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स्मार्ट मनी

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2.कस्टम मनी काउंटर पावर-स्वयं पर-परीक्षण, अलार्म प्रॉम्प्ट

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Aurangabad News IIT मुंबई के स्मार्ट मनी विशेषज्ञों ने औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के सड़कों का किया निरीक्षण

औरंगाबाद : औरंगाबाद स्मार्ट स्मार्ट मनी सिटी (Aurangabad Smart City) द्वारा बनने वाली सड़कों (Roads) का आईआईटी मुंबई (IIT Mumbai) के विशेषज्ञों (Experts) ने निरीक्षण (Inspection) किया। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी के उपस्थित अधिकारियों और ठेकेदारों को सड़क निर्माण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

महानगरपालिका प्रशासक और कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी के मार्गदर्शन में औरंगाबाद स्मार्ट सिटी रोड प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में 22 सड़कों का निर्माण कर रहा है। आईआईटी मुंबई की एक टीम औरंगाबाद शहर पहुंची। टीम का प्रतिनिधित्व आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर और सड़क विशेषज्ञ डॉ. धर्मवीर सिंह ने किया। सड़कों का निरीक्षण करने के लिए स्मार्ट सिटी के डिप्टी सीईओ सौरभ जोशी, प्रोजेक्ट मैनेजर इमरान खान, स्नेहा नायर, किरण अधे और यश इनोवेशन के प्रोजेक्ट कंसल्टेंट फारूकी जफिर मौजूद थे।

सामग्री का परीक्षण कर ठेकेदारों को निर्देश

इस दौरान टीम ने एसबी कॉलेज रोड, जिंतुरकर अस्पताल, प्रताप नगर, जवाहर कॉलोनी थाना, आकाशवाणी से त्रिमूर्ति चौक, रिलायंस पेट्रोल पंप सिडको एन7, कल्याण काले के घर से परिवर्तन गैरेज, देवगिरी बैंक से बजरंग चौक, भोला पान सेंटर का दौरा किया। आविष्कार चौक तक, सौभाग्य चौक से ताठे मंगल कार्यालय, ओंकार गैस से अनिकेत अस्पताल, एसबीओए स्कूल तक निर्माणाधीन सड़कों का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों द्वारा सड़कों की मजबूती, मोटाई, सामग्री का परीक्षण किया गया और ठेकेदारों को निर्देश दिए गए। उन्होंने दो सड़कों के कनेक्शन और पेवर ब्लॉक कैसे लगाए जा रहे हैं, इसका भी निरीक्षण किया।

बता दे, कि औरंगाबाद स्मार्ट सिटी की ओर से 317 करोड़ रुपए खर्च कर 109 सडकों का काम हाथ में लिया गया है। निधि के अभाव में प्रथम चरण में सिर्फ 22 सडक़ों के काम किए जा रहे है। महानगरपालिका के तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने शहर की बदहाल सड़कों को बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट सिटी के स्मार्ट मनी माध्यम से 317 करोड़ रुपए खर्च कर 109 सड़कों का काम करने का नियोजन किया था। केन्द्र सरकार के निर्देश पर उन्होंने चालू वर्ष के मार्च एंड से पूर्व सड़कों के काम के टेंडर निकालकर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली थी। इसी दरमियान पांडेय का तबादला हुआ। पांडेय का स्थान लिए महानगरपालिका कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. अभिजीत चौधरी ने स्मार्ट सिटी के कुल निधि में से सड़कों के काम के लिए तिजोरी में अधिक रकम न होने से पहले चरण में 109 के बजाए 22 सड़कों का काम हाथ में लिया है। डॉ.चौधरी ने कई बार साफ किया कि निधि की उपलब्धता होते ही बचे हुए सड़कों का काम पूरा किया जाएगा।

कस्टम मनी काउंटर

कस्टम मनी काउंटर एक नए प्रकार का स्मार्ट मनी स्मार्ट मनी काउंटर है जिसे सिंगल चिप माइक्रो कंप्यूटर, जालसाजी के लिए विभिन्न प्रकार के बैंकनोट सुविधाओं और मेक्ट्रोनिक्स तकनीक द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह राष्ट्रीय मानक GB16999-2010 BC मानक के अनुरूप है। पहचान तकनीक जैसे विश्लेषण, सुरक्षा रेखा विशेषताओं का चुंबकीय विश्लेषण और चुंबकीय विशेषताओं का गुणात्मक विश्लेषण। मशीनों की इस श्रृंखला में उचित संरचना, सुंदर उपस्थिति, आसान संचालन, सटीक बैंकनोट गिनती, उच्च दक्षता, उन्नत डिजाइन अवधारणा, उन्नत विज्ञान और प्रौद्योगिकी, फैशनेबल रैखिक उपस्थिति, उत्कृष्ट जालसाजी और बैंकनोट गिनती क्षमताओं, और तेज और सुविधाजनक गिनती के फायदे हैं। कार्य कार्य में आपका दाहिना हाथ होगा।

पैरामीटर डेटा:

Aurangabad News IIT मुंबई के विशेषज्ञों ने औरंगाबाद स्मार्ट सिटी के सड़कों का किया निरीक्षण

औरंगाबाद : औरंगाबाद स्मार्ट सिटी (Aurangabad Smart City) द्वारा बनने वाली सड़कों (Roads) का आईआईटी मुंबई (IIT Mumbai) के विशेषज्ञों (Experts) ने निरीक्षण (Inspection) किया। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी के उपस्थित अधिकारियों और ठेकेदारों को सड़क निर्माण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

महानगरपालिका प्रशासक और कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी के मार्गदर्शन में औरंगाबाद स्मार्ट सिटी रोड प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में 22 सड़कों का निर्माण कर रहा है। आईआईटी मुंबई की एक टीम औरंगाबाद शहर पहुंची। टीम का प्रतिनिधित्व आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर और सड़क विशेषज्ञ डॉ. धर्मवीर सिंह ने किया। सड़कों का निरीक्षण करने के लिए स्मार्ट सिटी के डिप्टी सीईओ सौरभ जोशी, प्रोजेक्ट मैनेजर इमरान खान, स्नेहा नायर, किरण अधे और यश इनोवेशन के प्रोजेक्ट कंसल्टेंट फारूकी जफिर मौजूद थे।

सामग्री का परीक्षण कर ठेकेदारों को निर्देश

इस दौरान टीम ने एसबी कॉलेज रोड, जिंतुरकर अस्पताल, प्रताप नगर, जवाहर कॉलोनी थाना, आकाशवाणी से त्रिमूर्ति चौक, रिलायंस पेट्रोल पंप सिडको एन7, कल्याण काले के घर से परिवर्तन गैरेज, देवगिरी बैंक से बजरंग चौक, भोला पान सेंटर का दौरा किया। आविष्कार चौक तक, सौभाग्य चौक से ताठे मंगल कार्यालय, ओंकार गैस से अनिकेत अस्पताल, एसबीओए स्कूल तक निर्माणाधीन सड़कों का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों द्वारा सड़कों की मजबूती, मोटाई, सामग्री का परीक्षण किया गया और ठेकेदारों को निर्देश दिए गए। उन्होंने दो सड़कों के कनेक्शन और पेवर ब्लॉक कैसे लगाए जा रहे हैं, इसका भी निरीक्षण किया।

बता स्मार्ट मनी दे, कि औरंगाबाद स्मार्ट सिटी की ओर से 317 करोड़ रुपए खर्च कर 109 सडकों का काम हाथ में लिया गया है। निधि के अभाव में प्रथम चरण में सिर्फ 22 सडक़ों के काम किए जा रहे है। महानगरपालिका के तत्कालीन कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने शहर की बदहाल सड़कों को बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट सिटी के माध्यम से 317 करोड़ रुपए खर्च कर 109 सड़कों का काम करने का नियोजन किया था। केन्द्र सरकार के निर्देश पर उन्होंने चालू वर्ष के मार्च एंड से पूर्व सड़कों के काम के टेंडर निकालकर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली थी। इसी दरमियान पांडेय का तबादला हुआ। पांडेय का स्थान लिए महानगरपालिका कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. अभिजीत चौधरी ने स्मार्ट सिटी के कुल निधि में से सड़कों के काम के लिए तिजोरी में अधिक रकम न होने से पहले चरण में 109 के बजाए 22 सड़कों का काम हाथ में लिया है। डॉ.चौधरी ने कई बार साफ किया कि निधि की उपलब्धता होते ही बचे हुए सड़कों का काम पूरा किया जाएगा।

Delhi Metro: क्‍या आप जानते हैं दिल्‍ली मेट्रो स्‍मार्ट कार्ड के बारे में ये जरूरी बातें

Delhi Metro: क्‍या आप जानते हैं दिल्‍ली मेट्रो स्‍मार्ट कार्ड के बारे में ये जरूरी बातें

दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड से जुड़े सवाल और उनके जवाब

दिल्ली की जान है मेट्रो. दिल्ली मेट्रो में हर रोज़ लाखों लोग सफर करते हैं, जिनके सफर को आसान बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो में स्मार्ट कार्ड की सुविधा उपलब्ध है. इस स्मार्ट कार्ड से टिकट लेने के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता है और इसी के साथ हर यात्रा पर टिकट के मुकाबले अच्छा-खासा डिस्काउंट भी मिल जाता है. लेकिन इस स्मार्ट कार्ड को लेकर कई यात्रियों के दिमाग में कुछ सवाल रहते हैं, जिनका जवाब दिल्ली मेट्रो खुद ट्विटर पर बता रही है.

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दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड से जुड़े सवाल और उनके जवाब:-

सवाल - स्मार्ट कार्ड कैसे काम करता है?
जवाब - यह कॉन्टेक्टलेस स्मार्ट कार्ड है. आपको इस स्मार्ट कार्ड को एएफसी (AFC) गेट के ऊपर लगाना है, जिसके बाद गेट खुलेगा और आप मेट्रो स्टेशन के अंदर प्रवेश कर पाएंगे, इसी तरीके से बाहर आ पाएंगे. इस गेट के ऊपर लगे स्कैनर पर आपको यात्रा का किराया और समय का पता चल जाएगा.

सवाल - मेट्रो स्मार्ट कार्ड का बैलेंस कैसे चेक कर सकते हैं?
जवाब - सभी मेट्रो स्टेशन पर वैल्यू मशीन मौजूद होती है. यह मशीन कस्टमर केयर सेंटर बॉक्स के बाहरी तरफ लगी होती है. इस मशीन में आप अपना कार्ड रख बैलेंस को चेक करने के साथ-साथ उसे टॉप-अप भी करा सकते हैं. कार्ड टॉप-अप करने की प्रक्रिया आप कार्ड को ऑनलाइन रिचार्ज करने के बाद ही कर पाएंगे.

दिल्ली में आयोजित स्मार्ट मनी कॉन्क्लेव में रही छत्तीसगढ़ की धूम,नक्सल प्रभावित पालनार के युवाओं ने किया सबको इम्प्रेस

दिल्ली. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के पालनार गावं से आये लोगों ने नक्सल प्रभावित पालनार गावं के कैशलेस बनने की कहानी आज नई दिल्ली में आयोजित स्मार्ट मनी कॉन्क्लेव में साझा की. कार्यक्रम का आयोजन प्रतिष्ठित अंग्रेजी समाचार पत्र मेल टुडे द्वारा किया गया था. कार्यक्रम में दंतेवाड़ा जिले के कॉमन सर्विस सेंटर के प्रबंधक पवन कुमार,पालनार गावं के सरपंच सुकालू राम, पालनार गावं के व्यवसाई श्री धीरज कुमार गुप्ता व गोपाल सिन्हा भी उपस्थित थे.

कार्यक्रम के मंच से पालनार गावं के सरपंच सुकालू राम व दंतेवाड़ा जिले के कॉमन सर्विस सेण्टर के प्रबंधक पवन स्मार्ट मनी कुमार ने बताया कि किस प्रकार से नोटबंदी के दौरान जिला प्रशासन दंतेवाड़ा ने जिले को कैशलेस बनाने की वृहद रणनीति तैयार की और पालनार प्रदेश का पहला कैशलेस जिला बना. उन्होंने ने बताया कि जिस गांव को कैशलेस बनाया गया है, वहां मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता. लेकिन बीएसएनएल की सहायता से गांव में वाई-फाई स्पाट लगाकर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई. जिससे कैशलेस ट्रांजेक्शन शुरू हुआ. गांव में मोबाइल से बात नहीं हो पाती लेकिन इंटरनेट कॉल आसानी से किया जा सकता है.

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