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लश्कर में तो ट्रैफिक सुधार की कोशिश, मुरार और हजीरा पर नहीं ध्यान

लश्कर में तो ट्रैफिक सुधार की कोशिश, मुरार और हजीरा पर नहीं ध्यान

ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर की बदहाल ट्रैफिक को सुधारने के लिए लश्कर क्षेत्र के बाजारों में ट्रैफिक पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। यहां वन वे का पालन कराने से लेकर सड़क पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियां हटवाए जा रही है। लेकिन शहर के मुरार और हजीरा में हालात जस के तस हैं, यहां आम जनता जाम से त्राहि-त्राहि कर रही है। नई दुनिया टीम ने शहर के तीनों उपनगर ओं का जायजा लिया, जिसमें यह हकीकत सामने आई।

लश्कर: यहां पर ट्रैफिक पुलिस ने एकांकी मार्ग का पालन कराने के लिए लोहिया बाजार और मैना वाली गली से इंदरगंज चौराहा, सराफा बाजार से महाराज बाड़ा, छप्परवाला पुल से राम मंदिर, महाराज बाड़े से सराफा बाजार, महाराज बाड़े छे दौलतगंज, दौलत गंज स्थित सूर्यनारायण किराए से पाटणकर चौराहे की ओर जाने वाले रास्ते पर एक दीवार का पालन कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात किया है। दोपहर 1:00 बजे से रात 8:00 बजे तक यहां रोज कार्रवाई चल रही है। ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा रही है जो गलत दिशा में बान चला रहे हैं।

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इसी के साथ लश्कर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में शामिल इंदरगंज चौराहे पर अवैध रूप से खड़ी होने वाली गाड़ियां जो जाम की सबसे बड़ी वजह थी, इन्हें हटाया जा रहा है साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी भी की जा रही है।

मुरार: मुरार के सदर बाजार से लेकर सिंहपुर रोड बारादरी चौराहा 7 नंबर चौराहा तक जगह जगह जाम के हालात है। यहां ना तो एकांकी मार का पालन हो रहा है ना ही सड़क से अवैध पार्किंग में खड़ी गाड़ियां हटाई जा रही है। सड़क पर ही हाथ ठेले और होकर लगे हुए हैं।

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हजीरा: हजीरा स्थित चौराहा से लेकर किला गेट रोड तक ना तो एकांकी मार का पालन हो रहा है, नहीं सड़क से अवैध रूप से लगने वाला बाजार हटाया गया है। जिसके कारण यहां सुबह से रात तक जाम लगता है।

MCD Election: नगर निगम में सेंचुरी लगाने की रणनीति पर चल रही कांग्रेस, इस तरह अपनी टैली बढ़ाने की कर रही कोशिश

कांग्रेस ने इस बार मुस्लिम मतदाता बहुल सीटों पर मजबूत मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। ओखला, जामियानगर, सीलमपुर, पुरानी दिल्ली, चावड़ी बाजार, जहांगीरपुरी, चांदनी महल, भजनपुरा, श्रीराम कॉलोनी और अन्य इलाकों में मजबूत उम्मीदवारों को अवसर दिया है।

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कांग्रेस दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election 2022) से दिल्ली की राजनीति में वापसी करने का प्लान बना रही है। इसके लिए वह अपने पारंपरिक वोट बैंक को वापस पाने की कोशिश कर रही है तो सभी नगर निगम सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारकर अपनी सीट संख्या बढ़ाने की कोशिश भी कर रही है। पार्टी का अनुमान है कि वह इस बार नगर निगम चुनाव में जीत की सेंचुरी लगाने में कामयाब रहेगी। इससे 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उसकी राहें भी खुल सकेंगी।

दिल्ली में मुसलमान, दलित और पूर्वांचली मतदाता कांग्रेस की राजनीति की रीढ़ हुआ करता था। इसके साथ ही उसे पंजाबी, गूजर, जाट और दिल्ली के पढ़े-लिखे वर्ग का साथ भी मिलता था। अरविंद केजरीवाल की राजनीति के साथ ही दलित और मुसलमान मतदाताओं की एक बड़ी संख्या आम आदमी पार्टी के साथ चली गई जिससे कांग्रेस दिल्ली की राजनीति में कमजोर पड़ गई। लेकिन पार्टी अब अपने इस वोट बैंक को संभालने की रणनीति में जुट गई है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने अमर उजाला को बताया कि पार्टी ने मुसलमान मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए लगातार उनके मुद्दों की लड़ाई लड़ी है। शाहीन बाग में हुए एनआरसी-सीएए आंदोलन, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन, जहांगीर पुरी और दिल्ली दंगों के दौरान भी वह मुसलमानों के साथ पूरी तरह डट कर खड़ी रही। राष्ट्रीय स्तर पर उसके नेता राहुल गांधी और पार्टी ने लगातार मुसलमानों के मुद्दों पर मुखर आवाज उठाई, जबकि इसी दौरान अरविंद केजरीवाल ने मुसलमानों के मुद्दों पर ठोस आवाज नहीं उठाई।

वे गुजरात चुनाव में भी बिल्किस बानो से जुड़े मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से बच रहे हैं, जबकि कांग्रेस लगातार राष्ट्रीय स्तर पर बिल्किस बानो के अपराधियों को दुबारा जेल के पीछे भेजने की मांग कर रही है। यही कारण है कि मुसलमान मतदाताओं के बीच केजरीवाल की विश्वसनीयता कम हुई, जबकि कांग्रेस की साख मजबूत हुई। कांग्रेस नेता के मुताबिक, उन्हें विश्वास है कि इस स्थिति में मतदाता इस बार उनकी ओर रुख करेंगे और पार्टी को इसका लाभ मिलेगा।

मजबूत उम्मीदवार उतारे

कांग्रेस ने इस बार मुस्लिम मतदाता बहुल सीटों पर मजबूत मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। ओखला, जामियानगर, सीलमपुर, पुरानी दिल्ली, चावड़ी बाजार, जहांगीरपुरी, चांदनी महल, भजनपुरा, श्रीराम कॉलोनी और अन्य इलाकों में मजबूत उम्मीदवारों को अवसर दिया है। साथ ही जिन सीटों पर मुस्लिम मतदाता कम, लेकिन अच्छी संख्या में हैं, वहां भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए हैं। पार्टी को इस रणनीति का लाभ मिल सकता है।

दलित मतदाताओं का साथ पाने के लिए पार्टी ने रविदास मंदिर का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया है। सर्वोच्च न्यायालय में मंदिर के पुनर्निर्माण की बात स्वीकार करने के बाद भी अब तक संंत रविदास का मंदिर दुबारा नहीं बनवाया गया है। इससे दलित मतदाताओ में रोष है, जबकि दिल्ली सरकार ने भी इस मुद्दे पर कोई पहल नहीं की है। कांग्रेस को लग रहा है कि दिल्ली सरकार की इन गलतियों का लाभ उसे हो सकता है।

दिल्ली कांग्रेस के नेता के मुताबिक, पार्टी इस बार अपनी पिछली 30 सीटें बचाकर रखने के साथ दो दर्जन से अधिक नई सीटें हासिल करने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतर रही है। जबकि 50 अन्य सीटों पर उसके उम्मीदवार मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। यदि ये समीकरण सही बैठते हैं तो पार्टी की दिल्ली की सियासत में मजबूत वापसी हो सकती है।

विस्तार

कांग्रेस दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election 2022) से दिल्ली की राजनीति में वापसी करने का प्लान बना रही है। इसके लिए वह अपने पारंपरिक वोट बैंक को वापस पाने की कोशिश कर रही है तो सभी नगर निगम सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारकर अपनी सीट संख्या बढ़ाने की कोशिश भी कर रही है। पार्टी का अनुमान है कि वह इस बार नगर निगम चुनाव में जीत की सेंचुरी लगाने में कामयाब रहेगी। इससे 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उसकी राहें भी खुल सकेंगी।

दिल्ली में मुसलमान, दलित और पूर्वांचली मतदाता कांग्रेस की राजनीति की रीढ़ हुआ करता था। इसके साथ ही उसे पंजाबी, गूजर, जाट और दिल्ली के पढ़े-लिखे वर्ग का साथ भी मिलता था। अरविंद केजरीवाल की राजनीति के साथ ही दलित और मुसलमान मतदाताओं की एक बड़ी संख्या आम आदमी पार्टी के साथ चली गई जिससे कांग्रेस दिल्ली की राजनीति में कमजोर पड़ गई। लेकिन पार्टी अब अपने इस वोट बैंक को संभालने की रणनीति में जुट गई है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने अमर उजाला को बताया कि पार्टी ने मुसलमान मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए लगातार उनके मुद्दों की लड़ाई लड़ी है। शाहीन बाग में हुए एनआरसी-सीएए आंदोलन, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन, जहांगीर पुरी और दिल्ली दंगों के दौरान भी वह मुसलमानों के साथ पूरी तरह डट कर खड़ी रही। राष्ट्रीय स्तर पर उसके नेता राहुल गांधी और पार्टी ने लगातार मुसलमानों के मुद्दों पर मुखर आवाज उठाई, जबकि इसी दौरान अरविंद केजरीवाल ने मुसलमानों के मुद्दों पर ठोस आवाज नहीं उठाई।

वे गुजरात चुनाव में भी बिल्किस बानो से जुड़े मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से बच रहे हैं, जबकि कांग्रेस लगातार राष्ट्रीय स्तर पर बिल्किस बानो के अपराधियों को दुबारा जेल के पीछे भेजने की मांग कर रही है। यही कारण है कि मुसलमान मतदाताओं के बीच केजरीवाल की विश्वसनीयता कम हुई, जबकि कांग्रेस की साख मजबूत हुई। कांग्रेस नेता के मुताबिक, उन्हें विश्वास है कि इस स्थिति में मतदाता इस बार उनकी ओर रुख करेंगे और पार्टी को इसका लाभ मिलेगा।

मजबूत उम्मीदवार उतारे

कांग्रेस ने इस बार मुस्लिम मतदाता बहुल सीटों पर मजबूत मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। ओखला, जामियानगर, सीलमपुर, पुरानी दिल्ली, चावड़ी बाजार, जहांगीरपुरी, चांदनी महल, भजनपुरा, श्रीराम कॉलोनी और अन्य इलाकों में मजबूत उम्मीदवारों को अवसर दिया है। साथ ही जिन सीटों पर मुस्लिम मतदाता कम, लेकिन अच्छी संख्या में हैं, वहां भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए हैं। पार्टी को इस रणनीति का लाभ मिल सकता है।

दलित मतदाताओं का साथ पाने के लिए पार्टी ने रविदास मंदिर का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया है। सर्वोच्च न्यायालय में मंदिर के पुनर्निर्माण की बात स्वीकार करने के बाद भी अब तक संंत रविदास का मंदिर दुबारा नहीं बनवाया गया है। इससे दलित मतदाताओ में रोष है, जबकि दिल्ली सरकार ने भी इस मुद्दे पर कोई पहल नहीं की है। कांग्रेस को लग रहा है कि दिल्ली सरकार की इन गलतियों का लाभ उसे हो सकता है।


दिल्ली कांग्रेस के नेता के मुताबिक, पार्टी इस बार अपनी पिछली 30 सीटें बचाकर रखने के साथ दो दर्जन से अधिक नई सीटें हासिल करने का लक्ष्य लेकर मैदान में उतर रही है। जबकि 50 अन्य सीटों पर उसके उम्मीदवार मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। यदि ये समीकरण सही बैठते हैं तो पार्टी की दिल्ली की सियासत में मजबूत वापसी हो सकती है।

Agra: बाजार में लगे एटीएम को उखाड़कर ले जाने की कोशिश, बदमाशों ने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़े

आगरा में बदमाशों ने एक बार फिर एटीएम को निशाना बनाया। बदमाशों ने एटीएम की स्क्रीन को तोड़ा और उसे उखाड़ने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए।

घटनास्थल पर जांच करती पुलिस

आगरा में बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर शहर में एटीएम उखाड़कर ले जाने की कोशिश की। ताजगंज के श्यामो मोड़ स्थित हरि सिंह मार्केट में शनिवार की रात बदमाशों कोशिश बाजार ने वारदात की। पहले सीसीटीवी कैमरे तोड़े, फिर इंडिया वन कंपनी के एटीएम की स्क्रीन को बड़े पत्थर से तोड़ा। कैश बॉक्स तोड़ने में सफल नहीं होने पर एटीएम को फर्श से उखाड़ डाला। हालांकि वजन अधिक होने से एटीएम को ले जाने में सफल नहीं हो सके। रविवार सुबह एटीएम जमीन पर गिरा देख लोगों को घटना की जानकारी हुई। पास ही बड़ा पत्थर भी पड़ा था। एटीएम में 16 लाख रुपये थे, जो सुरक्षित बताए गए। यह घटना तब हुई, जब बकरीद को लेकर पुलिस का अलर्ट था। इससे पहले भी एटीएम में तोड़फोड़ और उखाड़कर ले जाने की वारदात हो चुकी हैं।

शमसाबाद रोड पर श्यामो मोड़ के पास हरि सिंह का दोमंजिला मार्केट है। इसमें भूतल और पहली मंजिल पर दुकानें बनी हैं। रविवार सुबह एक व्यक्ति एटीएम से रुपये निकालने आया। उसने एटीएम को फर्श पर गिरा देख दुकानदारों को जानकारी दी। मार्केट के मालिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो एटीएम जमीन पर गिरा था। केबिन के कैमरे टूटे थे। एटीएम क्षतिग्रस्त थी। पास पड़े पत्थर देख आशंका है कि इस पत्थर को बदमाश लेकर आए होंगे। सूचना पर फॉरेसिंक एक्सपर्ट टीम, कंपनी के जांच अधिकारी पहुंच गए। एटीएम में लगा कैमरा सुरक्षित बताया गया। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने रात करीब दो बजे वारदात की।

सीओ सदर अर्चना सिंह ने बताया कि एटीएम में 16 लाख रुपये कैश होना बताया गया, जो सुरक्षित है। फुटेज निकलवाए जा रहे हैं। इन फुटेज के बाद ही पता चलेगा कि वारदात करने कितने बदमाश आए थे? कितने बजे घटना की गई? आम दिनों में मार्केट के आसपास लोग रहते हैं। आशंका है कि रात में बारिश हो रही थी। इस कारण लोग नहीं थे। बिजली भी नहीं आ रही थी। इसका फायदा उठाया। मगर, एटीएम का वजन अधिक होने की वजह से ले जा नहीं सके।

नहीं था सुरक्षा गार्ड

सीओ ने बताया कि एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं था। मार्केट में एक और कैमरा लगा है। मगर, बिजली नहीं होने से वह काम नहीं कर सका। श्यामो मोड़ से शमसाबाद और शहर की तरफ जाने का रास्ता है। इस रास्ते पर कई मार्केट हैं। इन पर कैमरे लगे हुए हैं। अब इन कैमरों के फुटेज चेेक किए जा रहे हैं। रात करीब एक बजे पुलिस टीम ने गश्त में एटीएम को सुरक्षित देखा था।

रात में गश्त, फिर भी वारदात

पुलिस गश्त के दौरान एटीएम देखती है। जिन एटीएम में गार्ड नहीं होते हैं, उनके शटर रात में गिरा दिए जाते हैं। बताया गया है कि इंडिया वन के एटीएम का शटर रातभर खुल रहता है। पुलिस गश्त करती रही। इसके बावजूद वारदात हो गई।

विस्तार

आगरा में बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर शहर में एटीएम उखाड़कर ले जाने की कोशिश की। ताजगंज के श्यामो मोड़ स्थित हरि सिंह मार्केट में शनिवार की रात बदमाशों ने वारदात की। पहले सीसीटीवी कैमरे तोड़े, फिर इंडिया वन कंपनी के एटीएम की स्क्रीन को बड़े पत्थर से तोड़ा। कैश बॉक्स तोड़ने में सफल नहीं होने पर एटीएम को फर्श से उखाड़ डाला। हालांकि वजन अधिक होने से एटीएम को ले जाने में सफल नहीं हो सके। रविवार सुबह एटीएम जमीन पर गिरा देख लोगों को घटना की जानकारी हुई। पास ही बड़ा पत्थर भी पड़ा था। एटीएम में 16 लाख रुपये थे, जो सुरक्षित बताए गए। यह घटना तब हुई, जब बकरीद को लेकर पुलिस का अलर्ट था। इससे पहले भी एटीएम में तोड़फोड़ और उखाड़कर ले जाने की वारदात हो चुकी हैं।

शमसाबाद रोड पर श्यामो मोड़ के पास हरि सिंह का दोमंजिला मार्केट है। इसमें भूतल और कोशिश बाजार पहली मंजिल पर दुकानें बनी हैं। रविवार सुबह एक व्यक्ति एटीएम से रुपये निकालने आया। उसने एटीएम को फर्श पर गिरा देख दुकानदारों को जानकारी दी। मार्केट के मालिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो एटीएम जमीन पर गिरा था। केबिन के कैमरे टूटे थे। एटीएम क्षतिग्रस्त थी। पास पड़े पत्थर देख आशंका है कि इस पत्थर को बदमाश लेकर आए होंगे। सूचना पर फॉरेसिंक एक्सपर्ट टीम, कंपनी के जांच अधिकारी पहुंच गए। एटीएम में लगा कैमरा सुरक्षित बताया गया। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने रात करीब दो बजे वारदात की।

सीओ सदर अर्चना सिंह ने बताया कि एटीएम में 16 लाख रुपये कैश होना बताया गया, जो सुरक्षित है। फुटेज निकलवाए जा रहे हैं। इन फुटेज के बाद ही पता चलेगा कि वारदात करने कितने बदमाश आए थे? कितने बजे घटना की गई? आम दिनों में मार्केट के आसपास लोग रहते हैं। आशंका है कि रात में बारिश हो रही थी। इस कारण लोग नहीं थे। बिजली भी नहीं आ रही थी। इसका फायदा उठाया। मगर, एटीएम का वजन अधिक होने की वजह से ले जा नहीं सके।

नहीं था सुरक्षा गार्ड

सीओ ने बताया कि एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं था। मार्केट में एक और कैमरा लगा है। मगर, बिजली नहीं होने से वह काम नहीं कर सका। श्यामो मोड़ से शमसाबाद और शहर की तरफ जाने का रास्ता है। इस रास्ते पर कई मार्केट हैं। इन पर कैमरे लगे हुए हैं। अब इन कैमरों के फुटेज चेेक किए जा रहे हैं। रात करीब एक बजे पुलिस टीम ने गश्त में एटीएम को सुरक्षित देखा था।

रात में गश्त, फिर भी वारदात

पुलिस गश्त के दौरान एटीएम देखती है। जिन एटीएम में गार्ड नहीं होते हैं, उनके शटर रात में गिरा दिए जाते हैं। बताया गया है कि इंडिया वन के एटीएम का शटर रातभर खुल रहता है। पुलिस गश्त करती रही। इसके कोशिश बाजार बावजूद वारदात हो गई।

पॉलिसी बाजार कंपनी का डेटा चुराने की कोशिश, आईटी सिस्टम हुआ हैक

पॉलिसी बाजार (Policybazaar) कंपनी का आईटी सिस्टम हैक हो गया. पॉलिसी बाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी PB Fintech ने यह जानकारी दी. कंपनी ने बताया कि उनकी फर्म का आईटी सिस्टम 19 जुलाई को हैक हो गया था. इसे ठीक करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं.

कंपनी को 19 जुलाई को पॉलिसी बाजार के आईटी सिस्टम में कुछ गड़बड़ी मिली थी. यह कंपनी के आईटी सिस्टम में अनधिकृत कोशिश बाजार घुसपैठ की कोशिश थी. कंपनी ने कहा, इस मामले में पॉलिसी बाजार ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. पॉलिसी बाजार ने बताया कि गड़बड़ी दूर कर दी गई है और आईटी सिस्टम की पूरी जांच की जा रही है. कंपनी ने कहा कि इस मामले पर इंफोर्मेशन सिक्योरिटी टीम एक्सटर्नल एडवाइजर्स के साथ मिलकर काम कर रही है.

पॉलिसी बाजार के मुताबिक, इस मामले में जांच के बाद पता चला है कि किसी भी ग्राहक का अहम डेटा लीक नहीं हुआ है. पॉलिसी बाजार हमेशा अपने सिस्टम की सुरक्षा और अखंडता को प्राथमिकता दी है और ग्राहक डेटा की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. पॉलिसी बाजार बीमा ब्रोकरेज कंपनी है और अपने पॉलिसी धारकों के बारे में उनके लेनदेन की जानकारी समेत बहुत सारे डेटा को इकट्ठा करके रखती है.

Stock Tips: शेयर बाजार की कमजोरी में बॉटम फिशिंग को गिरते चाकू को थामने की कोशिश की तरह खतरनाक क्यों बता रहे हैं एक्सपर्ट मयूरेश जोशी

Stock INvestment Tips: शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए स्टॉक एक्सपर्ट मयूरेश जोशी ने कहा है कि निवेशकों को अपने इमोशन पर दांव नहीं लगाना चाहिए. मयूरेश जोशी ने कहा है कि डर, उम्मीद गर्व और लालच, यह ऐसी चीजें हैं जो निवेशकों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

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जब शेयर बाजार करेक्शन के फेज में होता है या कमजोरी का अपना ठिकाना तलाश रहा होता है उस समय इन निवेशकों को बॉटम फिशिंग की कोशिश नहीं करनी चाहिए.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि गिरता हुआ चाकू हमेशा खतरनाक होता है और उसे पकड़ने की कोशिश में आपकी उंगलियां या हाथ कट सकते हैं. जोशी ने कहा है कि अगर कोई निवेशक शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है तो उसको क्लियर अपसाइड डायरेक्शन दिखना चाहिए.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि अगर शेयर बाजार में कमजोरी की इंटेंसिटी का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं तो आपके लिए फायदेमंद यह है कि आप साइड में बैठकर बाजार के स्थिर होने का इंतजार करें. बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी फिफ्टी अपने उच्च स्तर से 10 फ़ीसदी से अधिक गिर चुके हैं.

शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए स्टॉक एक्सपर्ट मयूरेश जोशी ने कहा है कि निवेशकों को अपने इमोशन पर दांव नहीं लगाना चाहिए. मयूरेश जोशी ने कहा है कि डर, उम्मीद गर्व और लालच, यह ऐसी चीजें हैं जो निवेशकों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि शेयर बाजार में तेज गिरावट की वजह से निवेशक कई बार लालच में आ जाते हैं शेयर बाजार की मौजूदा कमजोरी के दौर में आपको अपनी भावनाओं पर काबू पाने की जरूरत है और निवेश के लिए जो मौजूदा नियम हैं, उनका पालन करने की जरूरत है.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि जब शेयर बाजार 10 फ़ीसदी से अधिक गिर चुका है, इसका मतलब है कि तकनीकी रूप से यह गंभीर बात है. जोशी ने निवेशकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि गिरते हुए चाकू को पकड़ने की कोशिश ना करें. शेयर बाजार में कमजोरी का इंतजार करें और जब शेयर बाजार स्थिर दिखने लगे, तब निवेश करने की कोशिश करें.

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