शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव

उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने को विशेषज्ञों से सुझाव लेगी प्रदेश सरकार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने का संकल्प लिया है। राज्य की विकास दर को तेजी से आगे बढ़ाने के विषय विशेषज्ञों से संवाद किया जाएगा। साथ ही आमजन से भी सुझाव लिए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : लगातार दूसरी बार उत्तराखंड की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक साल का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है। इसमें उनके वर्तमान कार्यकाल के 104 दिन भी शामिल हैं। आत्मविश्वास से भरे मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने का संकल्प लिया है। सरकार ने इस हिसाब से अपनी रणनीति तय की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने के लिए विशेषज्ञों से सरकार सुझाव लेगी। होटल व्यवसायियों से इसकी शुरुआत की जाएगी। राज्य की विकास दर को तेजी से आगे बढ़ाने के विषय विशेषज्ञों से संवाद किया जाएगा। साथ ही आमजन से भी सुझाव लिए जाएंगे।
समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री धामी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि सरकार ने अपना एक-एक क्षण राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए समर्पित किया है। पिछले वर्ष चार जुलाई को जब पार्टी ने मुख्य सेवक की जिम्मेदारी सौंपी तो तभी यह प्रण कर लिया था कि राज्य को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाना उनका लक्ष्य रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राज्य को लगातार सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास व सबका प्रयास के मूलमंत्र पर चलते हुए विकास की किरणें समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्धता से जुटी है।
एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व और प्रदेश की जनता ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने के लिए वह अपने प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं आने देंगे। राज्य को कैसे विकास के पथ पर अग्रसर करना है और इसके लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस बारे में विषय विशेषज्ञों के साथ ही जनता से सुझाव लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने दृष्टिपत्र के माध्यम से जनता से जो वायदे किए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया है कि वह जिन योजनाओं का शिलान्यास करेगी, उनका लोकार्पण भी करेगी। सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। राज्य शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव के प्रत्येक नागरिक के लिए समान कानून के मद्देनजर समान नागरिक संहिता लागू करने को कमेटी का गठन समेत अन्य निर्णय इसका उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ वित्तीय अनुशासन एवं राजकोषीय प्रबंधन, सुशासन और सतत विकास लक्ष्यों का प्रभावी क्रियान्वयन सरकार की प्राथमिकता है। राज्य के सभी शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव क्षेत्रों में आधारभूत संरचना व औद्योगिक विकास, सभी विभागों में बेहतर कार्यसंस्कृति, पर्यटन विकास, कृषि व शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव संबद्ध क्षेत्रों का पुनर्जीवन एवं विस्तार, सड़क, रेल व हवाई कनेक्टिविटी समेत अन्य क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
ध्यान : बिगिनर्स के लिये 8 सरल सुझाव
एक गहरे ध्यान के अनुभव के लिए यह आसान सुझाव अत्यंत ही प्रभावशाली है:
- समय एवं स्थान का चयन करें।
- पेट को थोड़ा खाली रखें और आराम से बैठें।
- कुछ व्यायाम एवं गहरी साँस के साथ प्रारंभ करें।
- अधिक मुस्कान रखें। और पढ़ें ..
क्या आपको पता है, बस थोड़ा समय अपने ध्यान के तैयारी में खर्च करके ध्यान का गहरा अनुभव प्राप्त सकते हैं?
क्या आँखे बंद करके शांत बैठना शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव कठिन लगता है ? - इसके लिये चिंता न करें आप ऐसे अकेले नहीं है। जो व्यक्ति शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव ध्यान करना सीखना चाहते हैं, उनके लिए नीचे कुछ सरल उपाय हैं। इन अभ्यासों में जैसे-जैसे आप नियमित होंगे, आप निश्चित ही ध्यान की गहराई में जायेंगे।
शुरुआत इन 8 सरल सुझावों को अपनाकर करें
सुविधाजनक समय चुनें
ध्यान वास्तव में विश्राम का समय है, इसलिये इसे अपनी सुविधा के अनुसार करें। ऐसा समय चुनना चाहिए जब एकांत हो और आपको किसी प्रकार की जल्दी नहीं हो।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय जब प्रकृति दिन और रात में परिवर्तित होती है, यह समय ध्यान का अभ्यास करने लिये सबसे आदर्श है।
शांत स्थान चुनें
सुविधाजनक समय के साथ सुविधाजनक स्थान को चुनें जहाँ आप को कोई परेशान न कर सके। शांत और शांतिपूर्ण वातावरण ध्यान के अनुभव को और अधिक आनंदमय और विश्रामदायक बनाता है।
बच्चों के लिए आदर्श दंत चिकित्सा देखभाल दिनचर्या
बचपन में निर्धारित मौखिक स्वास्थ्य दिनचर्या जीवन भर जारी रहती है
जीवन भर स्वस्थ दांतों को सुनिश्चित करने के लिए बच्चों के लिए एक अच्छी दंत चिकित्सा देखभाल दिनचर्या स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स का कहना है कि दुनिया में बच्चों में दांतों की सड़न सबसे आम बीमारी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि माता-पिता अक्सर बच्चों में कैविटी को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते हैं कि दूध के दांत वैसे भी गिरने वाले हैं तो चिंता क्यों करें? यह सोच बिल्कुल गलत है।
प्राथमिक दांत या दूध के दांत स्थायी दांतों की नींव रखते हैं। यदि आपके दूध के दांत सड़ जाते हैं या समय से पहले गिर जाते हैं, तो इससे न केवल शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव दर्द होगा, बल्कि कमजोर या स्थायी दांत भी हो सकते हैं।
दांतों की सड़न को रोकने का सबसे अच्छा तरीका एक अच्छी दंत चिकित्सा देखभाल दिनचर्या स्थापित करना है। यहां माता-पिता के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं -
शिशु (0-1 वर्ष)
बिना दांत वाले बच्चों में भी ओरल हाइजीन रूटीन किया जा सकता है। अपने बच्चे के मसूड़ों को धीरे से पोंछने के लिए एक मुलायम कपड़े का प्रयोग करें। एक बार जब उनके दांत फटने लगें तो उन्हें धीरे से ब्रश करने के लिए एक नरम सिलिकॉन फिंगर ब्रश का उपयोग करें।
टॉडलर्स (1-3 वर्ष)
बच्चों को दांतों को ब्रश करने का महत्व सिखाने का यह सबसे अच्छा समय है। उन्हें ब्रश करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मजेदार वीडियो या किताबें दिखाएं। 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को चावल के आकार की मात्रा और 2 से अधिक मटर के आकार के टूथपेस्ट को ब्रश करने के लिए दिया जाना चाहिए।
छोटे बच्चे (3+ वर्ष)
अब तक आपका बच्चा दिन में दो बार कम से कम दो मिनट के लिए अच्छे फ्लोरिनेटेड टूथपेस्ट से ब्रश कर रहा होगा। बच्चे को अपने दाँत ब्रश करने में तब तक मदद करें जब तक कि वह ठीक से थूकना न सीख ले XNUMX ब्रश करने में उसकी दिलचस्पी बनाए रखें, उसे अपना टूथब्रश चुनने दें। यह उनके पसंदीदा रंग, उस पर कार्टून कैरेक्टर आदि में हो सकता है।
टूथपेस्ट के साथ भी ऐसा ही करें - उन्हें विभिन्न स्वादों को आजमाने दें। ब्रश करते समय उनका पसंदीदा गाना बजाएं। जब तक ये छोटी-छोटी चीजें उसके ब्रश करने के पूरे अनुभव को मजेदार नहीं बना देंगी और वे इसे बिना किसी काजोलिंग के अपने आप कर लेंगे।
उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने को विशेषज्ञों से सुझाव लेगी प्रदेश सरकार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने का संकल्प लिया है। राज्य की विकास दर को तेजी से आगे बढ़ाने के विषय विशेषज्ञों से संवाद किया जाएगा। साथ ही आमजन से भी सुझाव लिए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : लगातार दूसरी बार उत्तराखंड की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक साल का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है। इसमें उनके वर्तमान कार्यकाल के 104 दिन भी शामिल हैं। आत्मविश्वास से भरे मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने का संकल्प लिया है। सरकार ने इस हिसाब से अपनी रणनीति तय की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने के लिए विशेषज्ञों से सरकार सुझाव लेगी। होटल व्यवसायियों से इसकी शुरुआत की जाएगी। राज्य की विकास दर शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव को तेजी से आगे बढ़ाने के विषय विशेषज्ञों से संवाद किया जाएगा। साथ ही आमजन से भी सुझाव लिए जाएंगे।
समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री धामी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि सरकार ने अपना एक-एक क्षण राज्य शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव के चहुंमुखी विकास के लिए समर्पित किया है। पिछले वर्ष चार जुलाई को जब पार्टी ने मुख्य सेवक की जिम्मेदारी सौंपी तो तभी यह प्रण कर लिया था कि राज्य को देश शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव का श्रेष्ठ राज्य बनाना उनका लक्ष्य रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का राज्य को लगातार सहयोग मिल शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव रहा है। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास व सबका प्रयास के मूलमंत्र पर चलते हुए विकास की किरणें समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्धता से जुटी है।
एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व और प्रदेश की जनता ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने के लिए वह अपने प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं आने देंगे। राज्य को कैसे विकास के पथ पर अग्रसर करना है और इसके लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस बारे में विषय विशेषज्ञों के साथ ही जनता से सुझाव लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने दृष्टिपत्र के माध्यम से जनता से जो वायदे किए हैं, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया है कि वह जिन योजनाओं का शिलान्यास करेगी, उनका लोकार्पण भी करेगी। सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। राज्य के प्रत्येक नागरिक के लिए समान कानून के मद्देनजर समान नागरिक संहिता लागू करने को कमेटी का गठन समेत अन्य निर्णय इसका उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ वित्तीय अनुशासन एवं राजकोषीय प्रबंधन, सुशासन और सतत विकास लक्ष्यों का प्रभावी क्रियान्वयन सरकार की प्राथमिकता है। राज्य के सभी क्षेत्रों में आधारभूत संरचना व औद्योगिक विकास, सभी विभागों में बेहतर कार्यसंस्कृति, पर्यटन विकास, कृषि व संबद्ध क्षेत्रों का पुनर्जीवन एवं विस्तार, सड़क, रेल व हवाई कनेक्टिविटी समेत अन्य क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।