इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है

Funda
NTPC - Buy - 200, Duration - 1 year
इंट्रा-डे, लंबी अवधि का ट्रेड क्या है और इनके चार्जेज़ क्या होते हैं? आसान शब्दों में समझिए सारी बात
स्टॉक एक्सचेंजों में शेयरों की ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है. इनमें दो सबसे ज्यादा प्रचलित तरीके इंट्रा-डे ट्रेड और डिलीवरी ट्रेड के हैं. इनके अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं और ये अलग-अलग तरह के लोगों के लिए मुफीद होती हैं. आज हम आपको ट्रेडिंग के इन्ही दोनों तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
स्टॉक एक्सचेंज में एक ही दिन में शेयर की खरीद और बिक्री दोनों करने वाले सौदों को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश करना यानी शेयर को अपने पास रखना नहीं, बल्कि उसी दिन शेयर की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना यानी प्रॉफिट बुकिंग करना होता है.
इसमें शेयर की खरीद और बिक्री दोनों ही चीजें उसी दिन होती हैं, इसलिए उस दिन शेयर के भाव गिरने पर उसे होल्ड करके बढ़त का इंतज़ार नहीं किया जा सकता. इंट्रा डे विकल्प में अगर आप खरीदे हुए शेयर की बिक्री सत्र की समाप्ति तक नहीं करते, तो वह स्वचालित रूप से शेयर के बंद मूल्य पर बिक जाता है.
intraday trading : जानिए इंट्रा डे ट्रेडिंग क्या है
इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading), जैसा कि नाम से समझ आ जाता है, एक दिन भर के अन्तराल (Same day ) में की जाने वाली खरीद और बिक्री (share purchase & Sale), एक शेयर (Share ) को जिस दिन ख़रीदा जाये, उसी दिन उस शेयर को मार्केट बंद होने से पहले बेच भी दिया जाये, तो इस तरह कि Trading को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा (Intraday Trading) जाता है।
इंट्रा डे ट्रेडिंग (INTRADAY TRADING) की खास बातें :
1- अगर आप ब्रोकर से मार्जिन लेकर ट्रेड करते है तो ऐसे में, आपको अपना सौदा उसी दिन पूरा करना होता है, अगर आप मार्केट बंद होने से पहले खुद सौदे को पूरा नहीं करते है तो मार्केट बंद के समय शेयर का भाव जो भी होगा, आपका ब्रोकर उसे बेचकर अपना मार्जिन मनी ले लेगा।
Read more : Stock market : स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
3- ब्रोकर को आपको होने वाले फायदे या नुकसान से कोई लेना देना होना होता है, आपने जो भी मार्जिन मनी लिया हुआ, उसको उतना मार्केट बंद होने से पहले वो वापस चाहिए होता है।
4- आप को इंट्रा डे ट्रेडिंग में इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है सौदों को एक दिन में ही पूरा करना होता है, जैसे आज ख़रीदा तो आज ही बेचा और इस तरह आप सिर्फ एक दिन का ही रिस्क उठाते है।
5- शेयर मार्केट की पूरी जानकारी होने पर ही इंट्राडे ट्रेडिंग करनी चाहिए क्योंकि इसमें उतार-चढ़ाव बहुत तेजी के साथ होता है और नये निवेशक इसमें अक्सर करके फंस जाते हैं।
Author : Nitin Bansal
Disclaimer : यह केवल लेखक के विचार हैं । किसी भी नुकसान या फायदे के लिए लेखक या Aavaz.in उत्तरदायी नहीं होगा ।
Intraday Trading Vs Delivery Trading: जानें इंट्राडे तथा डिलीवरी ट्रेडिंग में क्या अंतर है
शेयर मार्केट में निवेश करना वर्तमान दौर में बेहद आसान बनता जा रहा है, लेकिन यहाँ निवेश करने के एक से अधिक विकल्प उपलब्ध हैं, जिनके बारे में एक निवेशक के तौर पर आपके लिए जानना आवश्यक है। उदाहरण के लिए कुछ शेयर मार्केट ट्रेडिंग अल्पकालिक अवधि के लिए होती हैं, जबकि कुछ ट्रेडिंग लंबी अवधि के निवेश के रूप में की जाती हैं।
हालाँकि शेयर बाज़ार में निवेश के कुछ अन्य तरीके भी हैं जैसे फ्यूचर एवं ऑप्शन में निवेश आदि, किन्तु आज इस लेख में हम मुख्यतः अवधि के आधार पर शेयर मार्केट में करी जाने वाली ट्रेडिंग के विषय में समझेंगे। इस प्रकार शेयर बाजार में दो तरीके से ट्रेडिंग करी जा सकती हैं, जिन्हें हम इंट्राडे ट्रेडिंग या डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग (Intraday Trading Vs Delivery Trading) के रूप में जानते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) क्या है?
जब कोई ट्रेडर या निवेशक एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर शेयरों की खरीद और बिक्री करता है, तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) कहा जाता है। इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेयरों को कम समय में लाभ कमाने के उद्देश्य से खरीदा जाता है, लंबी अवधि के निवेश के रूप में नहीं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी ट्रेडिंग दिन में शेयर इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है की कीमत में हुए परिवर्तन के आधार पर ट्रेडर लाभ अर्जित करते हैं, गौरतलब है कि, डिलीवरी ट्रेडिंग के विपरीत यहाँ कोई ट्रेडर इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है किसी शेयर को पहले बेचकर बाद में खरीद भी सकते हैं। ऐसा उस स्थिति में किया जाता है, जब ट्रेडर को किसी शेयर की कीमतों में गिरावट का अंदेशा होता है, ऐसे में ट्रेडर दिन की शुरुआत में शेयर बेच देते हैं तथा दिन के मध्य या इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है अंत में जब शेयर के दाम गिर जाएं तो उसे खरीद लेते इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है हैं।
Stocks to Buy Today: इंट्राडे में बेहतरीन कमाई के लिए तैयार है 20 शेयरों की लिस्ट, मिल सकता है दमदार रिटर्न
Stocks to Buy Today: इंट्राडे में कमाई के लिए अगर आप कुछ ऐसे शेयरों की तलाश कर रहे हैं, जहां पैसा लगाया जा सकता है तो आज की लिस्ट तैयार है.
Stocks to Buy Today: शेयर बाजार से आप रोज पैसा बना सकते हैं. बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग होती है, जहां एक ही दिन शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकते हैं. अगर आप कुछ ऐसे ही स्टॉक इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है की तलाश में हैं तो पैसे तैयार रखें, आज की लिस्ट तैयार है. इस लिस्ट KIRLOSKAR FERROUS, CHOLA INVEST, IEX 240, NIIT LTD, MHRIL, ABBOTT INDIA, SOBHA, JAYSHREE TEA, INDIAN BANK, GRINDWELL NORTON,Brigade Ent, Havells India, Canfin Homes, Axis Bank, NTPC, Asian Paints, Dr Reddy, Divis Lab और Hindustan Zinc शामिल हैं. आज किन स्टॉक में आपको पैसा लगाना चाहिए, इसके लिए जी बिजनेस (Zee Business) अपने Traders Diary प्रोग्राम में निवेशकों के लिए एक्शन वाले शेयर्स लेकर आया है. जी बिजनेस की रिसर्च टीम के आशीष और कुशल ने आपके लिए ऐसे ही कुछ स्टॉक्स चुनें हैं.
इंट्रा-डे, लंबी अवधि का ट्रेड क्या है और इनके चार्जेज़ क्या होते हैं? आसान शब्दों में समझिए सारी बात
स्टॉक इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है एक्सचेंजों में शेयरों की ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है. इनमें दो सबसे ज्यादा प्रचलित तरीके इंट्रा-डे ट्रेड और डिलीवरी ट्रेड के हैं. इनके अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं और ये अलग-अलग तरह के लोगों के लिए मुफीद होती हैं. आज हम आपको ट्रेडिंग के इन्ही इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है दोनों तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
स्टॉक एक्सचेंज में एक ही दिन में शेयर की खरीद और बिक्री दोनों करने वाले सौदों को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश करना यानी शेयर को अपने पास रखना नहीं, बल्कि उसी दिन शेयर की कीमत में होने वाले इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना यानी प्रॉफिट बुकिंग करना होता है.
इसमें शेयर की खरीद और बिक्री दोनों ही चीजें उसी दिन होती हैं, इसलिए उस दिन शेयर के भाव गिरने पर उसे होल्ड करके बढ़त का इंतज़ार नहीं किया जा सकता. इंट्रा डे विकल्प में अगर आप खरीदे हुए शेयर की बिक्री सत्र की समाप्ति तक नहीं करते, तो वह स्वचालित रूप से शेयर के बंद मूल्य पर बिक जाता है.