परिचालन योजना

परिचालन योजना
वीडियो: सामरिक बनाम परिचालन प्रबंधन|रणनीतिक योजना और परिचालन योजना के बीच अंतर
सामरिक बनाम परिचालन योजना
रणनीतिक और परिचालन योजना के बीच अंतर यह है कि किसी कंपनी के दीर्घकालिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए रणनीतिक योजना बनाई जाती है, जबकि परिचालन योजना किसी कंपनी के अल्पकालिक उद्देश्यों को प्राप्त करने पर केंद्रित होती है। दोनों ही संगठनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इसलिए, यह लेख इन दो अवधारणाओं का विश्लेषण करता है, और रणनीतिक और परिचालन योजना के बीच का अंतर।
रणनीतिक योजना क्या है?
रणनीति में व्यापार को संचालित करने के लिए प्रबंधकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रतिस्पर्धी चालों और व्यापारिक दृष्टिकोणों का एक संयोजन होता है। रणनीतिक योजना कंपनी के अंतिम दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में रोड मैप की रूपरेखा तैयार करती है। रणनीति को तैयार करने के लिए शीर्ष प्रबंधन जिम्मेदार है।
प्रारंभ में, रणनीति नियोजन प्रक्रिया में, संगठन के आंतरिक और बाह्य व्यावसायिक वातावरण (सूक्ष्म और स्थूल वातावरण) और कंपनी के वर्तमान रुझानों का विश्लेषण करना आवश्यक है। मैक्रो पर्यावरण के विश्लेषण के लिए, पेस्टल विश्लेषण और पोर्टर के पांच बलों के सिद्धांत का उपयोग किया जा सकता है। SWOT विश्लेषण में, SW (स्ट्रेंथ्स एंड वीकेनेस) का उपयोग सूक्ष्म पर्यावरण के विश्लेषण के लिए किया जा सकता है और संगठन के मैक्रो वातावरण के विश्लेषण के लिए OT (ऑपर्च्युनिटीज़ एंड थ्रेट्स) का उपयोग किया जा सकता है। तब कंपनी की रणनीतियों को अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए आंतरिक शक्तियों और बाहरी अवसरों की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
प्रतिस्पर्धी कारोबारी माहौल में, कंपनी के लिए प्रभावी रणनीतिक योजना बनाना शीर्ष प्रबंधन के लिए एक परिचालन योजना बड़ी चुनौती है। यद्यपि यह उनके लिए एक चुनौती है, यह कंपनी के लिए एक आवश्यक आवश्यकता है क्योंकि यह उस मार्ग को दर्शाता है जिसमें सभी संसाधनों के साथ गठबंधन करने की आवश्यकता होती है। कंपनी की सफलता रणनीतिक योजना प्रक्रिया में प्रभावशीलता के स्तर पर निर्भर करती है।
ऑपरेशनल प्लानिंग क्या है?
परिचालन योजना एक विस्तृत रोड मैप प्रदान करती है जो यह बताती है कि गतिविधियाँ कैसे और किसके द्वारा पूरी की जाएंगी। दूसरे शब्दों में, परिचालन योजनाएं अत्यधिक सामरिक और अल्पावधि केंद्रित हैं। संगठन की रणनीतिक योजनाओं के आधार पर परिचालन योजनाएं बनाई जाती हैं।
परिचालन योजना को एक प्रबंधन उपकरण माना जा सकता है जो संगठनात्मक संसाधनों जैसे कि वित्तीय संसाधनों, भौतिक संसाधनों और मानव संसाधनों के समन्वय की सुविधा प्रदान करता है ताकि रणनीतिक योजना में लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके।
परिचालनात्मक योजनाओं में स्पष्ट उद्देश्य, ऐसी गतिविधियाँ होनी चाहिए जिन्हें वितरित करने की आवश्यकता है, अपेक्षित गुणवत्ता मानक, वांछित परिणाम, स्टाफिंग और संसाधन आवश्यकताएँ और विभिन्न निगरानी तंत्र। परिचालन योजनाओं के निर्माण के लिए संगठन के कार्यात्मक क्षेत्रों का मध्य प्रबंधन जिम्मेदार है।
स्ट्रैटेजिक और ऑपरेशनल प्लानिंग में क्या अंतर है?
• रणनीतिक योजना कंपनी के दीर्घकालिक उद्देश्यों पर केंद्रित है जबकि परिचालन योजना कंपनी के अल्पकालिक उद्देश्यों पर केंद्रित है।
• रणनीतिक योजनाओं के आधार पर परिचालन योजनाएं बनाई जाती हैं।
• सामरिक योजनाएं शीर्ष प्रबंधन द्वारा बनाई जाती हैं जबकि संचालन योजनाएं संगठन परिचालन योजना के मध्य प्रबंधन द्वारा बनाई जाती हैं।
• सामरिक योजनाओं को संगठन की दृष्टि को प्राप्त करने के लिए बनाया जाता है जबकि सामरिक योजनाओं को क्रियान्वित करने और कार्यान्वित करने के लिए संचालन योजनाएं बनाई जाती हैं।
• संगठनों को आवधिक रणनीतिक योजना और निरंतर परिचालन योजना दोनों का संचालन करने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
किसानों की फसल के संबंध में अनिश्चितताओं को दूर करने के लिये कैबिनेट ने 13 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों की फसल को प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुयी हानि को किसानों के प्रीमियम का भुगतान देकर एक सीमा तक कम करायेगी।
इस योजना के लिये 8,800 करोड़ रुपयों को खर्च किया जायेगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत, किसानों को बीमा कम्पनियों द्वारा निश्चित, खरीफ की फसल के लिये 2% प्रीमियम और रबी की फसल के लिये 1.5% प्रीमियम का भुगतान करेगा।
इसमें प्राकृतिक आपदाओं के कारण परिचालन योजना खराब हुई फसल के खिलाफ किसानों द्वारा भुगतान की जाने वाली बीमा की किस्तों को बहुत नीचा रखा गया है, जिनका प्रत्येक स्तर का किसान आसानी से भुगतान कर सके। ये योजना न केवल खरीफ और रबी की फसलों को बल्कि वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए भी सुरक्षा प्रदान करती है, वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिये किसानों को 5% प्रीमियम (किस्त) का भुगतान करना होगा।
बीमा प्रीमियम कैलकुलेटर
बीमा योजनाओं के दिशानिर्देश
जिला सांख्यिकी कार्यालय, समाहरणालय, शेखपुरा
जिला सांख्यिकी कार्यालय, समाहरणालय, शेखपुरा -811105
स्थान : जिला सांख्यिकी कार्यालय, समाहरणालय, शेखपुरा | शहर : शेखपुरा | पिन कोड : 811105
फोन : 06341224903 | मोबाइल : 9431208685 | ईमेल : dao-she-bih[at]nic[dot]in
अग्निपथ योजना के विरोध में दूसरे दिन भी ठप रहा रेल परिचालन
बेगूसराय। अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर धरना-प्रदर्शन, तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इससे शुक्रवार को भी रेल परिचालन बाधित रहा। दिनभर किसी भी रूट में ट्रेनों का परिचालन नहीं होने से रेल यात्रियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। उमस भरी गर्मी में सैकड़ों की संख्या में शामिल महिला-पुरुष, बूढ़े-बच्चे अपने-अपने गंतव्य को जानेवाली ट्रेनों के आने-जाने एवं खुलने के इंतजार में बरौनी जंक्शन स्थित पूछताछ कार्यालय के सामने एवं प्लेटफार्मों पर सोए और बैठे नजर आए। सभी रेल यात्रियों की आंखों में हताशा और जल्दबाजी से घर पहुंचने की उम्मीदें देखी गई। रेल सूत्रों के अनुसार, 18181 अप टाटानगर-थावे एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या आठ पर, 12553 अप सहरसा-नई दिल्ली वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन घंटों सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर, 15231 अप बरौनी जंक्शन-गोंदिया एक्सप्रेस, 19039 अवध एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन पर घंटों खड़ी रही। इसके अलावा 19616 अप कामाख्या-उदयपुर कविगुरु एक्सप्रेस, 15553 अप भागलपुर-जयनगर एक्सप्रेस, 12505 अप कामाख्या-आंनद विहार नार्थ-ईस्ट सुपर फास्ट एक्सप्रेस, 03367 अप कटिहार-सोनपुर सवारी गाड़ी, 15715 अप किशनगंज-अजमेर गरीब नवाज एक्सप्रेस, 02563 अप सहरसा-अमृतसर हमसफर एक्सप्रेस, 22412 डाउन आंनद बिहार-नाहर लगुन अरुणाचल एक्सप्रेस, 01663 अप रानी कमलापति-कामाख्या एक्सप्रेस, 15652 डाउन जम्मूतवी-गुवाहाटी लोहित एक्सप्रेस, 12424 डाउन नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस, 15910 डाउन अवध-असम एक्सप्रेस, 17008 डाउन दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस घंटों विलंब से चलने की सूचना मिली थी।
इसके अलावा 15624 अप कामाख्या-भगत की कोठी एक्सप्रेस, 15623 डाउन भगत की कोठी-कामाख्या एक्सप्रेस, 02563 अप सहरसा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन, 12435 अप जयनगर-आंनद विहार टर्मिनल गरीब रथ एक्सप्रेस, 12568 डाउन पटना जंक्शन-सहरसा राज्यरानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 15528 डाउन पटना-जयनगर, 15550 पटना-जयनगर, 15714 डाउन पटना जंक्शन-कटिहार इंटरसिटी एक्सप्रेस, 13106 डाउन बलिया-सियालदह एक्सप्रेस, 15909 अप डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध-असम एक्सप्रेस, 15483 अप अलीपुरद्वार-दिल्ली महानंदा एक्सप्रेस, 12505 अप कामाख्या-आंनद विहार टर्मिनल नार्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस आदि ट्रेनों को रद कर दिया गया है। रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर :
रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बरौनी - 8252912043, हाजीपुर- 8252912078, खगड़िया- 8252912031, सहरसा- 8102919168, दरभंगा- 9264492779, गया- 0631-2224055, धनबाद - 9771426825, कोडरमा- 9334837103, डालटेनगंज - 7091092320, समस्तीपुर कामर्शियल कंट्रोल नंबर - 9771428963 एवं 06274-232250, दानापुर कामर्शियल कंट्रोल नंबर - 9441505327/26 पर लोग पूछताछ कर सकते हैं।
एयर इंडिया ने अपने कायाकल्प की योजना बनाई, पांच साल में 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) टाटा समूह की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने अगले पांच साल में घरेलू विमानन बाजार में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के साथ ही अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को भी मजबूत करने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। साल की शुरुआत में टाटा समूह के नियंत्रण में जा चुकी एयर इंडिया का कायाकल्प करने के लिए बृहस्पतिवार को ‘विहान.एआई’ नाम से एक समग्र योजना की घोषणा की गई। इसके जरिये अगले पांच वर्षों में एयरलाइन का पूरी तरह कायाकल्प करने का खाका तैयार किया गया है जिसमें घरेलू एवं विदेशी दोनों ही बाजारों पर जोर दिया जाएगा। इस
साल की शुरुआत में टाटा समूह के नियंत्रण में जा चुकी एयर इंडिया का कायाकल्प करने के लिए बृहस्पतिवार को ‘विहान.एआई’ नाम से एक समग्र योजना की घोषणा की गई। इसके जरिये अगले पांच वर्षों में एयरलाइन का पूरी तरह कायाकल्प करने का खाका तैयार किया गया है जिसमें घरेलू एवं विदेशी दोनों ही बाजारों पर जोर दिया जाएगा।
इस योजना के तहत एयर इंडिया अपने बेड़े में 30 नए विमानों को भी शामिल करेगी। उसका जोर अपना नेटवर्क एवं विमान बेड़ा दोनों बढ़ाने पर रहेगा। इसके अलावा उपभोक्ताओं के संदर्भ में एयर इंडिया के रवैये को पूरी तरह बदलने, विश्वसनीयता और समय पर परिचालन बढ़ाने के साथ ही प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के मामले परिचालन योजना में अग्रणी स्थान हासिल करने पर जोर रहेगा।
एयर इंडिया की तरफ से जारी बयान में इस कायाकल्प योजना की जानकारी दी गई। एयर इंडिया ने कहा, ‘‘अगले पांच वर्षों में एयर इंडिया अपनी बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाकर भारतीय बाजार में कम-से-कम 30 प्रतिशत करने की कोशिश करेगी जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी मौजूदा स्थिति को और सशक्त करने पर जोर रहेगा। एयर इंडिया को सतत वृद्धि, लाभप्रदता और बाजार का अगुवा बनने की राह पर ले जाने की योजना है।’’
नागर विमानन महानिदेशालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, एयर इंडिया की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी जुलाई में 8.4 प्रतिशत थी।
इस योजना को एयर इंडिया के कर्मचारियों से मिले सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है।
एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने बयान में कहा कि विमानों के केबिन को दुरुस्त करने, सीटों को सुविधाजनक बनाने और उड़ान के दौरान मनोरंजन की व्यवस्था के साथ इस कायाकल्प योजना पर काम शुरू भी हो चुका है।
उन्होंने कहा, ’’हमारा जोर उड़ानों का समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित करने पर है। विमानों के बेड़े में विस्तार के दौरान छोटे आकार और बड़े आकार वाले दोनों तरह के विमानों को शामिल किया जाएगा।’’
एमेजॉन में अगले साल भी होगी छंटनी: ऐंडी जासी
प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन नए साल की शुरुआत में भी छंटनी की तैयारी कर रही है। कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी ऐंडी जासी ने कर्मचारियों के नाम एक संदेश में यह बात कही। उन्होंने कंपनी की वार्षिक योजना प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की भी घोषणा की। जासी ने गुरुवार को कहा, 'उन फैसलों को 2023 की शुरुआत में प्रभावित कर्मचारियों और संगठनों के साथ साझा किया जाएगा।' इसका मतलब साफ है कि कंपनी फिर छंटनी करने की योजना बना रही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, एमेजॉन की योजना करीब 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की है। हालांकि जासी के संदेश में यह खुलासा परिचालन योजना नहीं किया गया है कि कितने लोगों की छंटनी की जा सकती है। जासी ने कहा कि कंपनी ने फिलहाल यह आकलन नहीं किया है कि वास्तव में कितने लोग प्रभावित होंगे लेकिन विस्तृत विवरण प्राप्त होने पर हरेक टीम लीडर को सूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हम सार्वजनिक या आंतरिक घोषणा करने से पहले प्रभावित कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद करने को प्राथमिकता देंगे।'
ई-कॉमर्स कंपनी एक वार्षिक परिचालन योजना समीक्षा कर रही है और उसी आधार पर छंटनी के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। कंपनी अपने कार्यबल में नई भर्ती पर रोक पहले ही लगा दी है। जासी ने कहा, 'हम अपने हरेक कारोबार की समीक्षा कर रहे हैं। हम इस आधार पर निर्णय लेंगे कि हमें क्या बदलाव करना चाहिए।'
कंपनी की विभिन्न इकाइयों के प्रमुख अपनी टीम के साथ काम कर रहे हैं और वे अपने कार्यबल एवं निवेश की आवश्यकता का आकलन कर रहे हैं। जासी ने कहा कि इस साल की समीक्षा कठिन है क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के चुनौतीपूर्ण दौर में आने से पहले पिछले कई वर्षों के दौरान कंपनी ने तेजी से नियुक्तियां की थीं।
जेस्सी ने कहा, 'कल हमने अपने उपकरणों और पुस्तक कारोबार में कई पदों को खत्म करने के कठिन निर्णय के बारे में जानकारी दी थी। ' एमेजॉन ने पीपल, एक्सपीरियंस ऐंड टेक्नोलॉजी (पीएक्सटी) इकाई में कुछ कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पेशकश की भी घोषणा की है। जासी ने कहा कि वह लगभग डेढ़ साल से सीईओ की भूमिका में हैं और छंटनी उनके लिए सबसे कठिन फैसला रहा।