करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में?

करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के बीच का अंतर जानें
कई बार आपको व्यापारियों और उद्यमियों के समान कई पेमेंट, रसीदें और अन्य ट्रांज़ैक्शन करने की आवश्यकता हो सकती है। वे अक्सर अकाउंट एक्सेस करने के लिए करंट अकाउंट का उपयोग करना पसंद करते हैं। लेकिन करंट अकाउंट क्या हैं और यह सेविंग्स अकाउंट से कैसे भिन्न हैं? करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के बीच के अंतर को समझने में आपकी मदद करने के लिए यहां एक सूची दी गई हैं:
सेविंग्स अकाउंट एक ऐसा डिपॉजिट अकाउंट है जो सीमित लेनदेन की अनुमति देता है, जबकि एक करंट अकाउंट दैनिक लेनदेन के लिए होता हैं।
सेविंग्स अकाउंट उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जो वेतनभोगी कर्मचारी हैं या जिनकी मासिक इनकम है, जबकि करंट अकाउंट व्यापारियों और उद्यमियों के लिए सबसे अच्छा काम करते हैं जिन्हें अक्सर अपने अकाउंट को एक्सेस करने की आवश्यकता होती हैं।
सेविंग्स अकाउंट में लगभग 4% की दर से ब्याज मिलता हैं, जबकि करंट अकाउंट से ऐसी कोई कमाई नहीं होती है। करंट अकाउंट वास्तव में एक बिना ब्याज वाला डिपॉजिट अकाउंट हैं।
जब आप अकाउंट से वास्तव में मौजूद राशि से अधिक पैसा निकालते हैं, तब आपके अकाउंट को ओवरड्राउन कहा जाता हैं। सेविंग्स अकाउंट के मामले में, बैंक न तो ओवरड्राफ्ट की सुविधाओं को ऑफर करते हैं और न ही अनुमति देते हैं, जबकि यह सुविधा करंट अकाउंट के साथ प्रदान की जाती हैं।
सेविंग्स अकाउंट को बनाए रखने के लिए जरूरी न्यूनतम शेष राशि आमतौर पर कम होता हैं, लेकिन करंट अकाउंट में इसकी तुलना में काफी करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? ज्यादा होता हैं।
इससे करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के उद्देश्य और कार्य में अंतर स्पष्ट होना चाहिए।
एचडीएफसी करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? बैंक सेविंग्स अकाउंट होने से बहुत सारे लाभ मिलते हैं। यदि आप एचडीएफसी बैंक में सेविंग्स अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो शुरू करने के लिए यहां क्लिक करें।
यहां जानिए सेविंग्स अकाउंट की प्रमुख विशेषताएं।
* इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य प्रकृति में सामान्य हैं और केवल सूचना के प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं हैं।
छोटू की याद में विधवा रहने वाली आरती ने इस लड़के से रचाई शादी
पिछले लंबे समय से सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें एक युगल जोड़े की प्रेम कहानी के बारे में बताया जा रहा था . इस कहानी में जितने जुबान उतानी बाते निकलर सामने आ रही थी . इस जोड़ी का नाम है छोटू कुमार और आरती कुमारी . इस प्रेम कहानी में मोड़ तब आता है जब आरती के घर पर छोटू की हत्या कर दी जाती है . इस हत्या को लेकर भी कई तरह के तर्क मीडिया में आए हैं . कई अलग अलग रूपों में इसे लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया . लेकिन हत्या की सच्चाई क्या है यह किसी को पता नहीं चला . कई लोगों ने कहा कि करेंट देकर मारा गया है तो कई लोगों ने कहा कि पिट – पिट कर मार दिया गया है . इस घटना को लेकर छोटू के पिता ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि छोटू की हत्या करने के मामले में सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है जिसमें आरती के पिता , भाई रविकांत यादव , शशिकांत यादव , जीजा पवन यादव और भाभी रूबी देवी के साथ ही चंदन यादव को आरोपी बनाया गया है .
छोटू की मौत के बाद आरती ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उसने छोटू को पहले से नहीं देखा था . दो साल से मोबाइल पर वह बात करती थी . फोन पर बात करने के दौरान प्यार हो गया तथा हमने शादी का फैसला कर लिया . उसे देखने तथा बात करने के लिए फोन कर उसे बुलाया था . वह मेरे आया , यहां आने के बाद इस बात की जानकारी भाभी को हुई , उन्हें भैया को बताया . भैया छोटू को पकड़कर दूसरे कमरे में बंद कर दिया . उसके बाद परिवार के लोग मारपीट करने लगे . उसके बाद बहनोई ने कहा कि दोनों को जान से मार करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? दो . घरवालों ने छोटू को एक कमरे में और मुझे दूसरे कमरे में बंद कर दिया . फिर आरती ने बताया कि जब छोटू का शव देखे तो लगा कि उसे बिजली का करेंट दिया गया है .
इस घटना के बाद आरती छोटू के शव के साथ उसके घर आ गई और यहीं रहने लगी . और अपने प्रेमी छोटू के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग करने लगी . इस दौरान व अपने आप को छोटू की विधवा बता कर छोटू के घर में रह रही थी . इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि हम छोटू की याद में जीवन भर विधवा बनकर रहेंगे . इस दौरान आरती की तबीयत खराब हो गई तो उसका इलाज भी छोटू के पिता ने करवाया था . इलाज के बाद आरती को छोटू के पिता अपने घर लेकर आ गए थे . फिर अचानक से एक दिन खबर सामने आया जिसमें यह बताया जा रहा है कि आरती कुमार ने छोटू के बड़े भाई मनू से शादी कर ली है . कहा जा रहा है कि यह शादी आरती की रजामंदी से हुई है . साथ ही यह भी बताया जा रहा करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? है कि इस शादी में कन्यादान छोटू के बहन के ससूर ने किया है . मीडिया में चल रही खबरों की माने तो समाज और परिवार की आपसी रजामंदी से यह शादी 25 नवं बर 2022 को गांव के ही मंदिर में किया गया है .
आपको बता दें कि जिस समय छोटू का शव उसके घर आया था और उसके साथ आरती भी आई थी उसके कुछ ही दिनों के बाद यह खबर भी सामने आया था कि छोटू के भाई के साथ आरती की शादी हो सकती है . हालांकि उस समय मनू की शादी तय थी लेकिन इस घटना के बाद शादी नहीं हो पाई जिसके बाद वह गुजरात के एक राइस मिल में काम करने के लिए चला गया था . जिसके बाद वह 24 नवंबर 2022 को अपने घर पहुंचा और 25 नवंबर को उसकी शादी हो गई . हालांकि इस शादी के पीछे यह दलील दी जा रही है कि समाज के लोगों ने कहा कि कुंवारी लड़की को कब तक बिना ब्याही घर में रखोगे यह ठीक नहीं है . जिसके बाद छोटू के पिता उमेश यादव ने समाज और आरती की सहमती से इन दोनों की शादी छोटू के बड़े भाई मनू से कर दी .
अब आरती और मनू की शादी को लेकर कई सवाल पुछे जा रहे हैं . समाजिक कार्यकर्ता वीणा मानवी ने इस शादी पर सीधा सीधा आरोप लगाया है . बता दें कि वीणा मानवी आरती को न्याय दिलाने के लिए तेजस्वी यादव तक गई थी . ऐसे में अब वह कह रही है कि जब वह दुःख में थी तो हमलोग साथ थे लेकिन जब वह खुश थी तो कम से कम एक बार हमे तो फोन करती . साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि आरती की शादी जेठ के साथ हुई है जोकि गलत है . हमारे समाज में यह भी कहा जाता है कि परिवार में करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो एक साल तककोई शुभ कार्य नहीं होता है या फिर होली के बाद शुभ कार्य किया जाता है . ऐसे में आरती के ऊपर दोनों तरह के आरोप लग रहे हैं .
शादी के बाद आरती से यह पूछा गया कि छोटू की हत्या के बाद आपने कहा था कि अपने प्रेमी की विधवा बनकर रहुंगी लेकिन पांच महीने के भीतर ऐसा क्या हो गया कि आपने शादी करने का फैसला कर लिया . जवाब में आरती ने कहा कि वो समय क्या था , आप सभी लोग जानते हैं , आप सभी लोग देख ही रहे हैं . मानसिक रूप से डिप्रेश हो चुकी थी . घर समाज के लोगों की राय – सहमति से ऐसा हुआ है . मैंने छोटू के भाई से शादी की है . जीवन में आगे बढ़ने का आधिकार सबको है .
करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के बीच का अंतर जानें
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इससे करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के उद्देश्य और कार्य में अंतर स्पष्ट होना चाहिए।
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सेविंग अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की होती है लिमिट, टैक्स के दायरे से बाहर होता है करंट अकाउंट
यूटिलिटी डेस्क. हमारे देश में आज ज्यादातर लोगों का बैंक में अकाउंट है। ये अकाउंट या जो सेविंग्स होता है करंट। भले ही इन दोनों अकाउंट का इस्तेमाल डिपॉजिट और ट्रांजेक्शन के लिए किया जाता हो लेकिन इन दोनों में काफी अंतर है। सेविंग अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की लिमिट होती है वहीं करंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं होता है। आइए जानते हैं कि इनमें क्या अंतर होते हैं.