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प्लेटफार्मों की विशेषताएं

प्लेटफार्मों की विशेषताएं
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अशोक लेलैंड एवीटीआर 4825 टिपर ट्रक लांच, जानें क्या हैं प्रमुख विशेषताएं

प्रोटोकॉल++® 5.3.0 (प्रोटोकॉलपीपी®)
एक समय में दुनिया को एक डिवाइस से जोड़ना

प्रोटोकॉल++® में सॉफ्टवेयर, टेस्टबेंच, या उत्पादन भूमिकाओं में उपयोग करने के लिए कई इंटरफेस शामिल हैं। आवश्यक एल्गोरिदम या प्रोटोकॉल को वांछित कॉल करने के लिए प्रोटोकॉलपीपी® या सिफर कक्षाओं का उपयोग करके सिफर और प्रोटोकॉल को किसी भी प्रोजेक्ट में शामिल किया जा सकता है। किसी भी संख्या में संयोजन संभव हैं जो सॉफ़्टवेयर स्टैक प्लेटफार्मों की विशेषताएं बनाने की क्षमता प्रदान करते हैं।

WASP रैंडमाइज़र का उपयोग करके, प्रोटोकॉल ++® डिवाइस अंडर टेस्ट (DUT) में प्रोटोकॉल और सिफर का उत्पादन और जाँच करने के लिए सॉफ़्टवेयर रिंग का उपयोग करने वाले उपकरणों से जुड़ा हो सकता है। इसके अलावा, प्रोटोकॉल ++® में प्रदर्शन आवश्यकताओं के लिए नए डिजाइनों को प्रोटोटाइप करने के लिए एक सामान्य प्रतिक्रिया वर्ग शामिल है। उत्तरदाता वर्ग सत्यता वास्तुकला आवश्यकताओं के लिए पढ़ने, लिखने और प्रसंस्करण में देरी की प्रोग्रामिंग की अनुमति देता है।

प्लेटफार्मों की विशेषताएं

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मोहनजोदड़ो की कुछ विशिष्टताओं का वर्णन कीजिए

  1. नियोजित शहरी केंद्र: यह नगर दो भागों में विभाजित था, एक छोटा लेकिन ऊँचाई पर बनाया गया और दूसरा कहीं अधिक बड़ा लेकिन नीचे बनाया गया। पुरातत्वविदों ने इन्हें क्रमश: दुर्ग और निचला शहर का नाम दिया है।दुर्ग कि ऊँचाई का कारण यह था कि यहाँ कि संरचनाएँ कच्ची ईंटों के चबूतरों पर बनी थीं। दुर्ग को दीवार से घेरा हुआ गया था जिसका अर्थ है कि इस निचले शहर से अलग किया गया था। निचला शहर भी दीवार से घेरा गया था। इसके प्लेटफार्मों की विशेषताएं अतिरिक्त कई भवनों को ऊँचे चबूतरों पर बनाया गया था जो नीवं का कार्य करते थे। दुर्ग क्षेत्र के निर्माण तथा निचले क्षेत्र में चबूतरों के निर्माण के लिए विशाल संख्या में श्रमिकों को लगया गया होगा।
  2. प्लेटफार्म: इस नगर की यह विशेषता रही होगी कि पहले प्लेटफार्म या चबूतरों का निर्माण किया जाता होगा तथा बाद में इस तय सीमित क्षेत्र में निर्माण किया जाता होगा। इसलिए ऐसा प्रतीत होता है कि पहले बस्ती का नियोजन किया गया था और फिर उसके अनुसार प्लेटफार्मों की विशेषताएं कार्यान्वयन। इसकी पूर्व योजना का पता ईंटों से भी लगता है। यह ईंटें भट्टी में पक्की हुई, धुप में सुखी हुई, अथवा एक निश्चित अनुपात की होती थीं। इस प्रकार की ईंटें सभी हड्डपा बस्तियों में प्रयोग में लायी गयी थीं।
  3. गृह स्थापत्य: (i) मोहनजोदड़ो का निचला शहर आवासीय भवनों के उदाहरण प्रस्तुत करता है। घरों की बनावट में समानता पाई गयी है। ज्यादातर घरों में आँगन होता था और इसके चारों तरफ कमरे बने होते थे। (ii) हर घर का ईंटों से बना अपना एक स्नानघर होता था जिसकी नालियाँ दीवार के माध्यम से सड़क की नालियों से जुड़ी हुई थी।
  4. दुर्ग:दुर्ग में कई भवन ऐसे थे जिनका उपयोग विशेष सार्वजनिक उद्देश्यों के लिए किया गया था। निम्नलिखित दो संरचनाएं सबसे महत्वपूर्ण थीं: (i) मालगोदाम,(ii) विशाल स्नानागार। इसकी विशिष्ट संरचनाओं के साथ इनके मिलने से प्लेटफार्मों की विशेषताएं इस बात का स्पष्ट संकेत मिलता है कि इसका प्रयोग किसी प्रकार के विशेष आनुष्ठानिक स्नान के लिए किया जाता था।
  5. नालियों की व्यवस्था: मोहनजोदड़ो नगर में नालियों का निर्माण भी बहुत नियोजित तरीके से किया गया था। ऐसा प्रतीत होता है कि पहले नालियों के साथ गलियों का निर्माण किया गया था और फिर उनके अगल-बगल आवासों का निर्माण किया गया था। प्रत्येक घर के गंदे पानी की निकासी एक पाईप से होती थी जो सड़क गली की नाली से जुड़ा होता था। यदि घरों के गंदे पानी को गलियों से नालियों से जोड़ना था तो प्रत्येक प्लेटफार्मों की विशेषताएं घर की कम से कम एक दीवार का गली से सटा होना आवशयक था।
  6. सड़कें और गालियाँ: जैसे ज्ञात होता है कि सड़कें और गालियाँ सीधी होती थीं और एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं। मोहनजोदड़ो में निचले नगर में मुख्य सड़क 10.5 चौड़ी थीं, इससे 'प्रथम सड़क' कहा गया है। बाकि सड़कें 3.6 से 4 मीटर तक चौड़ी थीं। गालियाँ एक गलियारें 1.2 मीटर या उससे अधिक चौड़े थे। घरों के निर्माण से पहले ही सड़कों व गलियों के लिए स्थान छोड़ दिया जाता था।

वेब सर्वर (Web Server) क्या है, वेब सर्वर के प्रकार

वेब सर्वर (Web Server) क्या है : वेब सर्वर (Web Server) एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो वेब पेजेज को यूजर्स तक पहुँचाता है और विज़िटर्स को वेब पेज सर्व करता है। वेब सर्वर किसी भी वेबसाइट का प्रोग्राम होता है जो की उस वेबसाइट के वेब पेज सर्च करने का कार्य करता है। सामान्य शब्दों में वह सॉफ्टवेयर जो वेब पेजों को उसके उपयोगकर्ताओं के पास पहुँचाता है वेब सर्वर कहलाता है। वेब सर्वर में HTTP Protocol की सहायता से किसी भी वेबसाइट डाटा को सर्च करने में मदद करता है।

उदाहरण के लिए – किसी रेस्टोरेंट के वेटर जिस प्रकार हमारे द्वारा आर्डर किया गया भोजन हमें सर्व करता है ठीक उसी वेटर की तरह वेब सर्वर हमें हमारे द्वारा किसी वेबसाइट में पूछे गयी जानकारी को हम तक पहुँचाता है। वेब पेज डिलीवर को वेब सर्वर कहते है प्रत्येक वेब सर्वर का एक आईपी एड्रेस और डॉमेन नेम होता है।

वेब सर्वर के प्रकार (Types of Web Server in hindi) –

  1. Apache Web Server
  2. Internet Information Server
  3. Nginx Service server
  4. Light Speed Web Server

अपाचे वेब सर्वर का पहला संस्करण वर्ष 1995 में जारी किया गया था जिसे वर्ष 1999 में अपाचे समूह अपाचे सॉफ्टवेयर फाउंडेशन प्लेटफार्मों की विशेषताएं बना दिया गया। यह सबसे लोकप्रिय सर्वर है जो एक या एक से अधिक वेबसाइटों को होस्ट करने के लिए कंप्यूटर को सक्षम करता है यह सर्वर दुनियाभर की लगभग 46% वेबसाइटों पर अपना अधिकार रखता है। ओपन सोर्स और फ्री वेब सर्वर होने के कारण वर्तमान में अपाचे काफी प्रचलित वेबसाइट बन गया है। अपाचे एक नए प्लेटफार्म का समर्थन करता है जिसमे लिनक्स, विंडोज और मैकिन्टोश ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल है। अपाचे को तकनीकी रूप में अपाचे ‘एचटीटीपी सर्वर’ भी कहा जाता है। सॉफ्टवेयर एचटीटीपी प्रोटोकॉल पर वेबपृष्ठों का काम करता है। जब अपाचे प्रक्रिया चल रही होती है तो इसकी प्रक्रिया का नाम httpd है जो HTTP डोमॉन के लिए छोटा है।

Internet Information Server –

इंटरनेट इनफार्मेशन सर्वर को IIS के नाम भी जाना जाता है जो एक माइक्रोसॉफ्ट का प्रोडक्ट है जिसमे अपाचे की तरह ही सभी प्रकार की फैसिलिटीज़ होती है। IIS सभी विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम प्लेटफॉर्म्स के साथ कार्य करता है। इंडिविजुअल मॉडल्स को इस सर्वर पर ऐड करना आसान नहीं होता है क्योंकि यह एक ओपन सोर्स नहीं है।

यह सर्वर अपने हाई परफॉरमेंस, स्टेबिलिटी, सिंपल कॉन्फ़िगरेशन और लेस्स रिसोर्स उपयोग के लिए प्रचलित है। Nginx Web Server फ्री ओपन सोर्स वेब सर्वर है जिसमे IMAP/POP3 Proxy Server शामिल होते है। यह वेब सर्वर रिक्वेस्ट को संभालने के लिए थ्रेड का उपयोग नहीं करता है। यह एक स्केलेबल इवेंट ड्रिवेन आर्किटेक्चर है जो लोड के तहत मेमोरी की छोटी और अनुमानित प्लेटफार्मों की विशेषताएं मात्रा का उपयोग करता है वर्तमान में यह सर्वर बहुत लोकप्रिय हो रहा है और अधिक मात्रा में वेब होस्टिंग कंपनीज इसका उपयोग कर रही है।

प्लेटफार्मों की विशेषताएं

BTC, ETH, LTC, DOGE, और अन्य वैकल्पिक कॉइन खरीदें और बेचें

आपके रिटर्न्स को अधिकतम करने में आपकी मदद करने के लिए अनूठी विशेषताएं: तत्काल अनबॉन्डिंग, कंपाउंड मोड और मार्जिन संपार्श्विक के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्टेक्ड एसेट्स की क्षमता।

ट्रेडिंग के माध्यम से सीधे उधार लें और चुकाएं, 8 घंटों के भीतर ब्याज प्लेटफार्मों की विशेषताएं प्लेटफार्मों की विशेषताएं मुक्त उधार लें, और एक क्लिक के साथ सभी पोजीशन को खोल दें।

पार्किंग ब्रेक प्लेटफार्मों की विशेषताएं और रिवर्स बजर के साथ है एटीवीआर 4825 टिपर

यहां आपको बता दें कि अशोक लेलैंड का नया टिपर ट्रक एटीवीआर 4825 में पावर स्टियरिंग है और ड्राइवर केबिन में सर्दी, गर्मी और बारिश के हिसाब से वातानुकूलन की सुविधा है। इससे ड्राइवर को थकान महसूस नहीं होगी। इसके रिवर्स गियर में पीछे की तरफ सांकेतिक बजर दिया हुआ है। इससे पीछे खड़े हुए लोग सतर्क हो जाते हैं। इसका इंजन 250 एचपी का है।

बता दें कि वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनियों में अशोक लेलैंड सबसे अग्रणी बन गई है। इसके ट्रक, टिपर, पिकअप, बसें आदि वाहनों के एक से बढ कर एक शानदार मॉडल ऑटो बाजार में आते रहते हैं। हाल प्लेटफार्मों की विशेषताएं ही एवीटीआर 4825 टिपर ट्रक की लांचिंग हुई है। अशोक लेलैंड के ट्रक और अन्य उत्पाद क्यों अल्प समय में ही अधिक लोकप्रिय हो जातेे हैं? इसके लिए यहां अशोक लेलैंड के उत्पादों की खासियतें बताई जा रही हैं जो इस प्रकार हैं-

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