रूप में लाभांश देती है। इस तरीके से एक निवेशक को शेयर से मिलने वाला सबसे बड़ा लाभ कंपनी के द्वारा लाभ में दिया जाने वाला हिस्सा है।

शेयर बाजार के नुकसान

1. शेयर बाजार ऊपर नीचे होना :- कभी शेयर बाजार ऊपर बढ़ता है, तो कभी अचानक नीचे गिरने लगता है। ऐसे में कितने दफा तो गिरावट की वजह से निवेशकों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।

2. बिना सीखे निवेश करना :- शेयर बाजार में लोगो को नुकसान होने का पहला और सबसे बड़ा कारण है। जानकारी का अभाव कई बार लोग शेयर बाजार में निवेश से पहले शेयर बाजार के बारे में कुछ भी नहीं जानते, बिना ठीक से कुछ जाने निवेश कर देते है। और फिर उन्हें पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें नुकसान उठाना पड़ता है।

3. निवेश का समय :- शेयर बाजार अच्छा रिटर्न पाने के लिए निवेश के बारे में जानना तो जरूरी है ही साथ ही किस समय पर निवेश करना है उसकी जानकारी भी होनी चाहिए। नही तो नुकसान का खतरा बना रहता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) इंटरनेट के साथ साथ आनलाइन ट्रेडिंग की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और लाभ कमाना बहुत आसान हो गया है। आपको स्टॉक की भविष्यवाणी एक दिन के लिए करनी होती है जो आपको बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।

( नुकसान ) लोग ऐसा मानते है कि इंट्राडे ट्रेड में खतरा अधिक होती है। जबकि खतरा सभी मे पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें समन होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय न दे पाना इसे ज्यादे रिस्की बनाती है। यदि आप अपने शेयर के साथ समय बिताते हैं तो खतरा कम रहता है।

Cryptocurrency Trading : कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, यहां जानें सबकुछ

Cryptocurrency Trading : कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, यहां जानें सबकुछ

Cryptocurrency Trading: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश दिलचस्प हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

आप बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते (How to buy cryptocurrency) हैं और इसे स्टोर कैसे कर सकते हैं, ये दो चीजें थोड़ी जटिल लगती हैं, लेकिन ये दोनों ही चीजें करना बहुत ही आसान है. क्रिप्टोकरेंसी शुरुआत में बस प्रोग्रामर्स और डेवलपर्स के दिलचस्पी की चीज थी, लेकिन अब इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई है कि अब सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने की सोच रहा है. ऐसे में आपको एक बार यह समझ लेना चाहिए कि यह तकनीक कैसे काम करती है, ताकि आप इसमें सुरक्षित तरीके से निवेश कर पाएं. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते हैं और कैसे इसे स्टोर कर सकते हैं. (क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई दूसरे टॉपिक पर आर्टिकल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं?

क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं. कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो. भारत में भी अब कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं. लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हम आपको सलाह देंगे कि आप ये देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में हों न कि बुरी वजहों से. हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो.

एक्सचेंज को लेकर आपको इसलिए भी एक्सचेंज को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है, ऐसे में आपको भरोसेमेंद एक्सचेंज का साथ चुनना होगा.

इसके अलावा, क्रिप्टो खरीदने और बेचने के दूसरे तरीके भी हैं. आप दूसरे सेलर्स से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट करके भी क्रिप्टो की ट्रेडिंग कर सकते हैं, लेकिन ये बात है कि एक्सचेंज ज्यादा सुरक्षित होता है. यहां आप ज्यादा स्थिर कीमतें भी देख सकते हैं, जिससे ट्रेडिंग में आसानी होती है, ऐसे में नए लोगों के लिए एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीदना-बेचना ज्यादा आसान होता है.

एक्सचेंज का इस्तेमाल करना

सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा. यह पूरा प्रोसेस बस थोड़े वक्त में पूरा हो जाता है, जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.

ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट भी डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी खरीदना पहला स्टेप है, अब आपको उसको स्टोर करने के बारे में सोचना होगा. हां, यह सही है कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका होता है, लेकिन अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू बढ़ी है.

इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा. इस पर हमारे पास एक आर्टिकल है- Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें- इसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ी हर पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद उनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी वॉलेट सेट अप कर सकते हैं.

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) इंटरनेट के साथ साथ आनलाइन ट्रेडिंग की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और लाभ कमाना बहुत आसान हो गया है। आपको स्टॉक की भविष्यवाणी एक दिन के लिए करनी होती है जो आपको बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।

( नुकसान ) लोग ऐसा मानते है कि इंट्राडे ट्रेड में खतरा अधिक होती है। जबकि खतरा सभी मे समन होती पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय न दे पाना इसे ज्यादे रिस्की बनाती है। यदि आप अपने शेयर के साथ समय बिताते हैं तो खतरा कम रहता है।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) स्विंग ट्रेडर्स बहुत कम समय में मूल्य परिवर्तन से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के इस रूप में लगभग 5% से 10% तक का अच्छा रिटर्न मिलता है। दूसरी बात इसमें आपको पूरा दिन या लगातार अपने कंप्यूटर पर बैठने की आवश्यकता नहीं होती है।

( नुकसान ) स्विंग ट्रेडिंग मे यदि आप लोग अच्छे पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें स्टॉक को नही चुन पाएंगे तो आपको लोस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बहुत जरूरी होता है। ताकी आप लोग ज्यादा दिन तक अच्छी तरह से शेयर मे निवेश कर सके।

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।

( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।

लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।

( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।

क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं?

क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं. कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो. भारत में भी अब कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं. लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हम आपको सलाह देंगे कि आप ये देख लें पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में हों न कि बुरी वजहों से. हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो.

एक्सचेंज को लेकर आपको इसलिए भी एक्सचेंज को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है, ऐसे में आपको भरोसेमेंद एक्सचेंज का साथ चुनना होगा.

इसके अलावा, क्रिप्टो खरीदने और बेचने के दूसरे तरीके भी हैं. आप दूसरे सेलर्स से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट करके भी क्रिप्टो की ट्रेडिंग कर सकते हैं, लेकिन ये बात है कि एक्सचेंज ज्यादा सुरक्षित होता है. यहां आप ज्यादा स्थिर पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें कीमतें भी देख सकते हैं, जिससे ट्रेडिंग में आसानी होती है, ऐसे में नए लोगों के लिए एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीदना-बेचना ज्यादा आसान होता है.

एक्सचेंज का इस्तेमाल करना

सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा. यह पूरा प्रोसेस बस थोड़े वक्त में पूरा हो जाता है, जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.

ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट भी डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी खरीदना पहला स्टेप है, अब आपको उसको स्टोर करने के बारे में सोचना होगा. हां, यह सही है कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका होता है, लेकिन अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू बढ़ी है.

इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा. इस पर हमारे पास एक आर्टिकल है- Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें- इसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद उनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी वॉलेट सेट अप कर सकते हैं.

रेटिंग: 4.82
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 575
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *