भारत की खुद की डिजिटल करेंसी

उन्होंने कहा कि इस मुद्रा के सभी पहलुओं जैसे प्रौद्योगिकी, वितरण प्रक्रिया, वैधीकरण भारत की खुद की डिजिटल करेंसी प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। 22 जुलाई को उन्होंने कहा कि भारत कुछ स्टेप्स में डिजिटल मुद्रा (CBDC) शुरू करने पर विचार कर रहा है।
RBI Digital Currency Name In Hindi – CBDC Kya Hai?
सीबीडीसी को भारत में दिसंबर में लॉन्च किया जा सकता है। रिजर्व बैंक ने इसके संकेत दे दिए हैं। आरबीआई ने भी इसी साल जुलाई में इस बात के संकेत दिए थे और डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने एक कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
अब यह स्पष्ट है कि भारत एक डिजिटल मुद्रा लेकर आ रहा है, जो पूरी तरह से रिजर्व बैंक के नियंत्रण में होगी। इस डिजिटल मुद्रा के बारे में नीचे दिए गए कुछ टिप्स या पॉइंट में जानें।
Table of Contents
Central Bank Digital Currency (CBDC) क्या है?
CBDC का मतलब सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है। एक सिक्का जो पूरी तरह से डिजिटल होगा, और यह नोट या सिक्के की तरह नहीं है।
इसे वर्चुअल करेंसी या वर्चुअल मनी कहा जा सकता है क्योंकि यह आपके बटुए या हाथ में दिखाई नहीं देगा, लेकिन काम पैसे और सिक्कों के बराबर होगा। जहां रुपए-टका को फिएट करेंसी कहा जाता है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल होगी। सीधे शब्दों में कहें तो रुपये को डिजिटल रूप में रखा जाएगा।
यहाँ और पढ़ें : cryptocurrency-kya-hai
क्या सीबीडीसी और क्रिप्टोकरंसी में कोई अंतर होगा?
CBDC को RBI, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा सपोर्टेड किया जाएगा और RBI द्वारा ही जारी किया जाएगा। दूसरी ओर, क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से डी-सेंट्रलाइज्ड है। यानी इस पर किसी भी बैंक की मनमानी काम नहीं आती।
RBI Digital Currency (सीबीडीसी) का विचार भारत की खुद की डिजिटल करेंसी कैसे उत्पन्न हुआ?
आरबीआई ने सोचा कि इसे डिजिटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी नहीं कहा जा सकता। जब पूरी दुनिया डिजिटल हो रही है तो मुद्रा कैसे अछूती रह सकती है?
जब दुनिया भर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में अरबों और खरबों डॉलर खरीदे और बेचे जा रहे हैं, तो भारत अलग कैसे हो सकता है? हालाँकि, भारत के साथ इसके नियंत्रण और वैधता को लेकर संदेह था।
इसे देखते हुए सीबीडीसी के रूप में बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया गया ताकि लोगों को भारत की खुद की डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी भी मिल सके और केंद्रीय बैंक या आरबीआई का भी नियंत्रण हो।
आरबीआई ने कहा है कि बिटकॉइन की अवधारणा आरबीआई के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है, इसलिए वह RBI Digital Currency लाने पर विचार कर रहा है। दुनिया का केंद्रीय बैंक CBDC पर रिसर्च कर रहा है।
इसमें से 60 फीसदी केंद्रीय बैंक इसका इस्तेमाल कर रहे हैं और 1 फीसदी बैंकों ने RBI Digital Currency पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है।
इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है | Top 3 Indian Cryptocurrency Name List
CBDC: सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी RBI भी अपनी Digital Currency को जल्द लाने की तैयारी कर रहीं है जी हां दूसरी क्रिप्टो करेंसी की तरह हमारी खुद की क्रिप्टो करेंसी होगी। आरबीआई का कहना है की इस क्रिप्टो करेंसी से आपके लेन-देन का तरीका ही बदल जाएगा. भारत की इस क्रिप्टो करेसी का कोई भी प्रिंट नहीं होगा. बल्कि यह क्रिप्टो करेंसी टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगी. जी हां यह एक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) होगी. जिसे आप ऑनलाइन Currency भारत की खुद की डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं. इस क्रिप्टो करेंसी उपयोग आप बिटकॉइन और इथेरियम जैसे करे सकेंगे. वहीं RBI की इस करेंसी की एक और खास बात यह होगीं. कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगी. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.
Polygon (भारत की खुद की डिजिटल करेंसी पॉलीगॉन)
Polygon Cryptocurrency: पॉलीगॉन क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत तीन भारतीयों द्वारा मिलकर बनाई गई थी. इस क्रिप्टो करेंसी पॉलीगॉन (Polygon) पिछले हफ्ते मार्केट कैप के लिहाज से 10 अरब डॉलर को पार कर गई है, बता दें की इस समय इसका मार्केट केपिटलाइजेशन 13 अरब डॉलर पर पहुंच गया है नवभारत की एक रिपोर्ट अनुसार भारत भारत की खुद की डिजिटल करेंसी की इस Cryptocurrency ने दुनिया के टॉप 20 क्रिप्टोकरेंसी की सूची में जगह बना ली है Polygon क्रिप्टो करेंसी की कीमत भी दिनोंदिन बढ़ रहीं हैं|
यें भी पढ़े – बेस्ट क्रिप्टो करेंसी App
Jio Coin (जियो कॉइन)
Jio Coin: रिलायंस जियो भी अपनी क्रिप्टो करेंसी लॉन्च करने वाली है यह भारत की तीसरी Digital Cryptocurrency होगी. इस क्रिप्टोकरसी की खास बात यह है की Jio Coin भी Bitcoin की तरह Blockchain Technology पर काम करेगी. आपको बता दें कि इस Jio Coin की मदद से आप ऑनलाइन शॉपिंग और कहीं भी इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन भी कर पाएंगे। इसके अलावा रिलायंस जियो मोबाइल रिचार्ज और जिओ स्टोर पर आप इसका उपयोग कर सकेंगे. वही भविष्य में आप Jio Coin की मदद से ट्रेडिंग और रिलायंस जियो की इस क्रिप्टो भारत की खुद की डिजिटल करेंसी करेंसी में निवेश कर पाएंगे।
यें भी पढ़े – Jio Coin क्या है?
बता दें इस समय CBDC (सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) और Jio Coin (जियो कॉइन) दोनों क्रिप्टो करेंसी Launch नही हुई है इसलिए आप Polygon Cryptocurrency निवेश कर सकते है और भारत की खुद की डिजिटल करेंसी आपको भारत इन क्रिप्टो करेंसी के बारे में यह जानकरी कैसी लगी. इसके बारे में आप हमें कॉमेंट के जरिए जरुर बताए
Oops! That page can’t be found.
It looks like nothing was found at this location. Try a search.
We use cookies on our website to give you the most relevant experience by remembering your preferences and repeat visits. By clicking “Accept All”, you consent to the use of ALL the cookies. However, you may visit "Cookie Settings" to provide a controlled consent.
Privacy Overview
This website uses cookies to improve your experience while you navigate through the website. Out of these, the cookies that are categorized as necessary are stored on your browser as they are essential for the working of basic functionalities of the website. We also use third-party cookies that help us analyze and understand how you use this website. These cookies will be stored in your browser only with your consent. You also have the option to opt-out of these cookies. But opting out of some of these cookies may affect your browsing experience.
Necessary cookies are absolutely essential for the website to function properly. These cookies ensure basic functionalities and security features of the website, anonymously.Cookie | Duration | Description |
---|---|---|
cookielawinfo-checkbox-analytics | 11 months | This cookie is set by GDPR Cookie Consent plugin. The cookie is used to store the user consent for the cookies in the category "Analytics". |
cookielawinfo-checkbox-functional | 11 months | The cookie is set by GDPR cookie consent to record the user consent for the cookies in the category "Functional". |
cookielawinfo-checkbox-necessary | 11 months | This cookie is set by GDPR Cookie Consent plugin. The cookies is used to store the user consent for the cookies in the category "Necessary". |
cookielawinfo-checkbox-others | 11 months | This cookie is set by GDPR Cookie Consent plugin. The भारत की खुद की डिजिटल करेंसी cookie is used to store the user consent for the cookies in the category "Other. |
cookielawinfo-checkbox-performance | 11 months | This cookie is set by GDPR Cookie Consent plugin. The cookie is used to store the user consent for the cookies in the category "Performance".भारत की खुद की डिजिटल करेंसी |
viewed_cookie_policy | 11 months | The cookie is set by the GDPR Cookie Consent plugin and is used to store whether or not user has consented to the use of cookies. It does not store any personal data. |
क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या अंतर हैं?
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में सबसे बड़ा अंतर यह है कि डिजिटल भारत की खुद की डिजिटल करेंसी करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है। इसलिए इसमें जोखिम नहीं होता है। इससे जारी करने वाले देश में खरीदारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट है। इसे कानूनी मान्यता नही हैं। इसकी सारी जिम्मेदारी निवेशकों की होती हैं। इसमें जोखिम ज्यादा होता हैं। क्योंकि यह किसी भी सरकार या संस्था द्वारा संचालित नही होता हैं।
दोस्तों नमस्कार ! हम कोशिश करते हैं कि आप जो चाह भारत की खुद की डिजिटल करेंसी रहे है उसे बेहतर करने में अपनी क्षमता भर योगदान दे सके। प्रेणना लेने के लिए कही दूर जाने की जरुरत नहीं हैं, जीवन के यह छोटे-छोटे सूत्र आपके सामने प्रस्तुत है.
पंजाब: पूर्व मंत्री ने दी अमृतपाल को खुली चुनौती, देखें वीडियो
चंडीगढ़। पंजाब की पूर्व मंत्री व दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी अमृतसर की प्रधान लक्ष्मीकांता चावला ने वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल को खुली चुनौती दे दी है। उन्होंने अमृतपाल को विदेशी एजेंसियों के लिए काम करने वाला बताया। अमृतपाल को अमृतसर आकर उनके तीन सवालों के जवाब देने होंगे। प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने अपना एक वीडियो जारी करते हुए अमृतपाल को खुली चुनौती दी है। उनका कहना है कि अमृतपाल ड्राइवर दुबई वाले बनाम अमृतपाल सिंह, कौन हो व कहां से आए हो, यह भारत की एजेंसियां पता करवाएंगी। अमृतपाल भारत के खिलाफ षडयंत्र करने वाली एजेंसी के लिए काम करने वाला एजेंट हो सकता है और पंजाब में अशांति फैलाने के लिए आया है।