विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि कमजोर घरेलू इक्विटी और विदेशी फंड का बहिर्वाह स्थानीय इकाई पर तौला गया और प्रशंसा पूर्वाग्रह को प्रतिबंधित कर दिया।
US dollar का टूटेगा दबदबा! रुपये में विदेशी व्यापार को बढ़ावा देगी सरकार, कारोबारियों को मिलेंगे ये सारे फायदे
Photo:FILE US dollar vs rupee
Highlights
- घरेलू मुद्रा की गिरावट रोकने में भी मदद मिलेगी
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहम मुद्रा बनाने में मदद मिलेगी
- आयात के लिए डॉलर की विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान मांग कम हो जाएगी
US dollar विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान का दबदबा आने वाले दिनों में टूट सकता है। दरअसल, भारत सरकार विदेशी व्यापार में रुपये के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए आज अहम बैठक करने जा रही है। इसमें वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान RBI) के प्रतिनिधि समेत सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारी शामिल होंगे। वित्तीय सेवा सचिव विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान संजय मल्होत्रा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये में अंतरराष्ट्रीय विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान व्यापार लेनदेन की अनुमति देने से व्यापार सौदों के निपटान के लिए विदेशी मुद्रा की मांग घटने के साथ घरेलू मुद्रा की गिरावट रोकने में भी मदद मिलेगी। इससे रुपये को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेनदेन के लिए अहम मुद्रा बनाने में मदद मिलेगी। इस समय भारत और रूस के बीच हो रहे व्यापार विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान के बड़े हिस्से का लेनदेन रुपये में ही हो रहा है। आइए, जानते हैं कि विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान रुपये में विदेशी व्यापार बढ़ने से कारोबारियों को क्या फायदे मिलेंगे।
भारत को क्या लाभ मिलेगा
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद वैश्विक हालात बदले हैं। कई देश दिवालिया हो गए हैं विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान तो कई फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इन देशों के साथ भारत का व्यापार प्रभावित हो रहा है। रुपये में विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने से इन देशों के साथ कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारतीय कारोबारी विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान को बड़ा बाजार मिलेगा। इसके साथ ही द्विपक्षीय व्यापार में बैलेंस बनाने में इस प्रक्रिया से मदद मिल सकती है। रुपये में इनवॉयस और पेमेंट से ट्रांजैक्शन कॉस्ट और फॉरेन करेंसी में ट्रांजैक्शन से जुड़े मार्केट रिस्क भी कम होंगे। एक्सपोर्टर्स को रुपये की कीमत में मिले इनवॉयस के बदले एडवांस भी मिल सकेगा। वहीं, कारोबारी लेनदेन के विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान बदले बैंक गारंटी के नियम भी FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत कवर होंगे।
शेयर बाजार: कमजोर वैश्विक रुख से सेंसेक्स 360 अंक लुढ़का, निफ्टी 18,700 पर टिका
30-शेयर सेंसेक्स प्लेटफॉर्म पर, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स और नेस्ले प्रमुख पिछड़े लोगों में से थे। दूसरी तरफ टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी विजेता रहे।
व्यापक बाजारों में, बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट था, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.2 फीसदी ऊपर था।
सेक्टर के लिहाज से निफ्टी ऑयल एंड गैस, रियल्टी, मेटल और मीडिया इंडेक्स ही हरे रंग में रहे। विदेशी मुद्रा व्यापार के फायदे और नुकसान ऑटो, फाइनेंशियल में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
विशिष्ट शेयरों में, आरबीआई द्वारा कार्लाइल और एडवेंट इंटरनेशनल को अपनी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए सशर्त मंजूरी देने के बाद, यस बैंक में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।