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विदेशी मुद्रा व्यापार और यह कैसे काम करता है

विदेशी मुद्रा व्यापार और यह कैसे काम करता है
समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार 32.99 करोड़ डॉलर घटकर 21.039 अरब डॉलर रह गया.

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भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी, व्यापार घाटा 43 महीने के उच्चतम स्तर पर, स्वर्ण भंडार भी घटा

विदेशी मुद्रा भंडार छह जुलाई को समाप्त सप्ताह में 24.82 करोड़ डॉलर घटकर 405.81 अरब डॉलर रह गया. जून 2018 में व्यापार घाटा नवंबर 2014 के बाद विदेशी मुद्रा व्यापार और यह कैसे काम करता है सबसे अधिक रहा है. The post भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी, व्यापार घाटा 43 महीने के उच्चतम स्तर पर, स्वर्ण भंडार भी घटा appeared first on The Wire - Hindi.

विदेशी मुद्रा भंडार छह जुलाई को समाप्त सप्ताह में 24.82 करोड़ डॉलर घटकर 405.81 अरब डॉलर रह गया. जून 2018 में व्यापार घाटा नवंबर 2014 के बाद सबसे अधिक रहा है.

Reserve Bank Reuters


मुंबई: देश का विदेशी मुद्रा भंडार छह जुलाई को समाप्त सप्ताह में 24.82 करोड़ डॉलर घटकर 405.81 अरब डॉलर रह गया. यह गिरावट विदेशी मुद्रा आस्तियों में बढ़ोतरी के बावजूद आई है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों में इस बात की जानकारी दी गई है.

इससे पहले के सप्ताहांत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.76 अरब डॉलर घटकर 406.06 अरब डॉलर रह गया था.

इससे पूर्व विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल 2018 को 426.028 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था. आठ सितंबर 2017 को मुद्रा भंडार पहली बार 400 अरब डॉलर के स्तर को लांघ गया था लेकिन उसके बाद से उसमें उतार-चढ़ाव बना रहा.

विदेशी मुद्रा भंडार में फिर आई गिरावट, इस वजह से खाली हो रहा ये 'खजाना'

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो

by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Saturday, 29 October, 2022

file photo

देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) लगातार घटता जा रहा है. 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में यह 3.847 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रह गया. मीडिया रिपोर्ट्स में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हवाले से बताया गया है कि इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 अरब डॉलर घटकर 528.37 अरब डॉलर रह गया था.

ये है प्रमुख कारण
गौर करने वाली बात ये है कि अक्टूबर 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन अब इसमें लगातार गिरावट आ रही है. विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का मुख्य कारण यह है कि रुपए की गिरावट को थामने के लिए RBI डॉलर बेच रहा है. रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण घटक मानी जाने वाली फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 3.593 अरब डॉलर घटकर 465.075 अरब डॉलर रह गईं. बता दें कि FCA कुल विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा और प्रमुख हिस्सा होता है. इसमें डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं का भंडार होता है. इन सभी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की वैल्यू डॉलर के संदर्भ में रखी जाती है और उनमें डॉलर के मुकाबले बढ़ोतरी या गिरावट आने पर फॉरेन करेंसी एसेट्स की वैल्यू में भी बदलाव होता है.

आज से शुरू हो रही RBI की बैठक पर सबकी निगाहें, क्या फिर से बढ़ेंगी ब्याज दरें?

RBI की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है. इस बैठक में रेपो रेट में बढ़ोत्तरी का फैसला लिया जा सकता है.

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो

by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो
Published - Monday, 05 December, 2022

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महंगाई आंकड़ों में नरम पड़ने लगी है. ऐसे में यह सवाल लाजमी हो गया है कि क्या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फिर से नीतिगत दरों में इजाफा करेगा? अब तक महंगाई को नियंत्रित करने के नाम पर RBI कई बार रेपो रेट में इजाफा कर चुका है, जिसके चलते महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए कर्ज भी महंगा हो गया है. आज यानी सोमवार से RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हो रही है. तीन दिवसीय इस बैठक के नतीजे 7 दिसंबर को जारी किए जाएंगे और पूरी संभावना है कि रेपो रेट में 0.25 से 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाए.

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