मुद्रा बोर्ड

खुली अर्थव्यवस्था संबंधी महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न16 = यदि 1 रु कि कीमत 1.25 येन है ओर जापान में कीमत स्तर 3 हो तथा भारत मे 1.2 हो तो भारत ओर जापान के बीच वास्तविक विनमय दर की गणना बताइये
संकेत-रु में येन की कीमत के रुप मे मेट्रिक विनिमय दर को पहले ज्ञात करते हैं?
A0.30
B0.32✔
C1 92
D0.35
Q17 एक नये वर्गीकरण के अंतर्गत अदायगी संतुलन को तीन खातों में विभाजित किया गया है जो एक इन में से नहीं है ?
(A) चालू खाता
(B) वित्तीय खाता
(C) पूंजी खाता
(D) बचत खाता
Q18. दो देशों के बीच लेनदेन में वहां करेंसी महत्वपूर्ण है जिसमें होता है ?
(A) दो देशों के बीच अच्छे संबंध हो
(B) दो देशों में व्यापार हो ✔
(C) दो देशों के बीच वार्तालाप हो।
(D) उपरोक्त सभी
Q19. एक देश की मुद्रा की किसी अन्य देश की मुद्रा के रूप में कीमत दर को कहते हैं ?
(A) विदेशी विनिमय दर(Foreign exchange rate)
(B) सरल रूप में विनिमय दर
(C) उपरोक्त दोनों✔
(D) A सही B गलत
Q20. विदेशी व्यापार ( Foreign trade) भारत की समस्त मांग को कितने प्रकार से प्रभावित करती है ?
(A) 1
(B) 2✔
(C) 3
(D) 4
Q21. अर्जेंटीना (Argentina) ने मुद्रा बोर्ड प्रणाली कब अपनाई ?
(A) 1991✔
(B) 1992
(C) 1993
(D) 1994
Qu22:- वास्तविक नोट और सिक्के चलाए गए है ?
(A) जनवरी 2001
(B) जनवरी 2002✔
(C) फरवरी 2002
(D) फरवरी 2003
Qu23:- कितने यूरोपीय संघ (The European Union) के सदस्यों ने यूरो को अपनाया ?
(A) 10
(B) 11
(C) 12✔
(D) 13
Qu24:- जब राष्ट्रीय सीमाओं के बीच वस्तुओं का आवागमन होता है सौदे के लिए उपयोग किया जाता है ?
दृव्य ✔
दृश्य
सर्वे
कोई नही
Qu25. आदायगी संतुलन के कितनी मुख्य खाते होते हैं ?
1
2✔
3
4
Qu26. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ( International monetary fund) की स्थापना कब हुई ?
1943
1944✔
1946
1947
Qu29:- निम्नलिखित में से कौन-सा कथन विनिमय दर का सर्वोत्कृष्ट वर्णन करता है ?
A. एक देश से दूसरे देश में पूंजी का संचलन।
B. विदेशी मुद्रा की एक इकाई क्रय में खर्च हुई घरेलू मुद्रा की कुल इकाई।✔
C. घरेलू मुद्रा के मूल्य में विदेशी मुद्रा के सापेक्ष गिरावट।
D. एक निश्चित समय में किसी देश का अन्य देश के साथ आयात-निर्यात का अनुपात।
Qu30. नम्य विनिमय दर के संबंध में नीचे दिये गए कथनों मे सही पर विचार कीजिये:
A. इसमें विनिमय दर का निर्धारण बाज़ार मांग व पूर्ति की शक्तियों द्वारा होता है।✔
B. केंद्रीय बैंक आवश्यकता पड़ने पर विनिमय दर को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाला कदम उठा सकता है।
C. A और b दोनों
D. न तो a और न ही b
Qu31. रुपए की परिवर्तनीयता का तात्पर्य है–
A. रुपए के नोटों के बदले सोना प्राप्त करना।
B. रुपए के मूल्य को बाज़ार की शक्तियों द्वारा निर्धारित होने देना।
C. रुपए को अन्य मुद्राओं और अन्य प्रमुख मुद्राओं को रुपए में मुक्त रूप में परिवर्तित करने की अनुमति देना।✔
D. मुद्राओं के लिये भारत में अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार का विकास करना।
Qu32:- निम्नलिखित में से किसे अंतर्राष्ट्रीय करेंसी के रूप में ‘कागजी स्वर्ण’ के नाम से जाना जाता है ?
A. डॉलर
B. विशेष आहरण अधिकार ✔
C. यूरो
D. गिल्डर
Qu33:- जब किसी अर्थव्यवस्था में व्यापार घाटा और बजटीय घाटा दोनों हों तो उसे कहते हैं–
A. पूंजीगत घाटा
B. दोहरा घाटा✔
C. चालू खातागत घाटा
D. सकल घरेलू उत्पाद घाटा
Qu35:- निम्न में से किस वित्तीय वर्ष में भारतीय रुपए का दो बार अवमूल्यन किया गया ?
A . 1966-67
B. 1991-92✔
C. 1990-91
D. 1989-9090
Qu36:- इस विनिमय दर व्यवस्था में विनिमय दर का निर्धारण सरकार के द्वारा किया जाता है।इस विनिमय दर प्रणाली में जब सरकार द्वारा विनिमय दर में वृद्धि की जाती है तो इसे मुद्रा का अवमूल्यन कहते हैं।
उपरोक्त विशेषताएँ किस विनिमय दर प्रणाली से संबंधित हैं–
A . नम्य विनिमय दर
B. स्थिर विनिमय दर ✔
C. प्रबंधित तिरती विनिमय दर
D. वास्तविक विनिमय दर
Qu37:- जब किसी देश का निर्यात, आयात से अधिक होता है तो व्यापार आधिक्य होता है और जब आयात, निर्यात से अधिक होता है तो __ होता है ?
A. पूंजीगत घाटा
B. दोहरा घाटा
C. व्यापार घाटा✔
D. सकल घरेलू उत्पाद घाटा
Qu38:- भुगतान संतुलन(balance of payments )के अंतर्गत सेवाओं के व्यापार को _ कहा जाता है ?
A. अदृश्य व्यापार✔
B. दोहरा घाटा
C. व्यापार घाटा
D. सकल घरेलू उत्पाद घाटा
विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर
मुंबई, दो दिसंबर (भाषा) देश का विदेशी मुद्रा भंडार में 25 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान लगातार तीसरे हफ्ते बढ़त में रहा। सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 18 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। अगस्त, 2021 के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इस सप्ताह सबसे तेज वृद्धि हुई है।
गौरतलब है कि अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से इसमें कमी आई है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 25 नवंबर को समाप्त सप्ताह में तीन अरब डॉलर बढ़कर 484.28 अरब डॉलर हो गईं।
इसके अलावा स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 7.3 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 39.938 अरब डॉलर रह गया।
आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.88 अरब डॉलर रह गया।
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 1.4 करोड़ डॉलर घटकर 5.03 अरब डॉलर रह गया।
भाषा राजेश राजेश अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Board Exam Stress : स्मरण शक्ति बढ़ाकर बोर्ड एग्जाम में अच्छे नंबर दिलाएगी यह एक मुद्रा, आज से ही शुरू कर दें अभ्यास
बोर्ड एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आप ज्ञान मुद्रा करें। यह मुद्रा स्मरण शक्ति को बढ़ाने में काफी मददगार है। इसके अभ्यास से आप मेंटली फिट भी रख सकते हैं।
Written by Anshumala | Published : January 24, 2020 10:29 AM IST
बोर्ड एग्जाम (Board Exam 2020) अगले महीने यानी फरवरी से शुरू होने वाला है। ऐसे में छात्र-छात्राओं का मार्क्स, तैयारी, रिविजन आदि को लेकर स्ट्रेस लेवल बढ़ना जायज है। लेकिन,अधिक स्ट्रेल लेने से आपको ही नुकसान होगा। आप जितना दिमागी रूप से तनाव में रहेंगे, परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। ऐसे में शांत भाव और कूल दिमाग से आपको परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। आप बेशक पढ़ाई करें, क्योंकि अच्छे नंबर लाने हैं, तो पढ़ना जरूरी है, लेकिन खुद के लिए भी समय निकालें। सारा दिन तनाव में बैठकर हाथों में किताब लिए रहने से कुछ नहीं होगा। अच्छा खाएं, भरपूर सोएं, एक्सरसाइज भी करें ताकि मूड और दिमाग फ्रेश होकर कुछ भी ग्रहण (Tips to beat exam stress) कर सके। आप योग मुद्रा के सहारे खुद को मेंटली फिट रख सकते हैं। स्मरण शक्ति को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आप आज से ही शुरू कर दें ज्ञान मुद्रा (Yoga mudra to boost memory power) का अभ्यास.
दबाव ना डालें पेरेंट्स बच्चों पर
पेरेंट्स को इतना भी दबाव नहीं बनाना चाहिए कि बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हो जाएं। पेरेंट्स को उनके सोने-जागने, खानपान आदि पर विशेष ध्यान देना चाहिए। तनाव लेकर आप खुद को बीमार ही करेंगे, इससे मार्क्स तो अच्छे आएंगे नहीं। बेशक, अच्छे मार्क्स की वैल्यू होती है, आप जिस कॉलेज में दाखिला लेना चाहते हैं, वहां प्रवेश करना आपके लिए आसान हो सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एग्जाम की तैयारी करने के साथ ही आप अपनी रूटीन, खानपान, सोने-जागने, एक्सरसाइज (Tips to beat exam stress) आदि का भी ध्यान रखें।
Also Read
करें याद्दाश्त क्षमता को बढ़ाने के लिए ज्ञान मुद्रा
आप चाहते हैं कि आपको सारी चीजें अच्छी तरह से याद रहें और तनाव के कारण याद की हुई चीजें भूलने ना पाएं, तो आप ज्ञान मुद्रा (gyan mudra to boost memory power) करना शुरू कर दें। ज्ञान मुद्रा करने से याद्दाश्त क्षमता बूस्ट होती है। ऑटिज्म के लक्षणों को भी ज्ञान मुद्रा के अभ्यास से कंट्रोल किया जा सकते हैं। ऑटिज्म के कारण बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है। इस समस्या से पीड़ित बच्चों को प्रतिदिन ज्ञान मुद्रा का अभ्यास पेरेंट्स करवाएं, तो बहुत हद तक लाभ हो सकता है।
ज्ञान मुद्रा मस्तिष्क के ज्ञान-तंतुओं को सक्रिय करती है। यह मुद्रा मस्तिष्क में स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि और पीनियल ग्रंथि को प्रभावित करती है। इससे स्मरण-शक्ति बढ़ती है। नकारात्मकता दूर होती है। बुद्धि का विकास होता है तथा एकाग्रता बढ़ती है। यह मुद्रा छठी इन्द्रिय को सक्रिय करती है, इसलिए रचनात्मकता बढ़ाने के साथ ही आध्यात्मिक उन्नति में भी कारगर है। इससे शान्ति का अनुभव होता है।
यूं करें ज्ञान मुद्रा
आप अपने मुद्रा बोर्ड अंगूठे और तर्जनी के अग्र भाग को मिलाएं। शेष उंगलियों को सीधा रखें। धीमी, लंबी एवं गहरी सांस लें। यदि इसे आप 15-15 मिनट के लिए हर दिन करेंगे, तो आपको मानसिक रूप से काफी लाभ होगा। स्ट्रेस दूर होगा। मेंटली रिलैक्स फील मुद्रा बोर्ड करेंगे।
मुद्रा बोर्ड
कॉयर बोर्ड से विदेशी मुद्रा की बड़ी कमाई
कॉयर बोर्ड के हीरक जयंती समारोहों का उद्घाटन
स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 25 November 2013 09:43:07 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित कॉयर बोर्ड के हीरक जयंती समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि नई मशीनरी के उन्नतीकरण और विकास तथा कॉयर उद्योग के पारंपरिक वस्तुओं के निर्माण में विविधता के साथ ही पर्यावरण अनुकूल तकनीकियों और उत्पादकता प्रक्रियाओं को अपनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस उद्योग में 80 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं, इसलिए इस उद्योग के आधुनिकीकरण तथा संरचना में उन्नतीकरण का अधिक महत्व है। इन कदमों से काम करने वालों का मनोबल बढ़ेगा, उत्पादकता बढ़ेगी और उत्पादों की गुणवत्ता बेहतर होगी।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि कॉयर बोर्ड अपने अस्तित्व का 60वां वर्ष मना रहा है। कॉयर बोर्ड भारत के सबसे पुराने उपभोक्ता वस्तु बोर्डों में से एक है, इसने उत्पादन नियोजन और निर्यात आय सभी मामलों में अच्छा कार्य किया है। आज इसने अन्य नारियल उत्पादन राज्यों में भी विस्तार कर लिया है, इस उद्योग में 14 राज्यों के लगभग सात लाख कामगार लगे हुए हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह उद्योग हमारे देश में विदेशी मुद्रा अर्जन में काफी आगे है, इसके उत्पादों का पूरे विश्व में स्थिर बाजार है, इस उद्योग ने गुणवत्ता सुधार प्रौद्योगिकी और उत्पादों में वैज्ञानिक उन्नयन, बेहतर बाजार अनुसंधान और उत्पाद संवर्धन के रूप में महत्वपूर्ण विधियां अपनाई हैं, यह निर्यात से 1100 करोड़ रूपये का अर्जन करने वाला उद्योग बन गया है, इस उद्योग की महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका सह-उत्पादन नारियल भूसी, अनेक कृत्रिम सामग्रियों का महत्वपूर्ण विकल्प है, कॉयर से न तो स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और न ही पर्यावरण पर।
राष्ट्रपति ने कहा कि सतत विकास के लाभों के प्रति जागरूकता के इन दिनों में कॉयर का फाल्स सीलिंग, वॉल पैनल, थर्मल इंसुलेशन आदि में उपयोग बढ़ रहा है। इसमें नई मशीनरी और परंपरागत वस्तुओं में विविधता का विकास और उन्नयन हो रहा है। इस उद्योग में जहां 80 प्रतिशत कामगार महिलाएं हैं, उसके आधुनिकीकरण और अवसंरचना उन्नयन की महत्ता को पर्याप्त नहीं कहा जा सकता। कॉयर बोर्ड ने ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं पर ध्यान देते हुए महिला कॉयर योजना स्कीम विकसित की है, जिसमें उन्हें कॉयर या उनकी कताई और अन्य कॉयर निर्माण प्रक्रियाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है। बारहवीं योजना अवधि में इस क्षेत्र के विस्तार के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। इस उद्योग की लगभग तीन करोड़ 60 लाख इकाईयां करीब आठ करोड़ व्यक्तियों की आजीविका का माध्यम बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि मैं यह चाहता हूं कि यह उद्योग कच्चे माल के रूप में, आत्मनिर्भर बने और नियोक्ताओं से यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि उनके उद्योग में लगे कामगारों को सरकार की बीमा और कल्याण योजनाओं के माध्यम से पर्याप्त सहायता उपलब्ध कराई जाए। राष्ट्रपति ने कहा कि वे कच्चे माल की उपलब्धता के क्षेत्र मुद्रा बोर्ड में कॉयर इंडस्ट्री को आत्मनिर्भर देखना चाहते हैं, उन्होंने मालिकों से आग्रह किया कि वे सरकार की बीमा और कल्याणकारी योजनाओं के जरिए इस उद्योग में लगे कामगारों की और अधिक मदद करें। इस मौके पर वित्त मंत्री पी चिदंबरम, सूक्ष्म, लघु और मुद्रा बोर्ड मध्यम उद्योग (एमएसएमई) राज्य मंत्री केएच मुनियप्पा, राज्यसभा के उपसभापति प्रोफेसर पीजे कुरियन और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ शशि थरूर, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के सचिव माधव लाल और कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर बालाचंद्रन ने भी संबोधित किया।