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थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट

थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट
देश का विदेशी पूंजी भंडार 7 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 95.6 करोड़ डॉलर घटकर 368.99 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 23,765.2 अरब रुपए के बराबर है।

रुपया पहली बार 70.32 के निचले स्तर पर, व्यापार घाटा बढ़ने और तुर्की के संकट का असर

मुंबई. डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट थम नहीं रही। रुपया गुरुवार को 70.16 पर बंद हुआ। यह पहली बार था जब रुपए की शुरुआत 70 के ऊपर हुई, कारोबार के दौरान इसने 70.40 का निचला स्तर छुआ और क्लोजिंग भी 70 के नीचे हुई। यह मंगलवार को पहली बार 70 के पार गया। हालांकि, बाद में कुछ रिकवरी आई और 69.90 पर बंद हुआ था।

विश्लेषकों के मुताबिक देश का व्यापार घाटा बढ़ने से करंसी बाजार में सेंटीमेंट पर असर पड़ा है। जुलाई में व्यापार घाटा 18.02 अरब डॉलर थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट पर पहुंच गया। यह करीब पांच साल में सबसे ज्यादा है। यह पिछले साल जुलाई में 11.45 अरब डॉलर था। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2018 में आयात 28.81% बढ़कर 43.79 अरब डॉलर रहा। तुर्की के आर्थिक संकट और वहां की मुद्रा लीरा में गिरावट का असर भारत, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों की करंसी पर पड़ा है। बाहरी निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर डॉलर की खरीद कर रहे हैं।

Forex reserves में आई अब तक की सबसे बड़ी गिरावट, मुद्रा भंडार 5.14 अरब डॉलर घटकर हुआ 394.465 अरब डॉलर

12 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.143 अरब डॉलर घटकर 394.465 अरब डॉलर रह गया।

देश के विदेशी पूंजी भंडार में हुई 1.2 अरब डॉलर की वृद्धि, 402 अरब डॉलर के करीब पहुंचा आकड़ा

भारत का विदेशी पूंजी भंडार 1 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.2 अरब डॉलर बढ़कर 401.942 अरब डॉलर हो गया, जो 25,894.1 अरब रुपए के बराबर है।

विदेशी मुद्रा भंडार में नहीं थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट थम रही गिरावट, 2.22 करोड़ डॉलर घटकर रह गया 398.739 अरब डॉलर

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 2.22 करोड़ डॉलर घटकर 398.739 अरब डॉलर रह गया

'रुपये में गिरावट'

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जैसे ही FTX की बर्बादी सामने आई, कई निवेशकों और वैलिडेटर्स ने ब्लॉकचेन से अपने Solana एसेट्स को हटाना थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट शुरू कर दिया और उन्हें नष्ट कर दिया, जिससे टोकन में कीमत में इस तरह की जबरदस्त गिरावट आई।

स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि विमान ईंधन (एटीएफ) की ऊंची कीमतें और रुपये में गिरावट से उद्योग पर असर पड़ा है.

शुक्रवार सुबह के सत्र में भारतीय रुपये में 80.75 प्रति डॉलर की दर से कारोबार हो रहा था. शुक्रवार को रुपया 80.6888 पर खुला, जबकि पिछले सत्र में यह 81.8112 पर बंद हुआ था.

कंपनी की विज्ञप्ति में बताया है कि चालू वित्त थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत में उसका कारोबार 34,114 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी अवधि के 34,324 करोड़ रुपये से थोड़ा कम है.

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में जुलाई 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. आंकड़ों के अनुसार, बीते साल भर में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 116 अरब डॉलर घटा है.दरअसल तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में डॉलर के मुकाबले तेजी से गिरते रुपये को संभालने के लिए थम नहीं रही विदेशी मुद्रा भंडार की गिरावट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस विदेशी मुद्रा भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल किया है.

'डॉलर के मुकाबले रुपये'

Dollar vs Rupee Rate Today: विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों की बिकवाली और घरेलू शेयर बाजारों में सुस्ती के चलते रुपये की बढ़त सीमित हुई है.

Dollar vs Rupee Rate: रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि फेडरल रिजर्व के बयान के बीच डॉलर के मजबूत होने के कारण सोमवार सुबह रुपये की शुरुआत कमजोर नोट पर हुई. उन्होंने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक की नवीनतम बैठक से बाजार को दिशा मिलेगी.

दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर पड़ने और घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी को बदौलत आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 43 पैसे मजबूत होकर 81.92 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया.

मजबूत डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो गया है. डॉलर एक सप्ताह में उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि ब्याज दरें वर्तमान में बाजार की अपेक्षा से अधिक हो सकती हैं. ब्लूमबर्ग ने बुधवार को 82.7850 के करीब की तुलना में 82.8175 पर खुलने के बाद रुपये को आखिरी बार 82.9150 प्रति डॉलर पर रखा.

सुधार के बाद फिर लुढ़का रुपया, ईरान पर USA का बैन बना कारण

फाइल फोटो

  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2018,
  • (अपडेटेड 24 सितंबर 2018, 9:14 PM IST)

पिछले हफ्ते सुधार के साथ अपनी स्थिति थोड़ी ठीक करने के बाद अब नए हफ्ते में भारतीय रुपया फिर से डॉलर के मुकाबले कमजोर हो गया. 43 पैसे की गिरावट के साथ सोमवार को रुपये की कीमत घटकर 72.63 तक पहुंच गई.

भारतीय रुपये की गिरावट के पीछे अहम वजह अमेरिका की ओर से ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण क्रूड ऑयल की कीमतों में वृद्धि माना जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें बढ़ने लगी हैं, इस कारण लोगों ने अचानक बिकवाली शुरू कर दी. ब्रेंट क्रूड सोमवार को 80 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया. नवंबर 2014 के बाद यह सबसे ज्यादा महंगा हुआ है.

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