निवेश उत्पाद

मसाला उत्पाद- हल्दी, धनिया, मिर्च पाउडर, अदरक सोंठ, ड्राय प्याज, लहसुन पेस्ट, अचार।
पीएम एफएमई- प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना
(1) जीएसटी, एफएसएसएआई स्वच्छता मानकों और उद्योग आधार के लिए पंजीकरण के साथ-साथ उन्नयन एवं फॉर्मलाइजेशन के लिए पूंजी निवेश हेतु सहायता।
(2) कुशल प्रशिक्षण, खाद्य सुरक्षा मानकों एवं स्वच्छता के संबंध में तकनीकी जानकारी देने एवं गुणवत्ता सुधार के माध्यम से क्षमता निर्माण।
(3) बैंक ऋण एवं डीपीआर तैयार करने के लिए हैंड-होल्डिंग सहायता।
(4) पूंजी निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर तथा ब्रांडिंग एवं विपणन सहायता के लिए कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ), स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी), उत्पादक सहकारी संस्थाओं को सहायता।
एक जिला एक उत्पाद
इस योजना में एक जिला एक उत्पाद के तहत इनपुट निवेश उत्पाद की खरीद, सामान्य सेवाओं का लाभ लेने तथा उत्पादों के विपणन के लाभों निवेश उत्पाद को प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। ओडीओपी उत्पाद शीघ्र सडऩे-गलने वाली उपज पर आधारित, अनाज आधारित उत्पाद या व्यापक रूप से जिले और उनके सहयोगी क्षेत्रों में उत्पादित खाद्य उत्पाद हो सकता है। उदाहरण के तौर पर आम, आलू, संतरा, टमाटर, साबूदाना, भुजिया, पापड़, अचार, मोटे अनाज आधारित उत्पाद, मत्स्यिकी, पोल्ट्री तथा पशुचारा आदि।
मौजूदा वित्त वर्ष में 6.5-7.1% रहेगी देश की ग्रोथ रेट, महंगाई सरकार के लिए चुनौती: रिपोर्ट
भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष (2022-23) में 6.5 से 7.1 फीसदी के बीच रहेगी.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 20, 2022 | 7:44 PM
बढ़ती महंगाई और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष (2022-23) में 6.5 से 7.1 फीसदी के बीच रहेगी. डेलॉयट इंडिया ने एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ महीने से ऊंची मुद्रास्फीति नीति-निर्माताओं के लिए चुनौती बनी हुई है. भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने अप्रैल, 2022 से महंगाई पर अंकुश के लिए प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट में 1.9 फीसदी की बढ़ोतरी की है.
विकसित देशों में मंदी की आशंका: रिपोर्ट
रिपोर्ट कहती है कि इसके अलावा डॉलर के चढ़ने से आयात बिल बढ़ रहा है, जिससे महंगाई भी बढ़ रही है. इसमें कहा गया है कि कुछ विकसित देशों में 2022 के आखिर या अगले साल की शुरुआत में मंदी से स्थिति और खराब हो सकती है. डेलॉयट ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के लगातार जारी रहने से भारत के वृद्धि की वजहों पर नकारात्मक असर पड़ना शुरू होगा.
डेलॉयट का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 6.5 से 7.1 फीसदी के बीच रहेगी. जबकि, अगले साल यह 5.5 से 6.1 फीसदी के बीच रहेगी. भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 2021-22 में 8.7 फीसदी रही थी.
निजी क्षेत्र में निवेश रहेगा अच्छा: रिपोर्ट
डेलॉयट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा कि उनका अनुमान है कि आने वाले त्योहारी सीजन से उपभोक्ता क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अभी लगातार रिकवरी नहीं दिखा पाया है. उद्योग और सेवा क्षेत्र में ऋण उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है, जिससे पता चलता है कि निजी क्षेत्र की निवेश संभावनाएं बेहतर हैं. उन्होंने कहा कि निवेश को बढ़ाने के लिए निरंतर मांग में वृद्धि होना जरूरी है. घटती वैश्विक मांग और सीमित संसाधनों की वजह से निर्यात और सरकारी खर्च से वृद्धि को संभवत: समर्थन नहीं मिलेगा.
इसके अलावा आपको बता दें कि अर्थव्यवस्था को लेकर चुनौतियों और इसकी स्थितियों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के एक लेख में कहा गया है कि इंफ्लेशन में कमी के संकेत मिलने के साथ ही घरेलू स्तर पर अर्थव्यवस्था में मौजूदा हालातों के हिसाब से खुद को ढालने का क्षमता दिख रही है. लेकिन यह अभी भी विदेशी बाजारों में होने वाले उतार-चढ़ाव को लेकर संवेदनशील बनी हुई है.
New Fund Offer: महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया स्मॉल कैप फंड, 5 दिसंबर तक कर सकते हैं निवेश
महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड (Mahindra Manulife Mutual Fund) ने निवेशकों के लिए अपने 'न्यू फंड ऑफर' (NFO) का एलान किया है.
Mahindra Manulife Small Cap Fund: महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड (Mahindra Manulife Mutual Fund) ने निवेशकों के लिए अपने ‘न्यू फंड ऑफर’ (NFO) का एलान किया है. इस स्कीम को महिंद्रा मनुलाइफ स्मॉल कैप फंड नाम दिया गया है और यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है. इस स्कीम के तहत मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश किया जा जाएगा. यह स्कीम उन निवेशकों के लिए सही है जो लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न हासिल करना चाहते हैं और मुख्य रूप से स्मॉल कैप कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी से संबंधित सिक्योरिटीज में निवेश करना चाहते हैं. बता दें कि महिंद्रा मनुलाइफ MF, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेस लिमिटेड (महिंद्रा फाइनेंस) और मनुलाइफ इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट (सिंगापुर) की ज्वाइंट वेंचर कंपनी है.
फंड से जुड़ी जरूरी बातें
- यह एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करती है
- एसेट एलोकेशन का न्यूनतम 65% स्मॉल कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी संबंधित साधनों के लिए होगा.
- स्कीम को एसएंडपी बीएसई 250 स्मॉल कैप टीआरआई के साथ बेंचमार्क किया जाएगा.
- यह स्कीम 21 नवंबर 2022 को निवेश के लिए खुल गई है और 5 दिसंबर 2022 को बंद हो जाएगी. 14 दिसंबर, 2022 से लगातार बिक्री और पुनर्खरीद के लिए फिर से खुलेगी.
महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी और सीईओ एंथनी हेरेडिया ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले दशक में दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगी. यह समय के साथ बहुत बड़ी बनने की संभावना का उपयोग करने वाली कई छोटी कंपनियों के साथ, क्षेत्रों और व्यवसायों में अभूतपूर्व अवसर प्रदान कर सकता है. स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा होगा जो इस बदलाव का लाभ उठाना चाहते हैं और उन्हें निवेशक पोर्टफोलियो का मुख्य हिस्सा बनना चाहिए. हमारे विविध फंड रेंज में इन कंपनियों को देखने के हमारे पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, हमें लगता है कि इस उत्पाद को बाजार में लाने का यह सही समय है, और हमारे निवेशकों को उनकी लंबी अवधि के धन सृजन आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करता है.
2020-2030 भारत का दशक होगा और भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और बाजार बनेगा: मॉर्गन स्टेनली
अमेरिकी निवेश बैंकिंग फर्म मॉर्गन स्टैनली ने 'व्हाई दिस इज इंडियाज डिकेड' शीर्षक वाली एक रिपोर्ट में उम्मीद की है कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और अगले दशक में वैश्विक आर्थिक विकास में इसका पांचवां हिस्सा होगा।
मॉर्गन स्टेनली की यह अनुमान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान से मेल खाती है जिसके अनुसार 2027-28 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। भारत के शीर्ष बैंक एसबीआई ने भी हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में 2029 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान लगाया है ।
निवेश उत्पाद
Bhopal:
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रदेश के विकास में ऐतिहासिक साबित होगी
प्रदेश की 8.5 करोड़ जनता की ओर से मैं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित करने आया निवेश उत्पाद हूँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुम्बई में "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज़ इन मध्यप्रदेश" कार्यक्रम में निवेशकों को संबोधित किया
भोपाल 10 नवम्बर 2022। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुम्बई में "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज़ इन मध्यप्रदेश" कार्यक्रम में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मध्यप्रदेश की 8.5 करोड़ जनता की ओर से निवेश के लिए आमंत्रित करने आया हूँ। मध्यप्रदेश में सभी उद्योगों में अपार संभावनाएँ हैं। टेक्सटाईल, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्युटिकल सेक्टर सहित सभी क्षेत्रों में निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश आकर्षण का केन्द्र है। जनवरी 2023 में इन्दौर म.प्र. में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रोत्साहन और उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए मुम्बई में होटन ताज प्रेसीडेन्ट में यह कार्यक्रम किया गया।